बेमेतरा

शिक्षा विभाग पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाए कई आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 जून। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने आरोप लगाया कि जिले में शिक्षा विभाग में सब की आंखों के सामने धूल झोंकते हुए बहुत बड़ा घोटाला किया गया है। छाबड़ा ने कहा कि सवा साल में खनिज मद का भरपूर दोहन किया गया, जबकि आज भी जिले में शिक्षा की व्यवस्था लचर है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि 12वीं के बच्चों को नीट और जेईई कोचिंग देने के नाम पर 90 लाख रुपए खर्च किए गए हैं जबकि यह कोचिंग 12वीं की मुख्य परीक्षा आयोजन के कुछ दिनों पहले ही प्रारंभ की गई। यह जानते हुए कि इसमें बच्चे भाग नहीं ले पाएंगे। शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल खिलोरा को खाली करा कर निजी संस्था को लाभ पहुंचाने की नियत से कोचिंग का ठेका दिया गया। महज 15 से 20 दिनों की कोचिंग का खर्च 90 लाख रुपए बताया जा रहा है।
छाबड़ा ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ एक खर्च है। इस तरह से कई खर्च विभिन्न कार्यों के नाम से किए गए हैं, जिससे जाहिर है कि शिक्षा विभाग में भाजपा नीत सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में शिक्षा जैसे पवित्र संस्थान में शिक्षा के नाम पर घोटाले को अंजाम दिया गया है, जिसकी जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जहां बेमेतरा में शासकीय विद्यालय अपने भवन की मरम्मत के बांट जोह रहे हैं, वहीं इस तरह से शिक्षा विभाग में घोटाले करके गरीबों को मिलने वाली शिक्षा का गला घोटने का काम किया जा रहा है।
कांग्रेस सरकार ने दिया सेटअप, अब फिर खरीदी क्यों
पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने बताया कि इसी तरह खनिज न्यास मद से आत्मानंद स्कूल में कंप्यूटर लैब सेटअप सामग्री के लिए जिले में लगभग 11 लाख रुपए तथा फिजिक्स लैब सामग्री के सेटअप के लिए 22 लाख रुपए और केमेस्ट्री लैब सेटअप के नाम पर 19 लाख रुपए खनिज न्यासा मद से लिए गए हैं। जबकि यह सारे सेटअप पूर्व में ही कांग्रेस सरकार के द्वारा पूरे कर दिए गए थे। ऐसे में दोबारा उन्हीं सामानों की खरीदी करना समझ से परे है जबकि स्वामी आत्मानंद स्मृति उत्कृष्ट विद्यालय चाहे वह अंग्रेजी माध्यम के हों अथवा हिंदी माध्यम के पूरे साजो सामान के साथ कांग्रेस की सरकार ने इन विद्यालयों को प्रारंभ कराया था और इसका ही नतीजा रहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में प्राइवेट स्कूल बंद होने की कगार पर आ चुके थे। लेकिन जब से भाजपा सरकार ने सत्ता संभाली है। स्वामी आत्मानंद स्मृति उत्कृष्ट विद्यालयों को बंद करने की एक गहरी साजिश रची जा रही है और सोने में सुहागा कहा जाए कि स्थानीय भाजपा सत्ता संरक्षण से इस तरीके से खनिज न्यास मद के पैसों का दुरुपयोग कर रही है, जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री तथा नेता प्रतिपक्ष से मिलकर करेंगे।