सूरजपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 2 जून। प्रतापपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा इन दिनों ग्रामीणों की भारी नाराजगी और जनआक्रोश का केंद्र बनती जा रही है। बैंक में प्रतिदिन दर्जनों ग्रामीण अपने खाते से पैसा निकालने, नया खाता खुलवाने और केवाईसी कराने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें बैंककर्मियों की लापरवाही,अभद्रता और टालमटोल का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक प्रबंधन उन्हें कई-कई दिन बैंक का चक्कर लगवाता है। कोई खाता खोलने के लिए आता है तो उसे दो दिन बाद आना,एक हफ्ते बाद आना जैसी बहानों से टरकाया जाता है।वहीं महीनों से केवाईसी कराने की कोशिश कर रहे खाता धारकों को बार-बार लौटाया जा रहा है, जिससे वे सरकारी योजनाओं और आर्थिक लेनदेन से वंचित हो रहे हैं। गर्मी और अब प्रारंभ हुई बरसात के बीच ग्रामीण किसान अपने खेत-खलिहान छोडक़र बैंक के चक्कर काटने को मजबूर हैं। समय पर पैसा न मिल पाने के कारण उन्हें खाद, बीज, या आपातकालीन जरूरतों को पूरा करने में दिक्कतें आ रही हैं।
वीडियो बनाकर ग्रामीणों ने सुनाई व्यथा
बैंक के प्रति बढ़ते आक्रोश के चलते कई ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर साझा की है। ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें ग्रामीण बैंककर्मियों के व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
एसडीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
इस विषय में जब एसडीएम प्रतापपुर ललिता भगत से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि, बैंक प्रबंधन को अवगत कराकर लापरवाही बरतने वाले बैंक कर्मचारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। किसी भी ग्रामीण या किसान को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए जाएंगे।
ग्रामीणों की यह मांग है कि जिला प्रशासन और बैंक के उच्च अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लें और दोषी बैंककर्मियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाए,अन्यथा यह संकट कभी भी बड़ा रूप ले सकता है।