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सडक़ पर उतरा समाज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 अक्टूबर। साजा तहसील मुख्यालय में आदिवासी समाज ने भारी संख्या में सडक़ पर उतर विधायक पुत्र की गिरफ्तारी की मांग की है। इससे पूर्व आदिवासी समाज प्रमुख द्वारा तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर पर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था।
जानकारी हो कि विगत दिनों विधायक ईश्वर साहू के पुत्र द्वारा एक आदिवासी युवक के साथ की गई मारपीट के विरोध में थाना साजा में रिपोर्ट दर्ज कराया था। जिसमें आरोपी विधायक पुत्र की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में समाज ने एकजुट होकर समाज प्रमुखों के नेतृत्व में रैली निकाल दुर्गा मंच में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में समाज के प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम सहित कई अन्य वरिष्ठ सामाजिक नेता शामिल हुए थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने सभा में कहा कि प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद समाज के लोगों के साथ इस तरह से अत्याचार शोषण हो रहा है और कानून उन्हें संरक्षण दे रहा है, परंतु आदिवासी समाज अब जागरूक समाज हो गया है। हम अब अत्याचार शोषण के विरुद्ध पूरी एक जुटता के साथ लड़ाई लड़ ऐसे लोगों को सबक सिखाएंगे। समाज का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा।
इस दौरान अन्य वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया और आरोपी युवक को जल्द गिरफ्तार करने संबंधी ज्ञापन साजा एसडीएम को सौंपा।
काम से निकाले गए कर्मचारियों ने किया खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 अक्टूबर। सरकारी शराब दुकानों में नियुक्त प्लेसमेंट एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा पानी मिलाकर शराब बेचने का मामला सामने आया है। जब पानी मिलाकर बेचे जाने का मामला उजागर होने के बाद कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, तब मामले का खुलासा काम से निकाले गए कर्मचारियों ने प्रेस वार्ता कर किया है।
2018 से कार्य कर रहे कर्मचारियों को जब 21 सितंबर को बाहर किया गया तो इन कर्मचारियों ने विभाग की कलई खोल दी। शेख गौहर, सतीश बारले,गोलू निषाद, बिष्णु गेंड्रे ने आरोप लगाते बताया कि वे अधिकारियों के कहने पर ही शराब में पानी मिलाया करते थे। जिससे प्रति महीने साठ हजार की मोटी कमाई आबकारी अधिकारी को होती थी।
इन कर्मचारियों का आगे कहना है कि भर्ती के समय तीस हजार की घूस उनके द्वारा दिया गया था। हम लोगों को हटाकर दूसरे की भर्ती में एक लाख तक की घूस बनेगी। अधिकारी या सुपरवाइजर पर कार्रवाई न कर हम पर की जा रही है। कहने के लिए तो राज्य सरकार द्वारा शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 14405 भी जारी किया गया है, किंतु शिकायत पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती। जिनके ऊपर अधिकारियों का हाथ है, उन पर कार्रवाई नहीं होती।
हटाए गए कर्मचारियों का कहना है कि उनसे कोरे कागज पर भी साइन भी करा लिया गया है। उन्हें काम पर वापस रखा जाय अन्यथा वे कोर्ट की शरण लेंगे।
सह आबकारी अधिकारी सुनील खंडूजा का इस संबंध में कहना है कि सुपरवाइजर की अनुपस्थिति में ये कर्मचारी शराब में पानी मिलाते पकड़े गए, इसलिए इन पर कार्रवाई की गई है। जो भी इसमें लिप्त हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 अक्टूबर। सहकारिता विभाग, गृह एवं जेल तथा जिला प्रभारी सचिव डॉ. सीआर प्रसन्ना ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में जिला अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से मुलाकात की और शासन की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
डॉ. प्रसन्ना ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि हर व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिले और इसके लिए विभागों को अपनी कार्यशैली को अधिक पारदर्शिता और जिमेदारी से अपनाना चाहिए।
डॉ. प्रसन्ना ने बैठक में कहा कि अधिकारी योजनाओं का क्रियान्वयन इस तरह करें कि हर लाभार्थी को इसका वास्तविक लाभ मिल सके। योजनाओं की कार्रवाई को जमीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए अधिकारियों को उनकी जिमेदारी समझाते हुए उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुसार काम करना सभी का दायित्व है ।
कलक्टर रणबीर शर्मा ने विभागों की संक्षिप्त जानकारी दी। बैठक में पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत टेकचन्द्र अग्रवाल, एडीएम प्रकाश भारद्वाज, सहित जिले के सभी एसडीएम और जिला अधिकारी उपस्थित थे।
जिला पंचायत की समीक्षा करते हुए कहा कि हर पत्र हितग्राही को प्रधानमंत्री आवास और समय पर किस्त की राशि मिल जाये। क्योंकि देर से मिलने पर संबंधित हितग्राही को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। भूमिहीन श्रमिकों के डाटा की जानकारी अगली बैठक में प्रस्तुत करने कहा। उन्होंने कहा कि भूमिहीन व्यक्ति का नरेगा जब कार्ड होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिले में किसानों की स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए धान के साथ-साथ अन्य व्यवसायिक फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जाए। यहाँ सोयाबीन का भी विकल्प अच्छा है। किसानों को इसका लाभ सुनिश्चित कर खेती के लिए उन्हें प्रेरित करें।
प्रभारी सचिव डॉ.सीआर प्रसन्ना ने धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी केंद्रों और में पक्के चबूतरे हो। जिस केंद्र में नहीं है वहां बनवाये। ड्रेनेज सिस्टम हो। धान बेचने आने वाले किसानों को किसी भी तरीके की दिक्कत या समस्या का सामना ना करना पड़े। उन्होंने बारदाना, उपकरण सामग्री आदि की भी जानकारी ली।
बैठक में उन्होंने विभागीय योजनाओं को व्यवस्थित तरीके से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं की जानकारी जनसामान्य तक पहुँचाना, उनकी सुविधा का ध्यान रखना और पात्र हितग्राहियों को समय पर लाभ पहुँचाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे नियमित रूप से फील्ड विजिट करें और जमीनी हकीकत से जुड़ी चुनौतियों को समझें। सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि जिला अधिकारियों को लाभार्थियों की समस्याओं को व्यक्तिगत रूप से समझकर उनका समाधान करना चाहिए ताकि योजनाओं का असर प्रभावी हो। उन्होंने शत-प्रतिशत स्कूलों बच्चों के जाति प्रमाण पत्र दो माह के भीतर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड और अन्य दस्तावेजों को प्राथमिकता के आधार पर तैयार करने के निर्देश दिए।
डॉ. प्रसन्ना ने कहा कि हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत सरकारी सब्सिडी, पेंशन, छात्रवृत्ति और अन्य लाभकारी योजनाओं में पात्र लोगों को समुचित लाभ पहुंचाने में अधिकारी तत्पर रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 अक्टूबर। तहसील कार्यालय इन दिनों पूरे राज्य में सुर्खियों में है। कलेक्टर के कहने पर लोग धरना भले समाप्त कर रहे हैं पर भ्रष्ट्राचार कम नहीं हो रहा है। ग्राम पंचायत धनगांव का वर्ष 2005 से 2007 एवं 2013 से 2015 सहित कुछ वर्षों का भू राजस्व रिकार्ड तहसील एवं अन्य कार्यालय में नहीं है। तहसीलदार, कलेक्टर कार्यालय ने लिखित में यह जानकारी दी है।
