‘छत्तीसगढ़ ’ संवाददाता
केशकाल, 20 मार्च। बस्तर की जनजातीय संस्कृति के विभिन्न कलाओं के प्रदर्शन के साथ दो दिवसीय विकासखण्ड स्तरीय बस्तर पण्डुम का समापन हुआ । केशकाल के सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित बस्तर पण्डुम के अंतिम दिन जनजातीय नाट्य, शिल्प कला एवं चित्रकला के प्रदर्शन और जनजातीय पेय पदार्थों एवं व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई।
कार्यक्रम में केशकाल जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत 45 समूहों ने भाग लिया, साथ ही समाज प्रमुखजनों एवं प्रबुद्धजनों ने निर्णायक के रूप में अपनी भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान चापड़ा चटनी और मडिय़ा पेज के अनूठे स्वाद ने लोगों को लुभाया । वही सभी प्रतिभागियों को विभाग के द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया गया ।
बस्तर की समृद्ध जनजातीय संस्कृति में खान-पान का विशेष स्थान है। यहां के पारंपरिक व्यंजन और पेय पदार्थ न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि पोषण से भरपूर और स्वास्थ्यवर्धक भी माने जाते हैं। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के व्यंजन पूरे देश में अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है।
बस्तर पंडुम के दूसरे दिन आदिवासी युवक-युवतियों ने बस्तर के पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन किया। इनमें चापड़ा चटनी और मडिय़ा पेज जैसे व्यंजनों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। प्रतिभागियों ने इन सभी व्यंजनों के बनाने की प्रक्रिया और इसके लाभ के बारे में जानकारी दी गई।
चापड़ा चटनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसे लाल चींटियों से बनाया जाता है, जो अपनी अनोखी स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक मानी जाती है। वहीं मडिय़ा पेज, जो रागी (मडिय़ा) से तैयार किया जाता है, गर्मी के मौसम में ठंडक पहुंचाने वाला पेय है और ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इसके अलावा महुआ, तेंदू, ईमली चटनी, जिर्रा चटनी, सल्फी एवं अन्य वेंजनों के बारे में प्रदर्शनी किया गया।
बस्तर के व्यंजन यहां की पारंपरिक जीवनशैली और प्रकृति से जुड़ा हुआ है। यहां के खान-पान न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक धरोहर है, जिसे सहेजने की पहल छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बस्तर पंडुम के आयोजन के माध्यम से किया जा रहा है।
बस्तर की अद्वितीय शिल्पकला में जनजातीय संस्कृति की गहरी छाप दिखाई देती है। इसे प्रदर्शित करते हुए आयोजन के जनजातीय शिल्प एवं चित्रकला वर्ग में प्रतिभागी कलाकारों ने बेलमेटल, भित्ती चित्रकला, मिट्टी कला, पत्थर शिल्प और अन्य पारंपरिक कलाओं के माध्यम से बस्तर की समृद्ध लोक संस्कृति को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। ये शिल्पकला न केवल बस्तर क्षेत्र की पारंपरिक विरासत के साथ सांस्कृतिक पहचान भी है। इसके अलावा लोक कलाकारों के समूह द्वारा सामाजिक संदेश के साथ जनजातीय नाट्य की प्रस्तुति दी गई।
आदिवासी समाज के रिशउ कवाडे, सताउ नेताम, नाथूराम नाग, फऱशुराम सलाम, संतेर कोरचा, जनपद पंचायत सीईओ अनुराग सिन्हा, सीईओ जनपद पंचायत केशकाल, बीआरसी ज्ञानी साहू, प्रकाश साहू समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाज प्रमुखो, प्रबुद्धजनों सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित होकर लोक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 19 मार्च। प्रेस मीडिया फेडरेशन सह प्रेस क्लब कोण्डागांव में रंग पंचमी के अवसर पर बुधवार को होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलेभर से बड़ी संख्या में पत्रकार एकत्र हुए और एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर पर्व की शुभकामनाएं दीं।
समारोह की खास बात बस्तर लोक संस्कृति ग्रुप की टीम रही, जिसमें सिद्धार्थ महाजन अपनी पूरी टीम के साथ शामिल हुए। उनके साथ फाग गीतों और होली के पारंपरिक गानों की गूंज ने माहौल को और भी रंगीन बना दिया। उत्साह से भरपूर पत्रकारों ने रंग-गुलाल उड़ाते हुए जमकर नृत्य किया और आनंद लिया।
प्रेस क्लब की यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है, जिसे वर्तमान अध्यक्ष सुरेंद्र सोनपीपरे और उनकी कार्यकारिणी ने आगे भी बनाए रखने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान मेल-मिलाप और आपसी सौहार्द का शानदार नजारा देखने को मिला, जहां पत्रकारिता से जुड़े लोगों ने काम की व्यस्तताओं से कुछ समय निकालकर रंगों के इस उत्सव का भरपूर आनंद लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 19 मार्च। श्रीराम मानस मंडल कोण्डागांव की विशेष बैठक संरक्षक बीनू भाई पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें मंडल के सभी वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में 23 अप्रैल को संध्या 6.30 बजे एनसीसी ग्राउंड, कोण्डागांव में प्रख्यात सनातन धर्म प्रचारक एवं राष्ट्रवादी विचारक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ के भव्य कार्यक्रम के आयोजन को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में अध्यक्ष डी. एस. साहू, उपाध्यक्ष ओम टावरी, सचिव शिवलाल शर्मा, कोषाध्यक्ष गणेश टावरी सहित मंडल के वरिष्ठ सदस्य महेंद्र यदु, संजय ठाकुर, दिनेश शुक्ला, राजमल जैन, चंद्रकांत ठाकुर, संजय मोदी, गणेश देवांगन, गोपाल दीक्षित, किशोर सोनी, सी. एस. ठाकुर, कमलेश मोदी, घेवरचंद, जगदीश देवांगन, के. सी. आचार्य और सोनेबारा उपस्थित रहे। बैठक में कार्य विभाजन कर कार्यक्रम को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में रणनीति तैयार की गई।
ज्ञात हो कि पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ अपने राष्ट्रवादी विचारों और ओजस्वी भाषणों के लिए जाने जाते हैं। वे सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और सामाजिक विषयों पर अपनी बेबाक और प्रभावशाली वाणी से जागरूकता फैलाते हैं। उनके प्रवचन युवाओं में राष्ट्रप्रेम और धर्म के प्रति आस्था को जागृत करने में अहम भूमिका निभाते हैं। उनके विचारों को सुनने के लिए देशभर से लोग बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं।
श्रीराम मानस मंडल कोण्डागांव ने नगरवासियों से अपील की है कि वे 23 अप्रैल को संध्या 6.30 बजे एनसीसी ग्राउंड, कोण्डागांव में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनें।
