बेमेतरा

2 कमरों में कैसे पढ़ेंगे 996 विद्यार्थी स्कूल प्रबंधन
समिति व सरपंच ने संचालन का विरोध किया, एसडीएम ने थमाया नोटिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 7 जुलाई। जिले के केंद्रीय विद्यालय को ग्राम बावामोहतरा के स्कूल परिसर में संचालित करने के लिए सक्षम अधिकारी अड़े हुए हैं। पूर्व से कम कमरे होने की वजह से 900 से अधिक विद्यार्थियों को जर्जर हो चुकी कक्षाओं में बैठाया जा रहा है। वहीं अब एक साथ दो विद्यालय संचालित करने की तैयारी हो रही है, जिससे स्कूल के बच्चे व पालक सकते में आ गए हैं। स्कूल संचालन प्रारंभ नहीं करने देने के नाम पर बेमेतरा एसडीएम द्वारा बावामोहतरा सरपंच एवं समिति अध्यक्ष को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया है।
जानकारी हो कि सत्र के प्रारंभ होने के बाद ग्राम बावामोहतरा के केंद्रीय विद्यालय प्रारंभ करने की जिद पर अड़े जिम्मेदारों की वजह से जिले को मिली सौगात विवाद में फंसती नजर आ रही है।
सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा जब-जब स्कूल परिसर का निरीक्षण किया गया, तब-तब जनप्रतिनिधियों व एसएमसी के सदस्यों ने अस्थाई भवन के लिए परिसर के चयन पर अपना सुझाव देते हुए स्कूल में वर्तमान में कक्षा एक से लेकर बारहवीं के कला, गणित, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के स्टूडेंट्स समेत 996 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।
स्कूल में पढऩे के लिए ग्राम बावामोहतरा के अलावा 12 गांव के विद्यार्थी आते हैं। स्कूल में जर्जर कक्षों को मिलाकर कुल 17 कक्ष हैं। 17 कक्षों में कक्षा लगाने, कार्यालय, प्रयोगशाला व आईटीसी केन्द्र का भी संचालन होता है। हालत ये है कि जर्जर हो चुकी कक्षाओं में भी बच्चों को बैठाया जाता है। तब जाकर स्कूल का संचालन दो पालियों में बमुश्किल हो पाता है।
स्कूल में उपलब्ध 17 कक्ष में से 15 कक्षा केन्द्रीय स्कूल के लिए मांगी जा रही है। बचे 2 कक्ष में 996 विद्यार्थियों के बैठने व अन्य कार्यों का संचालन संभव नहीं होने की बात पालक व समिति के सदस्य कई बार अधिकारियों के समक्ष रख चुके हैं, जिसे नजरअंदाज कर संचालन के लिए तय कर दिया गया है।
खिलोरा व लोलेसरा स्कूल के विकल्प
समिति के द्वारा सक्षम अधिकारी को लिखित में दिए गए सुझाव के अनुसार केन्द्रीय विद्यालय लिए गांव में जमीन आरक्षित की गई है। वहीं अस्थायी भवन के लिए पूर्व में ग्राम लोलेसरा के हाईस्कूल भवन को चयनित किया गया था, जिस पर विचार नहीं किया जा रहा है। ग्राम खिलोरा में पूर्व में संचालित नवोदय विद्यालय यानी हाईस्कूल में भवन में संचालन करने की दिशा में ध्यान देने के लिए ध्यान केंद्रित कराया गया है।
शाला प्रबंधन समिति
ने दिया ज्ञापन
बीते 4 जुलाई को शाला प्रबंधन समिति के द्वारा सक्षम अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया था, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा केन्द्रीय विद्यालय के अस्थाई सचांलन का आदेश बिना किसी शिक्षण व्यवस्था बनाए तथा बिना किसी शाला प्रबंधन समिति के सुझाव के दिए जाने व कुछ कमरों में कक्षा 1 से 12 तक संचालन करना संभव नहीं होने की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन व शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा किया गया था। वहीं 5 जुलाई को बेमेतरा अनुविभागीय अधिकारी द्वारा अध्यक्ष शाला प्रबधन एवं विकास समिति को नोटिस जारी करते हुए अस्थायी संचालन में व्यवधान लाने के नाम पर नोटिस जारी करते हुए सोमवार को कार्यालय में उपस्थित रहने कहा गया है। इसी तरह का एक नोटिस बावामोहतरा सरपंच को थमाया गया है।
रंग-रोगन कर अच्छा दिखाने की कोशिश
पालकों के अनुसार स्थान की कमी व बच्चों की संख्या को देखते हुए वर्तमान में जर्जर हो चुके कक्ष में बच्चे बैठते हैं। हालत ये है कि भवन की दीवारें दरकने लगी हैं। छत से पानी टपकता रहता है पर कक्षा लगाई जा रही है। हायर सेकंडरी स्कूल होने के बाद भी इस स्कूल के भवन को स्वीकृत ही नहीं किया गया है।
हादसे का खतरा है, ट्रांसफॉर्मर हटाना जरूरी है
बताया गया कि बीते दिवस सुशासन त्यौहार के दौरान स्कूल परिसर के अंदर लगे हुए ट्रांसफॉर्मर को हटाने के लिए आवेदन सौंपा गया था। इससे पूर्व विजिट में आने वाले अधिकारियों को भी मौखिक रूप में अवगत कराया गया। बावजूद अंगद की तरह ट्रांसफॉर्मर परिसर में काबिज है। हालत को देखते हुए पालक व विद्यार्थी सडक़ पर आकर विरोध करने की तैयारी में हैं।