अब इस गांव का एक मामला कोर्ट में पहुंच गया है। रिकार्ड की मांग अभी तक किसान कर रहा था अब कोर्ट मांगेगा। पूरा रिकार्ड साजिश के तहत ही गायब किया गया है, क्योंकि ग्राम पंचायत से उसी वर्ष के रिकार्ड गायब है जिसमें जमीन संबंधी प्रस्ताव है। मजेदार बात यह कि जिस वर्ष का रिकॉर्ड आफिस में नहीं पर उक्त वर्ष में किसानों को सभी दस्तावेज जारी किए गए हैं।
कलेक्टर बेमेतरा के निर्देश पर एसडीएम को जांच का जिमा सौंपा गया है। अब ग्राम पंचायत धनगांव सहित उन ग्रामों की भी जानकारी की तलाशी की जा रही है जहां बड़ा हेराफेरी संभावित है। दीपक तिवारी ने राजस्व मंत्री, राजस्व सचिव, कमिश्नर दुर्ग को पत्र देकर जांच की मांग की हैं। बेमेतरा तहसील का ग्रह दशा लगता है आधा दर्जन के निलंबन से शांत होगा इसके लिए कुछ वक्त लगेगा धीरे-धीरे रिकार्ड उजागर हो रहा है।
कौन सा टारगेट
राम मंदिर जमीन के मामले में दो पटवारी निलंबित होने के बाद अब पूरे जिले की नजर उन अधिकारियों पर है जो इसमें प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं। दो दिन पहले एक पटवारी ने अपने निलंबन को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट में जिरह के दौरान जब जज पीपी साहू ने पूछा कि नायब तहसीलदार के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया, कब कमिश्नर को क्या भेजा गया तो सरकारी वकील ने एसडीएम से जानकारी नहीं आने का हवाला देकर बचाव का असफल प्रयास किया। बेमेतरा में इस तरह के कितने मामले है जिस पर रोशनी बाकी है। झाल में जमीन बिक्री का थोक में प्रमाणीकरण किसने किया। क्यों जांच को दिवाली के दीए का इंतजार कराया जा रहा है। विभाग उन लोगों को झाल से दूर रखे जो पपीता केला खा चुके हैं, यदि ऐसे लोग आए तो जांच प्रभावित होगी।
बेमेतरा में पंजीयन कार्यालय में सरकार द्वारा दिया गया टारगेट पूरा किया जाता है या जिम्मेदार खुद का टारगेट बनाकर काम करते हैं। जब नकल में, स्टाम्प में राम मंदिर का उल्लेख जब जमीन में कोटवारी जमीन का उल्लेख फिर पंजीयन कैसे हुआ, आखिर सरकार का दिशा निर्देश क्या है। कितने भूमि का पंजीयन पूर्व भौतिक सत्यापन किया गया। जांच हो अभी तो एक फसली, सिंचित, असिंचित का अध्याय खुलना बाकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 अक्टूबर। जिले के अलग-अलग गांव में रहने वाले कुम्हार मिटटी के पात्र बनाने के बाद वाजिब दाम नहीं मिलने की वजह से परिवार नहीं चला पा रहे है। कुम्हारों को वोकल फार लोकल का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोकल दीया होने की वजह से एक रूपया में एक नग दिया बिक रहा है। वहीं बंगाल से बनकर आये दीया 5 रूपये नग से बिक रहा है। स्वयं का बनाया हुआ दीया बेचने के बाद भी कुम्हारों के लिए परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।
मेहनत के अनुसार लाभ नहीं मिलने से इस धंधे से दूर हो रही नई पीढ़ी
मिट्टी के दीया बनाने वाले कुंभकारों को उनकी मेहनत के अनुसार नहीं मिल रहा उनके सामानों की कीमत इसके चलते आने वाली पीढ़ी इस हुनर से दूर हो रहे हैं। जिले में सैकड़ों कुम्हार परिवार मिट्टी के सामान बनाकर अपना व्यवसाय कई पीढ़ी से करते आ रहे हैं। वर्तमान में परंपरागत तरीके से काम करने वाले कुम्हारों के लिए इस काम को कर परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।
अंचल के ग्राम झाल, बीजाभाट, दाढ़ी, खंडसरा, थानखम्हरिया, ओटेबंन्द में कई परिवार आज भी मिट्टी के दीया व बर्तन बनाते आ रहे हैं। कुम्हारों के अनुसार जिस तरह से दूसरे रोजगार को आज काम करने का अवसर मिला है उस तरह की स्थिति उनके लिए नहीं बनी है। आज भी उनके सामने केवल सीजन में मिट्टी के पात्र बनाने का काम है। बुजुर्ग बताते हैं कि पहले गांव-गांव में दिया बेचते थे। दीपावली में दीया के लिए लोग पहले से बुक कराते थे पर आज इस तरह की स्थिति नहीं है। हमें आज उनके काम को चाईनीज दीया व बिजली के बल्ब से भी भारी नुकसान हुआ है।
नवीन बाजार में लगती है दुकानें, मांग कम, दाम कम
जिला मुख्यालय के नवीन बाजार में दीपावली त्यौहार के दौरान दिया, नांदी, ग्वालीन व मिट्टी के अन्य सामान बिक रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि चाईना व कलकत्ता से आये बर्तन दीया का दाम लोकल से पांच गुणा अधिक है पर चमक-धमक होने की वजह से उसकी मांग अधिक है। आसपास के कुम्हारो के बनाए हुए सामान की मांग व दाम दोनों कम है। बेचने वाले अशोक सिन्हा ने बताया कि दस रूपया में 8 से 10 नग दीया दे रहे हैं पर लेने वाले नहीं आते है।
कई परिवार संघर्ष कर रहे हैं, बच्चें सीखना नहीं चाहते
कई कुंभकार परिवार आज भी इस परंपरा को जीवित रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, और अपने बच्चों को इस हुनर से जोडऩे का प्रयास कर रहे है। बच्चे भी इस हुनर को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें पर्याप्त सहयोग नहीं मिलने के चलते वह भी निराश है।
गंगूराम चक्रधारी ने बताया कि बच्चे अब मिट्टी से सामान बनाने सीखना नहीं चाह रहे हैं। उषा कुम्हार बताती है पूरा परिवार मिट्टी का समान बनाने का काम करता है पर जिस तरह से आय होना चाहिए उस तरह का आय उनको नहीं मिल पाता है।
मुनाफा कम होने के कारण दीया नहीं लेते
ग्राम ओटेबंद के कुम्हारों ने बताया कि बाजार में लोकल कुम्हारों द्वारा बनाया गया दिया एक रूपया नग से बिकता है और दीगर क्षेत्र का दिया 5 रूपया नग से बिक रहा है। इससे अनुमान लगा सकते है कि लोकल दीया बेचने के लिए दुकानदार कम मुनाफा मिलने की वजह से नहीं लेते है और हम बेचते हैं तो बेचने से परिवार नहीं चला पाते हैं।
इसकी वजह से लोकल दीया बाजार से गायब होते जा रहा है। बाजार में बिकने वाला चाइनीज दीया के अच्छा दिखने की वजह से भी कुम्हारों का बाजार प्रभावित हुआ है। हालात ये हैं कि पर्यावरण को प्रभावित नहीं करने वाले दीए नहीं बिकते है। वहीं पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले चाइनीज दीए कम कीमत पर मिलते हैं जिसे लोग खरीदते हैं। जिसके चलते उनके दीए बिक नहीं पाते और उनकी मेहनत बेकार चली जाती है। दिपक कुंभकार ने बताया आज का युवा पीढ़ी इसी वजह से इस परंपरागत हुनर से दूर हो रहे हैं। वह नहीं चाहते इस हुनर में अपना समय बर्बाद करे। इसके बदले दूसरे कार्य में ध्यान दें जिसे उन्हें आर्थिक फायदा भी हो सके।
जिले में संचालित कार्यालय बंद
कुंभकारों को मिट्टी के दीए बनाने का लागत बढ़ते जा रहा है। दरअसल पांच साल पहले छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से उन्हें माटी कला आयोग की ओर से उन्हें इलेक्ट्रॉनिक चाक दिए गए हैं वो काम का नहीं आ रहा है। अब मिटटी तक खरीद कर लेना पड़ता है । हालात ये है कि मिटटी से बर्तन दीया व मूर्ति बनाने के लिए नदी के किनारे मिट्टी, पैरा, राखड़ बाजार से खरीदना पड़ता है। पहले किसान उन्हें अपने खेतों की मिट्टी ले जाने देते थे। अब नहीं दे रहे हैं। किसान पराली यानी पैरा पहले आसानी से दे देते थे, आज किसान खेतों में ही पैरा( पराली) को जला रहे हैं।
