बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 6 मई। शहर में विद्युत सप्लाई के लिए चौक-चौराहे पर लगाए गए ट्रांसफार्मर की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार अफसर लापरवाही बरत रहा है। ट्रांसफार्मर पर लगाए गए स्विच बोर्ड की सुरक्षा को लेकर की गई अनदेखी से लोग कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते है।
शहर में विद्युत सप्लाई के लिए चौक-चौराहों पर लगाए गए ट्रांसफार्मर की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार विभाग लापरवाही बरत रहा है। ट्रांसफार्मर पर लगाए गए स्वीच बोर्ड की सुरक्षा को लेकर की गई अनदेखी से कभी भी लोग दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। जिला अस्पताल, बाजार पारा, कचहरी चौक लोक निर्माण विभाग कार्यालय व अन्य स्थानों पर इस तरह की स्थिति है। जानकारी हो कि जिला मुख्यालय में विभिन्न चौक- चौराहों व गलियों में पर्याप्त सप्लाई के लिए बनाए रखने के लिए विभिन्न क्षमताओं वाला ट्रांसफार्मर लगाया गया है। ट्रांसफार्मर के साथ लगाए गए स्वीच बोर्ड के ढक्कन को बंद करने के लिए उदासीनता बरती जा रही है। स्थिति यह है कि कई स्वीच बोर्ड को खुला छोड़ दिया जाता है। शहर में नया बस स्टैंड, कचहरी चौक, रेस्ट हाउस, चौक मोंहभ_ा, दुर्ग रेाड व रायपुर रोड, पिकरी तालाब के पास इस तरह की स्थिति सामने आई है। पुरान लाइन होने की वजह से कई स्थानों पर ट्रांसफार्मर कम ऊचाई पर जहां पर मवेशी सहज ही पहुंच सकते है या फिर बच्चों के पहुंच मे होने पर भी दुर्धटना का अंदेशा बना रहता है। ऐसे मे खतरनाक स्थिति मे लगाए गए स्वीच बोर्ड के ढक्कन को बंद करना जरूरी होने चुका है।
सीएसईबी जेईई गुलाब साहू ने बताया कि खुले स्विच बोर्ड का निरीक्षण करा कर बंद करवाया जाएगा।लोगों से अपील है कि इस तरह की स्थिति जानकारी दें व स्विच बोर्ड को नुकसान न पहुंचाएं।
तारों के मकड़ जाल के बीच खुला होता है बोर्ड व तारों का झुंड
शहरों की अपेक्षा गांवों में खुले में तार व स्वीच बोर्ड के खुला होना आम बात है। गांवों मे विद्युत विभाग द्वारा इस दिशा में ध्यान देने की दरकार है। गांवों मे लाइनमेन के तौर पर विद्युत खराब होने व खतरनाक स्थिति की निगरानी के लिए कर्मचारी कार्यरत होने के बाद भी सुधार को लेकर जिम्मेदारों द्वारा किए जा रहे बचाव को लेकर किसी प्रकार की कोशिशें सामने नहीं आ रही है परिणामस्वरूप खतरनाक स्थिति कायम है। विभागीय सूत्रों की माने तो स्वीच बोर्ड को कई बार उपभोक्ता ही नुकसान पहुंचा देते हैं। जिसकी वजह से इस तरह की स्थिति बनती है। बहरहाल सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही कभी भी हादसा का कारण बन सकता है। जिसे समय रहते उपाय किया जाना जरूरी हो चुका है।


