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कहा-नोटिस का जवाब संतोषप्रद नहीं मिला तो ब्लैक लिस्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23अप्रैल। श्रीबालाजी राइस मिल में चल रही गड़बड़ी को खाद्य विभाग ने पकड़ा है। बताया जा रहा है कि श्रीबालाजी राइस मिल परसदा यूनिट का चावल, झलप यूनिट में बनाया जा रहा था। यह मिल कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी कर रहा था। राइस मिल संचालक को खाद्य विभाग ने नोटिस जारी कर कहा है कि यदि नोटिस का जवाब संतोषप्रद नहीं मिला तो राइस मिल को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
मालूम हो कि कस्टम मिलिंग के तहत जिले के राइस मिलों की जांच महासमुंद के खाद्य विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसी जांच के दौरान श्रीबालाजी राइस मिल में भारी गड़बड़ी सामने आया है जहां कस्टम मिलिंग के लिए परसदा में स्थित श्रीबालाजी राइस मिल का एक लाट 290 क्विंटल चावल, झलप में स्थित श्री बालाजी राइस मिल में पाया गया।
इसका मतलब दूसरे यूनिट परसदा राइस मिल का चावल अवैध तरीके से पहले यूनिट श्रीबालाजी राइस मिल झलप में बनाया जा रहा था। साथ ही 854 कट्टा कस्टम मिलिंग का धान कम पाया गया है। श्री बालाजी राइस मिल परसदा में 1657 कट्टा 662 क्विंटल 80 किलोग्राम कस्टम मिलिंग का धान कम पाया गया है। इसे विभाग ने कस्टम मिलिंग में भारी अनियमितता कहा है।
मालूम हो कि श्री बालाजी राइस मिल में गड़बड़ी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी धान खरीदी वर्ष 2021-22 धान खरीदी केंद्र परसवानी से कस्टम मिलिंग के लिए कई ट्रक धान का उठाव श्रीबालाजी राइस मिल द्वारा किया जाना बताया गया था। जबकि धान खरीदी केंद्र परसवानी से धान आने के कोई भी प्रमाण न तो राइस मिल मालिक दे पाए और न ही जिला प्रशासन के जांच अधिकारी दे पाए। आज तक यह मामला जांच में ही है।
जिले के कई राइस मिलो में कस्टम मिलिंग का धान कम पाया जा रहा है। इसका मुख्य कारण है कि कई राइस मिलर डीओ को प्रति क्विंटल 2200 से 2400 रुपए के हिसाब से समिति में बेच रहे हैं। इसमें बेचने का मतलब यह है कि राइस मिलर समिति से धान के बदले पैसे ले रहे हैं। इसमें धान खरीदी प्रभारी और मिलर दोनों का बड़ा फायदा है। समर्थन मूल्य पर इस बार धान 3100 प्रति क्विंटल के हिसाब से खऱीदा गया है। जिले के कई धान खरीदी केंद्र में बोगस, बिना धान खऱीदे ही खरीदी दिखाया गया है और समर्थन मूल्य 3100 रुपए के हिसाब से राशि का आहरण भी लिया गया है। बोगस धान खरीदी के वजह से धान खरीदी फड़ में धान खरीदी मात्रा के हिसाब से कम है।
गौरतलब है कि जिले में कई समिति प्रभारी और राइस मिलर दोनों मिलकर डीओ एडजस्ट करने का खेल कर रहे हैं। राइस मिलर डीओ का प्रति क्विंटल 2200 से 2400 ले रहे हैं। समिति प्रभारी प्रति क्ंिवंटल समर्थन मूल्य पर 3100 का आहरण अपने या अपने किसी परिचित के नाम से कर लिया है और अब 2400 रुपए प्रतिक्विंटल से हिसाब से मिलर को पैसे दे रहे हैं। समिति प्रभारी प्रतिक्विंटल 700 रुपए का अवैध लाभ ले रहा है। वहीं राइस मिलर 2400 रुपए प्रतिक्विंटल के हिसाब से ले रहे हंै और कस्टम मिलिंग के लिए ओडि़शा से या रवि फसल का धान 1500 रुपए प्रति क्विंटल के दर से खरीदकर कस्टम मिलिंग के लिए चावल जमा कर रहे हैं। इस प्रकार राइस मिलर प्रति क्विंटल 900 रुपए का अवैध लाभ ले रहे हैं। इसी वजह से राइस मिलो में कस्टम मिलिंग का धान कम पाया जा रहा है।
नोटिस भेजा गया है
श्रीबालाजी राइस मिल की इस अनियमितता के लिए जिला प्रशासन खाद्य विभाग द्वारा नोटिस भेजा गया है। नोटिस का जवाब कार्यालय में उपस्थित होकर देना होगा। राइस मिल संचालक का जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर राइस मिल को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की जाएगी।
-कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी महासमुंद
महासमुंद,23अप्रैल। ग्राम बेमचा के बजरंगबली चौक में मारपीट के मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है। वार्ड 06 यादवपारा साकिन बेमचा निवासी द्रोण साहू 29 साल ने बताया कि युगल निर्मलकर और उसके साथियों ने उनसे शराब पीने के लिए पैसा मांगा।
नहीं देने पर गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 327, 294, 323, 506, 34 नाग के तहत जुर्म दर्ज किया है।
महासमुंद,23अप्रैल। नदी मोड़ घोड़ारी के बंगला कॉलोनी में पति को रॉड से मारकर चोट पहुंचाने वाली महिला के खिलाफ पुलिस ने जुर्म दर्ज किया है। बंगाली कॉलोनी घोड़ारी निवासी संजय घरामी ने पुलिस को बताया कि पत्नी शर्मिला घरामी ने उसके साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए राड से सिर पर मारकर चोट पहुंचाई। पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ धारा 294, 323, 506 के तहत अपराध दर्ज किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23अप्रैल। महासमुंद के लमकेनी में प्रत्येक तीन वर्ष में जगत वंशीय परिवार के द्वारा तीन दिवसीय बूढादेव महापूजन का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में 62 गांव परिवार के सदस्य शामिल होकर इष्टदेव बूढ़ादेव की पूजा-अर्चना करते हैं।
