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महासमुंद,14 मार्च। छतीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2016 की नियमों के तहत कलेक्टर खाद्य शाखा जिला महासमुंद द्वारा विकासखंड सरायपाली में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के नवीन आबंटन हेतु 20 ग्राम पंचायतों नगरीय निकाय के दुकानों के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली ओंकारेश्वर सिंह ने बताया कि 16 ग्राम पंचायतों नगरीय निकाय में दुकान संचालन हेतु आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। जांच हेतु गठित समिति के द्वारा प्राप्त आवेदन पत्रों की जांच की गई है। समिति के द्वारा प्रस्तावित की गई संस्थाओं को शासकीय उचित मूल्य की दुकान का नवीन आबंटन किया जाना है। उक्त शासकीय उचित मूल्य की दुकान आबंटन के सम्बन्ध में यदि किसी संस्था, समूह को किसी प्रकार की दावा आपत्ति हो तो 15 मार्च तक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हंै।
निर्धारित तिथि के उपरांत प्राप्त दावा आपत्ति पर विचार नहीं किया जाएगा और इस चयन को अंतिम माना जायेगा। समिति के द्वारा अनुशंसित प्रस्तावित शासकीय उचित मूल्य की दुकानों की सूची अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली कार्यालय एवं जनपद पंचायत सरायपाली के सूचना बोर्ड में चस्पा की गई है।
महासमुंद,14 मार्च। वृत्त महासमुंद अंतर्गत परसदा ग्राम के स्टाप डेम के पास में कीर्ति राम के कब्जे की तलाशी लिए जाने से 8 लीटर हाथ भट्टी अवैध महुआ शराब जब्त किया गया। आरोपी के विरूद्ध धारा 34-1 क, 34-2, 59 क आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण कायम किया गया एवं न्यायालय महासमुंद से रिमांड प्राप्त कर जेल दाखिल किया गया। उक्त कार्रवाई आबकारी वृत्त महासमुंद शहर प्रभारी आबकारी उपनिरीक्षक मुकेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में की गई।
महासमुंद,14 मार्च। महावीर कॉलोनी निवासी इंजीनियर अनिमेश सिंह रघुवंशी की आत्महत्या के मामले में अभी तक एफआईआर नहीं हो पाई है। क्योंकि उनके परिजन एफआईआर के लिए दोबारा पुलिस के पास नहीं पहुंचे हैं। हालांकि उन्हें इसके लिए बुलाया गया था।
एफआईआर नहीं होने से किसी की गिरफ्तारी भी नहीं हो सकी है। मामला अभी तक मर्ग जांच तक सीमित है। आगे पुलिस के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। क्योंकि इंजीनियर अनिमेश ने मरने से पहले लिखे अपने सुसाइड नोट में जिन लोगों से परेशान होने का जिक्र किया है। वहीं सूदखोरी के अवैध धंधे में लिप्त अन्य लोग फरार हो चुके हैं। इसकी पुष्टि विभागीय सूत्रों से भी हो रही है। यदि एफआईआर हुई होती तो आरोपी गिरफ्तार भी हो चुके होते।
मालूम हो कि रायपुर के प्रोफेसर कॉलोनी के मूल निवासी और महासमुंद में महावीर कॉलोनी के हाल निवासीइंजीनियर अनिमेश ने सोमवार 11 मार्च को सूदखोरों के दबाव से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना पर मृतक के पिता प्रकाश सिंह रघुवंशी और उसके चचेरे भाई कियूष शर्मा महासमुंद पहुंचे थे। पंचनामा पोस्टमॉर्टम आदि के बाद परिजन को शव सौंप दिया गया था। परिजन शव रायपुर ले गए थे। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला था जिसमें ऐसे कुछ सूदखोरों का जिक्र था जो अनिमेश को उधारी के पैसे लौटाने के लिए परेशान करते थे। अनिमेश का कई साइड पर काम चल रहा था।
उसने कुछ सूदखोरों से उधार में रकम लेकर भवनों का निर्माण किया था। सुसाइड नोट में उसने कई ऐसे भवन मालिकों का भी जिक्र किया है जिनसे उसे अच्छी खासी रकम लेना बाकी है। इन सब दबावों के कारण उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सुसाइड नोट परिजनों को पढ़वाया भी था ताकि जांच आगे बढ़े। लेकिन मामला इसके बाद से आगे नहीं बढ़ा।
इधर अब तक पुलिस ने हैंडराइटिंग एक्सपर्ट को सुसाइड नोट भी नहीं भेजा है जिससे यह पक्का हो सके कि वह अनिमेश का ही लिखा हुआ है। हालांकि यह केवल औपचारिकता दी है। एलिस तो मानकर चल रही है औपचारिकता ही है। पुलिस तो मानकर चल रही है कि यह अनिमेश का ही लिखा हुआ है। लेकिन वह इसे एक्सपर्ट से प्रमाणित कराना चाहती ताकि आरोपी कोर्ट में इसे चैलेंज न कर सकें। इस मामले में कोतवाली टीआई मोनिका श्याम का कहना है कि पुलिस तो तत्काल ही एफआईआर कर आगे की कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन मृतक के परिजन नहीं आ पाए।
मौके का फायदा उठाकर संदिग्ध तो भागेंगे ही। अब एफआईआर के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,14 मार्च। जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को माह भर से ज्यादा समय के बाद भी अभी तक उठाव नहीं हो सका है। धान का उठाव नहीं होने से अब समिति प्रबंधकों को सूखत की चिंता सता रही है। धान खरीदी नीति के अनुसार खरीदी होने के 72 घंटे के अंदर उपार्जन केंद्र से धान का उठाव किया जाना हैए लेकिन जिले के 181 खरीदी केंद्रों में करीब 9.55 लाख क्विंटल धान जाम है। मिलर्स को डीओ ही जारी नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण परिवहन भी नहीं हो रहा है। सभी खरीदी केंद्रों में अब परिवहन को लेकर फड़ प्रभारी परेशान हैं। जिसे लेकर कई बार उपपंजीयक कार्यालय में बैठक भी हो चुकी है। बावजूद केवल आश्वासन मिला है।
मालूम हो कि धान की खरीदी शासन की नीतियों के तहत 17 प्रतिशत की नमी पर किया जाता है, लेकिन गर्मियों में धान सूखकर 10 प्रतिशत के नीचे चला जाता है। जिसका खामियाजा समिति के कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है। बीते 1 नवंबर से शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी शुरू की गई थी। 31 जनवरी तक खरीदी की जानी थी, लेकिन समय-समय पर मौसम खराब होने के कारण धान खरीदी न होने से अंतिम तिथि बढ़ाकर 4 फरवरी किया गया था। इस साल जिले के पंजीकृत 158756 पंजीकृत किसानों में से 152515 किसानों से 113 लाख क्विंटल धान खरीदा गया।
अब तक करीब 103 लाख क्विंटल धान का उठाव हो गया है। जिले में कुल 182 उपार्जन केंद्र हैं। इसमें केवल एक ही शून्य हो पाया है। जिले के 181 उपार्जन केंद्रों में 9 लाख 55 हजार क्विंटल धान शेष है। 16 उपार्जन केंद्र ऐसे हैं, जहां प्रत्येक में 20 हजार क्विंटल से अधिक धान का उठाव नहीं हुआ है। वहीं 41 केंद्रों में 10 हजार क्विंटल से अधिक शेष है।
