राजनांदगांव
दो भागों में होगा चौड़ीकरण का कार्य, काटे जाएंगे 6 हजार पेड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अक्टूबर। राजनांदगांव-खैरागढ़ मार्ग की मौजूदा स्वरूप को नया बनाने की दिशा में चौड़ीकरण का काम शुरू हो चुका है। तकरीबन 40 किमी की लंबी दूरी वाले इस मार्ग का काम दो भागों में हो रहा है।
चौड़ीकरण का काम राजनंादगांव और खैरागढ़ जिले में बांटा गया है। राजनंादगांव लोक निर्माण विभाग ठेलकाडीह और खैरागढ़ पीडब्ल्यूडी सोनेसरार से ठेलकाडीह तक सडक़ चौड़ीकरण करेगा। जिला विभाजन के चलते सोनेसरार और ठेलकाडीह के बीच सहसपुर दल्ली का हिस्सा राजनंादगांव जिले में है। ऐसे में राजनांदगांव पीडब्ल्यूडी इस हिस्से का कार्य करेगा। इस बीच चौड़ीकरण से वर्तमान सडक़ की चौड़ाई 10 मीटर होगी। इस सडक़ की मौजूदा चौड़ाई 5.5 से 7 मीटर है। जिसके चलते यातायात का दबाव बढ़ा है। पिछले कुछ सालों से वाहनों की बढ़ती तादाद से खैरागढ़-राजनंादगांव का रास्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। चौड़ाई कम होने से हादसों में बढ़ोत्तरी हुई है। लंबे समय से क्षेत्रीय जनता चौड़ीकरण के लिए आवाज उठा रही थी।
बताया जा रहा है कि सडक़ चौड़ीकरण का कार्य अगले 20 वर्ष की स्थिति को देखते हुए शुरू किया गया है। वाहनों का दबाव कम करने के लिए चौड़ीकरण का काम दोनों भागों में प्रारंभ हो गया है। लगभग चौड़ीकरण में एक अरब 25 करोड़ रुपए खर्च होने जा रहा है। पेड़ों की कटाई के साथ सडक़ का गहरीकरण किया जा रहा है। एक जानकारी के मुताबिक लगभग 6 हजार पेड़ सडक़ चौड़ीकरण के काटे जाएंगे। पेड़ों की कटाई वन विभाग की निगरानी में हो रहा है। कटाई की संख्या के दोगुना वृक्षों का सडक़ के दोनों किनारे रोपण भी किया जाएगा, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे।
बताया जा रहा है कि सडक़ निर्माण के लिए स्वीकृत राशि में ही कटाई का भी खर्च शामिल है। खास बात यह है कि चौड़ीकरण के दौरान 40 किमी की दूरी वाले इस मार्ग के कुछ अंधे मोड़ को सीधा किया जाएगा। इस मार्ग में कुछ जगह खतरनाक अंधे मोड़ होने से हादसे होते रहे हैं। बताया जा रहा है कि पीडब्ल्यूडी के दोनों जिलों के ईई अपनी निगरानी में चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ करवा चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक चौड़ीकरण से वाहनों की तादाद भी बढ़ेगी। साथ ही व्यापारिक गतिविधियों में भी उछाल आने की संभावना है। ऐसे में अगले 6 माह के भीतर सडक़ चौड़ीकरण का कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।


