हैदराबाद, 11 मई। भारत, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश समेत 110 देशों की सुंदरियां इस समय हैदराबाद में 72वें ‘मिस वर्ल्ड’ खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। लेकिन, पिछले चार दिनों में भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के कारण ‘मिस पाकिस्तान’ की अनुपस्थिति स्पष्ट रूप से देखी जा रही है।
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की एक प्रतिनिधि ने कहा कि इसका विवाद से कोई लेना-देना नहीं है।
मिस वर्ल्ड की आधिकारिक प्रचारक अल्टेयर मीडिया के अश्विनी शुक्ला ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने कभी भी मिस वर्ल्ड में भाग नहीं लिया है। किसी भी मामले में, आप दुर्लभ मामलों को छोड़कर, सामान्यतः अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पाकिस्तान को नहीं देखते हैं।’’
उन्होंने बताया कि 2023 में जब एरिका रॉबिन ने 72 साल के इतिहास में पहली बार ‘मिस यूनिवर्स’ प्रतियोगिता में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया, तो इसने इस्लामिक देश में आक्रोश पैदा कर दिया और कई लोगों ने इसे ‘‘शर्मनाक’’ कहा।
इस वर्ष भारत का प्रतिनिधित्व राजस्थान के कोटा की रहने वाली नंदिनी गुप्ता कर रही हैं।
गुप्ता एक समावेशी विश्व की वकालत करती रही हैं और अपने संगठन ‘प्रोजेक्ट एकता’ के माध्यम से दिव्यांगों के जीवन में बदलाव लाने का कार्य कर रही हैं।
उन्होंने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि वह अपने चाचा को पोलियो से जूझते हुए देखने के बाद दिव्यांगों के अधिकारों के लिए काम करने के लिए प्रेरित हुईं।
गुप्ता ने वीडियो में कहा, ‘‘हमने एक ऐसी दुनिया बना दी है, जिसमें दिव्यांगों को शामिल नहीं किया गया है और मेरा मानना है कि इस ऐतिहासिक गलती को सुधारने में काफी समय लग गया है।’’
नेपाल का प्रतिनिधित्व कर रहीं श्रीच्छा प्रधान एक ऐसे विश्व के निर्माण पर जोर दे रही हैं जिसमें ‘‘हमारे पूर्वजों के ज्ञान पर ध्यान दिया जाए।’’
मिस वर्ल्ड की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, प्रधान की पहल ‘पंच प्रणाली’ का उद्देश्य आज की समस्याओं के समाधान के लिए लोगों को नेपाल के स्थानीय समुदायों की प्रकृति और पारंपरिक ज्ञान से पुनः जोड़ना है।
उनकी परियोजना पैतृक मूल्यों पर आधारित जलवायु कार्रवाई पर जोर देती है।
बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व अतीका कोनिका कर रही हैं।
मिस वर्ल्ड प्रतिनिधि के अनुसार, यद्यपि वह मिस वर्ल्ड बांग्लादेश 2024 में प्रथम ‘रनर-अप’ थीं, लेकिन अंतिम समय में कुछ घटनाक्रम के कारण उन्हें अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया।
मानसिक स्वास्थ्य सहायता कार्यकर्ता कोनिका ने मिस वर्ल्ड यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि एडीएचडी, चिंता और आत्म-सम्मान की कमी के साथ उनका संघर्ष ही उनके प्रोजेक्ट ‘यंग माइंड मैटर्स’ के लिए प्रेरणास्रोत रहा है।
कोनिका ने वीडियो में कहा, ‘‘मानसिक स्वास्थ्य कभी भी वैकल्पिक नहीं होता। उदाहरण के लिए, 2023 और 2024 के बीच मेरे देश में 984 छात्रों की आत्महत्या से मृत्यु हो गई। अपने प्रोजेक्ट के साथ मैं आगे बढ़कर समाधान बनाना चाहती थी।’’
मिस वर्ल्ड श्रीलंका अनुदी गुणसेकरा अपनी ‘ब्यूटी विद ए परपज’ परियोजना, सहेली के माध्यम से वर्जनाओं को तोड़ रही हैं और लोगों के जीवन में बदलाव ला रही हैं।
इस वर्ष ‘मिस फिनलैंड’ और ‘मिस मलेशिया’ का प्रतिनिधित्व भी भारतीय मूल की महिलाएं कर रही हैं।
‘मिस फिनलैंड’ सोफिया सिंह वास्तव में अपनी विविधतापूर्ण परवरिश को अपने लचीलेपन का श्रेय देती हैं। मिस वर्ल्ड की आधिकारिक साइट के अनुसार, उनकी व्यक्तिगत यात्रा भी उनकी मां के भारत से फ़िनलैंड प्रवास से बहुत प्रभावित है।
मिस वर्ल्ड वेबसाइट के अनुसार, मलेशिया का प्रतिनिधित्व करने वाली 26 वर्षीय सरूप रोशी एक मनोवैज्ञानिक, मॉडल और यात्रा प्रेमी हैं।
रोशी ने महिलाओं के सशक्तीकरण का जश्न मनाने के लिए इस ‘मदर्स डे’ पर अपनी मां और दादी की एक तस्वीर पोस्ट की, जो उनके भारतीय मूल्यों पर आधारित है।
यह तीसरी बार है जब भारत ‘मिस वर्ल्ड’ प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। पिछले साल यह प्रतियोगिता मुंबई में आयोजित की गई थी। पहली बार 1996 में ऐश्वर्या राय के ‘मिस वर्ल्ड’ का ताज जीतने के दो साल बाद बेंगलुरु में इसका आयोजन किया गया था।
भारत में ताज जीतने वाली 71वीं ‘मिस वर्ल्ड’ क्रिस्टीना पिस्ज़कोवा 31 मई को इस वर्ष की विजेता को ताज पहनाएंगी। (भाषा)