राजनांदगांव
शहर के चर्चों और घरों में तैयारी जोरों पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 दिसंबर। शांतिदूतक प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन के खास मौके पर क्रिसमस पर्व को लेकर मसीह समुदाय में तैयारी जोरों पर है।
25 दिसंबर को जीजस क्राईस के जन्मदिन की प्रारंभिक तैयारी चर्चों के साजो-सजावट के साथ दिख रही है। मसीह घरों में रंग-रोगन का काम चल रहा है। वहीं चर्चों में आध्यात्मिक कार्यक्रमों की तैयारी का अभ्यास भी चल रहा है। ईसाई धर्मावलंबी क्रिसमस पर्व मनाने के लिए खरीददारी में भी जुट गए हैं। शहर के चर्चों को आकर्षक रौशनी से खूबसूरत रूप दिया गया है। कृत्रिम रौशनी से त्यौहार की रौनकता बढ़ गई है।
आने वाले दिनों में शहर में भव्य शोभायात्रा के साथ पर्व का आगाज होगा। प्रतिवर्षानुसार 20 दिसंबर को शहर में समाज की ओर से शोभायात्रा निकालने का रिवाज रहा है। शोभायात्रा का गैर ईसाई समुदाय भी स्वागत करने में पीछे नहीं रहते। राजनांदगांव शहर की पारंपरिक धार्मिक वातावरण हमेशा से अक्षुण्ण रही है। शहर के मेनोनाईट, वेसलियन, मार्थाेमा, सीरियन समेत अन्य चर्चों में प्रभु यीशु के जीवन से जुड़ी लोकगाथाओं का पठन किया जा रहा है। प्रभु यीशु मसीह के त्याग और समर्पण को समाज में विस्तारित रूप देने के लिए फादर और पास्टर अपने व्याख्यान में उल्लेख कर रहे हैं।
पवित्र किताब बाईबिल में लिखे अंशों और शब्दों को जीवन में आत्मसात करने के लिए चर्चों में विशेष व्याख्यान दिया जा रहा है। इस बीच शहर के चर्चों में शाम ढलते ही कृत्रिम रौशनी से आकर्षण दोगुना हो गया है। ईसाई धर्मावलंबी क्रिसमस पर्व मनाने के लिए जोरदार तैयारी कर रहे हैं। चर्चों के बाहर सजावट से जुड़े सामानों की बिक्री शुरू हो गई है।
सांताक्लाज देंगे उपहार
क्रिसमस पर्व पर बच्चों को उपहार स्वरूप चाकलेट और अन्य सामान की सौगात देंगे।
शहर में शोभायात्रा के दिन सांताक्लाज भी नजर आएंगे। ऐसा माना जाता है कि सांता क्लाज प्रभु ईशु मसीह के आशीर्वाद से ही ऐसे ही धरती पर तोहफे देने के लिए क्रिसमस पर्व पर आए थे, इसलिए एक विशेष परिधान में सांताक्लाज बनकर उपहार के साथ खुशियां भी बांटने का रिवाज रहा है।