यह आयोजन सनातन संस्कृति, राष्ट्रप्रेम और आध्यात्मिक प्रेरणा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
‘छत्तीसगढ़ ’ संवाददाता
केशकाल, 19 मार्च। बस्तर की जनजातीय संस्कृति के विभिन्न कलाओं के प्रदर्शन के साथ दो दिवसीय विकासखण्ड स्तरीय बस्तर पण्डुम का समापन हुआ। केशकाल के सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित बस्तर पण्डुम के अंतिम दिन जनजातीय नाट्य, शिल्प कला एवं चित्रकला के प्रदर्शन और जनजातीय पेय पदार्थों एवं व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई।
कार्यक्रम में केशकाल जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत 45 समूहों ने भाग लिया, साथ ही समाज प्रमुखजनों एवं प्रबुद्धजनों ने निर्णायक के रूप में अपनी भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान चापड़ा चटनी और मडिय़ा पेज के अनूठे स्वाद ने लोगों को लुभाया । वही सभी प्रतिभागियों को विभाग के द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया गया।
बस्तर की समृद्ध जनजातीय संस्कृति में खान-पान का विशेष स्थान है। यहां के पारंपरिक व्यंजन और पेय पदार्थ न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि पोषण से भरपूर और स्वास्थ्यवर्धक भी माने जाते हैं। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के व्यंजन पूरे देश में अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है।
बस्तर पंडुम के दूसरे दिन आदिवासी युवक-युवतियों ने बस्तर के पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन किया। इनमें चापड़ा चटनी और मडिय़ा पेज जैसे व्यंजनों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। प्रतिभागियों ने इन सभी व्यंजनों के बनाने की प्रक्रिया और इसके लाभ के बारे में जानकारी दी गई।
चापड़ा चटनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसे लाल चींटियों से बनाया जाता है, जो अपनी अनोखी स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक मानी जाती है। वहीं मडिय़ा पेज, जो रागी (मडिय़ा) से तैयार किया जाता है, गर्मी के मौसम में ठंडक पहुंचाने वाला पेय है और ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इसके अलावा महुआ, तेंदू, ईमली चटनी, जिर्रा चटनी, सल्फी एवं अन्य वेंजनों के बारे में प्रदर्शनी किया गया।
बस्तर के व्यंजन यहां की पारंपरिक जीवनशैली और प्रकृति से जुड़ा हुआ है। यहां के खान-पान न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक धरोहर है, जिसे सहेजने की पहल छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बस्तर पंडुम के आयोजन के माध्यम से किया जा रहा है।
बस्तर की अद्वितीय शिल्पकला में जनजातीय संस्कृति की गहरी छाप दिखाई देती है। इसे प्रदर्शित करते हुए आयोजन के जनजातीय शिल्प एवं चित्रकला वर्ग में प्रतिभागी कलाकारों ने बेलमेटल, भित्ती चित्रकला, मिट्टी कला, पत्थर शिल्प और अन्य पारंपरिक कलाओं के माध्यम से बस्तर की समृद्ध लोक संस्कृति को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। ये शिल्पकला न केवल बस्तर क्षेत्र की पारंपरिक विरासत के साथ सांस्कृतिक पहचान भी है। इसके अलावा लोक कलाकारों के समूह द्वारा सामाजिक संदेश के साथ जनजातीय नाट्य की प्रस्तुति दी गई।
आदिवासी समाज के रिशउ कवाडे, सताउ नेताम, नाथूराम नाग, फऱशुराम सलाम, संतेर कोरचा, जनपद पंचायत सीईओ अनुराग सिन्हा, सीईओ जनपद पंचायत केशकाल, बीआरसी ज्ञानी साहू, प्रकाश साहू समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाज प्रमुखो, प्रबुद्धजनों सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित होकर लोक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 19 मार्च। बस्तर संभाग जो अपनी समृद्ध आदिवासी संस्कृति और परंपराओं के लिए विश्वभर में पहचाना जाता है, यहां की पहचान और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बस्तर पंडुम का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव का उद्देश्य सिर्फ आदिवासी समुदाय की विलुप्त होती परंपराओं को पुनर्जीवित करना और अगली पीढ़ी तक पहुंचाना ही नहीं है बल्कि, उन्हें विकास के नए आयाम से जोडऩा भी है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आदिवासी समुदाय को अपनी संस्कृति को संजोने और गर्व से प्रदर्शित करने का एक सशक्त मंच प्रदान किया है। बस्तर पंडुम न केवल आदिवासी कला का उत्सव है, बल्कि यह संस्कृति को बचाने और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोडऩे का एक सार्थक प्रयास भी है। इस आयोजन के माध्यम से आदिवासियों द्वारा आदिवासी लोकगीत, पारंपरिक वाद्ययंत्रों, नृत्य शैलियों और रीति-रिवाजों को एक भव्य स्वरूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।
गीत-वाद्ययंत्रों की विरासत को कलाकारों ने मंच पर किये जीवंत
बस्तर पंडुम 2025 के तहत विकासखंड स्तरीय कार्यक्रम के दूसरे दिन जिला मुख्यालय स्थित ऑडिटोरियम में दर्शकों ने आदिवासी कलाकारों की प्रस्तुतियों का उत्साहपूर्वक आनंद लिया और वहीं आदिवासी कलाकारों ने अपनी गीत और वाद्ययंत्रों की विरासत को मंच पर जीवंत किया। कार्यक्रम में एकल और समूह प्रस्तुति के माध्यम से आदिवासी गीतों की मनमोहक धुनों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत झलियाना हल्बी गीत से हुई, जिसे क्षेत्र में शादी-ब्याह के अवसरों पर गाया जाता है। इसके बाद रेजापाटा और गोटुल गीत की आकर्षक प्रस्तुति हुई, जिसे गोटुल के युवाओं द्वारा गाया जाता है।
इसके अलावा कलाकारों ने जगार गीत, हल्दी कुटनी गीत, लेजा गीत और फनदी गीत की भी प्रस्तुति दी, जो आदिवासी जीवन के विभिन्न अवसरों से जुड़े होते हैं। गोंड समुदाय के कलाकारों ने अपने प्रसिद्ध लिंगो पेन की सेवा अर्जी गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। यह गीत समुदाय में गुरु के सम्मान में गाया जाता है। इसके अलावा धनकुल गीत, शादी गीत, नामकरण गीत और मृत्यु के समय गाए जाने वाले गीतों की भी अद्भुत प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के दौरान कोलांग गीत, जिसे समूह में नृत्य के साथ गाया जाता है, ने माहौल को उल्लासमय बना दिया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित समाज प्रमुख उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की दूरदर्शी पहल से आदिवासी समाज को अपनी संस्कृति और परंपरा को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का सुनहरा अवसर मिला है। बस्तर पंडुम के आयोजन के माध्यम से सरकार आदिवासी कला, संगीत और जीवनशैली को विश्व पटल पर पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और नक्सल विचारधारा से तंग आकर 1 लाख के ईनामी नक्सली राजमन होड़ी ने पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
