‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 20 फरवरी। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा पर महाकुंभ यात्रियों से जुड़े दो अलग-अलग सडक़ हादसे गुरुवार को हुए, जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और 30 लोग घायल हो गए।
पहला हादसा सुबह 6 बजे वेंकटनगर खैरझिटी के पास हुआ, जब जगदलपुर से महाकुंभ के लिए रवाना हुई तेज रफ्तार बस खड़े ट्रेलर से जा टकराई। इस दुर्घटना में बस कंडक्टर की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि 23 यात्री घायल हो गए, जिनमें से पांच की हालत गंभीर बनी हुई है।
दूसरा हादसा सुबह 7 बजे गौरेला थाना क्षेत्र के मेढूका गांव के पास हुआ। प्रयागराज में कुंभ स्नान कर दुर्ग जिले के पाटन लौट रहे श्रद्धालुओं से भरे टैंपो तूफान को एक तेज़ रफ्तार हाईवा वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में 12 श्रद्धालुओं में से 7 घायल हो गए, जिनमें से 2 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
पहले हादसे में घायल यात्रियों को अनूपपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दूसरे हादसे के गंभीर रूप से घायल यात्रियों को सिम्स, बिलासपुर रेफर किया गया। बताया जा रहा है कि जगदलपुर से प्रयागराज जा रही महेंद्रा ट्रेवल्स की बस वेंकटनगर और खैरझिठी गांव के समीप पहले से खड़े कोयले से लदे ट्रेलर से टकरा गई। इस टक्कर में बस कंडक्टर संतोष गुप्ता (निवासी सुपेला, रमन भाटा, भिलाई) की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि बस चालक सहित 23 यात्री घायल हो गए। घायलों को मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पांच यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दुर्घटना के कारण हाइवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई और यातायात बाधित हो गया। प्राथमिक उपचार के उपरांत घायलों को बेहतर इलाज के लिए अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार कुछ यात्रियों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, लेकिन सभी का इलाज जारी है। बस में अधिकांश यात्री रायपुर और सुकमा जिले से थे, जो प्रयागराज कुंभ स्नान के लिए जा रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल, एसडीएम पेंड्रा रोड अमित बैक, एसडीओपी श्याम सिदार सहित मध्यप्रदेश के पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य की निगरानी की। उन्होंने घायलों को त्वरित उपचार एवं आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही, सडक़ पर जाम को हटाने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई।
घायल यात्रियों में सुकमा के 6 यात्री, रायपुर से 5, विशाखापट्टनम् से 4, दुर्ग से 2, प्रयागराज से 1 तथा अन्य स्थानों के 10 श्रद्धालु शामिल हैं। घायलों में 10 महिलाएं और 20 पुरुष शामिल हैं।
बस में सवार यात्रियों के अनुसार, चालक तेज़ गति से वाहन चला रहा था और कई बार मना करने के बावजूद रफ्तार कम नहीं कर रहा था। यात्रियों ने बताया कि चालक लगातार लापरवाहीपूर्वक बस चला रहा था और बार-बार ओवरटेक करने का प्रयास कर रहा था, जिसके कारण यह भीषण दुर्घटना हुई।