कोण्डागांव, 14 जनवरी। कोण्डागांव जिले के मर्दापाल क्षेत्र में सक्रिय कुख्यात नक्सली सरगना रैजू लोहार की मौत की पुष्टि हुई है। कोण्डागांव के पुलिस अधीक्षक येदुवेल्ली अक्षय कुमार ने 14 जनवरी को प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी।
‘छत्तीसगढ़’ से एक्सक्लूसिव चर्चा में उन्होंने बताया कि डीबीसी मेंबर रैजू लोहार, जो मर्दापाल क्षेत्र में नक्सली घटनाओं का नेतृत्व करता था, बीमारी के चलते मौत के मुंह में चला गया।
पुलिस अधीक्षक येदुवेल्ली अक्षय कुमार ने कहा कि नारायणपुर में आत्मसमर्पण करने वाले एक नक्सली ने इंटीग्रेशन के दौरान यह खुलासा किया। रैजू लोहार काफी समय से बीमार था, और इलाज के अभाव में उसकी मृत्यु हो गई।
सूत्रों के अनुसार, अब मर्दापाल क्षेत्र की जिम्मेदारी रामचंद या विनीता को सौंपी जा सकती है। हालांकि, रैजू की पत्नी भी संगठन में नेतृत्वकारी भूमिका में है, लेकिन उसकी स्थिति को लेकर पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है।
गौरतलब है कि मर्दापाल क्षेत्र की अधिकांश नक्सली घटनाएं रैजू लोहार के नेतृत्व में ही अंजाम दी जाती थीं। उसकी मौत को नक्सली संगठन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने इसे नक्सल विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि करार दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 जनवरी। कोण्डागांव पुलिस ने नक्सल उन्मूलन अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। जिले के थाना पुंगारपाल क्षेत्र में डीआरजी और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम ने नक्सलियों के डंप से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद की है। कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक येदुवेल्ली अक्षय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि, पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम कुदूर, दीपाकोड़ेनार, तुमड़ीवाल और आसपास के जंगल-पहाड़ क्षेत्रों में नक्सलियों की उपस्थिति है। सूचना पर डीआरजी और बस्तर फाइटर्स की टीम ने तुमड़ीवाल के जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों में घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन किया।
इस दौरान बड़ी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की गई, जिसमें 14 भरमार बंदूक, 14 टिफिन, 2 कुकर, नक्सली साहित्य, 1 बंडल रस्सी और अन्य दैनिक उपयोगी सामान शामिल हैं।
कोण्डागांव, 14 जनवरी। कोण्डागांव जिले में नक्सली उन्मूलन नीति के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। एक लाख की ईनामी महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया।
नक्सली ललिता उर्फ हाड़ो बघेल आमदई एलओएस पार्टी सदस्य और कृषि विभाग में सदस्य के रूप में सक्रिय रूप से कार्य कर रही थी। ललिता पुंगारपाल थाना के बेड़मा गांव की निवासी थी, 2005 से 2016 तक जनमिलिशिया सदस्य रही। इसके बाद 2016 से 2024 तक आमदई एलओएस पार्टी की सक्रिय सदस्य के रूप में नक्सली संगठन में शामिल रही। वह बस्तर, नारायणपुर और कोण्डागांव क्षेत्रों में विभिन्न मुठभेड़ों में शामिल रही है।
आत्मसमर्पण के बाद छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन प्रोत्साहन नीति के तहत ललिता को तत्काल 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। प्रशासन ने उसके पुनर्वास के लिए उचित कार्रवाई शुरू कर दी है।
जिला पुलिस अधीक्षक येदुवेल्ली अक्षय कुमार ने बताया कि महिला नक्सली ने सुरक्षा बलों के दबाव और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया।
उन्होंने बताया कि नक्सली गतिविधियों से जुड़े अन्य व्यक्तियों को भी सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
परिजनों और राजनीतिक दलों के बीच गरमाई सियासत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 जनवरी। कोण्डागांव में 13 जनवरी को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के स्वागत के लिए फ्लैक्स लगाने के दौरान हाई टेंशन करंट लगने से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
यह हादसा नगर के गीतांजलि स्टेशनरी के पास, पोस्ट ऑफिस के सामने हुआ, जहां फ्लैक्स लगाया जा रहा था। मृतक की पहचान दिकलेश्वर सोढ़ी (36) पिता साधुराम सोढ़ी के रूप में हुई है, जबकि घायल विजय यादव (40) पिता स्व. मंगल राम यादव का इलाज जिला अस्पताल में जारी है।
मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा जगह-जगह फ्लेक्स लगाए जा रहे थे। इसी क्रम में गीतांजलि स्टेशनरी के मालिक शार्दुल ब्रदर्स ने अपनी दुकान के सामने फ्लेक्स लगाने के लिए देव प्रिंटर्स को ठेका दिया था। फ्लेक्स लगाते समय मजदूरों का फ्लेक्स का फ्रेम हाई टेंशन लाइन से टकरा गया, जिससे करंट लगने की घटना हुई। हादसे में दिकलेश्वर सोढ़ी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि विजय यादव बुरी तरह झुलस गए।
इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने प्रशासन और ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि हादसे के बावजूद कई घंटे तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष झुमका लाल दीवान और पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने कहा, इस हादसे की जिम्मेदारी उन लोगों पर है, जिन्होंने फ्लेक्स लगाने का आदेश दिया। हम शासन-प्रशासन से मांग करते हैं कि मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए और घायल मजदूर का बेहतर इलाज कराया जाए।
इस मामले पर कोण्डागांव विधायक लता उसेंडी के भाई व नगर पालिका उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी ने कांग्रेस पर सियासत करने का आरोप लगाया। जसकेतु उसेंडी ने कहा, यह दुखद घटना है, लेकिन कांग्रेस इसे राजनीतिक रंग देकर अपनी रोटी सेंकने का प्रयास कर रही है। हमें संवेदनशीलता दिखानी चाहिए, न कि राजनीति करनी चाहिए।
