पदक जीतकर ने किया नाम रोशन, मिली प्रोत्साहन राशि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 जून। जिले के ग्रामीण स्कूलों में खेल प्रतिभाएं दिनों-दिन निखरकर सामने आ रही हैं। जिले को सत्र के दौरान अलग-अलग खेल के लिए 43 खिलाडिय़ों ने नेशनल स्तर पर पदक हासिल किए हैं। जिसमे जेवरा स्कूल के 25, जेवरी स्कूल के 4, बेमेतरा बोरतरा के स्कूल के 4 विद्यार्थी, हाईस्कूल जीया के 3, जेवरी स्कूल के 1, आत्मांनद शिवलाल राठी स्कूल के 1 व एलंन्स स्कूल के 1 खिलाड़ी ने खेलकूद में जिले को गौरवांवित किया है। खिलाडिय़ों के दम पर जिला को इस बार 5 लाख 46 हजार से अधिक प्रोत्साहन राशि मिली है। जिले के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसके कारण स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित राशि का बैंक ड्राफ्ट जिला कार्यालय को प्राप्त हुआ है।
स्कूल शिक्षा विभाग से मिली प्रोत्साहन राशि
विदित हो कि छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सत्र 2024-25 में राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन राशि के रूप में स्वर्ण पदक पर 21 हजार, रजत पदक पर 15 हजार और कांस्य पदक जीतने पर 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है । इसी क्रम में बेमेतरा जिले के 43 खिलाडिय़ों ने इस वर्ष साफ्टबाल खेल में 18, बेसबाल खेल में 19, नेटबाल खेल में 5, गतका में 1 खिलाड़ी ने खेल के राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदकीय जौहार दिखाया है ।
बिलासपुर से लेकर दिल्ली तक लहराया परचम
जिले के स्कूली खिलाडिय़ों ने 2024-25 के दौरान बिलासपुर में 14 वर्ष आयु वर्ग बेसबाल में बालक-बालिका दोनों वर्ग को स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ था। इसी तरह नांदेड महाराष्ट्र में आयोजित प्रतियोगिता में 19 वर्ष आयु वर्ग बेसबाल में बालक-बालिका दोनों वर्ग की टीम ने रजत पदक हासिल किया। देश की राजधानी दिल्ली में 17 वर्ष आयु वर्ग बेसबाल प्रतियोगिता में बालक-बालिका दोनों को रजत पदक और औरंगाबाद महाराष्ट्र में 19 वर्ष आयु वर्ग बालक-बालिका दोनों को कास्य पदक मिला। जलगांव महाराष्ट्र में 17 वर्ष आयु वर्ग बालिका ने रजत पदक प्राप्त किया। औरंगाबाद महाराष्ट्र में 14 वर्ष आयुवर्ग में बालिकाओं को रजत पदक प्राप्त हुआ था। इन्हीं प्रदर्शन के बदौलत गत सत्र जिला के स्कूली शिक्षा विभाग के लिए खेल में बेहतरीन रहा है।
अजेय बनना सिखा रहे मृत्युजंय शर्मा
जेवरा स्कूल के स्कूली खिलाडिय़ों ने जिला को सैकड़ों पदक दिलाया है। स्कूली खिलाडिय़ों को तराशने का काम कोच मृत्युजंय शर्मा करते आ रहे हैं। स्कूल से लेकर नेशनल लेबल तक खिलाडिय़ों को पदर्शन करने का हुनर मनोबल व क्षमता बनाए रखने के तरीके सिखाते हैं। खिलाडिय़ों के प्रदर्शन से उत्साहित शर्मा ने बताया कि जिले की मिट्टी में बेहद ऊर्जा है, बस उसे तराशने और समझने की जरूरत है। अवसर मिलने पर बच्चे प्रदर्शन कर अपना जौहार दिखा रहे हैं। बहरहाल, खिलाडिय़ों के प्रदर्शन से जिला का नाम खेल की दुनिया में रौशन हुआ है।
कामगार परिवार के होनहार जिले का बढ़ा रहे हैं मान
जेवरा स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थियों में भोली, पल्लवी,रेशमा और सुष्मिता जोगी ने चंडीगढ़ में आयोजित नशनल स्तर के जूनियर नेशनल साफ्ट बाल टूर्नामेंट में भाग लेकर कास्य पदक जीता है। सभी खिलाड़ी कामगार परिवार के हैं, जिनमें भोली के पिता झग्गर साहू राजमिस्त्री का काम करके परिवार का खर्च उठाते हैं। पल्लवी के पिता सूरज साहू रेग में जमीन लेकर खेती किसानी करके बच्चों का पढ़ा रहे है। वही रेशमा के पिता सुनीलकुमार वाहन चालक है। इसी तरह जेवरा में खेल में अभ्यास करने वाले सभी खिलाड़ी गरीब घरों के हैं जिन्हें उचित पोषण व अन्य सुविधाओं का अभाव है। इसके बावजूद बावजूद सभी खिलाड़ी सीमित संसाधन और लगन से अभ्यास कर राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में पदक जीत कर गांव और जिले का नाम रोशन किया है।
सुष्मिता के भाई-बहन कर रहेे खेल में बेहतर प्रदर्शन
नेशनल स्तर पर पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी सुष्मिता जोगी के तीन बहने सुप्रीता, सुनीता और सुनीता भी राज्य व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं। सुस्मिता का भाई शुभम जोगी भी इस वर्ष 14 वर्ष आयु वर्ग बेसबाल में स्कूल नेशनल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है।