‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अप्रैल। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मी कांत वाजपेयी ने आज कांग्रेस पर जमकर हमले किए। कांग्रेस और डॉ. अंबेडकर के संबंधों पर कहा कि नेहरू सरकार डॉ.अंबेडकर लिखित संविधान के खिलाफ थी। कांग्रेस ने संविधान के अनुच्छेद 356 का कई बार प्रयोग किया। 88बार गैर कांग्रेसी सरकारों को गिराया गया । और अब मोदी सरकार ने अंबेडकर के लिए कई काम किए हैं। कांग्रेस एसटी एससी विरोधी पार्टी है।
वाजपेयी ने प्रदेश कार्यालय ठाकरे परिसर में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जीवनी पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान संगठन महामंत्री पवन साय, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल , सांसद कमलेश जांगड़े , विधायक पुन्नू लाल मोहिले, मोतीलाल साहू , अजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष नवीन मारकंडे, प्रदेश सोशल मीडिया सह संयोजक मितुल कोठरी सहित गणमान्य जन उपस्थित रहे।
वाजपेयी ने बताया कि13 तारीख को पूरे प्रदेशभर में जगह-जगह स्थित डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा और प्रतिमा स्थल को स्वच्छ करेंगे। उस रात को ही मूर्ति स्थल पर दीपोत्सव करेंगे। 14 तारीख को डॉ. अंबेडकर की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया जाएगा। जहाँ प्रतिमाएँ नहीं है, वहां पर बूथ स्तर पर बाबासाहब का चित्र रखकर माल्यार्पण किया जाएगा। इसी दौरान संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी होगा। इसके बाद भाजपा के वक्ता कांग्रेस बनाम भाजपा और डॉ. अम्बेडकर के अपमान बनाम सम्मान विषय पर उपस्थित कार्यकर्ताओं व नागरिकों के बीच रखेंगे। 15 से 25 तक हम अनुसूचित बस्तियों में जाएंगे और वास्तविकता और यथार्थता के आधार पर जाएंगे और हर चौखट पर जाकर बताएंगे कि डॉ. बाबासाहब अंबेडकर का अपमान कांग्रेस ने क्यों किया और डॉ. अम्बेडकर का सम्मान भाजपा ने कैसे किया। कांग्रेस ने डॉ. अम्बेडकर का अपमान और भाजपा ने डॉ. अम्बेडकर का सम्मान करने के लिए क्या-क्या काम किया, यह बात हम हर अजा परिवार की चौखट तक पहुँचाएंगे। श्री वाजपेयी ने कहा कि इस दृष्टि यह भी तय हुआ है कि प्रत्येक जनपद से 25 लोगों का चयन होगा जो 5 - 5 अनुसूचित समाज के प्रमुख लोगों से सम्पर्क करेंगे। यह अनुसूचित क्षेत्र के लोग भाजपा कार्यकर्ता नहीं होंगे, गैर भाजपा लोगों के साथ मिलकर वार्ता करेंगे।
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री वाजपेयी ने बताया कि संसद के केंद्रीय कक्ष में स्वाधीनता सेनानी और संविधान निर्माण में सहयोग करने वाले वरिष्ठ नेताओं के चित्र लगे हुए हैं लेकिन डॉ. अंबेडकर का चित्र कांग्रेस और तत्कालीन प्रधामंत्री नेहरू ने नहीं लगने दिया। जब स्व. अटलबिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तब वहाँ डॉ. अंबेडकर का चित्र लगा। श्री वाजपेयी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचतीर्थ विकसित किया- जन्मभूमि महू, शिक्षा भूमि लंदन में मोदी-सरकार ने बाबासाहेब अंबेडकर का स्मारक बनवाया, दीक्षा भूमि नागपुर पर स्मारक बनवाया, दिल्ली स्थित परिनिर्वाण स्थल को भी मोदी सरकार ने स्मारक के रूप में स्थापित किया और मुम्बई की चैत्य भूमि, जहाँ डॉ. अम्बेडकर का अंतिम संस्कार हुआ था, आज लाखों लोग वहाँ हर साल पहुँचते हैं। स्टैचू ऑफ इक्वलिटी बनाने का कार्य मोदी सरकार कर रही है। भीम एप भी बनाया गया है। डॉ. अम्बेडकर की 125वीं जन्म-जयंती भारत के अलावा 120 देशों में मनाई गई। 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया गया। डॉ. अंबेडकर की जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।