कोण्डागांव सिटी कोतवाली के निरीक्षक सौरभ उपाध्याय ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 जनवरी। छत्तीसगढ़ सर्व पिछड़ा वर्ग समाज ने मंगलवार 14 जनवरी को शीतला माता मंदिर में आयोजित बैठक के बाद आरक्षण में कटौती के खिलाफ जय स्तंभ चौक पर रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुए आरक्षण रोस्टर की प्रतियां जलाकर विरोध जताया। इस प्रदर्शन में समाज के सभी प्रमुख पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक सदस्य शामिल हुए।
बैठक की अध्यक्षता संभाग अध्यक्ष तरुण धाकड़ ने की, जिसमें पिछड़ा वर्ग समाज के सभी प्रमुख जन उपस्थित थे। बैठक में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बहिष्कार की सराहना करते हुए इसे समाज की एकता का परिणाम बताया गया। सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ओबीसी समाज द्वारा किया गया बहिष्कार चर्चा का विषय रहा। संभाग अध्यक्ष तरुण धाकड़ ने कहा, च्च्मुख्यमंत्री ने अपने कोण्डागांव आगमन पर ओबीसी समाज का जिक्र तक नहीं किया। यह सरकार की अनदेखी को दर्शाता है। हमारा समाज संगठित रहकर सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा।
बैठक के बाद सभी सामाजिक पदाधिकारी और सदस्य शीतला मंदिर से जय स्तंभ चौक तक पहुंचे, जहां आरक्षण रोस्टर की प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। रोस्टर जलाने के दौरान जोरदार नारेबाजी की गई और सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया गया।
तरुण धाकड़ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, च्च्हमारी लड़ाई आरक्षण के लिए है। जब तक हमें 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिलता, यह संघर्ष जारी रहेगा। अब समय आ गया है कि सरकार को हमारी आवाज सुननी होगी। यदि हमारी मांग पूरी नहीं हुई, तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। अब केवल सडक़ और न्यायालय में संघर्ष होगा। प्रदर्शन के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि 17 जनवरी को बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और जगदलपुर विधायक किरण देव, वन मंत्री केदार कश्यप और बस्तर सांसद महेश कश्यप के निवास का घेराव कर 27 प्रतिशत आरक्षण बहाल करने की मांग की जाएगी।
इस विरोध प्रदर्शन ने समाज की एकता और उनके संघर्ष को प्रमुखता से उजागर किया और सरकार पर आरक्षण के मुद्दे पर निर्णायक कार्रवाई का दबाव बनाया है।
बैठक एवं आरक्षण रोस्टर जलाये जाने के दौरान संभाग अध्यक्ष तरुण धाकड़, जिलाध्यक्ष रितेश पटेल, महामंत्री रैमल दीवान, कोषाध्यक्ष आईसी निषाद, उपाध्यक्ष मनोज देवांगन, संरक्षक नीलकंठ शार्दुल, बिरस साहू, सुखिया चौहान, संभाग उपाध्यक्ष फूलचंद दीवान, संतोष साहू, मणिशंकर देवांगन, संभागीय प्रवक्ता देवलाल सोनवंशी, झुमुकलाल दीवान, रविन्द्र सेठिया, कन्हैया पटेल, नरेन्द्र देवांगन, अमित गुप्ता, मनोज सेठिया, सुरेश देवांगन, लक्ष्मण पांडे, आनंद पवार, यशवंत देवांगन, सुखिया चौहान, पूरन सिंह, पटेल कृष्णा मानिकपुरी, शंकर विश्वकर्मा, दिलीप दीवान, रामनाथ पांडे सहित बड़ी संख्या में सामाजिक जन मौजूद रहे।
सीएम स्वागत फ्लैक्स लगाते हुई थी मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 जनवरी। सीएम स्वागत फ्लैक्स से करंट से मौत मामले में परिजनों ने मुआवजे की मांग करते हुए शव लेने से मना कर दिया। प्रशासन के आश्वासन के बाद शांत मामला हुआ।
मुख्यमंत्री के स्वागत में गीतांजलि स्टेशनरी के शार्दुल ब्रदर्स के द्वारा स्वागत फ्लैक्स लगवाए जाने के दौरान हुए हादसे में मृतक दिकलेश्वर सोढ़ी के शव का 14 जनवरी को कोण्डागांव जिला अस्पताल की मच्र्युरी में पोस्टमार्टम कराया गया।
पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों का आक्रोश देखने के लिए मिला। उन्होंने मुआवजे की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया।
परिजनों ने मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग की। परिजनों ने स्पष्ट किया कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं दिया जाएगा, वे शव स्वीकार नहीं करेंगे।
इस मामले पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेंद्र देव पटेल ने बताया कि परिजन विरोध कर रहे थे, लेकिन प्रशासन और विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर उचित मुआवजे का आश्वासन दिया गया। आश्वासन मिलने के बाद परिजन शांत हुए और शव लेकर लौट गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 जनवरी। कोण्डागांव के सर्गीपालपारा स्थित राजकुमार सोनी स्पोर्ट्स अकादमी में 11 और 12 जनवरी को बैडमिंटन टूर्नामेंट का भव्य आयोजन किया गया। कृष्ण जगदीश सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित इस टूर्नामेंट ने क्षेत्रभर से खिलाडिय़ों और खेल प्रेमियों को आकर्षित किया।
इस आयोजन में 7 से 45+ वर्ष की आयु वर्ग के कुल 81 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया, जिनमें 75 पुरुष और 6 महिला खिलाड़ी शामिल थीं। टूर्नामेंट में कुल 70 मैच खेले गए, जिसमें ओपन श्रेणी में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धा देखी गई। टूर्नामेंट ने न केवल स्थानीय खेल प्रतिभाओं को मंच दिया बल्कि जिले में खेलों के प्रति बढ़ते उत्साह को भी उजागर किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लता उसेंडी, विधायक और राज्य भाजपा की उपाध्यक्ष, उपस्थित रहीं। उन्होंने टूर्नामेंट का उद्घाटन करते हुए आयोजकों की सराहना की और कहा, इस प्रकार के आयोजन स्थानीय प्रतिभाओं को निखारने का बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं। यह प्रयास क्षेत्र में खेल संस्कृति को मजबूत करने और खिलाडिय़ों को राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होगा।