इसके अलावा राख भी मिलना मुश्किल हो रहा है। बैसाखू ने बताया कि लोग अब चूल्हे की बजाय गैस जलाते हैं जिसके चलते कई प्रकार की परेशानियों का सामना कुंभकारों को करना पड़ रहा है और इन सब चीजों को इक_ा करने में खर्च भी ज्यादा आ रहा है। कई साल से कुम्हारों के हित के लिए कोई नई योजना नहीं आई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 अक्टूबर। 5 लाख 20 हजार की लागत से बनने वाले सी सी रोड निर्माण एवं 2लाख 10 हजार की लागत से बनने वाले महामाया रंग मंच निर्माण का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम में उपस्थित सरपंच उर्मिला साहू, प्रतिनिधि कैलाश साहू, उपसरपंच नीतू बंजारे,पंच एवं भाजपा नेता बल्लू साहू, मूलचंद साहू,वेद प्रकाश चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ ग्रामीण नागरिकों ने जिला पंचायत सदस्य का पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया।
जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने भूमिपूजन में आये ग्रामीणों से कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल की सरकार में विकास के काम सायं सायं हो रहे हैं,ये सरकार मिशन की सरकार है,पहले वाले कमीशन के थे। आज भूमिपूजन करके जा रहीं हूँ, गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए,अगर कोई समझौता करने की कोशिश करेगा तो ध्यान रखना ये मोदी, विष्णु और दयाल दास की डबल इंजन की सरकार है। अंजाम बुरा होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा नेता डॉ.सौरभ निर्वाणी ने आये लोगों और युवाओं को विष्णुदेव सरकार के सुशासन की नवीन आयाम का वितरण किया,पंच बल्लू साहू ने जिला पंचायत सदस्य निर्वाणी से ढारा से नवागांव तक के सडक़ को बनवाने के लिए मांगपत्र सौंपा।
प्रधानपाठक चोवराम बंजारे और शिक्षक विष्णु साहू ने अपने मांगपत्र के माध्यम से केवल 2 ही शिक्षकों के भरोसे प्राईमरी स्कूल संचालन का हवाला देते हुए,शिक्षकों की मांग रखी।
मूलचंद साहू ने कहा कि जिस तरह से पांच साल से प्रज्ञा निर्वाणी ने क्षेत्र की सेवा की है, हमारे हर सुख दुख में साथ खड़ी रही हैं। हम सभी चाहते हैं वो हमारे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहें। प्रज्ञा निर्वाणी ने अपने कार्यशैली से जनप्रतिनिधियों की विश्वसनीयता को बहाल किया है। उपस्थित पंचों और सरपंच ने अतिथियों के साथ मिलकर भूमिपूजन के लिए लाए शीलालेख की पूजा कर निर्माण कार्य की शुरुवात की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। जिले के पीएम स्कूलों के विकास और छात्रों के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करने के लिए विकासखण्ड स्रोत केन्द्र, बेमेतरा प्रांगण में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में चार प्रमुख गतिविधियों को शामिल किया गया, जिनमें जिले के 38 होनहार छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल छात्रों की शैक्षणिक क्षमताओं को बढ़ावा देना था, बल्कि उनके मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए एक समग्र मंच प्रदान करना था। आयोजन शिक्षकों और विकासखण्ड स्रोत केन्द्र के सहयोग से किया गया,जिसमें छात्रों ने रचनात्मकता, नेतृत्व और टीम वर्क के महत्व को समझा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो दिये। विद्या वैभव में प्रथम स्थान गीतांजली पीएमशासकीय प्राथमिक शाला घोटवानी, द्वितीय कुमकुम पीएमशासकीय प्राथमिक शाला सरदा, मंथन मंडल में प्रथम आयुष वर्मा पीएमशासकीय प्राथमिक अभ्यास शाला बेमेतरा, द्वितीय कुणाल पीएमशासकीय प्राथमिक शाला सरदा, डिजीटल क्वेस्ट में प्रथम शिवम साहू पीएमशासकीय प्राथमिक शाला अमोरा एवं द्वितीय पूनम साहू अमोरा, डिस्कवर एंड लर्न लोकल साईट्स में प्रथम स्थान दुर्गेश्वरी साहू, पीएमशासकीय प्राथमिक शाला अमोरा एवं द्वितीय धनेश्वर साहू पीएमशासकीय प्राथमिक शाला उघरा रहे। समस्त विजेता एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र तथा शिल्ड से समानित किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी कमल कपूर बंजारे, डाईट प्राचार्य जेके धृतलहरे, बीईओ अरूण कुमार खरे व अन्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। लक्ष्मण प्रसाद वैद्य शासकीय कन्या महाविद्यालय में संयुक्त राष्ट्र स्थापना दिवस राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा मनाया गया। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. विनिता गौतम ने की।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को शांति, सुरक्षा और सहयोग की शपथ दिलाई गई, और उन्होंने एक-दूसरे की कलाई में सफेद रिबन बांधकर शांति स्थापना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान के अति.व्यायाता दीनानाथ सारथी ने संयुक्त राष्ट्र के इतिहास पर बात की। उन्होंने बताया कि इसकी स्थापना 1945 में युद्धों को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए की गई थी। डॉ. विमलेश कुमार ने संगठनों की महत्ता पर प्रकाश डाला, यह बताते हुए कि ये संगठन विश्वभर में शांति और सहयोग को बढ़ावा देते हैं। प्राचार्य डॉ. विनिता गौतम ने कहा कि शांति और स्थिरता के लिए एकजुटता और आपसी सहयोग आवश्यक हैं। महाविद्यालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। मंजगाव के राम मंदिर की जमीन खरीदी बिक्री मामले में 11 वें दिन धरना प्रदर्शन को विराम कर दिया गया। कलेक्टर द्वारा कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल तथा ग्राम वासियों के साथ इस संबंध मे आवश्यक चर्चा के लिए बैठक रखी गई। जिसमें कलेक्टर ने जल्द ही पूरे प्रकरण में कठोर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया गया। इसके पश्चात आज प्रदर्शन को अनिश्चीतकालीन प्रदर्शन को स्थगित किया गया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया की अगर कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस इस मामले में उग्र प्रदर्शन करेगी।
प्रदर्शन में शकुंतला साहू अध्यक्ष नगर पालिका, सुमन गोस्वामी अध्यक्ष शहर कांग्रेस, जोगेंदर छाबड़ा, पार्षद मनोज शर्मा, रश्मि मिश्रा, रेहाना रवानी, राम ठाकुर, जया साहू, प्रशांत तिवारी, रुबी सलूजा, नंद कुमार साहू, भुवन साहू, महेन्द्र साहू, दुर्गा साहू, शत्रुहन साहू, बलवंत साहू, सीताराम यदु, नारायण छाबड़ा उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। उपसंचालक, पशु चिकित्सा सेवायें जिला बेमेतरा डॉ. राजेन्द्र भगत ने जानकारी दी कि पशु संगणना के लिए जिले में कुल 88 प्रगणकों एवं 19 सुपरवाइजरों की ड्यूटी लगाई गई हैं। इनके द्वारा आगामी 02 माह में जिले के पशुओं की 16 प्रजातियों की गणना की जानी है। बेमेतरा जिले के समस्त पशुपालकों से अपील है कि पशु संगणना कार्य पशुओं की उन्नति के लिए योजना बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। अत: समस्त पशुपालक पशु संगणना में सहयोग प्रदान करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। जिले के थाना साजा टाउन में प्रार्थी जितेन्द्र जैन वार्ड नंबर 14 साजा थाना साजा की हार्डवेयर दुकान में अज्ञात चोर द्वारा दुकान में रखे नगदी रकम करीबन 4,75,000 रूपये व 3 मोबाईल चोरी की रिपोर्ट पर थाना साजा में अज्ञात चोरों के विरूद्ध अपराध सदर धारा 305 (क), 331 (4) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को मिलने पर मामले की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए तत्काल एसपी बेमेतरा रामकृष्ण साहू ने उप पुलिस अधीक्षक कौशिल्या साहू एवं थाना साजा प्रभारी निरीक्षक चंद्रदेव वर्मा, थाना परपोड़ी प्रभारी उप निरीक्षक डिग्री लाल सोना एवं अन्य स्टाफ के साथ साजा हार्डवेयर दुकान पहुंचकर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर अज्ञात चोरों की पता तलाश के लिए त्वरित विशेष टीम गठित कर पतासाजी में लगाया गया।
