सीवीआरयू में मना कुलाधिपति दिवस, कई कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 सितंबर। छत्तीसगढ़ स्थापना के 25 वर्ष रजत जयंती, सेवा पखवाड़ा एवं डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गए। कुलाधिपति संतोष चौबे के व्यक्तित्व एवं कृतित्व प्रेरणा लेने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर पौधारोपण, बीजा रोपण, स्वच्छता अभियान ,एवं उनकी कृति गरीब नवाज का मंचन भी किया गया। विद्यार्थियों ने अनेक कार्यक्रम भी आयोजित किये। विश्वविद्यालय परिवार ने 5 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाकर औषधि पौधों का बीजारोपण किया गया। संतोष चौबे की दूरदर्शिता और रचनाशीलता पर विमर्श भी किया गया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. अरविंद कुमार तिवारी ने कहा कि सितंबर का महीना के लिए महत्वपूर्ण है। छत्तीसगढ़ राज्य में अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मनाया जा रहा है। नवंबर में राज्य की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके साथ-साथ अभी सेवा पखवाड़ा भी है। विश्वविद्यालय की स्थापना की कल्पना करने वाले और स्थापना के बाद उसे विश्व स्तरीय मानक पर स्थापित करने वाले विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे जी का जन्मदिन है। इस महत्वपूर्ण समय को हमने प्रेरणा के रूप में स्वीकार किया है। इसलिए विश्वविद्यालय में कुलाधिपति संतोष चौबे के जन्म दिवस को विशेष रूप से मनाया जा रहा है। उनकी मंशा और उनकी सोच के अनुरूप कार्य करने की प्रेरणा हम सब ने ली है।
22 सितंबर को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेते हुए पौधा रोपण अभियान भी चलाया गया। जिसमें विश्वविद्यालय परिसर और अंचल में बड़ी संख्या में पौधा रोपण किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार घोष एवं कुल सचिव डॉ अरविंद कुमार तिवारी ने सफेद चंदन, लाल चंदन, और रुद्राक्ष के पौधे प्रशासनिक भवन के सामने लगाए । साथ ही साथ कोटा बिलासपुर मार्ग में पौधों का बीजारोपण भी किया गया। सडक़ के दोनों किनारो में बीजारोपण किया। इस दौरान 5 किलोमीटर सडक़ के दोनों किनारो में विशाल मानव श्रृंखला बनाई गई। विद्यार्थियों ने कोटा और विश्वविद्यालय में स्वच्छता अभियान चलाकर सफाई की और स्वच्छता का संदेश भी दिया।
संतोष चौबे के जन्मदिन के अवसर पर उनकी कृति गरीब नवाज के नाटक का मंचन भी किया गया। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने नाटक का मंचन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्राध्यापक ,एनसीसी, एनएसएस के विद्यार्थी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
उनके जीवन से नई प्रेरणा- कुलपति
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार घोष ने कहा कि प्राध्यापक और विद्यार्थियों को कुलाधिपति के जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए। उनके संघर्ष उनकी दूरदर्शिता और उनकी रचनाएं पर हमें अपने जीवन को दिशा देना चाहिए। प्रोफेसर घोष ने उनके जीवन की सामान्य शुरुआत से लेकर आज वैश्विक स्तर तक उनके कार्य को विस्तार से सभी से साझा किया।
गरीब नवाज का मंचन
संतोष चौबे, की कहानी गरीब नवाज का मंचन किया गया । नाट्य निर्देशन- गिरीश मिश्रा ने किया। समन्वय जनसंपर्क अधिकारी किशोर सिंह ने किया। गरीबनवाज चिकन वाला रियाज मोहम्मद- आसमा परवीन ,विश्वमोहन (कंपनी का मालिक)-आयुष पाठक (इंजीनियरिंग) , जज,सूत्रधार, विश्वमोहन की पत्नी- अनुश्री मित्रा ,गौतम (पी.ए. विश्वमोहन) - अंजलि कोल, थानेदार,सूत्रधार- वर्षा, गंगाधर (सुरक्षा गार्ड), वकील- कृतिक सिंह, सूत्रधार,दीपा घोष, कोर्ट रीडर- आर्या दुबे, सूत्रधार, नारायण चायवाला- निलिमा जांगड़े हामिद खान, हवलदार-शुभम चंद्रवंशी,रत्नाकर, हवलदार- रविराज श्रीवास ने नाटक का मंचन किया। इस अवसर पर रेडियो रमन शामिल रही।