शनिवार को देव आह्वान किया गया। तत्पश्चात रविवार को देहा, कुमर्रा, पुजारियों,बरूआ रूपी देव शक्ति की स्तुति की गई और आंगादेव बूढ़ादेव को नगर भ्रमण कराया गया। लोगों ने अपने घर के आंगन में धूप दीप, अक्षत, चावल, नारियल भेंट कर पूजा अर्चना की। इस दौरान महाभंडारा रखा गया। जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने बूढ़ादेव का महाप्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शौकीलाल सिदार पुजारी, गनपत सिदार दैहा, प्रेमसिंह जगत मांझी, मुकुन्द जगत मुख्य बरवा, युधिष्ठिर जगत सुत्रधार, सुरेश जगत छतरिया, श्यामलाल सीसी संचालक, बन्दादेव समिति अध्यक्ष शनिराम सिदार, उपाध्यक्ष संतराम सिदार, सचिव अर्जुन जगत, सहसचिव उग्रसेन जगत, कोषाध्यक्ष गोवर्धन जगत, विशेष सहयोगी राजेश सिदार, गजपति सिदार,महामंत्री जगतीण सिदार एवं सदस्य हृदय जगत, दया सिंह, बिलास सिदार, मुकुन्द जगत, दीपक जगत एवं सभी ग्रामीण जनों का विशेष सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23अप्रैल। शशुपाल पर्वत से लगी पहाड़ी में अवैध हाथभट्टी महुआ शराब के निर्माण के लिए अलग-अलग स्थानों में रखी 27 प्लास्टिक बोरियों में 945 किलोग्राम महुआ लाहन एवं एक प्लास्टिक बोरी में पॉलीथिन में बंधा हुआ 20 लीटर हाथभट्ठी महुआ शराब को कब्जे में आबकारी टीम ने लिया तथा महुआ लाहन को मौके पर नष्ट किया है।
मुखबिर सूचना के आधार पर आबकारी टीम सरायपाली ने सोमवार को ग्राम गेर्रा थाना बलौदा के शिशुपाल पर्वत से लगी पहाड़ी में अवैध हाथभट्टी महुआ शराब के निर्माण के लिए अलग-अलग स्थानों में रखी 27 प्लास्टिक बोरियों में कुल 945 किलोग्राम महुआ लाहन कीमत 47250 रुपए एवं एक प्लास्टिक बोरी में पॉलीथिन में बंधा हुआ 20 लीटर हाथभटी महुआ शराब कीमत 4000 रुपए कुल बाजार मूल्य 51250 रुपए को विधिवत कब्जे में लिया तथा महुआ लाहन को मौके पर नष्ट किया है।
उक्त लावारिस सामग्री के स्वामित्व के संबंध में पतासाजी किए जाने पर कुछ पता नहीं चला। अत: अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध आबकारी अधिनियम 1915 की धारा के तहत प्रकरण कायम ॉ किया गया। आरोपियों के संबंध में पतासाजी जारी है। उक्त कार्रवाई आबकारी वृत्त सरायपाली के प्रभारी आबकारी उप निरीक्षक शिवशंकर के नेतृत्व में की गई।
इस दौरान आबकारी स्टाफ सरायपाली उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23अप्रैल। कल 22 अप्रैल को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुमगांव में छात्र,पालक एवं शिक्षकों की उपस्थिति में संस्था के प्राचार्य कुरील सर ने स्थानीय कक्षाओं की परीक्षा परिणाम की घोषणा की। परीक्षा परिणाम निम्नानुसार रहा, अंग्रेजी माध्यम कक्षा 1 से 8 तक सभी उत्तीर्ण रहे। कक्षा 1 में प्रथम श्वेता ध्रुव 95.33, कक्षा 2 में प्रथम वंदिता सतपथी 100, कक्षा 3 में प्रवीण कुमार ध्रुव 96.5, कक्षा 4 में प्रथम नैतिक साहू 99.5, कक्षा 5 में प्रतीक्षा मिश्रा 99.5, कक्षा 6 में झरोखा साहू 99, कक्षा 7 में प्रथम दुलीशा ध्रुव 100, कक्षा 8 में प्रथमडाकेश साहू 99.3 प्रतिशत रहा। कक्षा 9 का परीक्षा परिणाम 72 प्रतिशत रहा। जिसमें प्रथम रिया तारक ने प्राप्त किया तथा 11 वी का परीक्षा परिणाम 78 प्रतिशत रहा। इसमें प्रथम स्थान अंजली डहरिया ने प्राप्त किया।
इसी तरह हिन्दी माध्यम कक्षा 9 वी में गीता टंडन ने 76.7 प्रतिशत के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। कक्षा ग्यारहवीं में विषयवार कला संकाय से रमेश कुमार ने 69 प्रतिशत प्रथम स्थान प्राप्त किया।
विज्ञान संकाय से नीलिमा साहू ने 82.4,वाणिज्य संकाय से धर्मीन ने 84.8 प्रतिशत अंक लेकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस दौरान संस्था के दोनों माध्यमों के सभी शिक्षक एवं पालकगण उपस्थित थे।
अब तक कांग्रेस का कोई भी स्टार प्रचारक नहीं पहुंचा , सीएम की अब तक कई चुनावी सभाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 अप्रैल। महासमुंद लोकसभा में अब भाजपा के 400 सीट पार का नारा धीमे होने लगा है। हालांकि महासमुंद जिले में मुख्यमंत्री की कई चुनावी सभाएं हुई हैं। चुनावी शोर के पहले दौर में भाजपा अकेले प्रधानमंत्री मोदी के नाम से चुनाव प्रचार करते रहे, लेकिन अब वे भी प्रत्याशी के नाम से चुुनाव का प्रचार कर रहे हैं।
कांग्रेस है कि शुरू से अपने प्रत्याशी के नाम पर वोट मांग रही है। महासमुंद मुख्यालय में अब तक कांग्रेस का कोई भी स्टार प्रचारक नहीं पहुंचा है। मतदान की तिथि बिल्कुल करीब है और भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में हलचल बढ़ गई है।
कांग्रेस ने भी भाजपा की तरह ही सभी विकासखंड मुख्यालयों में चुनाव कार्यालय खोला है, जहां से कार्यकर्ता प्रचार में निकल रहे हैं। महासमुंद के सभी चार विधानसभा में भाजपा में बड़ी संख्या में कांग्रेसियों के प्रवेश हुआ है और वे ही भाजपा का कमान थामें हुए हैं। रनिंग पार्टी होने के बाद भी भाजपा के चुनाव कार्यालयों में पहले की तरह रौनक नहीं दिख रही है।
जिले के गांवों और शहरों में भाजपा का 400 सीटें पार करने का नारा अब धीरे-धीरे मंदा हो रहा है। चुनाव के करीब आते-आते भाजपा अब प्रत्याशी पर अधिक फोकस करने लगी है। टिकट आबंटन के तत्काल बाद जिस तरह मोदी के नाम को उछाला गया था, उससे यह तय लग रहा था कि चुनाव पूरी तरह मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। सोशल मीडिया में दाोनों ही दलों की खबरें बराबर पोस्ट हो रही हैं। जिन्हें भाजपा प्रवेश किए अभी माह भर भी नहीं हुआ है, वे बहुत आक्रामक ढंग से प्रचार कर रहे हैं, जबकि भाजपा के स्थापित कार्यकर्ता प्रचार में कम ही दिखाई दे रहे हैं। जिले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अब तक कई चुनावी सभाएं हो चुकी हैं। लेकिन कांग्रेस के किसी बड़े नेता की अब तक चुनावी सभा नहीं हुई है।
जिले में कहीं-कहीं कांग्रेस के चुनाव कार्यालयों में अप्रत्याशित भीड़ दिखाई दे रही है, जिससे कांग्रेस नेताओं का मनोबल विधानसभा चुनाव से अधिक दिखाई दे रहा है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव में अपनाई गई रणनीति को कांग्रेस अपना रही है। लिहाजा भाजपा की विधानसभा में विजय मंत्र महतारी वंदन योजना की तरह कांग्रेस महालक्ष्मी नारी न्याय योजना का जमकर प्रचार-प्रसार कर रही है। कहा जा रहा है कि यदि विधानसभा चुनाव की तरह प्रदेश की महिलाओं ने कांग्रेस की न्याय योजना पर भरोसा कर लिया, तो इसका भारी नुकसान भाजपा को झेलना पड़ सकता है।
