सूरजपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 2 जून। प्रतापपुर विकासखंड के ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सरहरी, पोड़ी, सेमरा खुर्द, आमापारा दवनकरा, बरपारा, केवरा, पार्वतीपुर जैसे गांवों में बीते कई दिनों से बिजली आपूर्ति लगातार बाधित है, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजग़ी देखी जा रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली काट देता है, लेकिन सुधार के नाम पर जमीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं हो रहा। हालात यह हैं कि रातभर गांव अंधेरे में डूबे रहते हैं, जिससे सांप-बिच्छू जैसे जीवों के काटने का खतरा बना रहता है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मोबाइल फोन बंद रखकर जिम्मेदारी से बचते हैं, जिससे न तो सही जानकारी मिल पाती है और न ही फॉल्ट की सटीक जगह का पता चलता है। कई बार बिजली गुल होने पर 4-5 घंटे तक कोई भी जिम्मेदार नहीं पहुंचता, जिससे आम जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रतापपुर विद्युत वितरण केंद्र एक शो पीस बनकर रह गया है। यहां की व्यवस्थाएं लचर हैं और कोई भी ठोस पहल नहीं की जा रही है। विशेष रूप से वनांचल और हाथी प्रभावित क्षेत्रों में जहां अतिरिक्त सतर्कता की जरूरत है, वहां बिजली आपूर्ति और भी बदतर स्थिति में है।
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि स्टाफ की भारी कमी और विभाग की ढुलमुल कार्यशैली से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सिर्फ ‘काम चलाऊ व्यवस्था’ के तहत की जा रही है।