सहकारी समिति कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने कहा कि धान में सूखत आना स्वाभाविक,यह गंभीर समस्या है, जिससे समिति में पदस्थ कर्मचारी तनाव में होते हैं। धान की खरीदी शासन की नीतियों के तहत 17 प्रतिशत की नमीं पर किया जाता है, लेकिन गर्मियों में धान सूखकर 10 प्रतिशत के नीचे चला जाता है। जिसका खामियाजा समिति के कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है। शासन को खरीदे धान पर सूखत का भुगतान किया जाना चाहिए।
समय पर धान का उठाव न होने से उसके रख रखाव समय पर धान का उठाव न होने से उसके रखरखाव में समिति प्रभारियों को परेशानी उठानी पड़ती है। नियमानुसार धान खरीदी के 72 घंटे के अंदर उक्त धान का खरीदी केंद्रों से उठाव हो जाना चाहिए, लेकिन प्रतिवर्ष धान उठाव को लेकर लापरवाही देखी जाती है। कभी भी उपार्जन केंद्रों से समय पर धान का उठाव नहीं हो पाता। जिससे खरीदी प्रभारियों व समिति कर्मचारियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सावधानी बरतने तथा सुरक्षा की दृष्टि से बल तैनात
सूचना मिल रही है, पर पुष्टि नहीं -डीएफओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 14 मार्च। सिरपुर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बाघ की चहल कदमी के बीच अब जिला मुख्यालय के कुम्हार पारा प्राथमिक शाला के ठीक पीछे कल शाम करीब 7.30 बजे के आसपास लोगों ने 3 बार बाघ की दहाड़ सुनी। इसके बाद से कुम्हार पारा सहित इससे लगे अन्य मोहल्ले में दहशत है। हालांकि वन विभाग ने अब तक बाघ की पुष्टि नहीं की है। इधर कुम्हारपारा में जिस स्थान पर बाघ दहाडऩे के सिरपुर क्षेत्र में पिछले दो दिनों से नाइट विजन कैमरे के साथ बाघ की सर्चिंग की जा रही है।
कल बाघ का लोकेशन सिरपुर क्षेत्र थी, लेकिन वहां से 40 किमी दूरी पार कर जिला मुख्यालय पहुंचने की सूचना पर वन अमला सर्च कर रहा है। मोहल्लेवासियों की सूचना पर पुलिस वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर आसपास के खेतों में सर्चिंग कर रही है। बताया जा रहा है कि कल शाम सर्वप्रथम एक महिला ने बाघ की आवाज सुनी। महिला ने अपने आसपास के युवा को इसकी जानकारी दी।
मौके पर उपस्थित युवाओं से मिली जानकारी के अनुसार रोजाना की तरह शाम करीब साढ़े 7 बजे मोहल्ले के युवा शिवा राजपूत,सागर सोनवानी, नागेश राजपूत, दीपक राजपूत, दक्ष तिवारी घर के समीप ही बने खेत में फ्र ी फायर गेम खेल रहे थे। इस बीच मोहल्ले की महिला ज्योति राजपूत ने किसी वन्य प्राणी की दहाडऩे की आवाज सुनी तथा फ्र ी फायर गेम खेल रहे युवाओं को इसकी जानकारी दी। थोड़ी देर मोबाइल का साउंड बंद कर युवाओं ने खेत की ओर ध्यान दिया तो पुन: बाघ जैसी दहाड़ सुनाई दी।
दहाड़ सुनने के बाद वहां मौजूद कुछ लोग दहशत के चलते अपने घरों में चले गये। मौके पर जागरूक युवा नरेश नायक ने तुरंत ही इसकी सूचना 112 को दी। बाद पुलिस ने वन अमले को सूचित किया। देर शाम 8 बजे के आसपास ही प्राथमिक शाला स्कूल के समीप ही पुलिस और वन विभाग की टीम हाथों में टॉर्च, डंडा आदि लेकर तैनात हो चुके थे।
इस संबंध में वन विभाग के रेंजर टीआर सिन्हा ने बताया कि बाघ है या शेर या फि र कोई और प्राणी है। इसकी पुष्टि के लिये टीम तैनात हैं।
डीएफओ महासमुंद पंकज राजपूत का कहना है कि मोहल्लेवासियों से बाघ के दहाड़ की सूचना मिल रही है। लेकिन फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है। सावधानी बरतने तथा सुरक्षा की दृष्टि से बल तैनात कर दिए हैं।
मालूम हो कि कल शाम जिस स्थान पर युवाओं ने बाघ की दहाड़ सुनी, वहां से महज आधा किलोमीटर में ही संजय कानन तथा नीलगिरी प्लांटेशन है। पूर्व में भी बागबाहरा मार्ग के पेट्रोल पंप के आसपास अक्सर गर्मी के दिनों में लोग लकड़बग्घा, चीतल या फिर अन्य वन्य प्राणियों को देखते थे। वहीं मूर्तिकार राजेश चक्रधारी के घर के समीप ही वर्ष 2016-17 में एक भालू कुएं में गिर गया था। जिसे वन टीम ने रेस्क्यू कर निकाला था।
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महासमुंद, 14 मार्च। विहिप के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा 15 मार्च को महासमुंद प्रवास पर रहेंगे। वे शाम 6.30 बजे पहुंचेंगे।
प्रवीण तोगडिय़ा शहर के गणमान्य लोगों को स्थानीय शंकराचार्य संस्कृतिक भवन में सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित सभा में सनातन संस्कृति एवं हिंदुत्व इसके लिए स्थानीय सभी समाज प्रमुखों,विद्यार्थी परिषद, अधिवक्ता परिषद, पूर्व सैनिकों मातृशक्ति एवं किसानों के मध्य हिंदुत्व की ऊर्जा का संचार करेंगे।
श्री तोगडिय़ा का छत्तीसगढ़ के लिए इस संक्षिप्त प्रवास के अंतर्गत 15 को सुबह एयरपोर्ट रायपुर आगमन के पश्चात रायपुर में व्यस्त कार्यक्रमों के पश्चात महासमुंद में सभा को संबोधित करेंगे और 16 को रायपुर होते दुर्ग कार्यक्रम के लिए प्रस्थान करेंगे एवं वहां आयोजित सभा को संबोधित करेंगे। श्री तोगडिय़ा की महासमुंद में बहुप्रतिक्षित सभा ऐतिहासिक होगी।
सनातन की समृद्धि एवं संरक्षण हेतु अपनी संपूर्ण जीवन की आहुति देने वाले श्री तोगडिय़ा की इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए सर्व हिंदू समाज ने सभी समाज के प्रमुखों, विद्यार्थी परिषद, अधिवक्ता परिषद, पूर्व सैनिकों से संपर्क कर इन सभी बुद्धिजीवियों को इस सभा की सहभागी बनने के लिए विगत दिनों से अपना कार्यक्रम चला रहे हंै।
विभाग ने आमंत्रण पत्र और पोस्टर से सांसद का नाम फोटो गायब किया, नाम नहीं होना छोटी गलती नहीं है, बिल्कुल गलत है-सांसद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 मार्च। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत परिणय सूत्र में बंधे 160 जोड़े संजय कानन में सांसद, मंत्री, विधायक का इंतजार करते रहे लेकिन कोई नहीं पहुंचे। वैसे भी शादी समारोह के आमंत्रण कार्ड में सांसद चुन्नीलाल साहू का नाम नहीं होने से मामले में तूल पकड़ा था। हालांकि महिला बाल विकास विभाग ने इस गलती को सुधारते हुये बाद में पृथक से सांसद साहू की तस्वीर वहां चस्पा की थी।
जब इस तस्वीर को चस्पा किया जा रहा तब वहां अनेक लोग इसे देख आश्चर्य व्यक्त कर रहे थे। अंतत: जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह का एक बड़ा कार्यक्रम कल बागबाहरा मार्ग स्थित संजय कानन में आहुत किया। आयोजन स्थल पर मुख्यमंत्री, महिला बाल विकास मंत्री,जिले के सभी विधायकों की तस्वीर स्टेज पर लगे पोस्टर में थी। इस पोस्टर में भी सांसद चुन्नीलाल साहू की तस्वीर गायब थी।
महिला बाल विकास विभाग ने जो आमंत्रण पत्र बांटा था उसमें मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, सांसद प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी का नाम तो था लेकिन वर्तमान सांसद चुन्नीलाल साहू का नाम गायब था। हलचल तो तब शुरू हुई जब सांसद साहू की तस्वीर समारोह के मंच पर लगे पोस्टर से गायब कर दी गई। जब कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति की, तो मंच पर ही पृथक से उनकी तस्वीर लाकर पोस्टर में चस्पा कर दी गई।
