मारी गई महिला नक्सली पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 की बताई जा रही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अप्रैल। जिले के अंतराज्यीय सीमा के जंगल में पिछले 72 घण्टों से जारी आर-पार के इस नक्सल अभियान में सुरक्षाबलों ने पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 की 3 महिला वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया है। वहीं महिला नक्सलियों के शव के साथ हथियार व विस्फोटक बरामद किया गया है। मारी गई नक्सलियों की पहचान की जा रही हैं।
बताया गया है कि बीजापुर जिला के दक्षिण पश्चिम सीमावर्ती क्षेत्र के अंतरराज्यीय कर्रेगुट्टा-नडपल्ली के घने जंगलों और दुर्गम पहाडिय़ों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच पिछले 72 घण्टों से ज्यादा समय से चल रही मुठभेड़ में जवानों ने अब तक तीन महिला वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि अब तक का यह सबसे बड़ा ऑपरेशन लांच किया गया है।
यह मुठभेड़ लगातार तीसरे दिन भी जारी है। मुठभेड़ में महिला नक्सलियों के शव के साथ हथियार व विस्फोटक बरामद किया गया हैं। पुलिस का कहना है कि इस मुठभेड़ में और भी नक्सलियों के मारे जाने व घायल होने की सम्भावना है।
हिड़मा और देवा की मौजूदगी की खबर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस पूरे क्षेत्र में कुख्यात नक्सली हिड़मा और देवा की मौजूदगी की आशंका है। हिडमा, जो कई वर्षों से सुरक्षा बलों के लिए सिरदर्द बना हुआ है, इस अभियान का मुख्य टारगेट है। उसकी रणनीति और नेटवर्क को ध्वस्त करना ही ऑपरेशन का उद्देश्य है।
आईईडी से बिछा है मौत का जाल
नक्सलियों ने इलाके में सैकड़ों आईईडी बिछा रखे हैं। बीते हफ्ते एक पर्चे के ज़रिए उन्होंने ग्रामीणों से अपील की थी कि वे इस क्षेत्र में न आएं, क्योंकि जगह-जगह बारूदी सुरंगें और विस्फोटक लगाए गए हैं। अब तक सुरक्षा बलों ने 100 से ज्यादा आईईडी डिफ्यूज कर दिए हैं, लेकिन हर कदम पर खतरा बना हुआ है।
सुरक्षा बलों की ताकत : राज्यों की एकजुटता
इस अभूतपूर्व ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस के डीआरजी, एसटीएफ, तेलंगाना की ग्रे हाउंड्स, महाराष्ट्र की सी-60 कमांडोज़, और सीआरपीएफ और कोबरा के जवान शामिल हैं। लगभग 7 किलोमीटर तक फैले पहाड़ी इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है ताकि नक्सलियों का कोई भी रास्ता बंद किया जा सके।
हेलीकॉप्टर और ड्रोन से निगरानी
सुरक्षा बलों की मदद के लिए आसमान से 4 हेलीकॉप्टर और कई ड्रोन तैनात किए गए हैं, जो न केवल नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, बल्कि जवानों तक रसद, दवाई और हथियारों की सप्लाई भी कर रहे हैं। आसमान में लगातार हेलीकॉप्टरों की आवाजाही से इलाके के लोगों में भय और बेचैनी का माहौल है।
हर पल की निगरानी में गृह मंत्रालय
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा और केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय इस पूरे ऑपरेशन पर पल-पल की नजऱ बनाए हुए हैं। सुरक्षा और रणनीति को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार संवाद जारी है।
नक्सल-मुक्त भारत की ओर एक निर्णायक कदम
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि मार्च 2026 तक भारत को नक्सल मुक्त कर दिया जाएगा। कर्रेगुट्टा-नडपल्ली ऑपरेशन उसी दिशा में एक निर्णायक मोर्चा है। यदि यह ऑपरेशन सफल होता है, तो यह नक्सल आंदोलन को एक गंभीर झटका देगा।
स्थानीय जनता की नजऱें इस ऑपरेशन पर टिकी हैं। गाँव-गाँव में मुठभेड़ की चर्चा है, और लोग अख़बार, मोबाइल और टीवी के ज़रिए हर अपडेट जानने को उत्सुक हैं। आसमान में मंडराते हेलीकॉप्टरों की गूंज इस संघर्ष की गवाही दे रही है।