एयरपोर्ट उन्नयन, बड़े शहरों के लिए सीधी उड़ानें और सेना की भूमि वापसी मुख्य मांगें
छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 10 दिसंबर। बेहतर हवाई सेवाओं की लड़ाई लड़ रही हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना हुआ। आंदोलन में आंध्र समाज, निषाद समाज, बिलासा कला मंच और बोदरी नगर पंचायत के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
समिति ने कहा कि बिलासपुर का एयरपोर्ट 14 जिलों के लोगों के लिए सबसे निकट होने के बावजूद पर्याप्त सेवा नहीं दे पा रहा है। मांगों में सेना के कब्जे वाली भूमि की तत्काल वापसी, एयरपोर्ट को 4सी श्रेणी में अपग्रेड करने के लिए 300 करोड़ रुपये की सहायता और महानगर दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता और बेंगलुरु के लिए सीधी उड़ानें शामिल हैं।
बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट का रनवे अभी 1500 मीटर है, जिस कारण केवल छोटे विमान ही संचालित हो सकते हैं। समिति का कहना है कि रनवे कम से कम 1800–2200 मीटर तक बढ़ाया जाए, ताकि निजी एयरलाइंस बड़े विमान संचालन पर विचार कर सकें और उड़ानों की संख्या बढ़ सके।
फिलहाल एयरपोर्ट केवल एलायंस एयर पर निर्भर है, जिसके पास सीमित विमान होने से यात्रियों की संख्या अधिक होने पर भी उड़ानों में कटौती होती रहती है।
रवाना हुए प्रतिनिधियों में रामशरण यादव, अशोक भंडारी, बद्री यादव, समीर अहमद बबला, विजय वर्मा, मनोज श्रीवास, दीपक कश्यप, गोपी राव, शेख नजीरुद्दीन, नरेंद्र बॉलर, प्रकाश बहरानी, राजेंद्र शुक्ला, देवी सिंह, बद्री प्रसाद केवट, परसराम केवट, प्रशांत सिंह, आशीष खत्री, अकील अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।
स्टेशन पर विदाई देने पहुंचे लोगों में महेश दुबे, आशुतोष शर्मा, देवेंद्र सिंह ठाकुर, रणजीत सिंह खनूजा, अभय राय, चिन्ना राव, यश बोलर और सुमीत सिंह भी मौजूद थे।