निर्धारित समय से घंटे भर विलंब से शुरू होने के कई घंटे तक बााद तक विवाह मंडप पर अनेक वर वधु नहीं पहुंच सके थे। कई तो विवाह की महत्वपूर्ण वैदिक रस्में पूरी होने बाद पहुंचे। फलस्वरूप महज औपचारिकताएं निभा ली गई। जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, पार्षद देवीचंद राठी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष पवन पटेल सहित अन्य प्रतिनिधियों ने नवविवाहित दम्पतियों को आशीर्वाद दिया।
विवाह कार्यक्रम में संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अलावा वर-वधुओं के परिजन मौजूद थे। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास समीर पाण्डे ने बताया कि आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी के लिए राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता के रूप में 50 हजार रुपए का अनुदान सहायता राशि प्रदान किया जाता है। प्रति जोड़ा 50 हजार रुपए का व्यय किया गया है। इसमें प्रत्येक कन्या को 21 हजार रुपए की राशि बैंक खाते या बैंक ड्राफ्ट के रूप में प्रदान की गई। इसके अलावा 15 हजार रुपए की राशि के उपहार दिए गए हैं।
शहर के संजय कानन में हुई इस सरकारी शादी में काफी अव्यवस्थाएं दिखीं। न बैठने के लिए पर्याप्त इंतजाम था, न आराम के लिए जगह। दूर-दूर से आए वर-वधु और उनके परिवार के सदस्य इधर-उधर भटकते रहे। कल मंगलवार को हुए इस कार्यक्रम की सूचना कई जोड़ों और उनके परिवारजनों को मंगलवार सुबह को ही मिली। हाल ये था कि इधर शादी शुरू चुकी थी उधर कई जोड़े आ ही रहे थे। कई जोड़े सरायपाली के ओडि़शा बॉर्डर से करीब 140 किमी दूर से पहुंचे थे। आने में तो देर हुई ही, उन्हें लौटने में भी परेशानी हुई। मुख्य पंडाल में मंडप बनाया गया था। इसी के एक हिस्से में मंच भी बनाया गया था। 160 जोड़ों की शादी थी। करीब साढ़े तीन हजार लोग जुटे थे। इतने लोगों को मुख्य पंडाल छोटा पड़ गया। एक पंडाल भोजन के लिए था, लेकिन वह भी छोटा ही था। गनीमत है कि संजय कानन में ओपन स्पेस काफ ी है। धूप तेज थी और सब लोग एक साथ पंडाल के नीचे नहीं बैठ सकते थे। खाना खाने के बाद हाथ धोने के लिए भी परेशानी हुई। खाने के बाद टैंकर के सामने वर-वधु लाइन में लग पानी ले रहे थे। बाकी के लोग भी यहीं से पानी पीते और हाथ धोते रहे। इससे यहां कीचड़ हो गया।
आमंत्रण पत्र और पोस्टर में नाम फोटो नहीं होने को लेकर सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी। नाम नहीं होना छोटी गलती नहीं है, बिल्कुल गलत है। कलेक्टर से बात हुई तो उन्होंने कहा कि मैं अधिकारी से जवाब मांगता हूं। इसके बाद अधिकारी ने फोन कर इस गलती के लिए माफी मांगी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 13 मार्च। देवपुर वन परिक्षेत्र में एक तालाब निर्माण के बाद भुगतान के एवज में 20 फीसदी कमीशन बलौदा बाजार के वन अधिकारी द्वारा मांगे जाने की शिकायत बेरोजगार इंजीनियर ठेकेदार ऋषभ कुमार सोनी ने उच्चाधिकारियों से की है।
शिकायत के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा मुख्य वन संरक्षक को मामले की जांच के आदेश दिए गए है। इस संबंध में बलौदाबाजार वन मण्डलाधिकारी से चर्चा करने पर उन्होंने ऐसे किसी मामले की जानकारी होने से ही इंकार कर दिया है। उक्त संबंध में शिकायत एवं शिकायत की जांच के आदेश का पत्र इस प्रतिनिधि को मिला है।
पत्र में शिकायतकर्ता विष मयंक आकर अपने पद का दुरूपयोग एवं कक्ष क्रमांक 256 कुम्हारी वन परिक्षेत्र देवपुर में निर्माण कराया गया तालाब के भुगतान के एक्ज में 20 फीसदी कमीशन मांगने के संबंध में शिकायत कर्ता ऋषि कुमार सोनी ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक को संबोधित किये गए पत्र में लिखा है कि उनके द्वारा कक्ष क्रमांक 2 कुम्हारी वन परिक्षेत्र- देवपुर वन मंडल बलौदाबाजार में तालाब निर्माण कार्य कराया गया था, जिसका भुगतान राशि 4.50,000/- 30जून 2022 से आज दिनांक तक लंबित है एवं संदर्भित पत्र क्रमांक के संबंध में मुख्य वन मण्डलाधिकारी बलौदाबाजार को 19 जून 2023 को भुगतान करने हेतु पत्र लेख किया गया था, फिर भी आज दिनांक तक भुगतान नहीं किया गया है।
श्री सोनी ने वन मण्डलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि वे भुगतान के एवज में वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल द्वारा लगातार 25 फीसदी कमीशन की राशि की मांग की जा रही है एवं भुगतान न कर मानसिक रूप से प्रताडि़ता किया जा रहा है।
आपको अवगत करना चाहंूगा कि पूर्व में भी शिकायत किए जाने पर वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल द्वारा भुगतान किया गया या जिसके बाद लगातार कमीशन के लिए उनके अधीनस्थ कार्य करने वाले वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा 25 फीसदी त्कमीशन की राशि के लिए दबाव डाला जा रहा था एवं धमकाया जा रहा था कि सब अगला भुगतान 25 फीसदी कमीशन देने के बाद ही होगा जिसका शिकायत मेरे द्वारा वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल के पास किया गया था, जिसके बाद भुगतान कर आश्वासन देकर मेरे शिकायत नस्तीबद्ध कर दी गई थी और आज उनके कहे अनुसार 1 वर्ष बाद भी मेरे द्वारा कराए गए कार्य का भुगतान लंबित है, और बार-बार गलत तरीके से जांच कराकर भुगतान नहीं किया जा रहा है एवं मानसिक रूप से प्राप्त किया जा रहा है।
पीसीसीएफ ने दिए जांच के आदेश
दूसरी ओर मामले की शिकायत के बाद मुख्य वन संरक्षक को प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा जारी एक आदेश में लिखा है कि, बलौदाबाजार वनमण्डल अधिकारी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वन परिक्षेत्र देवपुर में निर्माण कराये गये तालाब के भुगतान के एवज में 25 प्रतिशत कमीशन के सबंध में शिकायत मिली है। शिकायतकर्ता ऋषभ कुमार सोनी, के पत्र 05 फरवरी 2024 के संबंध में जांच करायी जाकर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
बहरहाल जिला स्तर के एक वन अधिकारी पर कमीशन मांगने का आरोप लगना गम्भीर मामला है। हालांकि वन विभाग से सबसे बड़े अफसर ने शिकायत की जांच के आदेश दे दिए है।अब देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है और कार्रवाई किस तरह की जाती है। उक्त मामले में बलौदा बाजार के डीएफओ मयंक अग्रवाल ने मोबाइल पर इस प्रतिनिधि को बताया कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
