धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 10 मई। कायाकल्प योजना 2024-25 के तहत धमतरी के जिला अस्पताल का मूल्यांकन 9 मई को किया गया। राज्य की 4 सदस्यीय टीम अस्पताल परिसर पहुंची। टीम ने 8 बिंदुओं पर घंटेभर तक मूल्यांकन किया और डायरी में नोट कर मोबाइल से फोटो भी लिया।
टीम दो अलग-अलग भाग में बंटकर मूल्यांकन किए। एक टीम ओपीडी में जाकर मूल्यांकन की। वहीं दूसरी टीम अस्पताल में एसएनसीयू समेत अन्य वार्डों में जाकर मूल्यांकन किया। ओपीडी में टीम के पहुंचने पर ओपीडी खाली रहा। डॉक्टर अपने चेंबर में मौजूद रहे, पर ओपीडी में मरीज नहीं थे। इसके बाद वरिष्ठ नागरिकों को दी जा रही सुविधाओं की तारीफ की। इसका फोटो भी खींचा और इसे बेहतर बताया। इसके अलावा एसएनसीयू वार्ड की भी तारीफ की। अस्पताल के दीवारों की सीलन, बिखरे हुए बिजली वायर को भी नोट किया। महिला-पुरूष वार्डों में जाकर दवा रखने की जानकारी, मरीजों की जानकारी ली। कचरा प्रबंधन के बारे में पूछा और डिब्बों में रखे कचरे को भी देखा।
आयुष विंग, डिलीवरी वार्ड, गहन चिकित्सा शिशु कक्ष, टीकाकरण कक्ष, ऑपरेशन कक्ष सहित सभी वार्डों में भ्रमण कर सभी आवश्यक बिंदुओं पर जानकारी ली। मूल्यांकन टीम में संचालनालय स्वास्थ्य सेवा उप संचालक डॉ. शैलेंद्र अग्रवाल, डॉ. स्मृति देवांगन, राज्य सलाहकार एनएचएम डॉ. अविनाश शराफ, प्रोग्राम ऑफिसर यूनिसेफ डॉ. अक्षय सक्ती तिवारी शामिल रहे। इनके अलावा जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एके टोंडर, अस्पताल सलाहकार गिरीश कश्यप के अलावा डॉक्टर व कर्मचारी मौजूद रहे। टीम द्वारा अस्पताल का रखरखाव, स्वच्छता और स्वास्थ्य, समर्थित सेवाएं, कचरा प्रबंधन, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण, स्वच्छता संवर्धन, अस्पताल की बाउंड्री व पर्यावरण अनुकूल सुविधा जैसे बिंदुओं पर जांच की।