आत्मसमर्पण के बाद उसे शासन की नीति के तहत 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है, साथ ही पुनर्वास योजना के तहत अन्य लाभ देने की प्रक्रिया जारी है।
राजमन होड़ी वर्ष 2014 में बेड़मा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में नक्सल संगठन से जुड़ा था। इसके बाद 2018 में उसे बारसूर एलओएस में पार्टी सदस्य बनाया गया, जहां से वह लगातार कोण्डागांव, नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय था। पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी., पुलिस उप महानिरीक्षक उत्तर बस्तर रेंज विनोद तुकाराम काम्बले, पुलिस अधीक्षक वॉय अक्षय कुमार और उनकी टीम द्वारा लगातार चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों और सिविक एक्शन कार्यक्रमों के कारण कई नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। राजमन होड़ी का आत्मसमर्पण भी इसी अभियान का हिस्सा है।
राजमन होड़ी पर हत्या, लूट, अपहरण और पुलिस पर हमले जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। वर्ष 2012 में थाना मर्दापाल में हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 में थाना मर्दापाल में पुलिस पर हमला और हथियार रखने का केस दर्ज किया गया।
वर्ष 2021 में थाना मर्दापाल में डकैती, अपहरण और धमकी के आरोप में मामला दर्ज हुआ। वर्ष 2023 में थाना पुंगारपाल में हत्या, अपहरण और साजिश के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।
राजमन होड़ी के आत्मसमर्पण में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश कुमार डांडे, कौशलेंद्र पटेल, उप पुलिस अधीक्षक सतीश भार्गव, कांशीराम मरकाम और निरीक्षक भोगराम ध्रुव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सुरक्षा बलों की लगातार कार्यवाही और पुनर्वास योजना के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते नक्सली अब समाज की मुख्यधारा से जुडऩे के लिए आगे आ रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि आने वाले समय में और भी नक्सली आत्मसमर्पण कर सकते हैं, जिससे नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।
कोण्डागांव, 17 मार्च। सिटी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जामपदर-चिंचपोलिंग मार्ग पर सोमवार सुबह एक युवती ने कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। राहगीरों की तत्परता से उसकी जान बच सकी और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, 17 मार्च की सुबह करीब 10 बजे जामपदर से चिंचपोलिंग मार्ग पर एक युवती बेहोश पड़ी मिली। राहगीर गोवर्धन पटेल और दिगेश्वर पटेल ने उसे तड़पते देखा और तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया।
युवती ने बताया कि सुबह उसके बॉयफ्रेंड के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिससे वह मानसिक रूप से आहत हो गई और गुस्से में आकर कीटनाशक का सेवन कर लिया।
इस घटना को लेकर पुलिस को अब तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है और न ही पुलिस की ओर से कोई हस्तक्षेप हुआ है। हालांकि, मामला सामने आने के बाद पुलिस जल्द ही इस संबंध में जांच कर सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। मार्च में गर्मी ने अभी पूरी तरह से अपना असर नहीं दिखाया है, लेकिन कोण्डागांव जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लो वोल्टेज और पावर कट की समस्या ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इसी समस्या को लेकर 17 मार्च को विकासखंड बड़ेराजपुर, विकासखंड कोण्डागांव और विकासखंड माकड़ी से हजारों किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। किसानों का कहना है कि रवि फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है, लेकिन सिंचाई के लिए उन्हें पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। लो वोल्टेज और लगातार बिजली कटौती के कारण खेतों में सूखे की स्थिति बन गई है, जिससे वे फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे किसानों ने बताया कि उनके गांवों में लो वोल्टेज और बिजली कटौती की समस्या लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन गर्मी शुरू होते ही स्थिति और खराब हो गई है। जनपद पंचायत माकड़ी के गारे, बालोंड, काटागांव, उदेंगा, ओंडरी, बुडरा, जनपद पंचायत कोण्डागांव के चिपावंड, बफना, नेवता, भीरावंड, भगदेवा, नीलजी, उमरगांव और जनपद पंचायत बड़ेराजपुर के हरवेल, बालेंगा, किबड़ा, धामनपुरी, सरईपारा से पहुंचे किसानों ने कहा कि वे मक्का, सब्जी और अन्य फसलों की खेती कर रहे हैं, लेकिन सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिलने से उनकी फसलें सूखने की कगार पर हैं।
महिलाओं ने बताया कि बिजली संकट के कारण पेयजल की भी गंभीर समस्या हो रही है। उन्हें रात 2 से 3 बजे के बीच बोरवेल से पानी भरने जाना पड़ता है, क्योंकि दिन में पानी उपलब्ध नहीं होता। वहीं, स्कूली बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन लो वोल्टेज के कारण वे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, जबकि बुजुर्गों को गर्मी में पंखे न चलने से भारी परेशानी हो रही है।
इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन अभियंता आरएल सिंहा ने कहा कि पहले पंप और घरेलू कनेक्शन एक ही लाइन में थे, लेकिन अब इन्हें अलग-अलग करने की प्रक्रिया जारी है। जिले में तीन नए सब-स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिससे लो वोल्टेज और पावर कट की समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा। उन्होंने बताया कि जिले के 350 ट्रांसफार्मरों में संत कैपेसिटर लगाए गए हैं, जिससे लो वोल्टेज वाले ट्रांसफार्मर को बूस्ट करने में मदद मिलेगी।
किसानों से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए सिंहा ने कहा कि बिजली विभाग सुधार कार्यों में लगातार लगा हुआ है और जल्द ही स्थिति में सुधार किया जाएगा। लेकिन जब तक नए सब-स्टेशन पूरी तरह तैयार नहीं हो जाते, किसानों को कुछ समय तक इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।—-