राजकुमार सोनी स्पोर्ट्स अकादमी की अत्याधुनिक सुविधाएं और प्रशिक्षित कोचिंग व्यवस्था ने खिलाडिय़ों को बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर दिया। टूर्नामेंट के आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन स्थानीय युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक करने और उनकी क्षमताओं को निखारने के उद्देश्य से किया गया।
टूर्नामेंट के सफल समापन ने कोण्डागांव जिले को खेल विकास के लिए एक प्रेरणादायक केंद्र के रूप में स्थापित किया है। इस आयोजन ने न केवल खिलाडिय़ों बल्कि दर्शकों को भी खेलों के प्रति प्रेरित किया और क्षेत्र में खेल गतिविधियों को नई दिशा प्रदान की।
घर-घर जाकर करते हैं इकट्ठा
कोंडागांव, 14 जनवरी। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव नगर में नगर पालिका की स्वच्छता दीदियों ने अपशिष्ट से पैसे कमा रही है। 1 साल से कचरा बेचकर 5 लाख 10 हजार 600 रुपए की अतिरिक्त कमाई की है। घर-घर कचरा कलेक्शन से मिले सूखा कचरा से यह फायदा उन्हें मिला है।
दरअसल, शहर के 22 वार्डों में 03 एसएलआरएम सेंटर है। जिसमें करीब 62 स्वच्छता दीदी काम कर रही है। हर दिन सुबह ये डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए निकल पड़ती है। इसके बाद पु_ा, प्लास्टिक से बने सामान, टीना-लोहा से बने सामग्री, शीशी-बोतल, न्यूज पेपर यानी घरों से निकलने वाले कचरा लेती हैं।
जिसे एसएलआरएम सेंटर लाया जाता है। एसआरएलएम केंद्र में सूखे कचरों की छंटनी की जाती है। इस छटनी में गीले कचरे से खाद बनाने का काम किया जाता है। सूखे कचरे का हर महीने रिकार्ड मेंटेन किया जाता है।
फर्म को बेचते हैं सामान
सूखे कचरे को तोडक़र बड़ी-बड़ी बोरियों में पैककर रख दिया जाता है। इस सूखे कचरे को हर महीने स्वच्छता दीदी संबंधित अनुबंध फर्म को बेचते हैं। एक एसएलआरएम सेंटर में 30 से 40 हजार रुपए तक का सूखा कचरा बेचा जाता है।
सबसे ज्यादा नवंबर-दिसंबर में कचरा बेचकर पैसे कमाए
यह रुपए दीदियों के बनाए गए समूह के खाते में आता है। जो जितनी मेहनत सूखा कचरा लाने में करता है, उसे उनकी मेहनत के हिसाब से पैसे दिए जाते हैं। ऐसे में दीदियों को हर महीने 2 से 3 हजार रुपए तक सूखा कचरा से मिल जाता है। सबसे अधिक लाभ नवंबर और दिसंबर महीने में हुआ है। दीपावली और अन्य त्यौहारों के समय लोगों के घरों से ज्यादा कचरा निकलता है। इसलिए साल 2024 के इन 2 महीने में लगभग 2 लाख रुपए का सूखा कचरा बेचा गया।
केशकाल, 14 जनवरी। नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने समूचे प्रदेश में नगरीय क्षेत्र में साफ सफाई का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके परिपालन में केशकाल नगर पंचायत के नवपदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी नामेश कावड़े के द्वारा भी सफाई कर्मचारियों की मीटिंग लेकर आवश्यक दिशानिर्देश देते हुए केशकाल नगर को कचरा मुक्त बनाने की मुहिम चला रहे हैं।
इस संबंध में सीएमओ नामेश कावड़े ने बताया कि नगर को कचरा मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक वार्ड का रुट मैप तैयार किया गया है। जिससे नगर पंचायत स्वच्छ सिटी बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने समस्त जनवासियों से भी अपील की है कि अगर कहीं भी आपको कचरा या नाली जाम मिले तो वह निदान 1100 में कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। जिसका निवारण कर्मचारियों के द्वारा 24 घंटे के भीतर पूर्ण कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए भी नगर पंचायत केशकाल अपनी अच्छी रैंकिंग के लिए दावेदारी करेगी। जिसमें वे आम जनता से स्वच्छता के प्रति उनके सहयोग की अपेक्षा करती है। जिससे उन्हें इस स्वच्छता सर्वेक्षण में अपने केशकाल को अच्छी पायदान में ला सके।
मुख्यमंत्री ने 2 अरब 88 करोड़ के 168 विकास कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 13 जनवरी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ से माओवाद के उन्मूलन का संकल्प लिया है, जिसका अनुसरण करते हुए सरकार दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। बस्तर के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में नये फोर्स कैम्प स्थापित किए गए हैं। इन इलाकों में निवासरत ग्रामीणों को शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोडऩे के लिए नियद नेल्लानार योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत इन क्षेत्रों में सतत् विकास कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है।
श्री साय बस्तर प्रवास के दौरान आज कोंडागांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिले को 2 अरब 88 करोड़ 18 लाख 37 हजार रूपए के कुल 168 विकास कार्यों की सौगात दी, जिनमें 02 अरब 08 करोड़ 26 लाख 46 हजार के 130 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं 79 करोड़ 91 लाख रूपए के 38 कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विकास नगर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के लिए 03 लाख 88 हजार नवीन आवास स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने बताया कि योजनान्तर्गत आवास स्वीकृति हेतु निर्धारित नवीन मापदण्डों को और अधिक सरलीकृत किया गया है, जिसका लाभ प्रदेश के अधिकांश हितग्राहियों को मिलेगा।
