गाड़ी पर नंबर नहीं, सुरक्षा संकेत भी नदारद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 7 जून। सूरजपुर जिला के प्रतापपुर थाना अंतर्गत ग्राम करंजवार में शुक्रवार रात हुए एक सडक़ हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ, जब बाजार से लौट रहे दो बाइक सवार युवक, सडक़ पर गलत तरीके से खड़ी खाद से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली से जा टकराए।
शुक्रवार रात लगभग 8.30 बजे, ग्राम हरिहरपुर (चैनपुर )निवासी अलख निरंजन और शोमारू साय बाजार से बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। जब वे करंजवार गांव में स्थित रईस मिल और सरकारी खाद्य भंडार के सामने पहुंचे, तब एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में खाद लोड हो चुकी थी और सडक़ पर ही खड़ी थी।
ट्रैक्टर चालक खाद लोड करने के बाद हाथ-पैर धोने के लिए बगल के नल पर चला गया था, और वाहन को बिना किसी चेतावनी चिन्ह, रेडियम पट्टी या रिफ्लेक्टर लगाए सडक़ पर छोड़ दिया गया था। इसी दौरान बाइक सवार युवकों ने ट्रॉली के पिछले हिस्से में जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण थी कि अलख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शोमारू गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की मदद से घायल को ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे से निकालकर तुरंत प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया।
हादसे में शामिल ट्रैक्टर-ट्रॉली प्रतापपुर के ग्राम गोरगी की बताई जा रही है, जिसकी स्थिति और लापरवाही ने दुर्घटना को और भयावह बना दिया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ट्रैक्टर-ट्रॉली में आगे या पीछे कहीं भी नंबर प्लेट नहीं थी, जो मोटर व्हीकल एक्ट का सीधा उल्लंघन है।
पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को ज़ब्त कर लिया है और मामला दर्ज कर वाहन व चालक की पहचान के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया गया, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। इस दौरान पूरे गांव में शोक का माहौल रहा।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
यह हादसा न केवल लापरवाही का नतीजा था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकारी खाद्य भंडार जैसे स्थलों पर ट्रैफिक नियंत्रण, सुरक्षा मानकों और पार्किंग व्यवस्था को लेकर कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही।
ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं क्योंकि रात के समय भारी वाहन अक्सर बिना किसी सुरक्षा संकेत के सडक़ पर खड़े रहते हैं। प्रशासन और संबंधित विभागों को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी लापरवाहियों पर सख्त कार्रवाई हो।