मुस्लिम समाज के हेल्थ कैंप में 760 मरीज लाभान्वित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 31 अक्टूबर। तालीम और तब्दीली को अपना कर ही हम तरक्की की मंजिल पा सकते हैं, देश की आधी आबादी को परदे में रखकर हम उन्नत समाज के पैमाने पर खरे नहीं उतर सकते। 13वीं शताब्दी में रजिया सुल्तान ने नेतृत्व कर बताया था कि महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से पीछे नहीं है। अब जाकर गल्फ़ कंट्री के मुस्लिम राष्टोंं ने इस बात को समझा वहाँ की महिलाएँ तहज़ीब के दायरे में आफिस का काम संम्हाल रही है। भारत में भी अब बदलाव की बयार बहने लगी है, उक्त बातें मुस्लिम समाज के मंच से वरिष्ठ विधायक अजय चन्द्राकर ने कही।
मुस्लिम समाज कुरुद की युवा इकाई उजाला फाउंडेशन द्वारा ईदगाह मैदान आयोजित में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का शुभारंभ करते हुए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में समाज की महिलाओं की भागीदारी देख मुझे बेहद प्रसन्नता हो रही है। आधी आबादी को घर या परदे के पीछे रखकर हम खुद को समाज के मुख्य धारा में शामिल नहीं कर सकते। अफगानिस्तान के महान चिंतक शायर जलालुद्दीन रुमी के विचारों का हवाला देकर श्री चन्द्राकर ने बताया कि आस्था कभी भी कट्टरता पैदा नहीं करती, यह बीमारी वहाँ फैलती है जहाँ दिमाग का इस्तेमाल नहीं होता। दृष्टिकोण क्लियर हो तो ऐसी सोच से बचा जा सकता है।
उजाला फाउंडेशन की इस पहल को प्रशंसनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि परम्परा और धार्मिकता के साथ-साथ तालीम, तब्दीली को अपनाने से ही तरक्की के रास्ते खुलेंगे। नपा अध्यक्ष ज्योति भानु चन्द्राकर, वरिष्ठ भाजपा नेता शिवप्रताप ठाकुर ने भी मुस्लिम युवाओं की इस नई पहल का स्वागत किया। हेल्थ कैंप में 760 मरीज लाभान्वित हुए। कार्यक्रम में जिला अस्पताल धमतरी, सिविल अस्पताल कुरुद, एम्स हॉस्पिटल रायपुर, संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल रायपुर, एमएमआई नारायण हॉस्पिटल रायपुर, हिशिकर हॉस्पिटल कुरुद का विशेष सहयोग रहा। जिसमे हृदय रोग, बाल रोग, हड्डी रोग, नेत्र रोग, नाक-कान-गला, स्त्री रोग, कैंसर रोग, चर्म रोग, जनरल मेडिशीन और फिजियोथेरेपी के विशेषज्ञ उपस्थित थे। इस स्वास्थ्य शिविर में मरीजों को निशुल्क दवा भी वितरण की गई।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य नीलम चंद्राकर, पूर्व नपं अध्यक्ष रविकांत चंद्राकर,प्रदेश कांग्रेस सचिव तारिणी चंद्राकर, विधायक प्रतिनिधि भानु चन्द्राकर मुस्लिम समाज से अय्यूब खान, गफ्फार हालारी, सुलेमान हालारी, अहमद खान, सफी खान, कासम अली, मेहबूब भाई, मो.यूसुफ, इकबाल खान, यूनुस भाई, शेख सरफऱाज, लतीफ उस्मानी, फैय्याज खान, शेख जमील, शाहबुद्दीन, इस्लाम रज़ा, हनीफ, इरफान, फारुख, फरजान खान, तनवीर, जाहिद, नूर मोहम्मद फैज, वकार खान, सोहेल, राजा, जावेद, अरमान कुरेशी, ताहीर रजा, रमजान, अफताबुद्दीन, साहील, रिजवान रिजवी, रहमान कुरैशी, समीर खान, जफर, यामीन, इनायत, अरशद, अफजल, सलीम, इमरान गोरी, सममुद्दीन, तौफीक, कैफ आकील, ईजाज, मुजीब, रहीम कुरेशी, मुन्ना खान, रफीक हालारी, रियाज, सलामत, नईम, कुर्बान खान आदि सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन ईमरान बेग ने किया।