थाना साजा में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक बनवाली राम सोनकर की ड्यूटी 20-21 अक्टूबर को रात्रि चेक गश्त की लगाई गई थी। ड्यूटी के दौरान प्रार्थी जितेन्द्र जैन वार्ड नंबर 14 साजा थाना साजा के हार्डवेयर दुकान में किसी अज्ञात चोरों ने दुकान में रखे नगदी रकम करीबन 4,75,000 रूपये व 03 नग मोबाईल की चोरी की घटना को अंजाम दिया। सउनि सोनकर रात्रि चेक गश्त अधिकारी को कर्तव्य के प्रति गंभीर लापरवाही एवं उदासीनता मानते हुए एसपी रामकृष्ण साहू ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बेमेतरा समेत 7 मामलों में कोर्ट ने दिया था स्टे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने नगरीय निकायों के वार्ड परिसीमन के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दी हैं। खारिज किए याचिका में से एक याचिका बेमेतरा के पूर्व पार्षद द्वारा अपने अधिवक्ता के माध्यम से लगाया था इस फैसले के साथ ही निकाय चुनाव से पहले वार्ड परिसीमन का रास्ता साफ हो गया है।
जानकारी हो कि पूर्व में दायर याचिका पर कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए बेमेतरा नगर पालिका समेत राजनांदगांव व कुहारी और तखतपुर नगरीय निकाय के परिसीमन पर रोक लगा दी थी। जस्टिस पीपी साहू की सिंगल बेंच ने मंगलवार को दिए अंतिम फैसले में याचिकाओं को खारिज कर दिया।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा निकाय चुनाव के पहले कराए जा रहे वार्डों के परिसीमन को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। इस संबंध में अलग-अलग 50 से अधिक याचिकाएं दायर की गईं थीं। इसमें से 7 याचिकाओं पर हाईकोर्ट ने स्टे देते हुए परिसीमन पर रोक लगा दी थी। पिछली सुनवाई में 13 याचिकाओं पर अंतिम सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने बीते मंगलवार को फैसला देते हुए सभी को खारिज कर दिया है।
बेमेतरा नपा को छोडक़र अन्य के निर्वाचक नामवली का प्रारंभिक प्रकाशन
16 अक्टूबर को बेमेतरा नगर पालिका को छोडक़र बेरला, कुसमी, भिभौरी, दाढ़ी, नवागढ़, साजा, थानखम्हरिया, देवकर व परपोड़ी नगर पंचायत का फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का प्रारंभिक प्रकाशन किया गया था। चूंकि न्यायालय द्वारा बेमेतरा नगरपालिका के परिसीमन पर स्टे लगाए जाने की वजह से उक्त प्रक्रिया को इस निकाय में पूर्ण नहीं किया जा सका था। अब आने वाले दिनो में नए परिसीमन के लागू किए जाने के बाद बेमेतरा नगर पालिका के सभी 21 वार्ड के लिए प्रारंभिक प्रकाशन की प्रक्रिया पूर्ण किया जाएगा। इसके बाद दावा आपत्तिया, फिर उनका निराकरण के बाद अंतिम प्रकाशन हो सकेगा। बीते दिनों इस प्रकिया के पूर्व निर्धारित तिथि में परिवर्तन किया गया था। अनुमान लगाया जा रहा है। बेेमेतरा नगर पालिका के लिए एक अलग कार्यक्रम निर्धारित किया जा सकता है।
दीपावली को लग सकता है आचार संहिता
पूर्व निर्वाचन के दौरान बेमेतरा नगर पालिका निर्वाचन दिसंबर माह में हुआ था जिसके लिए अक्टूबर माह में ही आचार सहिता लागू किया गया था। जुलाई माह में स्टे लग जाने की वजह से प्रक्रिया लंबित रहा है। हालांकि जिस तरह से नगरीय निकाय व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए तैयारी की जा रही है उसे देखते हुए दीपावली त्यौहार के बाद ही आचार सहिता लगने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सभी 21 वार्ड का किया गया है परिसीमन, शहर की आबादी 28536
बताना होगा कि बेमेतरा नगर पालिका में 21 वार्ड है । जुलाई माह तक निर्धारित समय में हुए प्रक्रिया के दौरान सभी 21 वार्ड को परिसीमन किया गया था। बेमेतरा नगर पालिका के 21 वार्ड में जनगणना 2011 के अनुसार 28536 है जिसमें 2398 अनसूचित जाति और 884 अनसूचित जनजाति के है। परिसीमन में प्रभावित वार्ड के लिए दावा आपत्ति मांगाये जाने के बाद निराकरण की प्रकिया पूर्ण कर ली गई है।
इस आधार पर दी गई थी चुनौती
परिसीमन के खिलाफ दायर याचिकाओं में याचिकाकर्ताओं का कहना था कि राज्य सरकार ने प्रदेश भर के निकायों के वार्ड परिसीमन के लिए जो आदेश जारी किया है, उसमें वर्ष 2011 की जनगणना को आधार माना गया है। राज्य सरकार ने अपने सर्कुलर में भी परिसीमन के लिए अंतिम जनगणना को आधार माना है।
याचिका में कहा गया कि राज्य सरकार ने इसके पहले वर्ष 2014 और 2019 में भी वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन किया जा चुका है। जब आधार एक ही है तो इस बार परिसीमन क्यों कराया जा रहा है। बेमेतरा नगर पालिका के परिसिमन को लेकर पूर्व पार्षद सुमन गोस्वामी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम के याचिका दायर की थी।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी कोमल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रकाशित खबरों से जानकारी मिली है की बेमेतरा नगर पालिका के लिए लगाया गया स्टे हटा दिया गया है। बेमेतरा नहर पालिका के परिसीमन सम्बंधि जानकारी देने के लिए एसडीएम बेमेतरा ने मना किया है। चूंकि गजट प्रकाशन होना है,जिससे लोगों को इसकी जानकारी हो जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 अक्टूबर। जिले के ग्राम पंचायतों में कार्य के लिए आने-वाले लोगों को अक्सर ग्राम पंचायत सचिव से मिलने के कारण कठिनाई होती है, क्योंकि सचिव अन्य कार्यों में व्यस्त रहते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए जिले में एक नया निर्देश लागू किया गया है। अब सभी ग्राम पंचायत सचिवों को प्रत्येक सोमवार को अपने मूल प्रभार वाले ग्राम पंचायत कार्यालय में कार्यालयीन अवधि के दौरान उपस्थित रहना अनिवार्य कर दिया गया है।
बता दें कि जो सचिव अतिरिक्त प्रभार वाले ग्राम पंचायतों का कार्यभार संभालते हैं, उन्हें हर मंगलवार को कार्यालय में उपस्थित रहना होगा। यदि किसी अपरिहार्य कारण से सचिव को मुख्यालय छोडऩा पड़े तो इसके लिए उन्हें मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत को सूचित करना होगा और इसकी जानकारी ग्राम पंचायत कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर एक दिन पहले ही प्रदर्शित करनी होगी।
