‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अक्टूबर। नाभिकीय कृषि एवं जैवप्रौद्योगिकी विभाग भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के प्रायोजन के फलस्वरूप कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी एवं आनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी परिसर में प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद अभिषेक सिंह उपस्थित थे। उन्होंने वैज्ञानिकों से उन्नत फसल उत्पादन हेतु विस्तृत चर्चा करते हुए किसानों से सीधे संवाद कर विक्रम- टीसीआर किस्म एवं अन्य फसलों को बीज उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत लगाने हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित आसपास के उन्नत प्रगतिशील किसानों के मध्य भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुंबई एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के सहयोग से विकसित धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम-टीसीआर का व्यापक प्रसार किया गया।
कार्यक्रम में भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुंबई (बायोसाइंस ग्रुप) के निदेशक डॉ. पीए हसन, एनए-बीटीडी के विभागाध्यक्ष डॉ. एडी बलाल एवं सीआइएस, एनए-बीटीडी से प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. बीके दास उपस्थित रहे। साथ ही इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से प्रमुख वैज्ञानिक के तौर पर प्रोफेसर डॉ. दीपक शर्मा एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. परमेश्वर साहू उपस्थित हुए एवं सभी वैज्ञानिकों ने सफरी-17 धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम-टीसीआर के उन्नत गुणों के बारे में न केवल किसानों को बताया।
उन्होंने किसानों की धान फसल की उत्तम पैदावार और गुणवत्ता को बनाए रखने संबंधी चर्चा कर विक्रम- टीसीआर की उन्नत काश्त तकनीकी के फोल्डर भी किसानों को वितरित किया। कार्यक्रम में केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. गुंजन झा ने किसानों को धान की इस उन्नत किस्म को अपनाकर अधिक लाभ कमाने की सलाह दी।
कृषि महाविद्यालय सुरगी के वैज्ञानिक प्राध्याक डॉ. द्विवेदी प्रसाद, डॉ. पूजा साहू, डॉ. डिकेश्वर निषाद एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अतुल डांगे, डॉ. नूतन रामटेके, मनीष कुमार सिंह, डॉ. योगेंद्र श्रीवास, जितेंद्र मेश्राम एवं आशीष गौरव शुक्ला, कृषि विभाग राजनांदगांव से वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सहित राजनांदगांव जिले के नवाचारी एवं डॉ. खूबचन्द बघेल कृषि रत्न पुरस्कार, मल्टी लेयर फार्मिंग पुरस्कार, यंग इंडिया, वाटर हीरो एवं नवोन्मेषी किसान पुरस्कार से सम्मानित कृषक श्री अनेश्वर वर्मा एवं बड़ी संख्या में उन्नत एवं उन्नतशील किसान उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के अंत में सभी कृषकों को कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी के प्रक्षेत्र में लगे सफरी-17 धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम- टीसीआर को प्रत्यक्ष रूप से दिखाकर गुणों का अवलोकन कराया गया।