धमतरी

टॉप टेन में धमतरी के 2 विद्यार्थी बनना चाहते हैं आईएएस और इंजीनियर
08-May-2025 5:11 PM
टॉप टेन में धमतरी के 2 विद्यार्थी  बनना चाहते हैं आईएएस और इंजीनियर

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
धमतरी, 8 मई।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 7 मई को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नतीजों की घोषणा की। इस वर्ष के टॉप 10 में जिले के 2 प्रतिभाशाली छात्रों ने अपनी जगह बनाई है।
मगरलोड के सौरभ जोशी और कुरूद के समीर साहू ने अपनी मेहनत और लगन से जिले का नाम रोशन किया। इन दोनों छात्रों में से एक किसान का बेटा है। दूसरा छात्र सहकारी समिति में लिपिक के पद पर कार्यरत कर्मचारी का पुत्र है। परिणाम घोषित होते ही दोनों छात्रों के घरों पर बधाई देने वालों की लंबी कतार लग गई।

छठवें स्थान पर रहे सौरभ जोशी
बुढ़ेनी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र सौरभ जोशी ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 98.33 प्रतिशत अंक (कुल 590 अंक) प्राप्त कर प्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया है। उनके पिता डुमन जोशी शासकीय समिति में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। सौरभ का कहना है कि उन्होंने प्रतिदिन 6-7 घंटे पढ़ाई की और मोबाइल का यूज केवल व्हाट्सएप और यूट्यूब से पढऩे के लिए किया। उनका सपना है गणित विषय लेकर आगे पढ़ाई कर इंजीनियर बनना।
 

 

समीर साहू को मिला नवां स्थान
चरमूडिय़ा के समीर साहू ने इस वर्ष 10वीं बोर्ड में 97.83 फीसदी अंक (कुल 587 अंक) प्राप्त किए और प्रदेश में नवां स्थान हासिल किया। समीर का कहना है कि उन्होंने इस वर्ष पढ़ाई को दोगुना कर दिया और प्रतिदिन 8-9 घंटे अध्ययन किया। उनके पिता भूषण साहू खेती करते हैं। समीर के परिवार में दादा-दादी, माता-पिता और भाई-बहन रहते हैं। वे भविष्य में आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं और इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर चुके हैं।

जिले का ओवर ऑल परीक्षा परिणाम
12वीं में 7372 में से 7345 विद्यार्थियों ने परीक्षा दिलाई। इनमें से 2910 प्रथम श्रेणी, 2887 द्वितीय श्रेणी, 193 तृतीय श्रेणी में पास हुए। पूरक 737 विद्यार्थी आए। 617 फेल हुए। 10वीं में 10387 में से 10288 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 3595 प्रथम श्रेणी, 3377 द्वितीय श्रेणी, 430 तृतीय श्रेणी और 805 पूरक आए। 2080 फेल हुए हैं। परीक्षा परिणाम पर नजर डालें तो बालक की तुलना में बालिकाओं का इस साल भी दबदबा रहा। 12वीं में 77.09 प्रतिशत बालक पास हुए हैं, वहीं 84.49 प्रतिशत बालिका पास हुए। इसी तरह 10वीं में 63.84 प्रतिशत बालक और 78.33 प्रतिशत बालिका पास हुए हैं।


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