निर्दलीयों के समर्थन पर भाजपा को 11 व कांग्रेस को मिले 5 मत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 17 मार्च। केशकाल नगर पंचायत में आज उपाध्यक्ष पद हेतु चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। इस चुनाव हेतु कांग्रेस की ओर से वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद जितेंद्र रजक व भाजपा की ओर से वार्ड क्रमांक 8 के पार्षद भूपेश सिन्हा को उपाध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया गया था।
निर्वाचन अधिकारी अंकित चौहान (एसडीएम) की मौजूदगी में हुई । नगर पंचायत केशकाल में अध्यक्ष व 15 पार्षद है वही इस चुनाव में भूपेश सिन्हा को 11 व जितेंद्र रजक को 5 वोट मिले हैं। ऐसे में भाजपा के भूपेश सिन्हा बहुमत के साथ उपाध्यक्ष बन गए हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष सेवकराम नेताम समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी व नारे लगाते हुए भूपेश सिन्हा की जीत का जश्न मनाया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा के पास 7 पार्षद , कांग्रेस के पास 5 व निर्दलीय 3 पार्षद थे । चूंकि नगर पंचायत अध्यक्ष भी निर्दलीय है । चुनाव के दौरान कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के चलते कांग्रेस से तीन प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव जीत कर आये, वहीं भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर एक प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव जीता था। इस तरह से सभी 4 निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा को ही समर्थन दिया और भाजपा के भूपेश सिन्हा को 11 व कांग्रेस के जितेंद्र रजक को 5 मत ही मिला।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। कलार समाज मुख्यालय जुगानी कलार के निर्देशानुसार कोण्डागांव जिले में समाज के सभी पदों पर मनोनयन की प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न हुई। समाज की कार्यकारिणी और विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया। इस अवसर पर जिले के सभी ब्लॉकों के पदाधिकारी और समाज के वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व में निर्वाचित ब्लॉक पदाधिकारियों को भी जिला पदाधिकारियों के साथ शपथ दिलाई गई।
चुनाव प्रक्रिया का संचालन चुनाव प्रभारी कमलकिशोर कश्यप, निर्मल बघेल, महावीर सरोज, सेत कुमार कश्यप और रमेश पांडे के मार्गदर्शन में सुचारू रूप से किया गया। चुनाव में त्रिनाथ दीवान को जिलाध्यक्ष मनोनीत किया गया, जबकि प्यारे लाल नाग और बिसरू राम शार्दूल को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। दया शंकर दीवान को सचिव चुना गया, जबकि लक्ष्मण पांडे और रामेश्वर सेठिया को सहसचिव के रूप में मनोनीत किया गया।
कोषाध्यक्ष के रूप में केवल करन को दायित्व सौंपा गया, वहीं निरीक्षक पद पर महेंद्र कुमार बघेल और हितेंद्र पांडे को नियुक्त किया गया। युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के रूप में द्रुपत राज सेठिया को जिम्मेदारी दी गई, जबकि महेंद्र पांडे और धर्मराज सेठिया उपाध्यक्ष बनाए गए। सचिव पद पर विकेश प्रधान को चुना गया और अनित नाग व कौशिक चंद्र पांडे को सहसचिव नियुक्त किया गया।
प्रचार प्रसार का कार्यभार नीलधर बैध को सौंपा गया।
महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद के लिए सुशीला पांडेय को चुना गया, जबकि श्यामा प्रधान और संतोषी दीवान को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इंदेश्वरी बैध को सचिव और उमादीवन को सहसचिव बनाया गया। मीडिया प्रभारी के रूप में लक्ष्मी नाग को जिम्मेदारी दी गई।
चुनाव प्रक्रिया के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर समाज के सदस्यों ने नए पदाधिकारियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समाज के प्रतिनिधियों ने आशा जताई कि नई कार्यकारिणी समाज के हित में प्रभावी कार्य करेगी और संगठन को मजबूत बनाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। बस्तर की समृद्ध संस्कृति और पारंपरिक विरासत को सहेजने के उद्देश्य से आयोजित बस्तर पंडुम 2025 महोत्सव का शुभारंभ 17 मार्च को भव्य रूप से किया गया। इस सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन ऑडिटोरियम कोण्डागांव में किया जा रहा है, जहां पहले दिन जनजातीय नृत्य, वेशभूषा और आभूषणों की प्रदर्शनी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
कार्यक्रम के पहले दिन नगरपालिका अध्यक्ष नरपति राम पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष बंगाराम सोरी, एसडीएम अजय उरांव और जनपद पंचायत सीईओ रश्मि पोया सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने इस आयोजन को बस्तर अंचल की लोकसंस्कृति, कला और परंपराओं को सहेजने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया और कहा कि इससे स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
महोत्सव के पहले दिन जनजातीय नृत्य का भव्य प्रदर्शन किया गया, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा में अपनी संस्कृति को सजीव किया। इसके अलावा जनजातीय वेशभूषा एवं आभूषणों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिससे बस्तर की समृद्ध कला और परंपरा को नजदीक से देखने का अवसर मिला। बस्तर पंडुम 2025 महोत्सव 19 मार्च तक चलेगा, जिसमें हर दिन अलग-अलग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। कल यानी मंगलवार को जनजातीय गीतों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे दर्शकों को बस्तर की अनूठी सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू होने का अवसर मिलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। 188वीं वाहिनी सीआरपीएफ ने 20वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर वाहिनी मुख्यालय चिखलपुट्टी, कोण्डागांव में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सबसे पहले वाहिनी मुख्यालय के क्वार्टर गार्ड पर नया ध्वज फहराया गया, जिसके बाद कमांडेंट भवेश चौधरी ने सेरिमोनियल गार्ड की सलामी ली।