महासमुंद लोकसभा में इससे पहले के चुनावों में जातिवाद का मुद्दा हावी रहा लेकिन इस बार मात्र मोदी ही मुख्य मुद्दा रहा। इसे भाजपा प्रत्याशी की जीत की गारंटी के रूप मे देखा जा रहा था। शायद इसलिए भाजपा ने जातिवाद से दूर एक स्वच्छ छवि की नेत्री रूपकुमारी चौधरी को अपना प्रत्याशी घोषित किया। लेकिन कांग्रेस की ओर से साहू बहुल लोकसभा को देखते हुए साहू समाज से कांग्रेस के कद्दावर नेता ताम्रध्वज साहू को मैदान में उतारा गया है।
साहू प्रत्याशी होने के कारण इस लोकसभा में हालात बदलते दिख रहे हैं। चौक-चौराहों पर हर रोज राजनीति की परख रखने वाले कहते फिर रहे हैं कि कांग्रेस से साहू प्रत्याशी होने के कारण अब इस बार पुन: जातिवाद का मुद्दा हावी होने लगा है। इस पूूरे झमेले में मतदाता खामोश हैं।
इस बार महासमुंद लोकसभा में मतदाताओं की खामोशी आश्चर्यजनक है। दोनों ही दलों के जमीनी कार्यकर्ताओं ने अभी तक मतदाताा पर्ची बांटने का काम पूरा नहीं किया है। इस संसदीय क्षेत्र में मतदान को अब केवल 3 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन शहर सहित ग्रामीण इलाकों में अब तक मतदाता पर्ची का वितरण कार्य पूरा नहीं हो सका है। जमीनी कार्यकर्ताओं का टोटा भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में स्पष्ट तौर पर नजर आ रहा है। यहां कांग्रेस के बूथ लेवल पर मैनेजमेंट को लेकर फंड के अभाव की बात सामने आ रही है, वहीं भाजपा में विधानसभा चुनाव के बाद कार्यकर्ता स्वयं को ठगा सा महसूस करते हुए अपने से चुप बैठ गये हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में जिन पदाधिकारियों को बूथ लेवल में अपने बाड़ों और क्षेत्रों को संभालने की जवाबदारी दी गई है, वहां उन्हें खर्च के नाम पर स्वयं मैनेज करने निर्देशित किया गया है।
इस मामले में डॉ. रश्मि चंद्राकर का कहना है कि पर्ची बांटने की गति में तत्काल सुधार होगा। वैसे मतदात पर्ची वतरण कार्य लगातार जारी है। भाजपा महामंत्री प्रदीप चंद्राकर ने कहा कि हम कल 24 तारीख तक पर्ची बांटने का काम पूरा कर लेंगे। हमारा 90 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है।
बहरहाल कांग्रेस अपने मेनीफेस्टों और एक समाज के वोटों के धुवीकरण की प्रत्याशा में चुनाव में जीत का दावा कर रही है, वहीं भाजपा को मोदी पर भरोसा है। वर्तमान में भाजपा और कांग्रेस दोनों की स्थिति मुकाबले में बराबरी पर है। दोनों ही दल अपने नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने जुटे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि मोदी गारंटी मतलब झूठ की गारंटी है। 2014 और 2019 में देश को अच्छे दिन के सपने दिखाए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। किसानों को समर्थन मूल्य, महिलाओं को गैस टंकी और युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी।
आज न रोजगार है, न किसानों की आय में इजाफा हुआ और न घरेलू महिलाओं को गैस की टंकी कम दाम में मिल पाए। आज महंगाई के चलते आम लोगों का जीवन यापन कर पाना असंभव हो गया है। इसी तरह फिर इस बार भाजपा के लोग 400 पार का नारा देते हुए 2024 में देश से गरीबी मिटाने की बात कर रहे हैं। जो केवल भाजपा का जुमला है। जुमलेबाज सरकार की नीति व नीयत को देश की जनता समझ चुकी है।
श्री चंद्राकर ने कहा कि इस बार पूरे देश सहित प्रदेश के लोगों ने बदलाव का मन बना लिया है। प्रदेश में विस चुनाव से पहले भाजपा की सरकार बनते ही 18 लाख आवास की स्वीकृति का ढोल पीटने वालों से उन्होंने पूछा कि 18 लाख गरीब परिवारों का प्रधानमंत्री आवास कहां है। मोदी सरकार ने 18 लाख आवास को अभी तक स्वीकृत क्यों नहीं किया? छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने 5 वर्षों में 10 लाख से अधिक आवास बनाकर गरीब परिवारों के खुद के घर के सपना को पूरा किया था और शेष 8 लाख से अधिक आवास के लिए 3200 करोड़ रुपए से अधिक की राशि का बजट में स्वीकृत किया था। उक्त राशि को भी साय सरकार ने कहीं और खर्च कर दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए जिले में उपलब्ध कंट्रोल यूनिट में कैंडिडेट सेट करने, बैलेट यूनिट में मतपत्र लगाने व कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट, व्हीव्हीपैट का सीलिंग कार्य कमीशनिंग विधानसभावार कृषि उपज मण्डी पिटियाझर, महासमुंद में प्रारंभ है।
रविवार को सामान्य प्रेक्षक अनिल कुमार अग्रवाल ने कमीशनिंग कार्य का जायजा लिया। उन्होंने स्ट्रांग रूम, डिस्पेच सेंटर और विधानसभा वार किए जा रहे कमीशनिंग कार्य का कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभात मलिक की मौजूदगी में जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। ज्ञात हो कमीशनिंग कार्य 20, 21 और आज 22 अप्रैल तक जारी है।
इसके अलावा उन्होंने चारों विधानसभा क्षेत्र के स्ट्रांग रूम, मतगणना स्थल, बैठक कक्ष, सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी, निगरानी कक्ष सहित सभी व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। श्री अग्रवाल ने मतदान दल रवानगी एवं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन वापसी और पार्किंग आदि के लिए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिले में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है। चारों विधानसभा में मतदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की कमिश्निंग कार्य शुरू किया गया है। इसके माध्यम से बीयू में बैलट पेपर लगाए गए और पिंक पेपर से सील किया गया। वीवीपेट में इंजीनियरों के माध्यम से सिंबल लोडिंग का कार्य किया गया। सभी बीयू और वीवीपेट का सीलिंग कार्य भी किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सामान्य प्रेक्षक अनिल अग्रवाल, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभात मलिक व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष ईवीएम मशीनों का विधानसभा क्षेत्रवार रेंडमाइजेशन किया गया था। शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में लोकसभा संसदीय क्षेत्र 09 महासमुंद अंतर्गत जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र महासमुंद,खल्लारी, बसना, सरायपाली सहित राजिम, बिंद्रानवागढ़, कुरूद एवं धमतरी की ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन का कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से द्वितीय रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया पूर्ण की गई।
