‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 6 मई। जिले में सुशासन तिहार के तीसरे चरण की शुरुआत 5 मई से हुई। पहले दिन अकलाडोंगरी, जोरातराई और कुकरेल में समाधान शिविर लगे। जिसमें योजनाओं की जानकारी दी गई। आवेदनों का निराकरण किया गया। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने अकलाडोंगरी और कुकरेल शिविरों का निरीक्षण किया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिविरों में परिवहन विभाग का स्टॉल लगाकर ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य सेवाएं दी जाएं। अकलाडोंगरी शिविर में जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव भी मौजूद रहीं। यहां जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी और पाइपलाइन का काम पूरा कर जल आपूर्ति शुरू की गई। मोंगरागहन में पुलिया निर्माण की स्वीकृति दी गई। तीनों शिविरों में बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
अकलाडोंगरी क्लस्टर- 2419 मांग और 19 शिकायत दर्ज हुईं। श्रम विभाग ने 6 को श्रम कार्ड, जनपद पंचायत ने 26 को पेंशन आदेश, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 12 को घर की चाबी और 14 को राशन कार्ड दिए। राजस्व विभाग ने 5 को जाति, 5 को निवास प्रमाण पत्र, 11 को बी-1 और 2 को किसान किताब दी। स्वास्थ्य विभाग ने 4 को आयुष्मान कार्ड दिए। महिला एवं बाल विकास विभाग ने 3 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई, 3 बच्चों का अन्नप्राशन और 4 को पोषण किट दी। इस क्लस्टर में चिखली, तिर्रा, कोड़ेगांव रै., कोड़ेगांव बी और मोंगरागहन गांव शामिल रहे।
जोरातराई शिविर में सेमरा-सी, कोर्रा, जुगदेही, भेंडरा, सिलौटी, तर्रागोंदी, गातापार, चरोटा और इर्रा गांव शामिल किए गए। यहां 5685 मांग और 123 शिकायतें दर्ज हुईं। राजस्व विभाग ने स्वामित्व योजना के तहत 15 को अधिकार अभिलेख दिए। 3 को जाति प्रमाण पत्र मिला। पंचायत विभाग ने 1710 परिवारों का आवास सर्वे किया। श्रम विभाग ने 11 को श्रम कार्ड, स्वास्थ्य विभाग ने 5 को आयुष्मान कार्ड दिए। कृषि साख समिति ने 27 को खाद और ऋण दिया।