इसके उपरांत सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें कमांडेंट ने जवानों को संबोधित करते हुए वाहिनी के इतिहास और इसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सफलतापूर्वक 20 वर्ष पूरे करने पर वाहिनी के सभी जवानों को बधाई दी। वर्तमान में यह वाहिनी बस्तर और सुकमा जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात है और लगातार नई उपलब्धियां हासिल कर रही है।
वाहिनी ने अपने कार्यक्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया है। जवानों की मेहनत और रणनीति के चलते अब तक परिचालनिक ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की क्षति नहीं हुई है। इस अवसर पर पिछले वर्ष के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली कंपनियों और कार्मिकों को ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए।
स्थापना दिवस समारोह के अंतर्गत वाहिनी मुख्यालय में मेला और क्रिकेट मैच का भी आयोजन किया गया। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामूहिक भोज (बड़ा खाना) आयोजित किया गया, जिसमें सभी कंपनियों के जवानों के साथ कोण्डागांव में निवास कर रहे कुछ कार्मिकों के परिवारों ने भी भाग लिया और कार्यक्रम का आनंद उठाया।
इस अवसर पर कमांडेंट भवेश चौधरी ने सभी जवानों और उनके परिवारों के उज्जवल भविष्य की कामना की और उन्हें बधाई दी। समारोह में बटालियन के अधिकारी नीतींद्र नाथ, द्वितीय कमान अधिकारी अभिज्ञान कुमार, उप-कमांडेंट अभिजीत काले, सहायक कमांडेंट ओमप्रकाश विश्नोई, वाहिनी चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल चंद्रन आर.पी. सहित अन्य अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।
मांझी-चालकी, पुजारी-गायता की बैठक में कलेक्टर की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 12 मार्च। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने माकड़ी में आयोजित मांझी, चालकी, पुजारी एवं गायता की बैठक में बस्तर की समृद्ध एवं पारंपरिक आदिवासी कला एवं संस्कृति को संरक्षित रखने के लिए राज्य शासन द्वारा प्रारंभ की जा रही महोत्सव बस्तर पंडुम 2025 में उत्साह के साथ भागीदारी निभाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि महोत्सव में जनजातीय नृत्य, गीत, नाट्य और वाद्ययंत्र शामिल हैं। साथ ही पारंपरिक वेशभूषा, आभूषण, शिल्प-चित्रकला और जनजातीय व्यंजन भी प्रदर्शित किए जाएंगे। यह बस्तर की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण के साथ ही युवाओं को अपने प्रतिभा को दिखाने का भी एक अच्छा अवसर है।
प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन मौलिकता, पारंपरिकता और प्रस्तुति के आधार पर किया जाएगा। विजेताओं के चयन के लिए एक विशेष समिति बनाई गई है। समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ नागरिकों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह महोत्सव बस्तर की समृद्ध लोककला को नई पीढ़ी से जोडऩे का माध्यम बनेगा। साथ ही इससे स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मिलेगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई, अनुविभागीय दण्डाधिकारी अजय उरांव सहित मांझी, चालकी, गायता, पुजारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 12 मार्च। फरसगांव पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा, धोखाधड़ी करने का प्रयास, करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के द्वारा प्रार्थिया को धमका कर लगातार 2 लाख रूपये की मांग की गयी थी।
पुलिस के अनुसार प्रार्थिया अधीक्षिका कस्तुरबा गांधी अवासीय विद्यालय बोरगांव ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 5 से 10 मार्च तक लगातार आदित्य मण्डल, अभय मण्डल, राजा बेपारी, अमित मण्डल, ज्योति डे सभी एक साथ मिल प्रार्थिया एवं उसके पति को डरा धमका कर व्यवहार ठीक नहीं है वीडियो वायरल करके नौकरी खा देंगे कि धमकी देकर 2 लाख रूपये लगेगा कहकर धमकाया जा रहा है तथा 6 मार्च को प्रार्थिया के पति रघुराम मण्डावी को करीब 8 बजे रात को पोस्ट ऑफिस के बगल लैम्स के बगल के सामने किसी को बिना बताये अकेले आना कहकर बुलाये और जाने पर 2 लाख रूपये दिये बगैर नहीं छोड़ूंगा, मंगलवार तक समय देता हूँ, मांग पूरी नहीं होने पर प्रार्थिया का नौकरी खा जाउंगा कहकर लगातार धमकी दी जा रही है। प्रतिबंधित क्षेत्र कस्तुरबा बालिका छात्रावास में अभय मण्डल के द्वारा बिना अनुमति के घुस कर लगातार परेशान किया जा रहा है।
प्रार्थिया की रिपोर्ट पर धारा 308 (2), 332 (ग), 221,191 (2) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया। पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव वाय अक्षय कुमार के द्वारा सख्त कार्यवाही के आदेश से एडिशनल एसपी कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन में तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी फरसगांव अभिनव उपाध्याय के पर्यवेक्षण में आरोपी अभय मण्डल, आदित्य मण्डल, राजा बेपारी, अमित मण्डल, ज्योति डे सभी निवासी बोरगांव थाना फरसगांव के विरूद्ध साक्ष्य सबूत पाये जाने से 12 मार्च को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
आकांक्षी विकासखण्ड माकड़ी में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा
कोण्डागांव, 12 मार्च। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बुधवार को माकड़ी स्थित जनपद पंचायत भवन में आयोजित बैठक में आकांक्षी विकासखण्ड माकड़ी में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने ग्राम पंचायतों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोई भी ग्रामीण पेयजल से वंचित न रहे और सभी घरों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्र, शाला भवन सहित अन्य शासकीय भवनों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाएगा। आंगबाड़ी भवनों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तथा पानी टंकी स्थापित करने के लिए शासन द्वारा विशेष पहल की गयी है।
इसे सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एवं पंचायत के प्रतिनिधि कार्य करेंगे। उन्होंने अच्छी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध सुविधाओं का प्रदर्शन करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने हिमोग्लोबिन जांच में हो रही देरी पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए इसे तत्काल सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में होने वाली जांचों की गति को तेज किया जाए ताकि मरीजों को समय पर उपचार मिल सके। उन्होंने कहा कि घर में प्रसव के मामलों में स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी और मितानीन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों के प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके साथ ही, अपार आईडी से संबंधित कार्यों को भी शीघ्र पूरा करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शालाओं को उपलब्ध कराए गए सभी टेलीविजन का लाभ विद्यार्थियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