सीईओ टेकचन्द्र अग्रवाल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। यदि निरीक्षण के दौरान सोमवार या मंगलवार को ग्राम पंचायत सचिव अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस नियम से लोगों को समय पर सेवाएं मिलने की उम्मीद है, जिससे पंचायत कार्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी जिला का सक्रिय सदस्यता अभियान प्रारंभ हो गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा एवं सक्रिय सदस्यता जिला संयोजक राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि प्रत्येक मंडल में लगभग 200 कार्यकर्ताओं को सक्रिय सदस्य बनाना है जिसने अपने रेफर कोड से 100 सदस्य बनाए है उनको प्राथमिकता दी जाएगी। 100 रुपए मोबाइल से ऑनलाइन पेड करना है मोबाइल में उस नंबर को डाला जाएगा, जिस नम्बर से कार्यकर्ता भाजपा का सदस्य बना है उसके बाद ओटीपी आएगा तब सक्रिय सदस्यता पूर्ण होगी और 400 रु दीपकमल के लिए लिए जाएंगे।
राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि मारो मंडल में सक्रिय सदस्यता का शुभारंभ खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल 27 अक्टूबर को कुरा में करेंगे। थानखमरिया मंडल में जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी 24 अक्टूबर को थानखमरिया में शुभारंभ करेंगे। विधायक दीपेश साहू बेमेतरा शहर मंडल में 24 अक्टूबर को गांधी भवन में सक्रिय सदस्यता का शुभारंभ करेंगे।
साजा मंडल में विधायक ईश्वर साहू शुभारंभ करेंगे 25 अक्टूबर को ,बेमेतरा ग्रामीण मंडल में पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा गांधी भवन बेमेतरा में 25 अक्टूबर को और बेरला मंडल में पूर्व विधायक अवधेश चंदेल 24 अक्टूबर को बेरला में शुभारंभ करेंगे। जिला सह संयोजक राजा साहू, बल्लू राजपूत ने बताया कि इसके लिए मंडल वार संयोजक सह संयोजक नियुक्त कर दिए गए है। खंडसरा मंडल में संयोजक राजेश जैन सह संयोजक हेमेंद्र वैष्णव बेमेतरा शहर में संयोजक विजय सिन्हा ,सह संयोजक निशा चौबे तारण राजपूत रेवा राम निषाद, नवागढ़ मंडल में संयोजक बल्लू वर्मा सह संयोजक सागर साहू, मारो मंडल में संयोजक मनीष जायसवाल सह संयोजक इन्द कुमार राजपूत बेमेतरा ग्रामीण मंडल में संयोजक प्रबल ठाकुर सह संयोजक डेरहा देवांगन, गजानंद साहू, बेरला मंडल में संयोजक संजीव तिवारी सह संयोजक हेमलाल देवांगन, डोमेंद्र राजपूत, भीमोरी मंडल में पोषण वर्मा संयोजक सह संयोजक डॉ उत्तम देवांगन सह संयोजक त्रिलोचन वर्मा, साजा मंडल में संयोजक दाऊ राम साहू सह संयोजक नेतराम साहू,थानखमरिया मंडल में संयोजक जगदीश वैष्णव सह संयोजक आदर्श जोशी परपौड़ी मंडल संयोजक अजय अग्रवाल सह संयोजक चंदू शर्मा होंगे। जिला महामंत्री नरेन्द्र वर्मा, टार्जन साहू एवं मंडल अध्यक्ष महामंत्री अपने अपने मंडल इस अभियान की निगरानी करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 अक्टूबर। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने त्यौहारी सीजन में अमानक मिठाई एवं खाद्य पदार्थों की बिक्री पर नजर रखने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए। निर्देशों के परिपालन में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा बेमेतरा के अंतर्गत, मिठाई दुकान, होटल, बेकरी शॉप, खाद्य निर्माता फर्म इत्यादि खाद्य प्रतिष्ठानों का लगातार निरीक्षण एवं सैंपलिंग की कार्रवाई की जा रही है।
जिले में चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा विभिन्न खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच के लिए कुल 67 नमूनों की जांच की गई, जिसमें 8 अमानक व 59 मानक पाए गए। अमानक खाद्य पदार्थ को मौके पर नष्ट कराया गया। बॉबी स्वीट्स, लक्की होटल, सरस्वती स्वीट्स, मुरारी रेस्टोरेंट, जोधपुर स्वीट्स, मधुबन स्वीट्स, माहेश्वरी फूड्स इत्यादि से कलाकंद, मिल्क केक, मथुरा पेड़ा, बालूशाही, काजू कतली, मलाई चमचम, मसूर पाक, खोवा बर्फी तथा डेयरी फर्म जैसे कृष्णा डेयरी नवागढ़ से दही और पनीर का नमूना संकलित किया गया। अनियमिमता पाए जाने पर नोटिस दिया गया। झरना डेयरी से दूध, पनीर, दही इत्यादि का नमूना संकलित किया गया तथा अमानक पाए गए सामग्री को नष्ट किया गया। इसी प्रकार कोल्डड्रिंक एक्सपायर्ड पाए जाने पर मौके पर नष्टीकरण करवाकर भविष्य में ऐसे किसी भी खाद्य पदार्थ का भंडारण व विक्रय नहीं करने निर्देशित किया गया।
नागरिक संतोष कुमार ने बताया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग साल में केवल त्यौहार सीजन में जांच करने के लिए निकलता है। सीजन को छोडक़र अन्य दिनों में जांच की कार्रवाई सामने नहीं आती। इसके कारण जिले में अमानक खाद्य पदार्थों की बिक्री होने की शिकायत मिलती है। शिकायत करने जाने पर वहां पर अधिकारी मौजूद नहीं रहते न उपस्थित स्टाफ आवेदन लेते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 अक्टूबर। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे द्वारा जिले के प्राचार्यों की एक अति आवश्यक बैठक रखी गई थी। उक्त बैठक में जिले के कलेक्टर रणबीर शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने मुख्य रूप से विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने, सीखने के प्रतिफल को प्राप्त करने तथा उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम प्राप्त करने के लिए संपूर्ण प्रयास करने की बात कही। साथ ही सभी बच्चों के जाति, आय एवं निवास प्रमाण पत्र के निर्माण तथा शासन की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना अपार आईडी निर्माण करने के कार्य को प्राथमिकता के साथ करने पर विशेष जोर दिया। साथ ही सभी उपस्थित अधिकारियों एवं प्राचार्यो को निर्देशित भी किया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ कमल कपूर बंजारे ने बैठक के लिए निर्धारित विभिन्न एजेंडो पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने प्रत्येक विद्यालयों के प्राचार्य से एक-एक कर त्रैमासिक परीक्षा के परिणामों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की। तथा परिणाम में अपेक्षित सुधार के लिए विस्तृत दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने जाति, निवास प्रमाण पत्र निर्माण, अपार आईडी निर्माण, व्यवसायिक परीक्षा की क्रियान्वयन, परख सर्वे की तैयारी, पाठ्यपुस्तकों का वितरण एवं संधारण, छात्रवृत्ति सहित विभिन्न शुल्कों के अंशदान, शाला विकास समिति का गठन, सेवा निवृत्त कर्मचारियों की जानकारी जैसे बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा कर जानकारी ली।
इस महत्वपूर्ण बैठक में सहायक संचालक एस पी कोशले ने 30 सितंबर 2024 की स्थिति में संस्था की सांख्यिकी जानकारी तथा विभिन्न शैक्षणिक क्रियाकलापों पर चर्चा की। जिला मिशन समन्वयक डीएमसी नरेंद्र वर्मा ने समग्र शिक्षा की विभिन्न बिंदुओं पर अपनी बात कही। सहायक जिला परियोजना अधिकारी सुनील झा ने समग्र शिक्षा के अंतर्गत व्यवसायिक शिक्षा संचालित नवीन विद्यालयों में विभिन्न ट्रेड को प्रारंभ करने तथा उसकी अध्ययन व्यवस्था हेतु विस्तृत दिशा निर्देश प्रदान किये।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज, अंकिता गर्ग सहित चारों विकास खंड के विकासखंड शिक्षा अधिकारी बेमेतरा से अरुण खरे, नवागढ़ से लोकनाथ बांधे, साजा से निलेश चंद्रवंशी और बेरला से जय प्रकाश करमाकर, चारों विकास खंड स्त्रोत समन्वयक बेरला से खोम लाल साहू, साजा से बी डी बघेल, बेमेतरा से राजेंद्र साहू, नवागढ़ से जगजीवन साहू, जिले के समस्त हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्य तथा प्रोग्रामर नेहिल वर्मा सहित कार्यालय प्रभारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 अक्टूबर। समग्र शिक्षा के अंतर्गत समावेशी शिक्षा पर आधारित तीन दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता निर्माण उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन बुधवार से प्रारंभ हुआ।