छग नगरीय निकाय पेंशनर्स संघ का प्रांतीय सम्मेलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 मार्च। छग नगरीय निकाय पेंशनर्स संघ का प्रांतीय सम्मेलन टाउन हॉल में गत 10 मार्च को हुआ। राजनांदगांव, भाटापारा, गोबरा नयापारा, पिथौरा, कांकेर, धमतरी, कोण्डागांव, तखतपुर, तिल्दा नेवरा, जांजगीर-चांपा तथा महासमुंद एवं मुंगेली से 150 सदस्य एवं पदाधिकारी सम्मेलन में उपस्थित हुए। सरस्वती पूजा एवं छग के राजकीय गान उपरांत प्रांताध्यक्ष डा. डीसी जैन के 91वें जन्म दिन के अवसर पर 91 दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन प्रारंभ किया गया। सनद शर्मा प्रांतीय उपाध्यक्ष, मकबूल अहमद कनिष्ठ उपाध्यक्ष, राजेन्द्र सिंह चौहान प्रांतीय सचिव, रविशंकर शर्मा महामंत्री, प्रेमचंद श्रीवास्तव संभागीय उपाध्यक्ष, बीडी सोनवानी, संगठन एवं प्रचार मंत्री सहित विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा सभा को संबोधित किया गया। प्रांताध्यक्ष डीसी जैन ने वेतन एवं मंहगाई भत्ता के मामले में 7 तारीख के भीतर वेतन भुगतान करने नियत समय पर महंगाई भत्ता दिये जाने तथा नियमित रूप से जीपीएफ जमा करने की आवश्यकता पर बल देते हुये निकाय कर्मचारियों के साथ हो रहे भेदभाव एवं पक्षपातपूर्ण कार्रवाई पर शासन का ध्यान आकर्षित कराते हुये इसके निराकरण की अपेक्षा शासन से की।
सभा को संबोधित करते हुये प्रांताध्यक्ष द्वारा पालिका में एल्डरमेन की नियुक्ति में स्थानीय निकाय के पेंशनरों को एल्डरमेन पद पर नियुक्ति में प्राथमिकता दिये जाने की मांग रखी गई। शासन द्वारा इस पर अमल करने से जनहित एवं नगर हित के कार्यों में प्रगति के साथ परिषद के कार्यों में तेजी आयेगी। पेंशनरों के हितार्थ निरंतर समर्पित एवं क्रियाशील रहने के लिये प्रांताध्यक्ष डा. डीसी जैन को साधुवाद ज्ञापित कर उन्हें सम्मान पत्र भेंट किया गया।
इसी क्रम में सनद शर्मा, रविशंकर शर्मा, राजेन्द्र सिंह चौहान एवं अजय यादव को स्मृति चिन्ह तथा शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। बैठक में उप स्थित समस्त सदस्यों को श्रीफल, गमछा, पेन एवं केंलेडर भेंटकर महासमुंद पेंशनर्स संघ के अध्यक्ष बीडी सोनवानी द्वारा सभा समापन की कार्रवाई की गई। संचालन नगर पालिका पेंशनर्स महासमुंद संघ के सचिव रामकुमार लोधी ने किया।
महासमुंद, 13 मार्च। जैन जगत के तृतीय दादा गुरुदेव जिनकुशल सूरि गुरुदेव का 691 वां स्वर्गारोहण महोत्सव जैन संघ के तत्वावधान में गांधी चौक स्थित जैन मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
दादा गुरुदेव भक्त ग्रुप के सदस्य राहुल बोथरा ने बताया कि सुबह 10 बजे दर्शित गादिया ने भजनों की प्रस्तुति दी। दोपहर 12.30 बजे गुरुदेव की प्रसादी का आयोजन किया गया।
रात 8.30 प्रभु भक्ति का आयोजन मूल मंदिर परिसर में किया गया। बाद दादा गुरुदेव इकतीसा पाठ, गुरुभक्ति का आयोजन किया गया। गुरु भक्ति में स्थानीय भजन गायकों ने भजनों से गुरुदेव को श्रद्धा सुमन अर्पित की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 मार्च। सिरपुर अंचल में विचरण कर रहे बाघ की एकदम सही लोकेशन कोई नहीं बता पा रहा है। कल मंगलवार को उसके फूट प्रिंट महासमुंद जिले से बाहर मिलना बताया जा रहा है। बीती रात मरौद में सोसायटी समीप एक गाय का शिकार हुआ है। यह शिकार बाघ ने ही किया है या तेंदुए ने, कहा नहीं जा सकता। दोनों जिलों के डीएफओ और वन विकास निगम के डीएम नाइट विजन ड्रोन के साथ सर्चिंग पर निकले हुए हैं।
महासमुंद और बलौदाबाजार व वनविकास निगम की कुल 6 टीमें सिरपुर के आसपास बाघ की मॉनिटरिंग में जुटी हुई हैं। जंगलों में शिकारियों द्वारा वन्य जीवों के शिकार के लिये बिछाए गये करेंट से बाघ को बचाने की चिंता वन अफसरों को है। इस वजह से वन अफसरों ने अपने-अपने जिलों के कार्यपालन यंत्री सीएसईबी को पत्र लिखकर जंगल में बिछाये गये अवैध बिजली कनेक्शन काटने और अव्यवस्थित या नीचे आ चुके विद्युत तारों को व्यवस्थित कर ऊंचा उठाने के लिये कहा है।
स्थिति को देखते हुये कल डीएफओ महासमुंद व डीएफओ बलौदाबाजार तथा डीएम वन विकास निगम की सिरपुर में बैठक हुई। बैठक में एसडीओ वन बार अभयारण्य अधीक्षक के अलावा रेंजर्स भी शामिल थे। बैठक में बाघ की ट्रेकिंग और उसकी सुरक्षा को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। एसडीओ वन महासमुंद वाहिद खान ने दोनों डीएफओ, डीएम निगम की हुई बैठक में बताया कि पूरा अमला जंगल में इस कार्य पर लग गया है। तुमगांव विद्युत वितरण केन्द्र तथा इसके अंतर्गत आने वाले छपोरा और सिरपुर मुख्यालय की टीमें 3-4 दिन से इस कार्य में जुटी है। बताया गया है कि अब तक 10.12 अस्थाई कनेक्शन काटे गये तथा अनेक स्थानों पर नीचे आ चुके विद्युत तारों को ऊंचा उठाया गया है।
मंगलवार को बाघ का लोकेशन सिरपुर से आगे बलौदाबाजार जिले की सीमा में या आसपास बताई गई थी। बीती रात सिरपुर से आगे मरौद में सोसायटी के समीप मरौद निवासी भोजराम ध्रुव की गाय का शिकार किया। अभी यह नहीं पता चला है कि गाय का शिकार बाघ ने ही किया है या फिर तेंदुए ने। वन अफसर कह रहे हैं कि जिस जंगल में बाघ विचरण करता है, वहां दूसरे वन्य प्राणियों में हलचल मच जाती है। हो सकता है गाय का शिकार तेंदुए ने किया हो। ग्रामीणों के मुताबिक मौके पर वन कर्मी पहुंचे,कार्रवाई कर वे चले गये। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ की उपस्थिति से मरौद व आसपास के गांवों में दहश का माहौल है।
जनपद पंचायत में संलग्न पंचायत सचिवों की संख्या अब 7
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 12 मार्च। स्थानीय जनपद पंचायत में संलग्न किये जाने वाले पंचायत सचिवों की संख्या अब 7 हो गई है। ज्ञात हो कि शासन द्वारा संलग्नीकरण समाप्त किये जाने के बाद भी जिला पंचायत द्वारा लगातार सचिवों को बगैर किसी कारण के ही जनपद कार्यालय पिथौरा में संलग्न किया जा रहा है।
विकासखण्ड के चर्चित एवं कभी प्रभार नहीं देने वाले पंचायत सचिव नरेंद्र वैष्णव के नक्शे कदम अब अन्य सचिव भी चल निकले हंै। वैसा ही एक मामला विकासखण्ड की ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर से सामने आया है। यहां की आदिवासी महिला सरपंच कुमारी भोई ने जिला पंचायत एवं कलेक्टर को एक लिखित शिकायत में बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में अभी एक महिला सचिव की पदस्थापना की गई है। यह महिला सचिव पूर्व में भी इसी पंचायत में कार्यरत थी।