कार्यक्रम में मौजूद जिलावासियों को छेरछेरा पर्व एवं शाकम्भरी जयंती की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले एक साल में ‘मोदी की गारंटी’ को पूर्ण करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है। आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए आवास प्लस-2024 अंतर्गत सर्वे का कार्य शुरू हो गया है, जिसमें छूटे हुए व्यक्ति उक्त सूची में अपना नाम अवश्य जुड़वाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसानों का धान खरीदा जा रहा है, जिसकी अंतर राशि उनके खातों में एकमुश्त हस्तांतरित की जाएगी। इसी तरह महतारी वंदन योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया। प्रदेश के साढ़े 12 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5500 रूपए प्रति मानक बोरा दर से भुगतान किया जा रहा है।
उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना एवं पीएम जनमन योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे निश्चित तौर पर आदिवासी विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगे। इन इलाकों के बंद स्कूलों को खोलने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि रामलला दर्शन योजना के तहत अब तक प्रदेश के 20 हजार श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम की यात्रा कराई गई है। इसके पहले, मुख्यमंत्री के समक्ष जिला प्रशासन कोंडागांव और आईआईटी भिलाई के मध्य ‘स्टडी, रिसर्च एंड इम्प्रूवमेंट ऑफ बेलमेटल आर्टिजन प्रोडक्शन प्रोसेस’ पर एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया।
इस मौके पर बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं कोण्डागांव विधायक लता उसेण्डी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। आरंभ में कलेक्टर कुणाल दुदावत ने जिले का प्रगति प्रतिवेदन का वाचन किया। इसके पहले मुख्यमंत्री ने कोण्डागांव के मुख्यमार्ग से जिला न्यायालय तक रोड शो किया।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री लखनलाल देवांगन, वन मंत्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग, विधायक जगदलपुर किरण देव सिंह, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम सहित जिले के वरिष्ठ जनप्रतिनिधिगण, जिला प्रशासन के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
प्रदर्शनी का अवलोकन, हितग्राहियों को बांटे चेक, सामग्री व उपकरण
मुख्यमंत्री श्री साय ने मुख्य कार्यक्रम स्थल में जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत सामग्री, उपकरण एवं चेक वितरित किया।
जिसके तहत राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 05 लखपति दीदीयों को पुरस्कृत किया गया और हितग्राहियों को बैंक लिंकेज चेक प्रदान किया। हस्तशिल्प विभाग के स्टॉल में राष्ट्रीय बांस मिशन योजना अंतर्गत 04 शिल्पकार को बांस शिल्प औजार वितरण किया गया।
कृषि विभाग के स्टॉल में श्री अगनूराम, श्री रामधार नेताम और श्रीमती नथली बाई को 45 लाख के ट्रैक्टर वितरण, 05 हितग्राहियों को पावर विंडर, 07 किसानों को विद्युत पंप, 05 को उड़ावनी पंखा और 02 हितग्राहियों को मिनी राइस मिल के लिए राशि दी गई। इसी तरह मछली पालन विभाग में 10 मत्स्य पालकों को आईस बॉक्स का वितरण और 03 मछुआ सहकारी समिति को नवीन सहकारी समिति पंजीयन प्रमाण पत्र का वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 25 हितग्राहियों को आवास स्वीकृति प्रमाण पत्र का वितरण, मुख्यमंत्री बाल उदय योजना अंतर्गत सात-सात हजार रूपए के मान से चेक वितरण किया गया। साथ ही 10 ग्रामीणों को वनाधिकार पत्रक वितरण किया गया और ग्राम पंचायत बड़े राजपुर को सामुदायिक वनाधिकार पत्रक प्रदाय किया गया। इसके अलावा मछली पालन विभाग कोण्डागांव मत्स्य पालकों को आईस बॉक्स का वितरण, 08 तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक राशि 19.75 करोड़ रूपये, किसान वृक्ष मित्र योजना अंतर्गत 17 हितग्राहियों को प्रोत्साहन राशि 1.16 करोड़ रुपए चेक का वितरण, वन प्रबंधन चिपावण्ड को समिति लांभाश राशि का चेक वितरण राशि 4.13 करोड़ रुपए और वनमण्डल केशकाल के 03 वन प्रबंधन समिति को 28.65 लाख रुपए का चेक वितरित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 13 जनवरी। पूर्व मंत्री और विधायक लता उसेंडी ने पूर्व मंत्री मोहन मरकाम के बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने अपने एक साल के कार्यकाल में जितना कार्य किया है, कांग्रेस अपने पूरे पांच साल के शासन में भी नहीं कर पाई। यह बयान उन्होंने मोहन मरकाम के उस आरोप के जवाब में दिया, जिसमें उन्होंने भाजपा पर काम न करने और चुनाव की तिथियों में बदलाव कराने का आरोप लगाया था।
दरअसल, 11 जनवरी को कोण्डागांव कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक में मोहन मरकाम ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा सरकार पिछले एक साल में पूरी तरह विफल रही है और अपनी नाकामियों के कारण चुनाव तिथियों में बदलाव करवा रही है। उन्होंने इसे भाजपा की घबराहट का नतीजा बताया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लता उसेंडी ने कहा, पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने अपने कार्यकाल में जनता को केवल छलने का काम किया। भाजपा सरकार ने अपने एक साल के भीतर कई विकास कार्य करके जनता का विश्वास जीता है।
उन्होंने कहा कि, मोहन मरकाम 10 साल तक जनता को गुमराह करते रहे और इसका परिणाम उन्हें बीते चुनाव में मिल चुका है। लता उसेंडी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस पार्टी के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है। ऐसे में वे केवल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं। पूर्व मंत्री आंख पर पट्टी बांधकर शहर में घूमते हैं और भाजपा सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को देखने से बचते हैं।
