बेमेतरा

रनिंग वाटर सिस्टम लगाने के सालभर बाद भी डेढ़ करोड़ का भुगतान नहीं
12-May-2023 3:20 PM
रनिंग वाटर सिस्टम लगाने के सालभर बाद भी डेढ़ करोड़ का भुगतान नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 मई।
जिले में जल जीवन मिशन के तहत शासकीय भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र व स्कूलों में रनिंग वाटर सप्लाई सिस्टम लगाने के बाद सरपंचों को भुगतान के लिए एक साल सें भटकना पड़ रहा है। नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम कुरां व धोंबध_ी समेत अनेक के पंचायत प्रतिनिधि फंड जारी कराने के लिए महीनों से चक्कर लगा रहे हैं। जिले में 50 से अधिक पंचायतों का 150 लाख रुपए का भुगतान लंबित है।

कलेक्टर ने पीएचई से मंगवाई जानकारी 
जल जीवन मिशन योजना के तहत जिले के सभी शासकीय स्कूलों में रनिंग वाटर सप्लाई कराया जाना है। योजना के तहत हाईस्कूल, पूर्व माध्यमिक शाला, बालक छात्रवास, कन्या स्कूल, आयुर्वेद अस्पताल, आंगनबाड़ी केन्द्रों में योजना के तहत मुख्यपाइप लाइन से जारी किए कनेक्शन से भवन में 24 घंटे तक सप्लाई मुहैया कराने के लिए पंचायतों को जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के निर्णय द्वारा जारी किए गए प्रशासकीय स्वीकृति के बाद पंचायतों को कार्यादेश जारी किया गया था। जिले के अकेले नवागढ़ ब्लॉक के 65 ग्राम पंचायतों को कुल 131 टेप कनेक्शन लगाने के लिए 34 लाख 45 हजार रुपए का कार्यादेश 2 दिसंबर 2021 को जारी किया गया था। कार्यादेश जारी किए जाने के बाद पंचायतों के द्वारा योजना के क्रियान्वयन के लिए एस्टीमेट तैयार का सक्षम अधिकारी से तकनीकी स्वीकृति जारी कराया गया। इसके बाद सभी पंचायतों को भुगतान कराया जाना था पर एक साल से सिस्टम लगाने के बाद पंचायतों को राशि के लिए भटकना पड़ रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि नवागढ़ ब्लॉक में 10 से 12 पंचायतों को टेप लगाने के बाद करीब 14 लाख से अधिक की राशि पीएचई विभाग से प्राप्त करना है।

नवागढ़ ब्लाक के ग्राम कुरां सरपंच संतोषी बघेल ने जानकारी दी कि उनके पंचायत द्वारा जल जीवन मिशन के तहत शासकीय हायर सेकेंडरी, हाईस्कूल, बालक छात्रावास, शासकीय प्राथमिक स्कूल, शासकीय कन्या स्कूल, आयुर्वेदिक भवन, कातलबोर्ड के शासकीय स्कूल व आंगनबाडी भवन में करीब 1 लाख 75 हजार रुपए खर्च कर आदेश का पालन किया गया है। इसके लिए बाकायदा उनके पंचायत के द्वारा पूर्णता प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत किया गया है। फिर भी अभी तक पंचायतों को लंबित राशि का भुगतान नहीं किया गया है। 

इसी तरह ग्राम धोबध_ी सरंपच तारणी साहू ने जानकारी दी कि पंचायत द्वारा जलजीवन मिशन के तहत शासकीय कार्यालयों में रनिग वाटर का कार्य कराया गया है। इसका भुगतान पंचायत को नहीं हुआ है। जिले के ग्राम पंचायत मल्दा, बेलटुकरी, धुरसेना, परसदा, भदराली, चिचोली, धुरसेना पंचायत में रनिंग वाटर की राशि का भुगतान लंबित है।

इसके लिए संबधित पंचायतों द्वारा पूर्व में भी सक्षम अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत कर राशि भुगतान की मांग की गई थी। पीएचई की ईई आशालता गुप्ता से संपर्क कर विभागीय पक्ष लेने का प्रयास किया गया पर अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया। जिला जल एवं स्वच्छता समिति अध्यक्ष व कलेक्टर पीएस एल्मा ने बताया कि जिले के अनेक पंचायतों की 150 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया जाना लंबित है। इसका ब्यौरा व रिपोर्ट पीएचई विभाग से मंगवाई गई है।

अभी 145 करोड़ की निविदा प्रक्रिया में 
जिले को वर्ष 2021-22 के लिए 85,977 एवं वर्ष 2022-23 के लिए 69,666 कुल 1,55,643 परिवारों को घरेलू नल जल कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें 209 रेट्रोफिटिंग योजना एवं 479 एकल ग्राम योजना से पूर्ण किया जाना बाकी है। जिले में 209 रेट्रोफिटिंग योजना के अंतर्गत 44515 एफएचटीसी एवं 479 एकल ग्राम योजना के अंतर्गत 106829 एफएचटीसी की प्रशासकीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। प्रशासकीय स्वीकृति क वाले योजनाओं में से 209 रेट्रोफिटिंग योजना एवं 479 एकल ग्राम योजना की निविदा हो चुकी है। अभी तक 645 निविदाओं के ग्राम 206 रेट्रोफिटिंग योजना, 324 एकल ग्राम योजना में कुल 1,16,338 एफएचटीसी के लिए राशि  415.72 करोड़ के कार्यादेश जारी किये जाने के बाद शेष निविदा प्रक्रियाधीन है।

कलेक्टर पीएम एल्मा के कहा कि रनिंग वाटर सिस्टम लगाने का करीब 1 करोड़ 50 लाख रुपए लंबित है। इसकी जानकारी विभाग से मंगाई गयी है।
 


अन्य पोस्ट