सरपंच की शिकायत के अनुसार उक्त सचिव द्वारा पंचायत के कोई भी अभिलेख नहीं बनाये गए है। उनकी शिकायत के बाद उन्हें लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत से हटाया गया था। उनके स्थान पर आए नए सचिव को भी महिला सचिव ने प्रभार में कुछ भी नहीं दिया, जिससे लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत में कोई भी सरकारी दस्तावेज नहीं है, जिससे यहां ऑडिट करवाने के साथ अन्य शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
सरपंच श्रीमती भोई ने बताया कि एक बार पुन: उसी महिला सरपंच को जिला पंचायत के आदेश से लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत में ही स्थानांतरित किया गया है, जिससे अब पुन: इस ग्राम पंचायत के कार्य प्रभावित होंगे। श्रीमती भोई ने उक्त सचिव को लक्ष्मीपुर नहीं भेजने की अपील कलेक्टर से की है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में शासन के आदेश के विपरीत विकासखण्ड के छह पंचायत सचिवों को जनपद पंचायत पिथौरा में संलग्न किया जा चुका है। इस संबंध में जिला सीईओ से ‘छत्तीसगढ़’ की चर्चा नहीं हो पाई, परन्तु पिथौरा जनपद सूत्रों ने जिला पंचायत के आदेश से 6 सचिवों को पिथौरा जनपद में संलग्न करने की पुष्टि की गई है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में विकासखण्ड की 126 ग्राम पंचायतों के लिए 119 सचिव ही कार्यरत है, जिनमें से 7 सचिवों में नरेंद्र वैष्णव, मोहनलाल पटेल,महेश नाग, मेघा सिन्हा, आरती पटेल, हजारीलाल कैवर्त एवं पुष्पेंद्र निषाद को जनपद में संलग्न किये जाने से अब विकासखण्ड की पंचायतों में 7 सचिव और कम हो गए हंै। संलग्नीकरण के आदेश में जिला पंचायत द्वारा कारण भी नही दर्शाए जाने से यह रहस्य बरकरार है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 मार्च। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में आज महिला एवं बाल विकास विभाग महासमुंद गरीब परिवार की 160 बेटियों की ब्याह कर रही है। इसके लिए महासमुंद जिला मुख्यालय स्थित संजय कानन में पंडाल लगाए गए हैं। बीच मैदान में पेड़ों के नीचे 160 वेदियां बनाई गई हैं। दूूल्हे और दुल्हन समेत उनके परिवारजन भी यहां पहुंचे हुए हैं। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी समीर पाण्डेय ने बताया कि आज प्रात: 11 बजे से सामूहिक विवाह कार्यक्रम शुरू हुआ है। देर शाम तक यह आयोजन जारी रहेगा। आयोजन स्थल पर एक मंच बनाया गया है जहां गायत्री के उपासक मंत्रोच्चार कर रहे हैं। आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े हैं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक महासमुंद योगेश्वर राजू सिन्हा कर रहे हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सांसद चुन्नीलाल साहू हैं। इनके अलावा विधायक बसना सम्पत अग्रवाल, विधायक खल्लारी द्वारिकाधीश यादव, विधायक सरायपाली चातुरी नंद, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग, सभापति महिला एवं बाल विकास बसंता ठाकुर, पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, पूर्व संसदीय सचिव रूपकुमारी चौधरी, पूर्व विधायक डा.विमल चोपड़ा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और नागरिकग इस विवाह के गवाह बने हुए हैं।
मालूम हो कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी करवाने के लिए राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता के रूप में 50 हजार रुपए का अनुदान सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब परिवार को लडक़ी की शादी करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े और उसे किसी अन्य व्यक्ति पर पूर्ण रूप से निर्भर न रहना पड़े।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सभी तैयारी हुई है। प्रति जोड़ा 50 हजार रुपए का व्यय किया गया है। इसमें प्रत्येक कन्या को 21 हजार रुपए उनके बैंक खाते या बैंक ड्राफ्ट के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा 15 हजार रुपए की राशि के उपहार भी दिये जायेंगे। विवाह आयोजन व्यवस्था और परिवहन पर प्रति कन्या 8 हजार रुपए, इसके साथ विवाह के मौके पर वर-वधु के कपड़े, श्रृंगार सामग्री पर 6 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं। सबसे पहले यहां आने वाले वर-वधुओं तथा उनके परिवारजनों का पंजीयन किया गया। बाद में वर वधुओं को तैयार किया जाकर वेदी के पास लाया गया है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार, मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजनांतर्गत कार्डधारी परिवारों की 18 वर्ष से अधिक आयु की अधिकतम दो कन्याओं को योजनांतर्गत लाभ दिया जाता है। इस योजनांतर्गत प्रत्येक कन्या के विवाह हेतु अधिकतम 50 हजार रुपए व्यय किए जाने का प्रावधान है।
कबीर आश्रम में सत्संग समारोह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 मार्च। रायपुर रोड स्थित कबीर आश्रम में चल रहे सत्संग समारोह में मुख्य वक्ता कबीर निर्णय मंदिर बुरहानपुर मप्र के संत अमोही साहेब थे। उन्होंने कहा कि सत्संग से बच्चों में संस्कार और युवाओं में विवेक तथा बुजुर्गों में धैर्यता आता है। सत्संग की जरूरत पुरूषों से ज्यादा महिलाओं को हैं। क्योंकि पुरूष धन उपार्जन कर घर लाता है। लेकिन माताओं को उस धन के सदपयोग, अतिथि सत्कार,बच्चों के संस्कार,घर की साफ. सफाई और कमजोर को सम्भालने जैसे पांच प्रमुख कार्य करना होता है।
उन्होंने आगे बताया कि यदि पति की मृत्यु हो जाए तो माताएं अपने बच्चों को परिवरिश कर बच्चों को सही मार्ग के लिए प्रेरित करती हैं। लेकिन पुरूष महिलाओं का एक भी काम ठीक से नहीं कर सकते। उसके बावजूद पुरूष प्रधान समाज महिलाओं को कमजोर और अबला समझने की भूल कर रही है। महिलाएं स्वतंत्र हुई तो सभी क्षेत्रों में उनका वर्चस्व कायम हो रहा है। अंतरिक्ष में महिलाएं परचम लहराने के साथ ही विज्ञान के क्षेत्र में तरक्की कर रही हैं। इसलिए घर.परिवार को सद्मार्ग में ले जाने के लिए पुरूषों से ज्यादा महिलाओं को सत्संग की आवश्यकता है।