लोकसभा संसदीय क्षेत्र 09 अंतर्गत कुल 2147 मतदान केन्द्र है। जिसमें 39.सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में 270 मतदान केन्द्र, 40.बसना में 287, 41.खल्लारी में 277, 42.महासमुंद में 246, 54.राजिम में 274, 55.बिंद्रानवागढ़ में 299, 57.कुरूद में 237 व विधानसभा क्षेत्र 58.धमतरी में 257 मतदान केन्द्र शामिल हैं। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी निर्भय साहू, सहायक रिटर्निंग अधिकारी उमेश साहू उपस्थित रहे।
मारपीट मामले में प्रार्थी का वीडियो फैला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। मारपीट के एक मामले में प्रार्थी का सीधा आरोप है कि आरोपियों के साथ पुलिस की मिलीभगत है और आरोपी खुलेआम यह कहते फिर रहे हैं कि शिकायत पर पुलिस पर कार्रवाई नहीं करेगी, पुलिस से हमारी सेटिंग है। अत: इसी डर से प्रार्थी परिवार ने सोशल मीडिया में एक वीडियो डाली ताकि आरोपियों पर कार्रवाई संभव हो सके।
इस मामले में थानेदार बागबाहरा प्रवीण चौहान का कहना है कि हरनादादर में विवाह कार्यक्रम में हुई मारपीट के मामले में पीडि़त की शिकायत पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।
यह मामला जिले के बागबाहरा थाना क्षेत्र के ग्राम हरना दादर में 10 अप्रैल की रात 11 बजे की बताई जा रही है। प्रार्थी हीरादास टंडन के अनुसार विवाह कार्यक्रम में भोजन करने की बात को लेकर उसके परिवार के साथ दो युवकों ने मारपीट की। मारपीट की घटना के बाद थाने में शिकायत की गई लेकिन पर कार्रवाई नहीं हुई। इसके तुरंत बाद आरोपियों ने पीडि़त हीरादास टंडन को धमकी दी कि पुलिस हमारे सपोर्ट में हैं, कार्रवाई नहीं हो सकती चाहे कुछ भी कर लो। यह जानकर प्रार्थी ने एक वीडियो सोशल मीडिया में जारी की। वीडियो जारी होने के बाद पुलिस ने मात्र आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज किया। हीरादास के भाई, उसकी पत्नी, पिता के मारपीट में दो लोग शामिल थे। पुलिस ने समाचार लिखते तक दूसरे आरोपी के खिलाफ शिकायत ही दर्ज नहीं की है।
पीडि़त का कहना है कि मारपीट के बाद आरोपियों ने कहा कि पुलिस में शिकायत कर दो, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। मामले की शिकायत करने जब थाने पहुंचे तो पुलिस ने उल्टा प्रार्थी से ही डांट डपट की।
50 गांव के किसानों के करीब 10 हजार एकड़ से भी अधिक खेतों को सिंचाई के लिए पानी मिलता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। महासमुंद लोकसभा चुनाव में किसी भी दल के प्रत्याशी ने जोंक नदी बैराज बनाने को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाई है। किसी ने भी इसके निर्माण कार्य को अपना मुद्दा नहीं बनाया। इस बैराज की घोषणा 27 साल पहले तत्कालीन सांसद विद्याचरण शुक्ल ने की थी। इसे बनाने के लिए लगभग एक सौ करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके लिए आज से 10 साल पहले 90 करोड़ रुपए मंजूर हुए। काम शुरू भी हुआ। पैसे भी जारी किए गए। नारियल तोडक़र इसके काम का शुभारंभ भी हुआ लेकिन फिर भी इस पर काम शुरू नहीं हुआ। अब यह ठंडे बस्ते में है। अब तो कोई यह भी नहीं पूछता कि जोंक बैराज का क्या चल रहा है। अब यह पूरी तरह ठंडे बस्ते में चला गया है। इस ठंडे पड़े मामले को बार फिर से जिले के लोगों तक पहुंचाने के लिए जानकारी प्रकाशित की जा रही है।
कहा जाता है कि इसके पूर्ण हो जाने से क्षेत्र के करीब 50 गांव के किसानों को लाभ होगा और करीब 10 हजार एकड़ से भी अधिक खेतों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। लगभग सौ करोड़ रुपए की लागत से जोंक नदी पर जोंक बैराज का निर्माण कार्य पांच साल पहले शुरू होते-होते रह गया। यदि उस वक्त इस बैराज का निर्माण कार्य शुरू होता तो इसके पूर्ण होने में दो साल का समय और लग सकता था। इसके पूर्ण होते ही आसपास के गांवों के किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए पानी मिलने लग जाता।
जानकारी के मुताबिक विगत 27 वर्षों से लंबित लोअर जोंक परियोजना ने अब तक मूर्तरूप नहीं लिया है। क्षेत्रवासियों को लंबे समय से इस परियोजना के निर्माण होने का इंतजार था। लेकिन अब लोगों ने इसका इंतजार करना बंद कर दिया है। इस निर्माण कार्य को जल संसाधन विभाग द्वारा किया जाना था। इसके बायीं तट की ओर भी नहर के निर्माण के लिए करीब 37 करोड़ रुपए की अतिरिक्त स्वीकृति मिली थी। जिसका सर्वे का काम अभी तक शेष है। सर्वे पश्चात भूमि अधिग्रहण किया जाना था। इस ओर भी 15 से 20 किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण किया जाना था। इस ओर कौन-कौन से गांव लाभान्वित होंगे, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बताया जाता है कि पच्चीस वर्षों पूर्व कांग्रेस के शासन काल में महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के तत्कालीन सांसद स्व. विद्याचरण शुक्ल के प्रयासों से इस परियोजना की स्वीकृति मिली थी। जिसके सर्वे में ही उन दिनों में लगभग पांच लाख रुपए खर्च हो गए थे। चूंकि यह बहुत बड़ी परियोजना थी और क्षेत्र का बड़ा भाग इससे लाभान्वित हो रहा था। इसके डूबान में छत्तीसगढ़ के कुछ गांवों के अलावा ओडिशा का सीमावर्ती भाग भी आ रहा था। ओडिशा के जंगलों को बड़ा नुकसान हो रहा था। लिहाजा इस परियोजना को लेकर ओडिशा सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्रालय में आपत्ति दर्ज करा देने के बाद उक्त जोंक परियोजना का कार्य स्थगित हो गया था।