लता उसेंडी ने मोहन मरकाम को चुनौती देते हुए कहा, आइए, दोनों पार्टी अपने-अपने कार्यों का आंकलन करें और जनता के सामने अपनी उपलब्धियां प्रस्तुत करें। भाजपा के काम कांग्रेस के झूठे दावों से कहीं ज्यादा हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 13 जनवरी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कोंडागांव आगमन पर जनता ने फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया।
हेलिपैड से मुख्यमंत्री पुराने विश्रामगृह (रेस्ट हाउस) पहुंचे, जहां विभिन्न समाज, संगठनों और स्थानीय प्रतिनिधियों ने उनका अभिनंदन किया। इसके बाद वे विकास नगर स्थित स्टेडियम मैदान तक रोड शो के माध्यम से पहुंचे। इस दौरान मार्ग के दोनों ओर खड़े नागरिकों ने फूलों की वर्षा करते हुए उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ओपन व्हीकल में सवार होकर जनता का अभिवादन स्वीकार करते नजर आए। नगर के विभिन्न समाजों और संगठनों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों से उनका स्वागत किया।
कोंडागांव, 13 जनवरी। मरार समाज की ईष्टदेवी माता शाकम्भरी जयंती 13 जनवरी को कोंडागांव जिले में धूमधाम से मनाई गई। बफना में भी जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली, जहां पर माता-बहनों ने सर पर कलश लेकर कतारबद्ध माता के जयकारों के साथ शोभायात्रा में नजर आये।
बफना भीरावंड के सभी सामाजिकनों ने परिवार के साथ एक जगह सम्मिलित होकर पूजा-अर्चना की। समाज प्रमुखों ने माता की उत्पत्ति की विस्तारित कहानी सामाजिक जनों के बीच साझा की।
पूजा के पश्चात खिचड़ी प्रसाद का भोग माता को लगाकर आरती पश्चात खिचड़ी प्रसाद मौजूद जनों के साथ सडक़ में आवाजाही करने वालों के बीच वितरण किया गया।
कार्यक्रम में ग्राम समिति अध्यक्ष श्रवण कौशिक सचिव नवल पटेल कोषाध्यक्ष सोनधर कौशिक अनुराग पटेल नथेला कौशिक मनोज कौशिक तलु पटेल फरस कौशिक विनय कौशिक अशोक कौशिक महेश कौशिक हिलचंद पटेल अयोध्या कौशिक सुरेन्द्र पटेल ज्ञानी कौशिक धनशु पटेल पिंटू पटेल शीलू पटेल के साथ मरार समाज की सभी माता बहनें सहित सामाजिक जन मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 12 जनवरी। विगत 5 वर्षों से वेतन वृद्धि न होने पर छत्तीसगढ़ सेजेस टीचर्स एंड एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के आह्वान पर जिले के समस्त स्वामी आत्मानंद स्कूलों के शिक्षकों द्वारा काली पट्टी बांधकर एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया गया।
संघ के अध्यक्ष विकास तिवारी एवं महासचिव अरुण मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2023 में तात्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा समस्त विभागों मे कार्यरत संविदा कर्मियों के वेतन में 27 फीसदी की वेतन वृद्धि की गई थी किन्तु आज पर्यंत तक स्वामी आत्मानंद विद्यालयों मे कार्यरत शिक्षकों के वेतन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है जबकि शिक्षा विभाग में कार्यरत अन्य संविदाकर्मियों के वेतन में 27 फीसदी की वृद्धि की गई है। इस हेतु अनेकों बार शासन प्रशासन के समक्ष ज्ञापन सौंप अपनी मांग से अवगत कराया गया किन्तु कोई निर्णय नहीं लिया गया।
अत: विवश होकर सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा शनिवार को कार्यस्थल पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य किया गया एवं शासन से वेतन वृद्धि की मांग की गई, जिसका समर्थन अन्य संघों द्वारा भी किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 12 जनवरी। जिला मुख्यालय कोण्डागांव के महात्मा गांधी वार्ड में संचालित माजीसा राइस मिल ने आसपास के वार्डों और नेशनल हाईवे 30 से गुजरने वाले लोगों की जिंदगी दूभर कर दी है। मिल से निकलने वाले धुएं और राखड़ के कारण हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि स्थानीय लोग स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों में त्वचा रोग, सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
महात्मा गांधी वार्ड के निवासी बताते हैं कि मिल से लगातार निकलने वाले राखड़ और धुएं ने उनके जीवन पर गहरा असर डाला है। घरों के आंगन, पेड़-पौधे, यहां तक कि पीने का पानी भी इस धूल से ढक जाता है। घरों में हर चीज काली और गंदी दिखने लगी है। बच्चों की त्वचा पर खुजली और जलन की समस्या इतनी बढ़ गई है कि इलाज कराना भी मुश्किल हो रहा है।
नेशनल हाईवे 30 से गुजरने वाले राहगीरों की स्थिति भी कम भयावह नहीं है। यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों का कहना है कि धूल के कारण आंखों में तेज जलन होती है। कई बार दवाओं का सहारा लेना पड़ता है।स्थानीय निवासियों ने दावा किया है कि इस समस्या को लेकर उन्होंने कई बार जिला प्रशासन को शिकायतें दीं। पहले कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने मिल को सील कर दिया था, लेकिन चार महीने बाद यह दोबारा चालू हो गई। मिल के संचालन में प्रदूषण रोकने के किसी भी उपाय का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, जिससे समस्या गंभीर बनी हुई है।
इस मामले पर कोण्डागांव के अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) अजय उरांव ने कहा, स्थानीय निवासियों की शिकायत पर पूर्व में मिल का निरीक्षण कर उसे तात्कालिक एसडीएम के द्वारा सील किया गया था। हालांकि, माजीसा राइस मिल के संचालक ने सिविल न्यायालय में अपील की, जहां से मिल को अस्थायी रूप से संचालन की अनुमति दी गई है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि वर्तमान में राखड़ और धुएं के कारण समस्या हो रही है, तो इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अब यह समस्या बर्दाश्त के बाहर हो चुकी है। लगातार बढ़ते प्रदूषण से लोगों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द मिल को बंद करवाकर प्रभावी कदम उठाए जाएं। यह समस्या सिर्फ स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि पर्यावरण और जीवन स्तर पर भी इसका गहरा असर पड़ रहा है। राखड़ और धुएं से प्रभावित लोगों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। प्रशासन की निष्क्रियता ने लोगों के धैर्य की परीक्षा ले ली है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 12 जनवरी। सिटी कोतवाली कोण्डागांव पुलिस ने 12 जनवरी को नाबालिग छात्र को निरुद्ध किया है।
