तीन दिनी राष्ट्रीय सप्तरंग संगीत समारोह आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 मार्च। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं स्थानीय चक्रधर कथक कल्याण केन्द्र के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सप्तरंग संगीत समारोह में राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने अपनी कला की प्रस्तुति से अभिभूत किया। साथ ही नव अंकुरित कलाकारों को प्रस्तुतिकरण हेतु रंगमंच उपलब्ध कराया। प्रथम दिवस समारोह का उद्घाटन संभागायुक्त व कुलपति इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ सत्यनारायण राठौर, समाजसेवी एनके गढ़े एवं डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा द्वारा किया गया।
टीवी शो की कलाकार नेहा सिंह एवं नेहा सिंह डांस कंपनी के कलाकारों ने कथक यात्रा की प्रस्तुति से समारोह की यात्रा प्रारंभ हुई। जिसमें लव कुश की कथा से वर्तमान बॉलीवुड में उसकी झलक तक कथक की विविध आयामों का सफलतापूर्वक प्रस्तुतिकरण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। साथ ही शास्त्रीय गायन एवं कथक नृत्य में गुरु वंदना कृष्ण वंदना ने दर्शकों को बांधे रखा।
दूसरे दिन की प्रस्तुति में महापौर मधुसूदन यादव के उद्बोधन एवं कलाकारो को सम्मानित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। नाटक निराश पीढ़ी, नूतन कला निकेतन बालाघाट के कलाकारों द्वारा संदेशात्मक प्रस्तुति दी। वादन में वाद्यवृंद के कलाकारों ने तबला एवं अन्य वाद्य वाद्य यंत्रों का प्रभावशाली प्रस्तुतिकरण किया। अंतिम प्रस्तुति लखनऊ घराने के प्रतिनिधि कलाकार अनुज मिश्रा एवं अनुज मिश्रा डांस कंपनी लखनऊ के प्रज्ञांशी पाठक, आरती बघेल, अजित बोरकर, प्रीतम दास कलाकारों ने पद संचालन के साथ ही 108, 111, 150 चक्कर से सजी बंदियों से सबको अचंभित किया एवं कथा रघुनाथ की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर समारोह को राम मय में कर दिया
तीसरे दिन में अतिथि सीजेएम भूपत साहू, समाजसेवी अशोक चौधरी, नीरज बाजपेयी, डॉ. केके द्विवेदी, गिरिश ठक्कर, शारदा तिवारी, राकेश ठाकुर, समाजसेवी द्वारा कलाकारों को सम्मानित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्रथम प्रस्तुति शोलो नृत्य हरिद्वार की वसुधा सिन्हा द्वारा किया गया। शहर की प्रसिद्धि, प्रियल, सनिक्षा, मनस्वी, सुचित्रा, शिवांशी, पलक, दिव्यांका, कनिष्का द्वारा कत्थक नृत्य में ठुमरी की सुंदर प्रस्तुति दी। कृष्ण भजन ऐसो रचो रास में नव अंकुरित कला साधको द्वारा राधा कृष्ण के स्वरूप में सुन्दर प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में कलाप्रेमी जनता की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन ठंगेश्वर साहू, श्रीपद्म लोचन शर्मा व आभार प्रदर्शन तुषार सिन्हा द्वारा किया गया।