प्रशिक्षण का उद्देश्य कक्षा पहली से आठवीं तक के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की समस्याओं को समझना तथा उनकी शिक्षा में आ रही बाधाओं को दूर करना है। इसके साथ ही शिक्षकों और प्रशासकों को एक संवेदनशील एवं सृजनात्मक वातावरण तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। विकासखंड स्रोत केन्द्र कार्यालय भवन में किया गया, जिसमें जिले के चारों विकासखंडों से शासकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शालाओं के प्रधान पाठकों ने हिस्सा लिया। पहले दिन 62 प्रतिभागी प्रधान पाठकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का संचालन मास्टर ट्रेनर बीआरपी समावेशी शिक्षकों द्वारा किया गया। मास्टर ट्रेनर्स के रूप में रेणुका चौबे, रजनी देवांगन, सरिता सतनामी एवं चंद्रकांत वर्मा ने भाग लिया और प्रतिभागियों को आवश्यक जानकारी एवं प्रशिक्षण प्रदान किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 अक्टूबर। जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में दीपावली के दौरान पटाखा बेचने के लिए पुराने 300 लायसेंस नवीनीकरण कर जारी किए गए हैं। इस बार जिले में नए लायसेंस के लिए प्रस्तुत किए गए 10 आवेदनों में से 3 आवेदन जारी किए गए हैं। बचत आवेदन प्रक्रिया में हैं। जिला मुख्यालय में धनतेरस के सप्ताह भर पूर्व अस्थायी पटाखा दुकान संचालन के लिए स्थल चयन नहीं हो पाया है। जिला मुख्यालय में 55 से अधिक अस्थाई लायसेंस धारी हैं, जिनको पटाखा बेचने के लिए बाजार लगाए जाने का इंतजार है। जिला प्रशासन द्वारा पटाखा फोडऩे के लिए दो घंटे का समय निर्धारित करते हुए दिशा-निर्देश जारी किया गया है।
इस संबंध में लायसेंस शाखा प्रभारी संयुक्त कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज ने बताया कि लायसेेंस शाखा द्वारा पुराने सभी लायसेंस का नवीनीकरण करने के बाद लायसेंस जारी किया गया है। जिले में करीब 300 लायसेंस पटाखा विक्रेता हैं। वहीं कुछ आवेदन प्रक्रिया में हैं।
जानकारी हो कि आने वाले सप्ताह के बुधवार को धनतेरस त्यौहार मानाया जाना है। जिले के सभी थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में अस्थायी पटाखा दुकान के लिए लायसेंस जारी किया गया है, जिसके बाद पंचायत व निकाय को दुकान संचालन के लिए स्थल चयन की प्रक्रिया को पुर्ण करना होगा। इसी तरह जिला मुख्यालय में 55 से अधिक अस्थायी लायसेंस जारी किए गए हैं, जिन्हें नगर पालिका बेमेतरा द्वारा निर्धारित स्थल पर ही पटाखा बेचना होगा। लायसेंस जारी किए जाने के बाद अब विक्रेताओं को स्थल चयन होने का इंतजार है। बताना होगा कि पूर्व सीजन के दौरान बेसिक स्कूल मैदान में अस्थाई पटाखा बाजार संचालित किया गया था। उससे पूर्व मंडी मैदान में पटाखा बाजार लगाया जा रहा है। दो साल में दो बार स्थान बदला जा चुका है।
दुकानों के निर्माण के लिए तय किए मापदंड
पटाखा दुकान किसी भी ज्वलनशील पदार्थ जैसे कपड़ा, बांस रस्सी, टेंट इत्यादि का न होकर, अज्वलनशील सामग्री से बने टिन शेड द्वारा निर्मित होना चाहिए। पटाखा दुकान एक दूसरे से कम से कम तीन मीटर की दूरी (साइड) पर एवं एक दूसरे के सामने न बनाई जाए। पटाखा दुकानों में प्रकाश व्यवस्था के लिए किसी भी प्रकार के तेल का लैंप, गैस लैप एवं खुली बिजली बत्ती का प्रयोग प्रतिबंधित होना चाहिए। किसी भी पटाखा दुकान से 50 मीटर के अंदर आतिशबाजी प्रदर्शन प्रतिबंधित होनी चाहिए। विद्युत तारों में ज्वाइंट खुला नहीं होना चाहिए एवं प्रत्येक मास्टर स्विच में यूज या सर्किट ब्रेकर लगा होना चाहिए, जिससे शार्ट सर्किट की स्थिति में विद्युत प्रवाह स्वत: बंद हो जाए।
हाई पॉवर लाइन के आसपास न हो दुकानें
पटाखा दुकान ट्रांसफॉर्मर के पास न हो और उनके ऊपर से हाई टेंशन पावर लाइन न गुजरती हो। प्रत्येक पटाखा दुकान में 5 किग्रा क्षमता का डीसीपी अग्निशामक यंत्र होना चाहिए। इसकी मारक क्षमता 6 फीट की होती है। दुकानों के सामने कुछ अंतराल में 200 लीटर क्षमता के ड्रम की व्यवस्था बाल्टियों के साथ होनी चाहिए। पटाखा दुकानों के सामने बाइक व कार की पार्किंग प्रतिबंधित होनी चाहिए। अग्निशमन विभाग एवं एबुलेंस का फोन नंबर, दुकान परिसर में लगाया जाए। अग्निशमन वाहन के लिए जगह हो।
ग्रीन पटाखा का ही उपयोग हो सकेगा
जिले में केवल हरित पटाखों का उपयोग एवं विक्रय हो सकेगा। साथ ही दीपावली, छठ, गुरू पर्व, नया वर्ष क्रिसमस पर पटाखों को फोडऩे के लिए दो घंटे की अवधि निर्धारित की गई है। उच्चतम न्यायालय तथा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मार्गदर्शिका के मुताबिक पटाखों के उपयोग के संबंध में निर्देशों का कड़ाई से पालन करने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया है।
ऑनलाइन पटाखा नहीं मांगा सकते
पटाखों में लिथियम, आर्सेनिक, एंटिमनी, लेड एवं मर्करी का उपयोग किया जाता है। ऑनलाइन अर्थात ई-व्यापारिक वेबसाइटों जैसे फ्लिपकार्ट, अमेजान आदि से पटाखों की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। निर्देशों के कड़ाई से पालन के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए हैं।
दो घंटे का समय मिला है
दीपावली, छठ पूजा, गुरु पर्व, नया वर्ष, क्रिसमस के मौके पर दो घंटे की अवधि पटाखे फोडऩे के लिए निर्धारित की गई है। दीपावली के लिए रात्रि 8 से 10 बजे तक, छठ पूजा के लिए सुबह 6 से 8 बजे तक, गुरु पर्व के लिए रात 8 से 10 बजे तक निर्धारित किया गया है। क्रिसमस व नया वर्ष के लिए रात्रि 11 बजकर 55 मिनट से रात्रि 12 बजकर 30 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। उच्चतम न्यायालय द्वारा 23 नवंबर 2018 को पारित आदेश के मुताबिक पटाखों के उपयोग के संबंध में कुछ अन्य निर्देश भी दिए गए हैं। इनमें कम प्रदूषण उत्पन्न करने वाले इप्रूव्ड एवं हरित पटाखों की बिक्री केवल लाइसेंस्ड ट्रेडर द्वारा किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही केवल उन्हीं पटाखों को उपयोग के लिए बाजार में बेचा जा सकेगा, जिनसे उत्पन्न ध्वनि का स्तर निर्धारित सीमा के भीतर हो। सीरीज पटाखे अथवा लडिय़ों की बिक्री, उपयोग एवं निर्माण प्रतिबंधित किया गया है। पटाखों के ऐसे निर्माताओं का लाइसेंस भी रद्द करने के निर्देश दिए गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। सीईओ जिला पंचायत टेकचंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक हुई। उन्होंने चावल जमा, अपर में बच्चों की इंट्री, स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण-पत्र आदि प्रगति के साथ ही आगामी माह खरीफ वर्ष में धान खरीदी की तैयारियों की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी 14 नवबर से शुरू होगी, जो 31 जनवरी 2025 तक की जाएगी। खरीदी सोमवार से शुक्रवार तक की जाएगी। यह पूरी तरह बायोमेट्रिक होगी।
