राजनांदगांव
बैठक में 270 से अधिक प्रकरणों पर चर्चा और समीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 दिसंबर। दुर्ग रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग ने रेंज स्तरीय दोषमुक्ति प्रकरणों की गंभीरतापूर्वक विस्तृत समीक्षा कर रेंज के सभी जिलों के एसपी समेत अन्य अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में दुर्ग, बालोद और बेमेतरा जिलों के कुल 270 से अधिक प्रकरणों की बारीकी से समीक्षा की।
आईजी गर्ग ने महिला एवं बाल अपराध, पॉक्सो एक्ट, हत्या एवं हत्या के प्रयास, एनडीपीएस तथा अन्य मामलों में दोषमुक्ति के कारणों पर गहन चर्चा की गई। पुलिस महानिरीक्षक ने विवेचना की गुणवत्ता बढ़ाने, अभियोजन के साथ त्वरित समन्वय स्थापित करने एवं दोषसिद्धि प्रतिशत में सुधार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। साथ ही आदतन अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई को प्राथमिकता देते आईजी ने निर्देश दिए कि समाज में लगातार भय का वातावरण बनाने वाले अपराधियों पर कठोरतम दंडात्मक उपाय किए जाएं। जिन अपराधियों को जमानत का लाभ मिल चुका है और वे पुन: अपराध में संलिप्त पाए जा रहे हैं, उनकी जमानत निरस्तीकरण हेतु न्यायालय में शीघ्र पहल करने पर बल दिया गया। इसके अतिरिक्त ऐसे व्यक्तियों की सतत निगरानी और नियमित रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में संयुक्त संचालक अभियोजन दुर्ग एसएस ध्रुव, उप निदेशक अभियोजन बालोद अनुरेखा सिंह, उप निदेशक अभियोजन बेमेतरा आशीष कुमार सिन्हा, लोक अभियोजन विनय अग्रवाल, लोक अभियोजन दुर्ग सुनील चौरसिया एवं दुर्ग, बालोद और बेमेतरा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी/अति. पुलिस अधीक्षक पद्मश्री तंवर, ज्योति सिंह, मोनिका ठाकुर, डीएसपी शिल्पा साहू, उपनिरीक्षक रामकुमार प्रधान, डाटा एंट्री ऑपरेटर तेजस्वी गौतम तथा पुलिस पीआरओ प्रशांत कुमार शुक्ला उपस्थित रहे।