नाबालिग पर आरोप है कि उसने अपनी जूनियर छात्रा को प्यार का झांसा देकर उसके साथ रेप किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। मामले का खुलासा तब हुआ, जब 11 जनवरी को नाबालिग ने शामपुर के शासकीय अस्पताल में प्रीमैच्योर बेबी को जन्म दिया।
सिटी कोतवाली कोण्डागांव पुलिस के अनुसार, कोतवाली क्षेत्र के एक हाई स्कूल में दसवीं कक्षा में पढऩे वाली छात्रा के साथ उसी स्कूल के ग्यारहवीं कक्षा में पढऩे वाले 17 वर्षीय छात्र ने प्यार का झांसा देकर रेप किया। छात्रा गर्भवती हो गई।
मामले के बारे में परिजनों को कोई जानकारी नहीं थी, क्योंकि आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी थी। जब छात्रा ने बच्चे को जन्म दिया, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। सिटी कोतवाली कोण्डागांव पुलिस ने विधि से संघर्षरत अपचारी नाबालिग को निरुद्ध कर लिया है।
विधायक, कलेक्टर-एसपी ने किया सभा स्थल का निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 12 जनवरी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जनवरी को कोण्डागांव के विकास नगर स्थित स्टेडियम मैदान में आयोजित एक विशाल आमसभा को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के हाथों लगभग 300 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया जाएगा। साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को चेक और सामग्री का वितरण भी कार्यक्रम स्थल से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए विधायक लता उसेंडी, भाजपा जिला अध्यक्ष सेवक राम नेताम, कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक वाई अक्षय कुमार और अन्य अधिकारियों ने सभा स्थल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान विधायक लता उसेंडी ने कहा, कार्यक्रम में हजारों की संख्या में आमजन शामिल होंगे। भाजपा सरकार के 1 वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री जिला वासियों को कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बताया कि, मुख्यमंत्री 300 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का भूमि पूजन और लोकार्पण करेंगे। इनमें सडक़, शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संसाधन और अन्य विभागों के कार्य शामिल हैं। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र हितग्राहियों को चेक और सामग्री का वितरण भी किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक वाई अक्षय कुमार ने कहा कि, मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
सभा स्थल और आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 12 जनवरी। सुरेन्द्र भट्ट प्रतिधारक अधिवक्ता प्रबंध कार्यालय कोण्डागांव, हसीना खान एवं जरीना बानों पैरालीगल वालिंटियर/अधिकार मित्र के द्वारा सम्बलपुर जिला कोण्डागांव में आयोजित एन.एस.एस. कैम्प में विद्यार्थियों को राष्ट्रीय युवा दिवस पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन कर विधिक जानकारी दी गई।
श्री भट्ट ने मोटर यान अधिनियम के संबंध में कहा कि सडक़ पर सुरक्षित चलना और यातायात नियमों का पालन करना हम सभी की जिम्मेदारी है। जागरूकता ही दुर्घटनाओं को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय है।
विद्यार्थियों को हेलमेट और सीट बेल्ट के महत्व गति सीमा, नशे में गाड़ी न चलाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन दिया और पॉक्सों एक्ट के संबंध में बताते हुए कहा की यह कानून 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को यौन शोषण और उत्पीडऩ से सुरक्षा प्रदान करता है।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को बाल शोषण की पहचान करने, उससे बचाव के उपायों एवं किसी भी प्रकार की घटना की तुरंत रिपोर्टिंग करने की प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही, उन्हें चाइल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 के बारे में भी बताया गया।
इस अवसर पर हसीना खान एवं जरीना बानों ने उपस्थित छात्रों को साइबर क्राइम, बाल विवाह, नेशनल लोक अदालत, नालसा हेल्प लाईन नम्बर 15100, नि:शुल्क अधिवक्ता एवं किशोर न्याय बोर्ड अधिनियम के संबंध में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में मन्ना राम नेताम, सी.के कोर्राम, एन.एस.एस. वाख्यता प्रमुख प्राचार्य एवं रविन्द्र बघेल पैरालीगल वालिंटियर उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 11 जनवरी। कोंडागांव जिले के केशकाल विकासखंड अंतर्गत ग्राम चारभाठा में बुधवार को दशगात्र कार्यक्रम में भोजन करने के बाद 60 से अधिक ग्रामीण फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए, जिसमें अधिकांश महिलाएं व बच्चे शामिल हैं।
इधर, सूचना मिलते ही केशकाल बीएमओ डॉ. बिसेन ने तत्काल स्वास्थ्य अमले को गांव में भेजा। स्वास्थ्यकर्मियों ने शिविर लगाकर सभी ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की, वहीं लगभग 43 लोगों का केशकाल अस्पताल में उपचार जारी है।
ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों ने मंगलवार को गोभी, बैंगन, आलू और दाल की सब्जी खाये थे। दूसरे दिन बुधवार से ही सभी लोगों के पेट दर्द, उल्टी होना शुरू हुआ, अभी दवाई खाने से ठीक लग रहा है।
