कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 1 जुलाई। क्षेत्र में नकली बीज का धंधा जोरों पर चल रहा है । प्रमुख रूप से धान एवं मक्का के बीज में अधिक मुनाफाखोरी के चक्कर में व्यापारी ओडिशा एवं अन्य जगहों से लाकर नकली बीज बेच रहे हैं । व्यापारी किसानों के साथ मुनाफाखोरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं कोचियों के द्वारा अधिक मुनाफा के चक्कर में किसानों को नकली बीज थमा दिया जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला बड़ेराजपुर ब्लॉक का है, जहां ग्राम बांसकोट की एक महिला कृषक मारंगपुरी में कृषि बीज की दुकान से 14000 रुपए की लागत से हाइब्रिड धान का बीज खरीदा। मौसम अनुकूल होने पर उसने खेतों में बीज डाला किंतु बीज नाम मात्र भी अंकुरित नहीं हुआ।
बांसकोट के ही गिरवर एवं बलराम ने बताया कि उन्होंने भी मारंगपुरी के उसी दुकान से बीज खरीदा था। उनका भी धान का बीज बिल्कुल भी अंकुरित नहीं हुआ। अब बारिश बढ़ गई दोबारा बीज डालने का उन्हें मौका भी नहीं मिल रहा है। व्यापारियों की मुनाफाखोरी के चक्कर में किसानों का बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है।
बांसकोट निवासी महिला कृषक सरस्वती ने बताया कि उसे जब 14000 हजार का बीज दिया गया तो उसे बताया गया कि यह उच्च क्वालिटी का बीज है तथा सौ फीसद इसका अंकुरण होता है। जब एक हफ्ते बाद नाम मात्र भी बीज अंकुरित नहीं हुआ तो वह बीज दुकान के मालिक के पास जाकर शिकायत की कि बीज खराब था अंकुरित नहीं हुआ तो दुकानदार ने इस पर पल्ला झाड़ते हुए बीज कम्पनी के अधिकारियों से बात करने कहा।
उनसे मोबाइल नंबर पर बात करने पर वह संबंधित कृषक के खेत में पहुंचे तथा उन्होंने भी पल्ला झाड़ दिया कि इसमें कंपनी के बीज की गलती नहीं है। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि खेत में अधिक पानी होने के कारण बीज अंकुरित नहीं हुआ तथा उन्होंने दोबारा बीज देने या पैसा वापस करने से इंकार कर दिया, अब कृषक महिला उपभोक्ता फोरम एवं कलेक्टर के पास शिकायत करने की तैयारी कर रही है।
इस संबंध में कोंडागांव जिला के उपसंचालक डीपी पांडे ने कहा कि किसानों की शिकायत मिलेगी तो जांच की जाएगी तथा जांच सही पाए जाने पर संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई होगी।
ज्ञात हो कि क्षेत्र में इन दिनों बीज के अलावा यूरिया एवं डीएपी की खाद की भी जोरों से कालाबाजारी हो रही है। लगभग दो गुने दाम पर यूरिया का खाद कृषकों को बेचा जा रहा है।
कृषकों को अच्छे बीच के बारे में सलाह देने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद नहीं है।
शिकायत के बाद भी नहीं जागा विभाग
कृषि मैदान में कृषि विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी किसानों को परेशान कर रही है। कृषक कृषि विभाग से अच्छे बीज के बारे में सलाह लेना चाह रहे हैं किंतु विभाग के अधिकारी कर्मचारी मैदानी अमले पर कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं।