‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 30 सितंबर। मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.के.चर्तुवेदी के मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोण्डागांव डीएनके कॉलोनी के सभा कक्ष में विश्व रेबीज दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में जीएनएम टे्रनिंग सेंटर के विद्यार्थी, जिला समनव्यक टी.बी. डिपार्टमेंट कांतेश देवांगन, आई.सी.टी.सी. काउंसलर संतोष ठाकुर, एसटी.आई.एस. काउंसलर रिना, जिला महामारी विषेषज्ञ झम्मन लाल वर्मा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में जीएनएम टे्रनिंग सेंटर के फाईनल ईयर के विद्यार्थियों को रेबीज के संक्रमण उपचार एंव टीकाकरण की सम्पूर्ण जानकारी साझा किया गया।
संक्रमण के कारण
यदि कोई भी जानवर असामान्य रूप से आपको काट देता है तो वह रेबीज हो सकता है क्योंकि सामान्यत: पालतू जानवर ऐसा नहीं करते जब कि वह संक्रमित ना हो। यदि जानवर काट ले तो क्या करें: सबसे पहले काटे हुए घाव को बिना टच किए साफ बहते पानी से अच्छी तरह धोएं। घाव को खुला छोड़े, टांके या बैंडेज ना लगाएं।
संक्रमण के उपचार
समय पर टीका लगाकर आप रेबीज जैसे जानलेवा बीमारी से खुद को बचा सकते हैं क्योंकि यदि आपने टीका नहीं लगाया और यदि आपके षरीर में संक्रमण पहुंच गया तो 30 दिन से लेकर 6 साल के अंदर कभी भी आपको रेबीज के लक्षण जैसे पानी से डर, लाइट से डर और हवा से डर, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण आ सकते हैं जो इलाज है।
बचाव हेतु क्या-क्या करें: समय-समय पर अपने पालतू जानवारों को नियमित एंटी रेबीज का टीका लगवाते रहें और हमेषा अपनी रिगरानी में रखे। पंचायत या नगर पालिका के सहयोग से अवारा कुतों को रेबीज से बचाव के टीके लगवानी चाहीए।
यदि आपने पहले से एंटी रेबीज टीका लगवा चुके हैं और अपाको जानवर फिर से काट दे तो आपको केवल प्रथम और तीसरे दिवस के टीके (0.5उस मांषपेषियों में या 0.1उस त्वचा में ) ही लगाने की आवस्यकता होगी लेकिन उक्त हेतु आपको पुर्व में लगे टीके का रिकॉर्ड/ स्ंिपल या डॉक्टर की पर्ची सम्भाल के रखना जरूरी है। यदि त्वचा में दांत नाकुन से आये हुए करोच या हल्का स रक्त स्त्रव होता है तो एंटी रेबीज का इन्ट्राडरमल डोज 0, 3, 7 और 28 वें दिवस में लगाना चाहिए।
सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में नि:शुल्क टीका
सभी टीके समस्त षासकीय चिकित्सालयों में पुर्णत: नि:षुल्क है और गंभीर बीमारी के रोगी, छोटे बच्चे या गर्भवती महिला सभी के लिए पुर्णत: सुरक्षित है।