वहीं इस संबंध में केशकाल बीएमओ डॉ. डी.के बिसेन ने बताया कि फूड पॉइजनिंग से सबसे ज्यादा दस्त होने से ग्रामीण परेशान थे, फि़लहाल स्थिति सामान्य है। जांच के बाद ही खुलासा होगा कि सब्जी में किस प्रकार का मसाला, तेल व अन्य सामग्री का उपयोग किया गया था। फिलहाल 32 महिला, 2 बच्चे, 11 पुरुषों का इलाज केशकाल अस्पताल में जारी है । वहीं घटना की जानकारी लगते ही कोंडागांव जिला अस्पताल से भी देर शाम स्वास्थ्य टीम ग्राम चारभाठा पहुंची थी।
कहा - भाजपा डरी हुई, इसलिए चुनाव के तारीखों में कर रही है बदलाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 11 जनवरी। पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने आगामी पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को संभावित चुनाव की संज्ञा देते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शनिवार को जिले के पर्यवेक्षक नरेश ठाकुर की पहली बैठक के दौरान, कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यक्रम में मोहन मरकाम ने मीडिया से चर्चा करते हुए यह बयान दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने 1 साल के कार्यकाल में पूरी तरह विफल रही है। नीतियों और प्रशासनिक असफलताओं के कारण भाजपा चुनाव तिथियों में लगातार बदलाव कर रही है। उन्होंने कहा, भाजपा चुनाव से डरी हुई है और जानबूझकर तारीखों में बदलाव कर रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी पूरी तरह तैयार है।
बैठक में कांग्रेस के जिला पर्यवेक्षक नरेश ठाकुर और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। मोहन मरकाम ने कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए सक्रिय रूप से जुटने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि, यह चुनाव भाजपा की नाकामी को उजागर करने का सही मौका है। जनता को उनकी असफलताओं से अवगत कराने के लिए कांग्रेस मजबूत रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी। मोहन मरकाम ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव से पहले तिथियों में फेरबदल भाजपा की घबराहट को दर्शाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार जनता के मुद्दों को हल करने में पूरी तरह नाकाम रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 11 जनवरी। नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इसी कड़ी में कोण्डागांव जिले के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नरेश ठाकुर शनिवार को कोण्डागांव पहुंचे।
कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक में नगर पालिका और पंचायत स्तर के सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान नरेश ठाकुर के साथ पूर्व मंत्री मोहन मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, उपाध्यक्ष भगवती पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा यादव और जिला कांग्रेस अध्यक्ष झुमुकलाल दीवान भी उपस्थित थे। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने बैठक में भाग लिया।
बैठक में पर्यवेक्षक नरेश ठाकुर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दावेदारों के आवेदन प्राप्त होने लगे हैं। आज की बैठक में प्रथम स्तर की रायशुमारी की गई है, जिसमें कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की राय ली गई। उन्होंने बताया कि पार्टी की रायशुमारी रिपोर्ट आलाकमान को भेजी जाएगी, जिसके बाद पार्टी के निर्देशानुसार टिकट वितरण की प्रक्रिया की जाएगी।
पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने बैठक में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से कहा कि चुनाव की तैयारी पहले से शुरू कर दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि निकट भविष्य में होने वाले चुनावों में मजबूती से उतरने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को संगठित होकर काम करना होगा। इस बैठक के माध्यम से कांग्रेस पार्टी ने नगर पालिका और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के लिए अपनी रणनीति का प्रारंभिक खाका तैयार कर लिया है। बैठक में सभी कार्यकर्ताओं ने पार्टी को मजबूत करने और चुनाव में सफलता दिलाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 11 जनवरी। शासन के निर्देशानुसार 1 जनवरी से 31 जनवरी तक 35वें यातायात सुरक्षा माह का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में, कोण्डागांव जिले के परिवहन विभाग ने 11 जनवरी को जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का नेतृत्व जिला परिवहन अधिकारी अतुल आसैया ने किया।
जागरूकता अभियान के तहत, बस स्टैंड पर परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने सभी ऑटो रिक्शा और यात्री बसों में यातायात सुरक्षा से संबंधित फ्लेक्स और पोस्टर लगाए। इन फ्लैक्स और पोस्टरों के माध्यम से यात्रियों और वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया।
फ्लैक्स और पोस्टरों में शराब पीकर वाहन न चलाएं। बिना हेलमेट बाइक न चलाएं। फोर-व्हीलर में सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। यातायात संकेतों और नियमों का पालन करें।
इस अवसर पर जिला परिवहन अधिकारी ने कहा, यातायात सुरक्षा के नियमों का पालन कर ही सडक़ दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। यह अभियान लोगों को जिम्मेदार वाहन चालक और यात्री बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।परिवहन विभाग ने स्थानीय लोगों से यातायात नियमों का पालन करने और दूसरों को जागरूक करने की अपील की है। अभियान को स्थानीय नागरिकों और वाहन चालकों का भी सकारात्मक समर्थन मिला।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 11 जनवरी। स्थानीय चावरा हॉयर सेकण्डरी स्कूल में विश्व हिन्दी दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए स्कूल की प्राचार्या सिस्टर सिशिलिया ने कहा -हिंदी देश की राष्ट्र भाषा है, हमें गर्व है कि हम हिंदुस्तानी है आज सम्पूर्ण विश्व में हिंदी भाषा को लोग अपना रहे है। हमें भी हिंदी के प्रचार प्रसार में बढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए ।