शिक्षा के क्षेत्र में कलेक्टर ने बोर्ड परीक्षाओं में उत्तीर्ण विद्यार्थियों के अगले शैक्षिक सत्र में प्रवेश की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग को विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए सख्त निर्देश दिए। छात्रावासों में सुविधाओं के संबंध में भी कलेक्टर ने निर्देश दिए कि छात्रावासों में छात्रों को सभी आवश्यक सुविधाएं दी जाएं।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अविनाश भोई, अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री अजय उरांव सहित जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कोण्डागांव, 11 मार्च। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने में आगामी बस्तर पंडुम के आयोजन को लेकर आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि राज्य शासन के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ की अनूठी आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से ‘बस्तर पंडुम’ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन के माध्यम से बस्तर संभाग की समृद्ध लोककला, रीति-रिवाज, पारंपरिक जीवनशैली और सांस्कृतिक विरासत को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सभी जनपद सीईओ को ब्लाक स्तरीय आयोजन के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि बस्तर पंडुम का आयोजन परंपरागत एवं गरिमापूर्ण ढंग से करें। आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा कलेक्टर श्री दुदावत ने की।
उन्होंने विभागवार योजनाओं की प्रगति का जायजा लेते हुए अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के अंतर्गत युवाओं के पंजीयन की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है, इसके प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें। कलेक्टर ने एग्रीस्टेक योजना के तहत किसानों के पंजीयन कार्य की समीक्षा करते हुए सभी तहसीलदारों को 20 मार्च तक शेष किसानों का पंजीयन पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सीएससी सेंटर में किसानों से अवैध रूप से पैसे वसूलने की शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने ई-ऑफिस प्रणाली के क्रियान्वयन के लिए 31 मार्च तक सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के शासकीय ईमेल निर्माण और प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिससे प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी, प्रभावी और त्वरित बनाया जा सके। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत कार्यों की विकासखंडवार समीक्षा करते हुए आवास प्लस के तहत पंजीयन कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सफाई अभियान की नियमित निगरानी के निर्देश दिए और गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करने हेतु संबंधित एसडीएम को निर्देशित किया।
इसके अलावा कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि विशेषकर रात्रि के समय चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित हो ताकि मरीजों को असुविधा न हो। उन्होंने जिले के नगरीय निकायों में अवैध प्लाटिंग पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए और कहा कि अवैध प्लाटिंग के मामलों की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्यमंत्री जनदर्शन एवं कलेक्टर जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों सहित समय-सीमा में लंबित विभिन्न प्रकरणों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री अविनाश भोई, डीएफओ श्री एन. गुरूनाथन, श्री आर.के. जांगड़े सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कोण्डागांव, 11 मार्च। इरागाँव में सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत आम ग्रामीण एवं पुलिस के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने एवं ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने हेतु दो दिवसीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। थाना इरागांव क्षेत्र की कुल 16 गांव के वॉलीबॉल टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया।
प्रतियोगिता के दौरान ग्राम बिन्छे की वॉलीबॉल टीम विजेता रही एवं ग्राम कानागांव गांव की टीम उपविजेता रही। विजेता टीम को पुलिस अधीक्षक कोंडागांव वाय अक्षय कुमार की ओर से एसडीओपी नक्सल सेल सतीश भार्गव के द्वारा विनर कप एवं 5000 नगद राशि तथा उपविजेता टीम को विनर कप एवं 3000 नगद राशि देकर सम्मानित किया गया,
उपरोक्त आयोजन में एसडीओपी नक्सल सेल सतीश भार्गव,थाना प्रभारी इरागांव गोपेन्द्र पटेल,थाना इरागांव के समस्त स्टाफ, डी आर जी टीम इरागांव एवं थाना क्षेत्र के ग्रामीण जन सम्मिलित हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 11 मार्च। नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार 25.11.2024 को प्रार्थी हिरेंद्र कुमार साहू ने थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि वाट्सअप पर एक ग्रुप है, जिसमें बेरोजगारों को अलग अलग विभाग में वेकेंसी आई है जिसमें फॉर्म भरने और अन्य प्रकार के चार्जेस बताकर लोगों से छोटी छोटी रकम लेकर उनके साथ ठगी की जा रही है, प्रार्थी को स्.क्च.ढ्ढ. में वेकेंसी निकली है और फार्म तथा अन्य दस्तावेज के नाम पर 10,000 रुपए की ठगी किया है। जिस पर थाना कोण्डागांव में अपराध क्रमांक 416/2024 धारा 318 (4) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अफसरों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरी. सौरभ उपाध्याय के नेतृत्व में टीम गठित की गई एवं आरोपी का पता तलाश किया जा रहा था प्रकरण के आरोपी विश्वनाथ केसरिया निवासी उरगा जिला कोरबा का लोकेशन प्राप्त होने पर सायबर टिम और थाना कोण्डागांव की टीम के द्वारा 10.03.2025 को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ पर नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों को ठगी करना बताया है, साथ ही अब तक लगभग 300 - 400 लोगों के साथ इस प्रकार का ठगी करना बताया है। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