बाद में क्षेत्रवासियों की लगातार मांग एवं दबाव के चलते इस परियोजना को संशोधित कर बैराज का स्वरूप देकर केंद्रीय मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा गया। केंद्रीय मंत्रालय से लगभग सौ करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस बैराज परियोजना निर्माण की मंजूरी दे दी। जिसका निर्माण कार्य शुरू भी हुआ था जो चंद दिनों के बाद ही फिर से बंद हो गया।
इस बैराज के दायीं तट की ओर बनने वाले 15 किलोमीटर लंबी नहर से प्रथम चरण में लगभग 15 गांव के किसान लाभान्वित होते।
जिसमें ग्राम परसवानी, छाता मोहा, माटीदरहा, सागुनढाप, सागुनढाप टुकड़ा, राजाकटेल, बीजेपुर, उतेकेल, लोहारीन डोंगरी, सांकरा, पिपरौद, सानटेमरी, बड़े टेमरी, देवसराल आदि शामिल है। वहीं बायीं तट की ओर भी नहर के निर्माण के लिए करीब 37 करोड़ रुपए की अतिरिक्त स्वीकृति मिली थी। जिसका सर्वे का काम भी अभी शेष है। सर्वे पश्चात भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इस ओर भी 15 से 20 किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण किया जाएगा। जिससे इस क्षेत्र के किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा। किंतु कौन-कौन से गांव लाभान्वित होंगे, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि महासमुंद जिले के इस क्षेत्र को ड्राई एरिया के रूप में जाना जाता है। इस क्षेत्र में आम तौर पर दो से तीन सौ फीट नीचे तक जल घट गया है। कहा जा रहा था कि जोंक बैराज में जलभराव प्रारम्भ होने से क्षेत्र में जल स्तर बढ़ेगा और सूख कर बंद हो चुके बोर पुन: प्रारम्भ हो जाएंगे। गांवों के हैंडपम्पों में भी आसानी से पानी मिलना प्रारंभ हो जाएगा। जोंक बैराज इस क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी के रूप में स्थापित होगा और लगातार सूखे की मार झेल रहे किसानों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। क्षेत्र के किसान खरीफ फसलों के अलावा रबी के फसल भी आसानी से ले सकेंगे। इस बैराज में करीब पांच किलोमीटर तक जलभराव होगा। इस क्षेत्र के किसान भी लिफ्ट इरिगेशन से खेतों की सिंचाई कर फसल ले सकेंगे।
लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले जोंक बैराज का कंस्ट्रक्शन वर्क जून 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य था। इसके बाद गेट लगाने का काम बाकी रहता। जल संसाधन विभाग के तत्कालीन ईई विष्णु चंद्राकर ने बताया कि यह एक बड़ी परियोजना है। जिससे पिथौरा ब्लॉक के किसानों को फायदा होता। 25 साल पहले कांग्रेस के शासनकाल में क्षेत्र के लोकसभा सांसद स्व.विद्याचरण शुक्ल के प्रयासों से इस परियोजना को सफलता मिली थी। स्वीकृति के बाद सर्वे का काम भी पूरा कर लिया गया था, लेकिन डूबान क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा के सीमावर्ती इलाके के साथ जंगल का एक बड़ा क्षेत्र इसमें आ रहा था।
लिहाजा परियोजना को लेकर ओडिशा सरकार ने केंद्रीय मंत्रालय में आपत्ति दर्ज करा दी थी। जिसके बाद जोंक परियोजना का कार्य स्थगित कर दिया गया था। इस परियोजना को संशोधित कर बैराज का रूप दिया गया और केंद्रीय मंत्रालय ने इस परियोजना को मंजूरी दी थी। लेकिन यह मंजूरी भी काम नहीं आई। छत्तीसगढ़ शासन के जल संसाधन विभाग मंत्रालय ने महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखंड की लोवर जोंक बैराज परियोजना के निर्माण के लिए 140 करोड़ 68 लाख 43 हजार रुपए की द्वितीय पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की थी। इस बैराज के निर्माण से 1980 हेक्टेयर में खरीफ में सिंचाई के लिए जलापूर्ति प्रस्तावित था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। रविवार को शहर के इमलीभांठा और नयापारा क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में नगर पालिका अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग अपने मामा भिलाई के पूर्व विधायक व मंत्री बदरुद्दीन कुरैशी और माता पूर्व पार्षद अनवरी बेगम के साथ प्रचार करने के लिए मैदान में उतरी और शहर के इमलीभांठा, नयापारा क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में जनसंपर्क कर चुनावी प्रचार किया।
प्रचार के दौरान उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 70 सालों से कांग्रेस के कार्यकाल में महंगाई पर नियंत्रण था। पर 2014 से केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार आने के बाद से महंगाई इतनी बढ़ गई है। प्रचार के दौरान लता चंद्राकर, दशोदा ध्रुव, लक्ष्मी सोनी, माया पांडेय, सोनम, आरीफ जानी, ईशा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नागरिक शामिल रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल महासमुंद द्वारा 23 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर महासमुंद में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा 17 साल बेमिसाल की स्वागतोत्सव में पुन: निकलेगी। जिसमें मंत्रोचारण ध्वनि के एक विशेष अंदाज में ढोल पथक का वादन, महाकाल स्वरूप अघोरी नृत्य का विस्तृत रूप में शानदार प्रदर्शन होगा।
