पौधारोपण कर जनप्रतिनिधियों ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 22 जून। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट कन्या शाला खैरागढ़ में जिला स्तरीय योग शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजनंदगांव सांसद संतोष पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रियंका खम्हन ताम्रकार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, पूर्व विधायक कोमल जंघेल, नगर पालिका खैरागढ़ अध्यक्ष गिरिजा चंद्राकर, पूर्व जिला पंचायत सभापति धम्मन साहू, सांसद प्रतिनिधि खम्मन ताम्रकार, भागवत शरण सिंह विकेश गुप्ता,विनय देवांगन बिसेसर साहू,तीरथ चंदेल , कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रावल, पुलिस अधीक्षक लक्ष्य शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल, अपर कलेक्टर सुरेंद्र कुमार ठाकुर संयुक्त कलेक्टर सुमन राज, डिप्टीप कलेक्टर रेणुका रात्रे, एसडीए्म टांकेश्वर प्रसाद साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न विभाग के अधिकारी, स्कूली छात्र-छात्राएं शिक्षक/ शिक्षिकाएं एवं नागरिकगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में व्याख्याता मानस मणि साहू ने प्रतिभागियों को विभिन्न योग मुद्राओं का अभ्यास कराया । साथ ही योग के मानसिक लाभों की जानकारी दी गई।
संगम एवं हरित योग की थीम पर योगाभ्यास के बाद सांसद सहित सभी जनप्रतिनिधियों अधिकारियों ने कन्या शाला परिसर मे पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम में राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडे ने कहा कि भारत की प्राचीन परंपरा योग को पूरे विश्व में सम्मान प्राप्त हुआ है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उन्होंने योग की महत्ता को संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे आज 175 से अधिक देशों 12 लाख स्थानों एवं 10 करोड़ से अधिक लोग योगाभ्यास से जुड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, आज का दिन ऐतिहासिक है, प्रधानमंत्री मोदी केवल योग को वैश्विक मंच पर लाए ही नहीं, बल्कि उन्होंने स्वच्छता जैसे युगांतरकारी कार्यों से जन चेतना जगाई। उन्होंने कहा कि हर बच्चा चॉकलेट का रैपर भी जेब में रखता है,यह स्वच्छता अभियान की सफलता है।
कार्यक्रम में चरण पादुका वितरण योजना की शुरुआत को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बधाई दी और कहा कि यह योजना विशेष रूप से वनवासी, तेंदूपत्ता संग्राहक और जंगल में रहने वाले भाइयों-बहनों के लिए समर्पित है।
उन्होंने बताया कि विगत वर्षों में चरण पादुका योजना कुछ समय के लिए बंद थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री श्री साय ने इसे फिर से प्रारंभ कर पूरे प्रदेश में लागू कर दिया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रियंका खम्मन ताम्रकार ने क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं देते हुए योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा है, जो आज पूरे विश्व में स्वास्थ्य और जीवन शैली के प्रतीक के रूप में स्थापित हो चुकी है। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों से करोड़ो लोग योग से जुड़ रहे हैं।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, आप सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बहुत-बहुत बधाई। मेरी आप सभी से अपील है कि आप अपनी व्यस्त दिनचर्या में से प्रतिदिन कुछ समय योग के लिए अवश्य निकालें।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि विज्ञान चाहे जितना भी विकसित हो जाए और दवाइयाँ कितनी भी प्रभावशाली बन जाएँ, लेकिन योग का कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने बताया कि भारत के साथ विश्व के लगभग सभी देशों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा स्वीकार किया है।
श्री सिंह ने कहा कि पहले योग को हम जीवन का एक हिस्सा मानते थे, लेकिन आज यह एक जीवनशैली बन चुका है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्र ने वनवासी भाइयों की कठिनाइयों को समझते हुए उनके लिए चरण पादुका वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जो एक अत्यंत सराहनीय पहल है।
पूर्व विधायक कोमल जांघेल ने कहा कि आज हमारे जिले में लगातार दूसरी बार सामूहिक रूप से योग दिवस का आयोजन किया गया है, जो जिले की जागरूकता और स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता हैद्य
इस अवसर पर कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रवाल ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘योग ’ शब्द अपने आप में एकता, संतुलन और स्वास्थ्य का प्रतीक है। योग आज केवल भारत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना चुका है। भारत की सांस्कृतिक धरोहर योग, आज विश्वभर में सम्मान के साथ अपनाई जा रही है।
कलेक्टर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रतीक बनकर उभरा है, और यह गर्व की बात है कि पूरी दुनिया भारत की इस परंपरा को अपना रही है।
उन्होंने बताया कि तेंदूपत्ता तोडऩे वाले श्रमिकों के लिए वन विभाग के माध्यम से चरण पादुकाएं वितरित का शुभारंभ भी आज किया जा रहा है, जिससे उन्हें जंगलों में कार्य करते समय पैरों की सुरक्षा मिल सके। यह योजना श्रमिकों के कल्याण की दिशा में एक सराहनीय पहल है।
इस अवसर पर स्वामी अत्मानंद अंग्रेजी/हिंदी माध्यम कन्या शाला के प्राचार्य डॉ. कमलेश्वर कुणाल टंडन, सेजेस -1, 2 बालक खैरागढ़ के प्राचार्य रोशन लाल वर्मा सहित समस्त स्टाफ्, विभिन्न विभाग के अधिकारी कर्मचारी, शामिल हुए द्य कार्यक्रम का संज्ञ दो वैद्यनाथ वर्मा तथा कार्यक्रम के अंतिम में जिला पंचायत के सी जी के मुख्य कार्पालन अधिकाारी प्रेमकुमार ने लोगोंं के प्रति आभार व्यक्त किए।