केशकाल, 11 मार्च। केशकाल अनुविभाग अंतर्गत ग्राम बनियागांव में मामूली बात पर चचेरे चाचा ने 4 साल के बच्चे पर एयरगन से गोली चला दी। वह गोली बच्चे के पेट में जा लगी। बच्चे को कोंडागांव भेज दिया गया।
बताया जा रहा है कि रविवार की शाम बनियागांव निवासी 30 वर्षीय बिसेश्वर नाग मामूली बात को लेकर आक्रोशित हो गया और अपने 4 वर्ष के भतीजे पर एयरगन से ( छर्रा ) गोली दाग दी। वह गोली बच्चे के पेट में जा लगी जिससे मासूम बेहोश हो गया।
जैसे ही बच्चे के परिजनों नर गोली की आवाज सुनी तो उन्होंने आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों के उपचार से बच्चे की स्थिति सामान्य हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 11 मार्च। त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 के अंतर्गत जिला पंचायत कोण्डागांव के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का प्रथम सम्मेलन आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर जिला पंचायत की नव-निर्वाचित अध्यक्ष रीता शोरी, उपाध्यक्ष श्री हीरा सिंह नेताम तथा सभी सदस्यों ने अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा एवं जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करने की प्रतिज्ञा ली ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष रीता शोरी और उपाध्यक्ष हीरा सिंह नेताम ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वास जताया कि वे जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे और अपने-अपने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
इस अवसर पर नगर पालिका परिषद कोंडागांव उपाध्यक्ष श्री जसकेतु उसेंडी, श्री दीपेश अरोरा, श्री मनोज जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अविनाश भोई, उप संचालक पंचायत श्री बलराम मोरे सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 11 मार्च। रूपये पैसे का दांव लगा कर जुआ खेलते 4 आरोपियों को फरसगांव पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से नगदी रकम 15000 रूपये समेत जुमला 14 लाख 88 हजार का सामान बरामद किया।
पुलिस के अनुसार 11 मार्च को रात्रि में मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम पूर्वी बोरगांव में राज कुण्डू के फार्म हाऊस के अन्दर कुछ व्यक्तियों के द्वारा ताश के 52 पत्ते से हारजीत का दांव लगा कर जुआ खेल रहे हैं। सूचना मिलने गवाहों को साथ लेकर मुखबीर के बताये स्थान में पहुंच कर हमराह स्टाफ के घेरा बंदी कर रेड कार्यवाही किये जो ताश के 52 पत्तों से जुआ खेल रहे 4 व्यक्तियों को पकड़े जिनका नाम पता पूछने पर अपना नाम राजकुमार कुण्डू उर्फ राज कुण्डू उर्फ राजा, अशोक दास, मुकेश बड़ई, प्रशांत साहा सभी निवासी पूर्वी बोरगांव थाना फरसगांव जिला कोण्डागांव होना बताये।
आरोपियों के कब्जे से ताश के 52 पत्ते, एक प्लास्टिक बोरी, 01 नग अधजली मोमबत्त, एक ब्रेजा कार कीमती 12 लाख रूपये, एक नग एक्टीवा स्कूटी कीमती 1 लाख रूपये, 02 नग मोटर सायकल कीमती 01 लाख 40 हजार रूपये, 04 नग मोबाईल कीमती 33 हजार रूपये, नगदी रकम 15000 रूपये, जुमला 14 लाख 88 हजार बरामद हुआ ।
आरोपियों का कृत्य छत्तीसगढ जुआ (प्रतिशेध) अधिनियम 2022 की धारा 4 (क) के अन्तर्गत पाये जाने से मौके पर 11 मार्च को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 11 मार्च। कोंडागांव कांग्रेस भवन से नारेबाजी करते कांग्रेसी नेता कार्यकर्ता ईडी एवं भाजपा को कोसते हुए हाथ में पुतला लिए पुतला में लिखा था मै ईडी हूं भाजपा का गुलाम हूं को कोंडागांव के बीच स्टैंड में पहुंच फूंका।
जिलाध्यक्ष झूमूकलाल दीवान ने कहा -ईडी का जो रवैया है वह भाजपा के बी टीम की तरह कार्य कर रही है लगातार कांग्रेसियों को निशाना बनाया जा रहा है जो की निंदनीय है गलत है केंद्रीय जाँच एजेंसियों को निष्पक्षता के साथ कार्य करनी चाहिए परन्तु यहाँ भाजपा की गुलामी की जा रही है। ईडी सीबीआई द्वारा केवल और केवल कांग्रेस या कांग्रेस से संबंधित जनों को परेशान किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के घर ईडी का छापामारी द्वेषपूर्ण कार्यवाही को दर्शाता है, साथ ही इतिहास मे पहली बार पूर्व सीएम भूपेश बघेल की गाड़ी को रोककर चेक किया गया है यह सरासर गलत है। भाजपा ज़ब ज़ब सरकार मे होती है इसी तरह क़ानून का दुरूपयोग किया जाता है आज केवल पुतला दहन किया गया है निकटतम भविष्य में और भी आंदोलन किया जायेगा।
पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान जिलाध्यक्ष झूमूकलाल दीवान प्रदेश सचिव द्वय बिरस साहू सकुर खान महामंत्री गीतेश गाँधी रितेश पटेल महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष सह पार्षद हेमा देवांगन मंडल अध्यक्ष नरेन्द्र देवांगन संजय करन लखु पोयाम बाबा खान शिवलाल मंडावी राजेंद्र देवांगन गन्नू पोयाम कामदेव कोर्राम गुणमती नायक लेखनी प्रधान अंजू जोशी नीलू देवांगन प्रीति भदौरिया आरती कोर्राम अनीता पोयाम सन्नी चोपड़ा सुनील रैकवार रुपेश गोस्वामी भूपेंद्र ध्रुव उमेश साहू फूलसिंह प्रधान सोरी बाबू राजा नामदेव हरीश नाग सहनवाज खान के साथ कांग्रेस जन भारी संख्या मे मौजूद रहे।
कोण्डागांव, 11 मार्च। कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देश में एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई की अध्यक्षता में जिले में आजीविका संवर्धन और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए जिला पंचायत कोण्डागांव के सभाकक्ष में इंट्रीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर एवं विभागीय संवर्धन उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी साझा की गई। विशेष रूप से, महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए उनकी आय में वृद्धि के लिए आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। कार्यशाला में निर्णय लिया गया कि विभिन्न विभागों की योजनाओं से महिलाओं को अधिक से अधिक लाभान्वित किया जाएगा और उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