टेकचंद्र अग्रवाल ने कहा कि अभी हाल ही में जल शक्ति अभियान की जमीनी हकीकत देखने दिल्ली से अधिकारी आए थे।
उन्होंने सभी कार्यालयों ग्राम पंचायत कार्यालय, नगरपालिका सहित सभी शासकीय निर्माण में गुणवत्तापूर्ण हार्वेस्टिंग सिस्टम जरूर बनाने के निर्देश दिए। पंचायत के सामुदायिक केंद्रों में भी बनाएं ताकि जल संवर्धन एवं वॉटर लेवल बढ़े। जिला सूचना अधिकारी ने पीवी एप द्वारा धान फसल गिरदावरी के भौतिक सत्यापन की विधि बताई। इससे सरकारी योजनाओं या लाभों के लिए सही आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे।
इस अवसर पर एडीएम प्रकाश भारद्वाज, संयुक्त कलेक्टर अंकिता गर्ग आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। एलॅन्स पब्लिक स्कूल, बेमेतरा के 14 छात्रों की एक टीम ने अपने कौशल और प्रतिस्पर्धी भावना का प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट में सक्रिय रूप से भाग लिया। ज्ञात हो कि शतरंज प्रतियोगिता में एलॅन्स पब्लिक स्कूल की कक्षा 8वीं की छात्रा अदिति चांडक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि कक्षा 6 की छात्रा पीहू परगनिया ने इसी वर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
टूर्नामेंट ने युवा एथलीटों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और खेल कौशल को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान किया। स्कूल प्रबंधन एवं एलॅन्स पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य ने विजेताओं एवं प्रतिभागियों की लगन एवं मेहनत की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।
इस तरह के आयोजन शिक्षा में खेल के महत्व, छात्रों के बीच टीम वर्क, रणनीतिक सोच और शारीरिक कल्याण को बढ़ावा देने पर प्रकाश डालते हैं। यह टूर्नामेंट युवा एथलीटों के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने, खेल भावना और टीम वर्क को बढ़ावा देने का एक मंच था। एलॅन्स पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल नीतू सिंह ने विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई दी, उनके समर्पण की सराहना की और दूसरों को खेल के माध्यम से प्रेरित रहने के लिए प्रोत्साहित किया। एमपॉवर द्वारा आयोजित दो दिवसीय खेल टूर्नामेंट 19 और 20 अक्टूबर को जेपी इंटरनेशनल स्कूल, कांकेर में धूमधाम से संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में टेबल टेनिस, शतरंज और बैडमिंटन में प्रतियोगिताएं हुईं, जिसमें क्षेत्र के आठ स्कूलों ने भाग लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। सुगम एप लॉन्च के विरोध में जिले के सब रजिस्ट्रार ऑफिस के दस्तावेज लेखक व वेंडर हड़ताल पर चल रहे हैं। हड़ताल की वजह से जिला के बेमेतरा, साज व बेरला नवागढ़ उपपंजीयक कार्यालय का कामकाज पूरी तरफ ठप हो गया है।
आमतौर पर जिले में प्रतिदिन 40 से 50 रजिस्ट्री होती है पर हड़ताल की वजह से 48 घंटे में एक भी रजिस्ट्री नहीं हो पाई। जिला दस्तावेज लेखक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि हमें लायसेंस दिया गया है। उनके हित को दरकिनार करते हुए सुगम एप लॉन्च कर दिया गया है, जिससे जिले के कई परिवार का रोजगार बंद हो जाएगा।
जिला मुख्यालय के साथ-साथ साजा, बेरला व नवागढ़ उपपंजीयक कार्यालय के दस्तावेज लेखक व स्टाप विक्रेता अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। जिले में 36 दस्तावेज लेखक हैं, जिसमे बेमेतरा में 13, बेरला 9, साजा 9 व नवागढ़ में 5 हैं। इसीतरह जिले में 52 स्टाप वेंडर हैं, जिसमें बेमेतरा 20, बेरला 7, साजा 17, नवागढ़ 5 और नांदघाट में 3 स्टाप वेंडर समेत 52 वेंडर हैं। संगठन के अनुसार सुगम एप से हम सबकी अजीविका समाप्त होगी, जिसे देखते हुए एप के विरोध में हड़ताल पर चले गए हैं। इस एप के आने से दस्तावेज लेखक व स्टाप वेेंडरो को बेरोजगार होने का अंदेशा है।
एप में है कई खामियां, रोजगार का संकट
संगठन के सुरेश तिवारी, प्रफु ल्लचंद तिवारी, दत्तसिह बैस, महेश तिवारी, दानीराम साहू, गौरव तिवारी, अषोक शर्मा, सिद्धांत तिवारी, उमेश तिवारी, कोमल सोनी, प्रकाश ठाकुर, प्रियांका मानिकपुरी व मनीष साहू ने बताया कि इस काम को करते-करते कई दस्तावेज लेखक व स्टाप वेंडर उम्रदराज हो चुके हैं। एप की वजह से उनके सामने रोजगार का संकट नजर आ रहा है, जिससे हम सभी परेशान चल रहे हैं। मांग को ध्यान में रखते हुए सुगम एप को निरस्त किया जाना चाहिए। आने वाले समय में लायसेंस जारी करने के बाद उनके जीवकोपार्जन के जरियो को समाप्त करने के लिए तैयार किए गए एप के विरोध में न्यायालय की शरण ली जाएगी।
मोबाइल बेस्ड एप्लीकेशन है ‘सुगम’
इस एप्लीकेशन में कोई भी व्यक्ति अपनी रजिस्ट्रीकृत दस्तावेज के संपत्ति स्थल पर जाकर स्थल की 3 साइड से फोटो तथा अक्षांश व देशांतर भौगोलिक स्थिति को रजिस्ट्री सॉटवेयर में प्रविष्ट कर सकता है। इससे संपत्ति संबंधी धोखाधड़ी व कर अपवंचन को रोकने में सार्थक मदद मिलने का दावा किया जा रहा है। पंजीयन विभाग के सर्च और नकल मॉड्यूल को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया जाएगा। कोई भी व्यक्ति ऑफिस में आए बिना निर्धारित शुल्क ऑनलाइन जमा कर पुराने दस्तावेजों को सर्च करने के साथ उसकी कॉपी ऑनलाइन डाउनलोड कर सकेगा।
सर्विस प्रोवाइडर आईडी देने की मांग की जा रही
उपपंजीयक कार्यालय के स्टाप वेंडर रमेशचंद्र डेहरे, रमेश तिवारी, बीडी मानिकपुरी, नीलेश साहू ने बताया कि पहले ही उनकेद्वारा सर्विस प्रोवाइडर आईडी देने की मांग की जा रही है। इसके लिए रजिस्ट्री का सभी दस्तावेज केवल लायसेंसधारी व आई कार्डधारी से कराने के अनिवार्य करने के साथ-साथ कुल 8 मांग को कई साल से महानिरीक्षक के समक्ष प्रदेशस्तर पर रखते आ रहे हैं, जिसे आज तक पूरा नहीं किया गया है।
अब एप लॉन्च कर उनके सामने एक और समस्या खडॉी कर दी गई है। जानकारी हो कि जिले के चार सब रजिस्टार कार्यालय में प्रतिदिन 40 से 50 दस्तावेज का पंजीयन होता है, जिससे शासन को लाखों का राजस्व प्राप्त होता है। हड़ताल की वजह से 48 घंटे के दौरान एक भी जमीन रजिस्ट्री नहीं हुई है।
आईटी सॉल्यूशन लॉन्च किया गया था पहले
सरकार ने पहले पंजीयन विभाग में आइटी सॉल्यूशन लॉन्च किया फिर एनजीडीआरएस लॉन्च किया, जिसमें दस्तावेज लेखक और स्टाप वेंडर सरकार की नीतियों के अनुसार अब तक कार्य करते रहे। सरकार अब पुन: एक नई प्रक्रिया सुगम एप लॉन्च कर रही है। सरकार ने यह एप बिना किसी प्रशिक्षण के लाया है, जिसमें रजिस्ट्री कराने वाले सभी पक्षकारों को असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा। साथ ही किसानों के साथ धोखाधड़ी का भी अंदेशा है। एप में एक दिन में एक व्यक्ति की रजिस्ट्री संभव नहीं है।
बिना गवाही के जमीन की रजिस्ट्री होने पर होगा फर्जीवाड़ा