अमोही साहेब ने कहा कि बच्चे हाथ.पैर मारते हैं। युवा हाथ और विवेक चलाते हैं। और बुढ़ापे में मुंह ज्यादा चलता है। क्योंकि बुढ़ापे में न हाथ चलता है, और न विवेक काम करता है। किंतु मुंह जब ज्यादा चले तो परेशानियां आती है। इसलिए बच्चे, युवा और बुजुर्ग जब सत्संग का सहारा लेते हैं तो बच्चों में संस्कार और युवाओं में विवेक जागृत होता है। तथा ईमानदारी पूर्वक परिश्रम कर धन लाभ की दिशा में युवा आगे बढ़ते हंै। इसी तरह बुजुर्ग अवस्था में सर्वाधिक जरूरत मौन और धैर्य रखने की है। यदि बुजुर्ग व्यक्ति मौन रहे और जो मिले वह ग्रहण कर ले तो सभी उसे स्नेह भाव से देखेंगे। उन्होंने रजोगुण, तमोगुण और सतोगुण में सर्वश्रेष्ठ सतोगुण को बताया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 मार्च। जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित होने वाले जन चौपाल में कल कलेक्टर प्रभात मलिक ने जिले के आमजनों की मांगों एवं समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनी और संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियमानुसार निराकरण के लिए निर्देश दिए। कल ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 33 आवेदकों ने आवेदन प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने सभी आवेदकों की समस्याएं बारी-बारी सुनी और संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर आवेदकों की समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करने कहा।
जन चौपाल में महासमुंद की अनिता चंद्राकर ने रकबा संशोधन संबंधी आवेदन दिए। बिरकोनी के चरण लाल माण्डले ने फौती नामांतरण के लिए आवेदन किए। इसी प्रकार पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम घोघरा के मनराखन लाल साहू ने विद्युत कनेक्शन हेतु आवेदन दिए।
इसी तरह ग्राम तेलीबांधा के खेदूराम, उत्तरा, ललित कुमार एवं ईश्वर ने जल जीवन मिशन के तहत नलकूप खनन हेतु आवेदन सौंपा। जन चौपाल में संयुक्त कलेक्टर एस के टंडन सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
महासमुंद,12 मार्च। प्राथमिक शाला लभरा खुर्द में न्योता भोज का आयोजन किया गया। इसमें चावल, दाल, गोभी-आलू की सब्जी, टमाटर की चटनी, लड्डू, खीरपूड़ी, सलाद, पापड़ व अंगूर परोसा गया। संपूर्ण भोजन व्यवस्था स्कूल के मध्याह्न भोजन से अलग किया गया था। इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी लीलाधर सिन्हा, बीआरसी जागेश्वर सिन्हा, संकुल समन्वयन ए.चंद्रशेखर डोरा, गुहन लाल साहू, प्रधानपाठक ममता शर्मा, शिक्षक खुशबू पंडरिया, हीरालाल पटेल, गोपाल पटेल, नर्मदा पटेल, गायत्री पटेल, एसएमसी अध्यक्ष जीवन लाल यादव आदि उपस्थित थे।
प्रत्याशी बनने के बाद पहली बार पहुंचे पूर्व मंत्री का स्वागत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 मार्च। महासमुंद सीट से कांग्रेस प्रत्याशी, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू का कल यहां पहुंचने पर कांग्रेस भवन में कांग्रेसजनों ने जमकर स्वागत किया। बाद में कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए श्री साहू ने कहा कि वे जनता की जरूरतों के मुताबिक पूरे लोक सभा क्षेत्र में काम करेंगे। टिकट मिलने के बाद श्री साहू कल यहां पहली बार पहुंचे थे। अपने संबोधन में उन्होंने टिकट के लिये पार्टी प्रमुखों का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि विकास कार्य जनभावनाओं के अनुरूप होना चाहिये। वे इसी तरह के विकास पर काम करना पसंद करते हैं। उन्होंने महतारी वंदन योजना के बारे में कहा कि इस योजना में सीमाएं डाल दी गई। जिससे लाखों महिलाओं को इस योजना से वंचित होना पड़ा है। श्री साहू ने कहा कि लाखों महिलाओं को इस योजना से अपात्र घोषित किया गया। इससे लगता है कि लोक सभा चुनाव के बाद प्रदेश सरकार इस योजना को ही बंद कर देगी।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से एक-एक बूथ पर जाकर प्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और मोदी सरकार की नाकामियों को बतायें। सभा को खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव, सरायपाली विधायक चातुरी नंद, पूर्व विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह, जिला कांग्रेसाध्यक्ष डॉ. रश्मि चन्द्राकर, अमरजीत चावला, आलोक चन्द्राकर, नपाध्यक्ष राशि महिलांग आदि ने संबोधित किया।
महासमुंद,12 मार्च। लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए मतदान दलों को तहसील स्तर पर प्रशिक्षण देने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभात मलिक द्वारा कुल 41 मास्टर ट्रेनर्स की नियुक्ति की गई है। जिन्हें जिला पंचायत के सभागार में प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी निर्भय साहू थे।
जिला मास्टर ट्रेनर तोषण गिरि गोस्वामी ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण देते हुए मतदान दलों के कार्यों एवं उत्तरदायित्वों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने माकपोल की प्रक्रिया, वास्तविक मतदान के लिए मशीन की सीलिंग, मतदान प्रक्रिया के अलावा विभिन्न प्रपत्रों को तैयार करने के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि मतपत्र लेखा तथा पीठासीन अधिकारी की डायरी की दो.दो प्रतियां सामग्री वापसी स्थल पर जांच कराने के पश्चात जमा की जाएगी। इन दोनों प्रपत्रों को बहुत ही सावधानीपूर्वक तैयार किया जाए।
इस दौरान इलेक्शन सुपरवाइजर आर के बारले, नोडल अधिकारी प्रशिक्षण नंदकिशोर सिन्हा, संजय मांझी, राजेश कौशिक, द्वारिका पटेल, खिरोद्र पुरोहित, निर्मल प्रधान सहित समस्त मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे।
महासमुंद,12 मार्च। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुम्हारपारा महासमुंद में सोमवार को न्योता भोजन का आयोजन किया गया। वार्ड पार्षद पवन पटेल, शाला विकास समिति के अध्यक्ष भोलानाथ तांडी, महिला समिति की निर्मला चंद्राकर ने छात्र-छात्राओं के साथ बैठकर न्योता भोजन में खीर, पूड़ी, बड़ा, जलेबी, छोले, चावल, दाल आदि का लुत्फ उठाया। इस दौरान प्रधानपाठिका शिवकुमारी जायसवाल, शिक्षक गोविंद प्रसाद साहू आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 मार्च। ग्राम परसदा के आश्रित ग्राम नवापारा स्थित प्राथमिक शाला तथा आंगनबाड़ी केंद्र के समीप पोल्ट्री फार्म निर्माण के विरोध में कल ग्रामीणों ने जनदर्शन में पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि नवापारा के समीप प्रा. शाला व आंगनबाड़ी केंद्र के समीप ही कुछ लोगों द्वारा पोल्ट्री फार्म का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीणों ने सरपंच पर आरोप लगाया कि निर्माण कार्य प्रारंभ होने से पूर्व जब उन्हें पूछा गया तो कहा गया था कि भैंस के लिए डेयरी फार्म का प्रस्ताव है। लेकिन अब यहां पोल्ट्री फार्म खोला गया है। कहा कि पोल्ट्री फार्म खुलने से ग्राम का वातावरण प्रदूषित होगा तथा लोगों को दुर्गंध का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों ने चैतावनी दी है कि पोल्ट्री फार्म पर रोक नहीं लगाया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव का ग्रामीण बहिष्कार करेंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान पुन्नुराम ध्रुव, प्रेमसिंह गोंड़, मन्नू, परदेशी, रमेश, लोकनाथ ध्रुव, हिरदेराम, रामेश्वर, छन्नू, संतोष कुमार, हीरा सिंह कुंजाम, ईश्वर ध्रुव, खेलूराम, नोहरलाल, विष्णु आदि मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 12 मार्च। महासमुंद कलेक्ट्रेट से लगे महावीर कॉलोनी में एक इंजीनियर ने सूदखोरों के दबाव से परेशान होकर फ ांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक इंजीनियर रायपुर का निवासी था। इंजीनियर ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें सूदखोर सहित ऐसे लोगों के नाम शामिल हैं, जिनका उन्होंने भवन या मकान बनाने का काम लिया था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
