‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 नवंबर। शिक्षकों की कमी को लेकर बेसिक स्कूल में अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों का आक्रोश फूट पड़ा। प्रशासनिक अनदेखी से नाराज करीब 100 अभिभावक स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जडक़र प्रदर्शन करने लगे।
उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश कालीन यह स्कूल अपनी उम्र का शतक पूरा कर चुका है। बावजूद प्रशासनिक अनदेखी से शहरवासियों में खासी नाराजगी है। इस स्कूल से विधायक आशीष छाबड़ा समेत कई बड़े अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने पढ़ाई की है। बावजूद जिम्मेदार सुध लेने को तैयार नहीं है।
प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी एके खरे स्कूल पहुंचकर अभिभावकों को समझाइश देने लगे, लेकिन आक्रोशित अभिभावक अधिकारियों की कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। वेे लिखित आश्वासन और तुरंत शिक्षक की व्यवस्था किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान लक्ष्मी नारायण साहू, दुर्गेश पटेल, देवेंद्र साहू, कृष्णा वर्मा, सेवक वर्मा, शांति वर्मा, मुकेश वर्मा, भरत निर्मलकर, राम देशमुख, महेश साहू, हेमलाल साहू, डोमन वर्मा, प्रमोद सोनी समेत 100 से अधिक अभिभावक उपस्थित थे।
270 बच्चों पर सिर्फ 2 शिक्षक, अभिभावकों में नाराजगी
अभिभावक लक्ष्मी नारायण साहू, दुर्गेश पटेल, देवेंद्र साहू ने बताया कि अंग्रेजी माध्यम सीबीएसई स्कूल में शिक्षकों की कमी से प्रशासन को बीते 4 माह से अवगत कराया जा रहा है। हर संबंधित संस्थान में आवेदन करने के बावजूद निराकरण की दिशा में कदम नहीं उठाया गया। वर्तमान में स्कूल के प्राइमरी सेक्शन में 270 एवं मिडिल सेक्शन में 150 बच्चे अध्ययनरत हैं ।
शासन से निर्धारित मापदंड के अनुसार 40 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए, लेकिन वर्तमान में प्राइमरी स्कूल में सिर्फ दो शिक्षकों की सेवाएं मिल रही है। इसी तरह मिडिल स्कूल में भी सिर्फ 3 शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं। शिक्षकों की कमी के कारण पहली व दूसरी के बच्चों को एक ही कक्षा में बैठाना पड़ रहा है।
तुरंत शिक्षक की व्यवस्था करने के आश्वासन पर प्रदर्शन खत्म
पूर्व में अधिकारियों व जनप्रतिनिधि के आश्वासन के बावजूद शिक्षक की व्यवस्था नहीं होने के कारण अभिभावक मौके पर पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी की बात मानने को तैयार नहीं हो रहे थे। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों से कहा कि उन्हें बेमेतरा में ज्वाइनिंग लिए सिर्फ 8 दिन हुए हैं। समस्या की जानकारी अभी मिली है। सुबह 11 बजे तक 2 शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा कर्तव्य में लापरवाही बरत रहे शिक्षकों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षकों की कमी, अतिक्रमण समेत अन्य समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखा अभिभावकों ने करीब 2 घंटे के प्रदर्शन के बाद अभिभावक खंड शिक्षा अधिकारी की बात को मानते हुए प्रदर्शन समाप्त किया। इस दौरान अभिभावकों ने अधिकारी के समक्ष शिक्षकों की कमी को दूर करने, स्कूल परिसर से अतिक्रमण को हटाने, बच्चों को पुस्तक उपलब्ध कराने व बच्चों से दुव्र्यवहार करने वाली महिला शिक्षक पर कार्रवाई की मांग करने लगे। इस पर अधिकारी ने अभिभावकों को सभी मांगों पर उचित पहल कर निराकरण का आश्वासन दिया।
मात्र कोरा आश्वासन मिल रहा
अभिभावकों ने अधिकारी को बताया कि बीते 4 माह से शिक्षकों की कमी समेत अन्य समस्याओं के निराकरण को लेकर संबंधित अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा लगा कर थक चुके थे। शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने से नाराज अभिभावकों ने गुरुवार को स्कूल के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला जड़ दिया और मुख्य द्वार पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे।
कर्तव्य में लापरवाही बरत रहे शिक्षकों को जारी होगी नोटिस
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के अनुसार व्यवस्था के तहत तुरंत 2 शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा बिना अवकाश स्वीकृत हुए स्कूल से नदारद महिला शिक्षिका ममता पांडे को नोटिस जारी करने, बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने वाली महिला शिक्षिका के खिलाफ जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया । पालकों ने प्राइमरी स्कूल की पाली सुबह 10 से शाम 4 बजे तक करने की मांग की है। जिस पर अधिकारी ने स्कूल में बैठक व्यवस्था को देखने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया, क्योंकि स्कूल भवन में सुबह 12 से शाम 5 बजे तक मिडिल स्कूल लगता है।
इस सम्पूर्ण घटना पर विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी अरुण खरे ने बताया कि प्राइमरी व मिडिल दोनों स्कूल के लिए 6 शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए रेवेन्यू व नगर पालिका को पत्र लिखा गया है।