इंट्रीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर के तहत ग्रामीण स्तर पर चयनित ग्राम पंचायतों में 250-300 परिवारों को जोडक़र, विभागों के समन्वय से आजीविका संवर्धन की दिशा में कार्य किया जाएगा। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रदान संस्था द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर प्रशिक्षण भी दिया गया।
कार्यशाला में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों ने अपने विभागों से संचालित योजनाओं और गतिविधियों को विस्तार से समझाया। इसके साथ ही, आजिविका गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने और योजनाओं से जुडऩे के लिए विभिन्न सहयोग प्रदान करने का संकल्प लिया गया। यह कार्यशाला ग्रामीण विकास और आजीविका संवर्धन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जिससे जिले के कई परिवारों को सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के जिला मिशन प्रबंधक श्री विनय सिंह, पीआरपी, प्रत्येक आईएफसी क्लस्टर के अध्यक्ष, सचिव उपस्थित रहे।
बच्चे के जन्म के बाद अपनाने से किया इंकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 11 मार्च। नाबालिग पीडि़ता के साथ शादी का झांसा देकर लगातार बलात्कार करने वाले आरोपी को बयानार पुलिस ने 24 घण्टे के अन्दर गिरफ्तार किया। नाबालिग पीडि़ता ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया।
पुलिस के अनुसार प्रार्थिया पीडि़ता ने थाना आकर ने रिपोर्ट दर्ज करायी कि बयानार निवासी पुनम मानिकपुरी ने जुलाई सन 2023 से मार्च 2024 तक पीडि़ता के साथ डरा धमका कर जबरन अपने घर में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाकर बलात्कार किया जिससे पीडि़ता गर्भवती हुई और एक पुत्र को जन्म दी है। पुनम मानिकपुरी बच्चे को अपनाने पीडि़ता को शादी करने से इंकार कर रहा है।
पीडि़ता जुलाई 2023 में अपने रिश्तेदार के घर बयानार में कक्षा 11वीं की पढ़ाई करने आई थी, उस समय पीडि़ता के चाचा का दोस्त पुनम मानिकपुरी पीडि़ता के चाचा के पास घर में आना जाना करता था, उस बीच पुनम मानिकपुरी से पीडि़ता का परिचय हुआ बातचीत करता था, तब पुनम मानिकपुरी निवासी बयानार ने पीडि़ता को जबरदस्ती अपने घर बयानार ले जाकर पहली बार नाबालिग जानते हुये जबरन शारीरिक संबंध बनाया था। पीडि़ता के मना करने पर जान से मारने की धमकी देता था।
पीडि़ता गर्भवती हो गई। गर्भवती होने से उस संबंध में आरोपी पुनम मानिकपुरी को पीडि़ता बताई तो उस समय पीडि़ता और बच्चे को रखूंगा बोला था, अब पुनम मानिकपुरी पीडि़ता और पीडि़ता के पुत्र को अपनाने व उसे शादी करने से इंकार कर रहा है। प्रार्थिया के रिपोर्ट पर थाना बयानार में अप क0 01/2025 धारा 366,376, (2.) (ढ.) 506 भादवि. 06 पाक्सो एक्ट अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव श्री येदुवल्ली अक्षय कुमार के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कौशलेन्द्र देव पटेल, श्री रूपेश कुमार डाण्डे (ऑप्स) के मार्गदर्शन में तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी मर्दापाल श्री सतीश कुमार भार्गव (ऑप्स) के पर्यवेक्षण में विवेचना के दौरान पुनम मानिकपुरी निवासी बयानार कोण्डागांव को 11 मार्च को गिरफ्तार किया, जिसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
जिपं अध्यक्ष, पूर्व विधायक सहित जनप्रतिनिधियों ने दिया आशीर्वाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 10 मार्च। केशकाल नगर के सुरडोंगर मैदान में सोमवार को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनांतर्गत सामूहिक कन्या विवाह आयोजित किया गया। जो पारंपरिक विधिविधान से संपन्न हुआ । इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक व भाजपा जिलाध्यक्ष सेवकराम नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष रीता शोरी, नगर पंचायत अध्यक्ष बिहारी शोरी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों एवं अधिकारीगण शामिल होकर 200 नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया।
इस दौरान पूर्व विधायक सेवकराम नेताम ने सभी नवविवाहित दम्पत्तियों को संबोधित करते हुए उन्हें राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें वैवाहिक जीवन हेतु बधाई एवं शुभकामनाएं दी। आगे कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह के माध्यम से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निवासरत निर्धन परिवारों को इस महंगाई के दौर में शादी के दौरान होने वाले खर्च को लेकर माता पिता के मन मे चिंता रहती है। इसलिए हमारे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यह जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेते हुए प्रतिवर्ष निर्धन युवक-युवतियों की शादी करवा रहे हैं। आज केशकाल में भी यह कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया है ।
केशकाल एसडीएम अंकित चौहान ने कहा कि आज केशकाल में महिला एवं बाल विकास विभाग की पूरी टीम के सहयोग से 200 जोड़ों का बड़े ही धूमधाम के साथ विधिवत रूप से विवाह संपन्न करवाया गया है। हमने भी इस पुण्य कार्य मे शामिल होकर नवविवाहित युवक-युवतियों को आशीर्वाद दिया है। साथ ही उन्हें उपहार सामग्रियां एवं चेक के रूप में राशि भी प्रदान किया है ।
परियोजना अधिकारी दीपेश बघेल ने बताया कि विवाह के बाद सभी जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र प्रदान किया गया और सभी जोड़े को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत कन्या के नाम से 35 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। कार्यक्रम वैदिक रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों के साथ गायत्री समाज के प्रतिनिधियों द्वारा संपन्न कराया गया।
नवदंपत्तियों के परिजनों ने भी इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। इन्ही योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना। इस योजना के तहत सरकार द्वारा उन परिवारों को सहायता प्रदान किया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे परिवार की बेटियों को इस योजना का लाभ देते हुए सहायता राशि प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना कमजोर, आर्थिक परिस्थितियों वाले परिवारों की बेटियों के हाथ पीले कर माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर रही है, जिनके घर में बेटियां होती है, उनके माता-पिता को बेटी की शादी योग्य उम्र होते ही चिंता सताने लगती है। ऐसे में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर उनकी चिंता दूर कर रही है।