बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 जुलाई। शहर से 5 किलोमीटर दूर ग्राम बाबा मोहतरा के स्कूली छात्र-छात्राओं व ग्रामीणों ने स्कूल की बिल्डिंग के 15 कमरों को केंद्रीय विद्यालय को देने के विरोध में नेशनल हाइवे में मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। छात्रों व ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सुबह 10 बजे से शुरू हुआ चक्काजाम शाम को 5 बजे तक चलता रहा।
इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों से ग्रामीणों की जमकर झूमाझटकी हुई। पुलिस के बीच-बचाव के बाद अधिकारियों को बाहर निकाला गया। इसके बाद अधिकारी ग्रामीणों से चर्चा करने लगे। ग्रामीण व छात्रों को मनाने की कोशिश करते रहे लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त करने की बात करने लगे।
छात्रों ने स्कूल में केंद्रीय विद्यालय का संचालन नहीं करने की मांग रखी
केंद्रीय विद्यालय को स्कूल नहीं देने की बात के आश्वासन के बाद ही छात्र-छात्राओं ने आंदोलन समाप्त करने की बात कही। इसके बाद बेमेतरा एसडीएम धरना स्थल पहुंचे। तहसीलदार, कोतवाली प्रभारी मयंक मिश्रा सभी विद्यर्थियों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वे नहीं माने और प्रदर्शन जारी रहा। विद्यर्थियों ने उनके विद्यालय में केंद्रीय विद्यालय के अस्थाई संचालन की बात नहीं मानी और मांग पूरी होने तक देर शाम तक बैठे रहे।
आश्वासन के बाद विद्यर्थियों ने किया प्रदर्शन समाप्त
ग्रामीण व विद्यर्थियों ने अधिकारियों के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त किया। विद्यर्थी लिखित आश्वासन को लेकर डटे रहे। विद्यर्थियों ने कहा कि किसी कीमत पर यहां केंद्रीय स्कूल का संचालन नहीं होने देंगे। उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था इसलिए उन्होंने चक्काजाम का फैसला लिया। लगभग 7 घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा।
आंदोलन में बुजुर्ग महिलाओं ने भी विद्यर्थियों को दिया समर्थन
प्रदर्शन में 75 से 80 साल की बुजुर्ग महिला से लेकर छात्र-छात्राएं शामिल हुए। महिलाएं प्रशासन के आदेश पर खासी नाराज दिखाई दीं। 75 साल की महिला परेटन बाई ने कहा कि गरीब बच्चों को शिक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में शिक्षा विभाग हमारे गांव के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाह रहा है। स्कूल भवन के कमरे जर्जर हैं, जहां बच्चों को असुविधा के बीच पढऩा पड़ रहा है। यहां प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।
80 साल की महिला दुलारीन बाई ने कहा कि आज हम अपने बच्चों के समर्थन में धरना स्थल पहुंचे हैं और बच्चों की मांग पूरी होने तक धरना स्थल पर बैठे रहेंगे।
छात्रा गौरी यदु ने कहा कि हमारे स्कूल को अस्थायी संचालन के लिए अधिकृत किया जा रहा है। यहां 21 कक्ष हैं, जिसमें से 15 कक्ष को केंद्रीय विद्यालय के संचालन के लिए दिया जा रहा है और बाकी के कक्ष में 1200 छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने कहा जा रहा है जबकि पहले से ही दो-दो पाली में पढ़ाई कराई जा रही है, जिससे शिक्षकों को भी परेशानी हो रही है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रकाश भारद्वाज ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय के अस्थायी संचालन को स्थगित किया गया है। वहीं सरपंच और सचिव को स्कूल के अस्थायी संचालन के बारे में बताया गया था। आगामी प्रक्रिया के लिए कलेक्टर से मार्गदर्शन लिया जाएगा।