अपने मिक्सिंग के विशेष अंदाज में छग के प्रसिद्ध डीजे द हण्टर का जबदस्त लाईट इफेक्ट के साथ भक्तिमय गीत संगीत का प्रदर्शन होगा। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या की चलित झांकी एवं अयोध्या में विराजमान मूर्ति की झांकी, राधारानी की झांक, हनुमान जी की झांकी, नंदी पर सवार शिवजी की झांकी, नवरूप दुर्गा माता, काली माता के विकराल रूप, बच्चों के द्वारा रामसीता की झांकी, दुर्गावाहिनी बहनों द्वारा अखाड़ा प्रदर्शन, अयोध्या में वापस आते हुए प्रभु श्रीरामचन्द्र एवं माता सीता झांकी एवं हनुमान जी एवं वानर सेना सहित छग के लोक परम्परा को ध्यान में रखते हुए राऊत नाचा का प्रदर्शन होगा।
इस शोभायात्रा में शामिल होने की अपील की गई है। यह शोभायात्रा 5 किमी तक लम्बी होगी जो श्री राम जानकी मंदिर गांधी चौक से प्रारंभ होकर नीलकंठ चौक, विठोबा टॉकिज, अम्बेडकर चौक, स्वामी चौक, नेहरू चौक, कचहरी चौक सहित शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मां दुर्गा मंदिर बरोण्डा चौक में समापन होगा। बजरंग दल महासमुंद द्वारा नकुल दीढ़ी उद्यान के समीप दिन भर भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ के महासमुंद संसदीय क्षेत्र09 महासमुंद, खल्लारी, बसना और सरायपाली के व्यय प्रेक्षक मनीष कुमार दबास ने महासमुंद के अंतर राजीय सीमा के एस एस टी लारीपुर कंटगतराई, ढोढरकसा, साल्हेझर, पलसापाली, रेहटीखोल एवं खम्हारपाली सिरपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान व्यय प्रेक्षक श्री दबास ने चेकपोस्ट में तैनात कर्मचारी और स्थैतिक टीम के कर्मचारियों से चर्चा कर आवश्यक जानकारी ली।
उन्होंने चेकपोस्ट में संधारित की जाने वाली रजिस्टर सहित आवश्यक दस्तावेज की जांच की। उन्होंने स्थैतिक दल और कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अंतरराज्यीय एवं अंतर जिला मार्ग से होकर गुजरने वाली सभी वाहनों की जांच करनी चाहिए साथ ही वाहन नंबर सहित आवश्यक जानकारी भी रजिस्टर में संधारित करें। निरीक्षण के दौरान अब्दुल वहीद खान लाइजनिंग अधिकारी एवं उप वनमण्डलाधिकारी महासमुंद मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। कल चैत्र सुदी तेरस 21 अप्रैल को भगवान महावीर स्वामी जन्मकल्याणक के अवसर पर महासमुंद जैन संघ ने भव्य शोभायात्रा निकाली। यात्रा जैन मंदिर गांधी चौक से निकलकर गुरुपारा, सिविल लाइन, नेहरू चौक, कॉलेज रोड, होते हुए जैन मंदिर में समाप्त हुई। शोभायात्रा में भगवान की माता ने जो 14 स्वप्न देखे थे उसकी मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई। इस शोभायात्रा में भगवान भव्य रथ में विराजमान थे। समाज के सभी वर्ग पुरुषए महिलाएं एवं बच्चे बड़े उल्लास के साथ पारंपरिक वस्त्र में इस यात्रा में शामिल हुए।
भरत चंद्राकर, उत्तम वर्मा के नेतृत्व में सर्व हिंदू समाज द्वारा शोभायात्रा का नेहरू चौक में स्वागत किया गया। विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, सतपाल सिंह पाली संदीप दीवान के नेतृत्व में लोहिया चौक में प्रभु के चरणों में गवली की गई। विभिन्न संगठनों द्वारा शोभायात्रा का रास्ते में भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा में विभिन्न मंडलों के बीच भजन प्रतियोगिता रखी गई थी। शोभायात्रा के समापन के बाद जैन मंदिर में महावीर स्वामी की षटकल्याणक पूजा रखी गई थी। उसके बाद श्री शांतिनाथ भवन में जैन श्री संघ द्वारा स्वामी वात्सल्य की व्यवस्था रखी गई थी।
इस अवसर पर जैन श्री संघ के तत्वाधान में महावीर युथ फाउंडेशन ने नेहरू चौक में दोपहर को छाछ वितरण किया। जैन समाज द्वारा हॉस्पिटल एवं अनाथ आश्रम में फल वितरण किया गया। समाज ने शाम को जीवदया के रूप में शहर में गाय कुत्तों को सब्जी एवं बिस्कुट खिलाया गया। सर्वप्रथम प्रात 5.30 बजे जैन समाज ने शहर के विभिन्न मार्गों से होकर प्रभातफेरी निकाली। रात्रि महावीर इंटरनेशनल द्वारा विवेक वर्धन सेवा परिसर में भक्ति गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जैन श्री संघ द्वारा मेघावी बच्चों का बहुमान कार्यक्रम आयोजित किया गया। महावीर जन्मकल्याणक के अवसर पर जैन समाज के संस्थान बंद रहे। शाम को जैन समाज के घरों में दिया प्रज्वलित किया गया एवम रंगोली सजाई गई। उक्त जानकारी महावीर जन्मकल्याणक के संयोजक धीरज गोलछा एवं जैन श्री संघ के सचिव सीए रितेश गोलछा ने दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 अप्रैल। लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत व्यय प्रेक्षक द्वारा लगातार चेक पोस्ट का निरीक्षण किया जा रहा है। महासमुंद लोकसभा क्रमांक 09 के महासमुंद, खल्लारी, बसना एवं सरायपाली के व्यय प्रेक्षक मनीष कुमार दबास द्वारा कल अंतर जिला महासमुंद बलौदाबाजार जिले की सीमा के एस.एस .टी. औराई चेकपोस्ट का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान उन्होंने उक्त स्थान में जांच की गई वाहनों की जानकारी, पंजियों के संधारण इत्यादि का अवलोकन भी किया और 24 घंटे सतर्कता के साथ कड़ी निगरानी रखे जाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश सम्बन्धित अधिकारी को दिए । निरीक्षण के दौरान अब्दुल वहीद खान लाइजनिंग अधिकारी एवं उप वनमण्डलाधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 अप्रैल। लोकसभा निर्वाचन 2024 को निष्पक्ष एवं पारदर्शी रूप से संपन्न कराने के लिए निर्वाच आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक अनिल अग्रवाल, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभात मलिक व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष ईवीएम मशीनों का विधानसभा क्षेत्रवार रेंडमाइजेशन किया गया।
शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में लोकसभा संसदीय क्षेत्र 09 महासमुंद अंतर्गत जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र महासमुंद, खल्लारी, बसना, सरायपाली सहित राजिम, बिंद्रानवागढ़, कुरूद एवं धमतरी की ईव्हीएम एवं वीवीपैट मशीन का कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से द्वितीय रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया पूर्ण की गई। सामान्य प्रेक्षक अग्रवाल ने रेंडमाइजेशन के पूर्व प्रक्रिया से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि अब मशीनें बूथवार आबंटित की जाएगी। उन्होंने मशीनों के कमिशनिंग के दौरान सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को उपस्थित होने भी कहा है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभात मलिक ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को रेंडमाइजेशन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अभ्यर्थियों की सूची तैयार होने के बाद इस प्रक्रिया से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए ईवीएम मशीनों का बूथवार चिन्हीकरण कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि द्वितीय रेंडमाइजेशन में मतदान केन्द्रवार मशीनों का आबंटन किया जाता है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा संसदीय क्षेत्र 09 अंतर्गत कुल 2147 मतदान केन्द्र है।
जिसमें 39-सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में 270 मतदान केन्द्र, 40-बसना में 287, 41-खल्लारी में 277, 42-महासमुंद में 246, 54-राजिम में 274, 55-बिंद्रानवागढ़ में 299, 57-कुरूद में 237 व विधानसभा क्षेत्र 58-धमतरी में 257 मतदान केन्द्र शामिल है।
इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी निर्भय साहू, अपर कलेक्टर रवि साहू, उप जिला निर्वाचन अधिकारी गरियाबंद राकेश कुमार गोलछा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी धमतरी जी.आर. मरकाम व दाऊलाल चंद्राकर इंडियन नेशनल कांग्रेस, धीरज सिन्हा भारतीय जनता पार्टी, सागर चंद पटेल, संतोष बंजारे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 अप्रैल। दिन भर गर्मी की वजह से लोग अब व्याकुल होने लगे हैं। फलस्वरूप मेडिकल कॉलेज सहित प्राइवेट अस्पतालों में डिहाइड्रेशन, उल्टी दस्त के मरीज पहुंचने लगे हैं। ग्रामीण अंचल में स्थिति थोड़ी और गंभीर है। इस बार अप्रैल में ही हिट वेव की स्थिति निर्मित हो चुकी है। आमतौर पर मई या जून में इस तरह की स्थिति होती है।
आज रविवार की सुबह 10 बजे के बाद ही सूर्य की तेज रोशनी भीषण गर्मी का साक्ष्य दे रही है। बीते दो दिनों से आसमान पर बदली की वजह से गर्मी का पता नहीं चल पा रहा था। लेकिन, बादल साफ होते ही सूर्य ने अपना प्रचंड रूप दिखाना प्रारंभ कर दिया है। आगामी 6 दिनों में पर 44 पार होने का पूर्वानुमान है।
लगभग सप्ताह भर पूर्व 38 से 41 के बीच ठहरा तापमान अब एकाएक 43 तक पहुंच गया है। फलस्वरूप अंचल में गर्मी तेजी से बढ़ गई है। हालांकि, इस बीच मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है। लेकिन, आगामी 6 दिनों में ही अधिकतम तापमान 44 पार होने का विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है। इधर 43 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान होने के बाद आज शहर में दिन भर गर्म हवा चलती रही। दोपहर में सडक़ें सूनी दिखाई दी।
तापमान में उतार-चढ़ाव तथा दिन में तेज धूप की वजह से अस्पतालों में मौसमी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इन दिनों अस्पतालों में सिर दर्द, सर्दी, खांसी तथा फीवर के मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। जिनमें से बच्चों व सीनियर सिटिजंस की संख्या अधिक है।
एसडीएम से की शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 अप्रैल। शासकीय राशन दुकानों के माध्यम से प्रतिमाह शासन के द्वारा हितग्राहियों को राशन उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन कई बार राशन दुकानों के सेल्समेन की मनमानी के कारण हितग्राहियों को समय पर राशन नहीं मिल पाता और उन्हें उस माह के राशन से वंचित होना पड़ता है। इसी तरह का मामला ग्राम पंचायत सरायपाली के जंगलबेड़ा में देखने को मिला है। यहां हितग्राहियों से बायोमैट्रिक मशीन पर मार्च माह के राशन वितरण के लिए उंगलियों के निशान तो ले लिए गए हैं, लेकिन उन्हें सेल्समेन के द्वारा राशन नहीं दिया गया है।
हितग्राहियों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से इसकी शिकायत करते हुए मार्च माह का राशन दिलाने की गुहार लगाई है। शासन द्वारा प्रतिमाह शासकीय राशन दुकानों के माध्यम से हितग्राहियों को चावल उपलब्ध कराया जाता है। अधिकांश हितग्राही इसी राशन से ही अपने परिवार का पेट भरते हैं। लेकिन यदि किसी माह राशन ही न मिले तो, उन परिवारों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो जाती है और मजबूरी में बाहर निजी दुकानों से महंगे दामों पर चावल खरीदने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इससे उन्हें अत्यधिक आर्थिक एवं मानसिक कष्ट उठाना पड़ता है।
ग्राम जंगलबेड़ा के ग्रामीणों के समक्ष भी इसी तरह की स्थिति निर्मित हो गई है, जिसके कारण उन्होंने एसडीएम से शिकायत कर समस्या के निराकरण की मांग की है। जंगलबेड़ा के हितग्राहियों जगन्नाथ, दुखीश्याम भोई, तरूणी प्रधान, वृंदावन भोई, सरोजनी, दीपांजलि, सिंधुकुमारी, सीता पटनायक, बेलमोती, शीला, दसमोती, पुष्पा, पंकजनी, सुमित्रा, रामलाल विशाल आदि ने एसडीएम को दिए शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि उन्हें सोसायटी से मार्च महीने का चावल प्राप्त नहीं हुआ है। जबकि सेल्समैन अनिल प्रधान के द्वारा चावल वितरण के लिए फिंगर लिया जा चुका है। वर्तमान में अप्रैल और मई महीने का चावल एक साथ देने की बात कही जा रही है, ऐसी स्थिति में उक्त माह का चावल ले जाने के बाद मार्च महीने का चावल नहीं मिल पाएगा। इसलिए जंगलबेड़ा के सभी लोगों ने एसडीएम को आवेदन देकर मार्च माह का चावल दिलाये जाने की मांग की है। हितग्राहियों के द्वारा शिकायत की प्रतिलिपि कलेक्टर महासमुंद, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक तोरेसिंहा, सहित खाद्य अधिकारी को भी दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल। नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहे जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नसों की भर्ती से मरीजों को अब राहत मिली है। लंबे अरसे बाद नियमित पदों पर भर्ती नहीं होने की वजह से जिला अस्पताल प्रबंधन ने कलेक्टर दर पर 20 नसों की भर्ती की है। इसके बाद से व्यवस्था पहले की अपेक्षा दुरूस्त हुई है। हालांकि नसों के स्वीकृत 176 पदों में अभी मात्र 34 नर्स ही कार्यरत है। यानी 142 पद रिक्त हैं।