गवाही नहीं ली जाएगी एप में, एप में पेपरलेस, कैशलेश और फेसलेस शामिल किया गया है। जबकि छोटे से शपथ पत्र बनवाने के लिए गवाही लगती है। एप में बिना गवाही के होगा। ऐसे में फर्जीवाड़ा की आशंका है। रजिस्ट्री की रसीद पहले 1 प्रतिशत कटती थी। अब वर्तमान सरकार के आने के बाद 4 प्रतिशत कट रहा है।
जिला पंजीयक संतलाल नेताम ने कहा कि सुगम ऐप लॉन्च किया गया है, जिसका प्रदेशब्यापी विरोध दस्तावेज लेखक व स्टैम्प विक्रेताओं द्वारा किया जा रहा हैं। जिले में दो दिनों में एक भी पंजीयन नहीं हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। साजा में सडक़ किनारे संचालित जैन स्टोर्स में महिलाओं की ड्रेस पहनकर चोरी करने वालों आरोपियों की तलाश में मंगलवार को भी पुलिस जुटी रही। आरोपियों ने सोमवार की रात लगभग 5 लाख नकद व मोबाइल चोरी कर ली थी।
वारदात को अंजाम देने के बाद सीसीटीवी कैमरा के सामने आरोपियों ने डांस किया था। चोरों की हरकतों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्होंने वारदात को बैखौफ होकर अंजाम देने के बाद लाखों की रकम हाथ लगते ही कैमरे के सामने खुशी मनाई होगी। थाना प्रभारी चंद्रदेव वर्मा ने बताया कि पुलिस द्वारा अलग-अलग टीम का गठन किया गया है। आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। पुलिस संदेहियों से भी पूछताछ कर रही है।
पहली बार नजर आए सलवार कुर्ता वाले पुरूष चोर
फुटेज में चोर महिलाओं के कपड़े पहनकर रात में घूमते हुए दुकान का शटर तोडऩे के बाद जिस तरह से दुपट्टे से सिर व चेहरे को बचाते हुए नजर आ रहे हैं। इस तरह की हरकत को देखते हुए आरोपियों के शातिर होने की बात कही जा रही है। वीडियो फुटेज सोशल मीडिया में वायरल होने लगा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। जिला मुख्यालय में अधिवक्ताओं और पक्षकारों को बेहतर सुविधा और न्याय प्रणाली में तेजी लाने के लिए मंगलवार को मुख्य न्यायाधिपति उच्च न्यायालय बिलासपुर रमेश कुमार सिन्हा ने नवीन परिवार भवन का वर्चुअली भूमिपूजन व शिलान्यास किया। उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति नरेंद्र कुमार व्यास भी शामिल हुए। उनकी अनुमति से प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बृजेंद्र शास्त्री और न्यायाधीश कुटुब न्यायालय नीलिमा सिंह बघेल ने भूमिपूजन एवं शिलालेख का अनावरण किया।
ये नवीन परिवार न्यायालय भवन कलेक्ट्रेट के पास निर्मित होगा। नया भवन 2.63 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा। मुख्य न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने वर्चुअली कहा कि इस भवन में सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी, जिससे यहां आने वाले पक्षकारों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। आप सभी को जितनी अच्छी सुविधा मिलेगी उतने बेहतर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग से आशा की कि तय समय-सीमा 15 माह में भवन का निर्माण पूरा कर लेंगे।
इस अवसर पर रामकृष्ण साहू, प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश देवेंद्र कुमार, सीईओ जिला पंचायत टेकचन्द्र अग्रवाल, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ प्रणिश चौबे आदि उपस्थित थे।
कोर्ट रूम, लाइब्रेरी, अधिवक्ता कक्ष सहित कई सुविधाएं
नवीन परिवार न्यायालय भवन में कोर्ट रूम, मीटिंग रूम, लाइब्रेरी, काउंसलिंग, किलकारी, अधिवक्ता कक्ष, रिकॉर्ड रूम, महिला वेटिंग रूम सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम सहित अन्य सुविधाएं होंगी। मेडिटेशन रूम का भी निर्माण किया जाएगा। आभार न्यायाधीश कुटुब न्यायालय नीलिमा सिंह बघेल ने किया। संचालन मुख्य न्याय दंडाधिकारी उमेश उपाध्याय ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिका निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्यक्रम में संशोधन करते हुए दावा आपत्ति प्राप्त करने की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर में 01 सप्ताह की वृद्धि करते हुये अंतिम तिथि 30 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक कर दी गई है।
प्रेक्षक प्रेम कुमार पटेल द्वारा नगर पंचायत थानखम्हरिया एवं दाढ़ी में दावा आपत्ति केन्द्रों का निरीक्षण किया गया तथा निर्वाचक नामावली के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये। उन्होनें बेमेतरा में पंचायत निर्वाचन हेतु नामावली तैयार करने के लिए आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार ग्राम पंचायत की मतदाता सूची के प्रकाशन की तैयारी संबंधी कार्य की समीक्षा की।
पंचायतों में मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन 24 अक्टूबर को किया जाकर 29 अक्टूबर तक दावा आपत्ति प्राप्त की जायेगी। जिसके लिए पंचायतवार प्राधिकृत कर्मचारी नियुक्त कर उन्हे प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गये। नगरीय निकाय के निर्वाचक नामावली में दावा आपत्ति की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर 2024 को दोपहर 3 बजे तक निर्धारित है। जिसमें एक सप्ताह की वृद्धि की गयी है। नई तिथि अनुसार अब 30 अक्टूबर तक दावा-आपत्ति की जा सकती है।
इस दौरान प्राप्त आवेदनों का नियमानुसार समयावधि में निराकरण करने के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान लायजीनींग अधिकारी उमेश लहरी, नायब तहसीलदार एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अक्टूबर। जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल ने मंगलवार को कलेक्टोरेट के दृष्टि सभा कक्ष में आयोजित हुए जनदर्शन में जिले के अलग-अलग क्षेत्र से पहुंचे लोगों की समस्याएं एवं शिकायतें सुनी। संबंधित अधिकारियों से दूरभाष और समक्ष बुलाकर संबंधित आवेदनों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। कुछ आवेदन मौके पर ही निराकरण किए गए। जनदर्शन में विभिन्न शिकायत एवं समस्याओं से संबंधित 65 आवेदन प्राप्त हुए। तहसील दाढ़ी के ग्राम छिरहा निवासी ने दलित कोदूराम कॉलेज नवागढ़ में पढ़ाई करने के लिए अनुमति प्रदान करने के संबंध में आवेदन दिया। तहसील थानखहरिया के वार्ड-1 निवासी सहोद्रा मांडले ने महतारी वंदन योजना का लाभ उठाने के संबंध में आवेदन दिया। तहसील बेमेतरा के ग्राम करचुवा निवासी दुलेश्वर साहू ने उद्यानिकी फसल का बीमा व क्षति राशि प्रदान करने के संबंध में आवेदन दिया। तहसील दाढ़ी के ग्राम छिरहा निवासी नीलू मल्लाह ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की। तहसील बेरला के ग्राम खर्रा निवासी समयराम वर्मा ने ऑनलाइन भूमि रिकॉर्ड कराने की गुहार लगाई। ट्राइसिकल, पीएम आवास, कटा हुआ रकबा जोडऩे के मिले आवेदन बेमेतरा तहसील के ग्राम बहेरा निवासी कांति बाई ने प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति, आम नागरिकों ने निराश्रित पेंशन दिलाने, बैटरी चलित ट्राइसिकल, प्रधानमंत्री आवास दिलाने, कटा हुआ रकबा खुलवाने, वृद्धा पेंशन व पेंशन दिलाने के आवेदन मिले। कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके निराकरण के लिए ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया। इस अवसर पर एडीएम प्रकाश कुमार भारद्वाज, संयुक्त कलेक्टर अंकिता गर्ग आदि उपस्थित थे।