रायपुर प्रोफेसर कॉलोनी निवासी अनिमेष सिंह रघुवंशी पिता प्रकाश सिंह रघुवंशी (37) ने सोमवार की सुबह करीब 10 बजे महासमुंद स्थित महावीर कॉलोनी के किराए के मकान में पंखे में फ ांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से मृतक का शव नीचे उतारा। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा और इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी गई।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। अनिमेष ने मौत से पहले सुसाइड नोट में शहर के बहुत से सूदखोरों का जिक्र किया है। साथ ही ऐसे लोगों का नाम लिखा है, जिनका मकान या भवन उन्होंने बनाया था। जिनसे उसे अच्छी-खासी रकम लेनी है। सुसाइड नोट में सूदखोरों का विशेष तौर पर उल्लेख किया गया है। कहा जा रहा है कि ये उन पर ब्याज के लिए जरूरत से ज्यादा दबाव बनाया करते थे।
मृतक के पिता प्रकाश सिंह रघुवंशी और चचेरे भाई कियूष शर्मा कल खबर मिलते ही महासमुंद पहुंचे। पुलिस ने बरामद सुसाइड नोट पिता और चचेरे भाई को पढऩे को दिया और उसे जब्ती बनाकर राइटिंग एक्सपर्ट को भेजा है। अनिमेष पेशे से इंजीनियर था। पिछले 4 साल से रायपुर से आकर महासमुंद स्थित महावीर पार्क के किराए के मकान में रहता था। इंजीनियर होने के कारण महासमुंद में बहुत से साइड में निर्माण कार्य कर रहा था। जिसमें उसका काफी पैसा लगा हुआ है।
सूदखोरों से भी ब्याज पर रकम लेकर करता था काम
अनिमेष भवनों के लिए व्यापारियों से निर्माण सामग्री लेता था। जिनका भुगतान धीर-धीरे किया करता था। इसके अलावा सूदखोरों से भी ब्याज पर रकम लेकर काम करता था।
यह भी बताया जा रहा है कि उसने मौत से पहले सुबह साइड देखरेख करने वाले रवि सेन और युवराज साहू से फोन पर चर्चा की और उन्हें साइड में काम शुरू करने का कह कर फोन रख दिया। इसके अलावा करीब 9.29 बजे उसने अपने दोस्तों से फोन पर बात की।
बताया जा रहा है कि अनिमेष सूदखोरों से परेशान होकर सोमवार को रायपुर जाने वाला था। रायपुर की एक जमीन को बेच कर सूदखोरों को रकम लौटने वाला था लेकिन सूदखोरों का इतना दबाव था कि उसने इन सब से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
भाजपा और कांग्रेस के बीच रोचक मुकाबला शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 मार्च। महासमुंद में कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी का एलान होते ही यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच रोचक मुकाबला शुरू हो चुका है। हर बार की तरह इस बार भी महासमुंद सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प है।
कांग्रेस के विजय पर लगााम लगाने यहां कभी भाजपा ने साहू समाज से अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा था। आज जब भाजपा लगातार जीत की ओर है, ऐसे में अब कांग्रेस ने भी यहां से भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए साहू प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। यहां से भाजपा ने इस बार बसना क्षेत्र की ओबीसी वर्ग की महिला रूप कुमारी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने नहले पर दहला फेंकते हुए ओबीसी वर्ग से ही साहू समाज के ताम्रध्वज साहू को अपना प्रत्याशी बनाया है।
राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि ताम्रध्वज साहूू को महामसुंद से टिकट देना भाजपा के खेल बिगाडऩे की कोशिश है। हालांकि प्रत्याशी तय होते ही दोनों पार्टी में नाराजगी भी खुल कर सामने आ रही हैं। कांग्रेस से दावेदारी कर पीसीसी के प्रदेश महामंत्री रहे किसान नेता चंद्रशेखर शुक्ला ने कांग्रेस छोडक़र पार्टी को झटका दे दिया है। कांग्रेस में साहू समाज से स्थानीय दावेदार माने जा रहे धनेंद्र साहू को टिकट नहीं दिया गया। अब उनके समर्थक खुलकर ताम्रध्वज साहू को पैराशूट लैंडिंग कहकर विरोध कर रहे हैं।
महासमुंद में साहू समाज से भाजपा के 4 बड़े चेहरे की अनदेखी की आग भी भीतर ही भीतर सुलग रही है। भाजपा सत्ता में है। इसलिए खुलकर कोई भी सामने नहीं हैं। भाजपा में इस वक्त सख्त अनुशासन के कारण लोगों की नाराजगी खुल कर सामने नहीं आ रही है। हाल ही में निपटे विधानसभा चुनाव में मिले मतों के लिहाज से भाजपा से ज्यादा वोट कांग्रेस के पास है। इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इस संसदीय क्षेत्र में दोनों दलों भाजपा और कांग्रेस से 4-4 विधायक हैं। लेकिन वोट की बात करें तो कांग्रेस पार्टी अपनी प्रतिदंवदी भाजपा कांग्रेस से खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश, धमतरी के ओंकार साहू, बिंद्रांवागढ़ के जनक ध्रुव, सरायपाली से विधायक बनी चातुरीनंद को मिलाकर कांग्रेस ने कुल 6 लाख 97 हजार 187 वोट हासिल किए हैं। वहीं भाजपा से कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, बसना के संपत अग्रवाल, राजिम के रोहित साहू, महासमुंद के योगेश्वर राजू सिन््हा मिलकर 6 लाख 87 हजार 909 मत हासिल कर सके। इस तरह कांग्रेस, भाजपा की तुलना में 9 हजार 278 वोटों से आगे है।
सन 1957 से अब तक महासमुंद सीट से 18 सांसद बने हैं। जिसमें सबसे ज्यादा 7 बार सांसद बनने का रिकॉर्ड कद्दावर नेता विद्याचरण शुक्ल के नाम दर्ज है। लोकप्रियता ऐसी थी कि 1989 का चुनाव वे जनता दल के बैनर से लड़े और भाजपा.कांग्रेस दोनों को अपना लोहा मनवाया। इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर ब्रेक लगाने के लिए 1991 में चंद्रशेखर साहू को अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन संत पवन दीवान की लोकप्रियता को कांग्रेस ने भुना लिया था।
1996 में भी दोनों का आमना-सामना हुआ। इस बार भी फायदा कांग्रेस को हुआ। लेकिन तीसरी बार 1998 के चुनाव में पवन दीवान को मात देने में चंद्रशेखर साहू सफल रहे। कांग्रेस ने 1999 में श्यामाचरण शुक्ल, 2004 में अजीत जोगी जैसे नेता को उतार सीट को बचाती रही। लेकिन 2009 के बाद लगातार साहू प्रत्याशी महासमुंद सीट पर भाजपा का परचम लहराते रहे।