हिंदी भाषा प्रमुख अंसुमती पांडेय ने हिंदी के प्रदुर्भाव और उन्नति पर अपनी बात रखी। हिंदी भाषा का इतिहास लगभग एक हज़ार वर्ष पुराना माना गया है। संस्कृत भाषा भारत की सबसे प्राचीन भाषा है जिसे आर्य भाषा या देव भाषा कहा जाता है । हिंदी इसी आर्य भाषा संस्कृत की उत्तराधिकारिणी मानी जाती है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि हिंदी का जन्म संस्कृत की ही कोख से हुआ है। सन 1881 में बिहार राज्य ने सर्वप्रथम हिंदी को अपना आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी। हिंदी भाषा के कुछ अंश सातवीं शताब्दी ईसा के पश्चात में पाए जाते है। हिंदी भाषा सिंधु नदी के आसपास के प्रदेशों में बोली जाती थी। आज विश्व के अनेकों देशो में इसे सहर्ष स्वीकार किया गया है। उक्त बातें हिन्दी टीचर धर्मेंद्र यदु ने कही।
जीवन में हिंदी के महत्व को आत्मसात करने की प्रेरणा देते हुए पद्मा स्वामी ने विचार रखा कि बदलते परिवेश में हिंदी को अपनाने में कुछ तपके के लोग कतराते थे वो आज हिंदी के पक्ष में आंदोलन कर रहे है। मोंनिक पटेल और एंजलीना सेम्युअल ने भी इस अवसर पर हिंदी विषय और हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए बल दिया।
इस अवसर पर लव नारायण पांडे,भावेश पटेल, भावेश दिक्चती, श्रीनिवास रेड्डी, अनुप अग्रवाल, हितेंद्र सिंह ठाकुर, काजल अंसारी,भावना वर्मा आदि उपस्थित थे।
8 किमी पैदल चलकर विधायक ने बाईपास का किया निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 11 जनवरी। बस्तर की लाइफलाइन कहलाने वाली केशकाल घाटी तो नए स्वरूप में बनकर तैयार हो गई है, लेकिन तेजी से बढ़ रही ट्रैफिक के चलते प्रतिदिन घाट में जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। लोगों को बायपास मार्ग का इंतजार है।
वहीं अब केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने बायपास मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करवाने का जिम्मा उठाया है। शनिवार सुबह विधायक ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के साथ केशकाल बायपास मार्ग का निरीक्षण किया।
इस दौरान विधायक ने लगभग 8 किलोमीटर पहाड़ों और चट्टानों के बीच पैदल भ्रमण कर बायपास मार्ग की भौगोलिक स्थिति का जायजा लिया। विधायक टेकाम ने बताया कि 10 साल तक कांग्रेस के विधायक संतराम नेताम बाईपास के लिए कुछ भी काम नहीं किया और 5 साल तक उनकी सरकार थी इस बीच भी कुछ काम नहीं हुआ और ठेकेदार काम छोड़ दिया। अब जल्द से जल्द डीपीआर तैयार करवाकर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करवाने एवं निर्माण कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया है ।
धमतरी से जगदलपुर तक बनेगा 4 लाईन, जल्द होगा बाईपास निर्माण शुरू
विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि एनएच 30 में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए अब बायपास मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करवाना अति आवश्यक है। इसके लिए आज हमने लगभग 8 किलोमीटर के दुर्गम रास्ते का पैदल भ्रमण किया। एनएच विभाग के अधिकारियों ने बायपास मार्ग के मोड़ों, जंगलों, उतार-चढ़ाव एवं पुल की आवश्यकता वाले स्थानों से अवगत करवाया है। हमारा प्रयास है कि जल्द ही इसका डीपीआर बनाकर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करवाएं और निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
विधायक ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 10 साल से केशकाल में कांग्रेस के विधायक थे और पिछले 5 साल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन कांग्रेस ने कभी भी बायपास मार्ग को अपनी प्राथमिकताओं में नहीं रखा। वहीं कुछ वर्ष पूर्व यहां पूरा क्षेत्र में नक्सलियों का मौजूदगी होने के कारण भी कार्य में धीमी गति आई होगी। इसी का परिणाम है कि बायपास मार्ग अब तक पूरा नहीं हो पाया है। अब मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हमारी सरकार पूरी गंभीरता से इस मुद्दे को उठा रही है। अब जल्द ही बायपास मार्ग का निर्माण कार्य पूरा करवाया जाएगा, जिससे आम जनता को सहूलियत होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 10 जनवरी। कल गायत्री साय व्यवहार न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोण्डागांव एवं सुरेंद्र कुमार भट्ट प्रतिधारक अधिवक्ता कोंडागांव के द्वारा बालिका बाल गृह कोण्डागांव का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान 19 बच्चे उपस्थित पाये गये, सभी का स्वास्थ्य ठीक पाया गया निरीक्षण के दौरान बालिका गृह का परिसर साफ-सुथरा पाया गया एवं समस्त स्टॉफगण उपस्थित पाये गये।
साथ ही बच्चों के प्रति विधिक जागरूकता लाने के उद्देश्य में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बालिकाओं की अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य में देखभाल और पोषाण में समान अवसर प्रदान करना और बालिकाओं के कानूनी अधिकारों से जागरूकता को बढ़ावा देने बाल विवाह, बाल श्रम एवं पॉक्सो एक्ट की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर बालिका बाल गृह के अधीक्षिका मीणा शर्मा एवं पारेश्वर देवांगन आधिकार मित्र सहित बालिका गृह कोण्डागांव के समस्त स्टॉफगण एवं बालिकाएं उपस्थित रहे।