2009 और 2014 में लगातार चंदू लाल साहू, 2019 में चुन्नीलाल साहू सर्वाधिक 50.42 प्रतिशत मत लेकर सांसद बने। इस दौर में मोदी लहर शुरू हो चुका था। लिहाजा कांग्रेस से प्रत्याशी बने धनेंद्र साहू को 43.02 प्रतिशत वोट में ही संतोष होना पड़ा।
इस बार कहा जा रहा है कि कांग्रेस यहां अतर्कलह का फायदा उठा सकती है। क्योंकि दुर्ग के बाद सबसे बड़े साहू समाज का वोट बैंक महासमुंद लोकसभा में हैं। राजिम, धमतरी, महासमुंद, खल्लारी और कुरूद इन 5 विधानसभा सीटों पर साहू समाज का ज्यादा प्रभाव है।
वर्तमान सांसद चुन्नीलाल साहू, दो बार के सांसद चंदूलाल साहू, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू के अलावा संघ की ओर से सिरकट्टी आश्रम के पीठाधीश्वर गोवर्धन शरण ब्यास जो साहू समाज से आते हैं, की दावेदारी थी। इस तरह साहू समाज के 4 बड़े चेहरे को दरकिनार कर पार्टी ने इस बार महिला वंदन का कार्ड खेल दिया। इससे साहू समाज में नाराजगी भी है। इस आग को हवा देकर कांग्रेस अपनी रोटी सेंकने में कामयाब हो सकती है, या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा। बहरहाल यहां दोनों की दलों में बराबरी पर चुनाव प्रचार जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,11मार्च। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुंद के सचिव दामोदर प्रसाद चन्द्रा सेमिली जानकारी अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश अनिता डहरिया के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में जिला न्यायालय तथा तालुका स्थित न्यायालयों में लोक अदालत के खंडपीठ के माध्यम से श्रमिक विवाद, बैंक रिकवरी प्रकरण, विद्युत एवं देयकों के अवशेष बकाया की वसूली और राजीनामा योग्य अन्य मामले के बकाया की वसूली संबंधी प्री.लिटिगेशन मामले एवं राजस्व से संबंधित प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण किया गया।
इसी तारतम्य में प्रकरणों में समझौते हुए। नेशनल लोक अदालत के माध्यम से पिता का पुत्र व नाती के मध्य लंबे अरसे सेे चल रहे दाण्डिक प्रकरण का भी निराकरण कराया गया। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश सरायपाली के न्यायालय में दांडिक प्रकरण में पिता पुत्र व नाती के मध्य आपसी घरेलू विवाद का मामला न्यायालय में तीन वर्ष से लंबित था। जिसे प्रार्थी के द्वारा अपने पुत्र एवं नाती के साथ रहने के लिए हंसी खुशी से राजी हुए।
एक मामले में पक्षकारों के मध्य आपसी लेन देन की बात को लेकर विवाद था। जो न्यायालय में तीन वर्ष से लंबित था। सिे बी नेशनल लोक अदालत के माध्यम से समझाइश के बाद सुलह समझौता कर लिया गया। एक मामले में पति पत्नी के बीच विवाद था। उनका एक नवजात बच्चा भी था। यह मामूली विवाद न्यायालय के समक्ष आ गया। दोनों पक्षों को विविध सेवा प्राधिकरण से नि:शूल्क विधिक सहायता योजना के तहत अधिवक्ता उपलब्ध कराया गया था। जिसे लोक अदालत में दोनों पक्षों को आपस में बिठाकर उसकी काउसलिंग की और उन्हें दाम्पत्य जीवन के महत्व को समझाया गया। आपसी बातचीत और समझाइश के आधार पर पक्षकारों ने राजीनामा कर मामला समाप्त कर लिया।
महासमुंद,11मार्च। पूर्व गृहमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ताम्रध्वज साहू को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए महासमुंद लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर नपाध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग ने शनिवार को दुर्ग स्थित उनके निवास पर उनसे सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने श्री साहू को बुके भेंटकर प्रत्याशी घोषित किए जाने के लिए बधाई दी। उन्होंने प्रत्याशी श्री साहू से कहा कि महासमुंद लोकसभा सीट से वे सर्वाधिक मतों से विजय होंगे और नया इतिहास रचेंगे। इस दौरान उनके साथ प्रदेश संयोजक अरिश अनवर और महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव लता कैलाश चंद्राकर मौजूद रहे।
महासमुंद,11मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कल महिलाओं के लिए विशेष दिन रहा। रविवार को प्रदेश सहित जिले के 3 लाख से ज्यादा महिलाओं को 32 करोड़ 59 लाख रुपए की पहली किश्त की राशि रिमोट दबाकर जारी की। महिलाओं में उत्साह देखते ही बन रहा था।
प्रदेश की राजधानी रायपुर के साथ सभी जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय, नगरीय निकाय क्षेत्रों में महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयोजित कार्यक्रमों से सीधे वर्चुअली जुडक़र महिलाओं को संबोधित किया। इस अवसर पर महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं के साथ-साथ महासमुंद के 3 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में डीबीटी के माध्यम से पहली किश्त का अंतरण किया गया। इससे प्रत्येक माह महिलाओं के खाते में एक हजार रुपए आएंगे।
स्थानीय शंकराचार्य भवन में दोपहर 11 बजे से जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां बतौर मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, विशिष्ट अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री एवम कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, पवन पटेल, इंद्रजीत सिंह, स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी।
जिले के सभी ब्लाक मुख्यालय में भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ। बागबाहरा और बसना में कृषि उपज मंडी, पिथोरा में सांस्कृतिक भवन तथा सरायपाली में टाउन हॉल में कार्यक्रम आयोजित हुआ जहां बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। जानकारी अनुसार महतारी वंदन अंतर्गत जिले में कुल 3 लाख 26 हजार 330 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से पर्यवेक्षक द्वारा 3 लाख 25 हजार 957 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। जिनके खाते में 1000 रुपए के मान से 32 करोड़ 59 लाख रुपए अंतरित हुआ।
जिला स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने का संकल्प भी लिया गया। इस अवसर पर पार्षद मीना वर्मा, शुभ्रा शर्मा, महेंद्र जैन, मुन्ना देवार, संदीप दीवान,महेंद्र सिक्का,सुरेखा कंवर,सुधा साहू,देवीचंद राठी,कलेक्टर प्रभात मलिक,जिला पंचायत सीईओ एस आलोक,एस डी एम उमेश साहू,महिला एवम बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी समीर पांडेय, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक सहित ग्रामीण एवम शहरी क्षेत्र की महिलाएं मौजूद थी।