इस बदहाल व्यवस्था को बेहतर करने और व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए अस्पताल प्रबंधन ने नर्सिंग सिस्टर के 31, स्टाफ नर्स के 45, कलेक्टर दर पर 20 और एनएचएम के 11 नसों की तैनाती की है। नियमित नसों की कमी के कारण सीधा असर मरीजों की देखभाल पर पड़ रहा है। अस्पताल के 176 नर्सों के पद स्वीकृत है, लेकिन यहां मात्र 34 नर्सिंग स्टाफ ही कार्यरत है।
इसकी वजह से नसों पर काम का ज्यादा दबाव होने से मरीजों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है। हालांकि नर्सों की कमियों और व्यावहारिक दिक्कतों के बावजूद अस्पताल स्टाफ मरीजों के बेहतर उपचार और देखभाल के लिए अपनी क्षमता से अधिक काम कर रहे हैं। इधर कई ऐसे मौके भी सामने आते हैं, जब नर्सेस की कमी के कारण भर्ती मरीजों को न तो समय पर दवा मिलती है न ही दर्द से कराहने पर नर्स मरीज के पास पहुंच पा रही हैं।
नियमानुसार दो गंभीर मरीजों पर एक नर्स होना चाहिए, हालत यह है कि एक नर्स पर चार से छह मरीजों की देखभाल का जिम्मा है। नतीजन उचित देखभाल नहीं होने से कई मरीजों की तबीयत बिगड़ रही है।
मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग स्टाफ 176 नियमित पदों में 132 पद रिक्त हैं। वहीं वार्ड ब्वाय के 795 स्वीकृत पदों में नियमित पदों के मात्र 2 ही कार्यरत हैं। यानी 193 नियमित पद रिक्त है। ऐसे में अस्पताल की व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि कलेक्टर दर व स्थानीय स्तर पर रिक्त पदों पर नियुक्ति की गई है। लेकिन नियमित पदों पर भर्ती नहीं होने के कारण परेशानियां अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के संयुक्त संचालक व अधीक्षक डॉ. बसंत माहेश्वरी ने कहा कि नियमित भर्ती नहीं हुई, नसों की कमी को काफी हद तक दूर कर लिया गया है।
हालांकि व्यवस्था अब काफी बेहतर हो चुका है। अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था में नसों की बड़ी भूमिका है। उनके अच्छे व्यवहार और उचित देखभाल से ही मरीजों की सेहत में जल्दी सुधार की गुजांइश बढ़ती है। ऐसे में जब बेड वार नसों की व्यवस्था होनी चाहिए, वहां नर्से दो से तीन वार्ड की व्यवस्था संभाल रही हैं। ऐसे में परेशानी तब बढ़ जाती है जब गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। कैजुअलटी, ओपीडी और ओपीडी इंजेक्शन रूम के लिए सौ मरीज प्रतिदिन अटेंट करने के आईसीयू, आईसीसीयू, आईसीसीसीआर नेफ्रोलॉजी के लिए प्रति मरीज 1-1 नर्स की आवश्यकता होती है।
वहीं पीडियाट्रिक, बर्न, न्यूरो, कार्डियक, स्पाइन जैसे स्पेशल और इमरजेंसी वार्ड के लिए भी नसों की जरूरत पड़ती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल। व्यापारियों के साथ- साथ किसानों की समस्याओं को काफी करीब से महसूस करता हूं। कृषि से संबंधित व्यवसाय होने के कारण किसानों के दुख दर्द से वाकिफ हूं। क्षेत्र की जनता को विकास के नाम पर जनप्रतिनिधियों ने छलने का काम किया है। उक्त बातें महासमुंद लोकसभा से भाग्य अजमा रहे निर्दलीय प्रत्याशी मुकेश अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि पूरे लोकसभा में उनका दौरा आधे से अधिक हो चुका है। कुछ क्षेत्रों में मैं स्वयं नहीं पहुंच पाया हूं, लेकिन मेरे कार्यकर्ता और प्रतिनिधि पहुंचकर प्रचार कार्य का कमान संभाले हुए है लेकिन मैं चाहता हूं प्रत्येक जनता से रूबरू होकर अपनी बातों को उन तक रखूं। चुनावी दौरे के दौरान क्षेत्र में पानी लाईट की काफी समस्या है। पानी टंकी बन गया है, लेकिन पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के अंदरुनी इलाकों में आज भी सडक़ों के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। जनप्रतिनिधि विकास के नाम पर केवल जुमलेबाजी करते हैं। छग कृषि प्रधान क्षेत्र है लेकिन सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है। सरायपाली क्षेत्र के तत्कालीन जनप्रतिनिधि ने 1986 में जॉक परियोजना की घोषणा की थी यदि जोंक परियोजना का सौगात मिला होता तो सरायपाली, बसना व बागबाहरा क्षेत्र का भला होने से कोई नहीं रोक सकता था। किंतु दुर्भाग्य है कि लोक लुभावनी बातें केवल चुनाव के समय ही नेता करते हैं।
पिछले 40 वर्षों से सरायपाली रायगढ़ सडक़ केवल और केवल बन ही रहा है। इसी तरह सरायपाली 1924 से आबादी क्षेत्र घोषित है इसके बावजूद आज तक किसी को पट्टा नहीं मिला है। जिसके कारण कोई भी व्यक्ति व्यापारी बैंक से लोन नहीं ले सकता। मै मूलभूत सुविधाओं को लेकर चुनाव लड़ रहा हूं मुझे मौका मिला तो बुलंदियों के साथ आम जनता की आवाज को मुखर करूंगा।
अग्रवाल ने बताया कि पानी की समस्या गंभीर होते जा रही है भू- जल स्तर तेजी से घट रहा है इस दिशा में सभी को ध्यान देने की आवश्यकता है। तालाबों में महिला पुरुष का घाट तो है लेकिन महिलाओं के घाट में कोई घेराबंदी नहीं है महिला सम्मान के लिए तलब घाट में घेराबंदी होना चाहिए। इसी तरह छोटी-छोटी आवश्यकताओं को पूरा करने का मौका मिलने पर प्रयास करेंगे। पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि महासमुंद लोस के अंतर्गत राइस मिल के अलावा अन्य कोई बड़े उद्योग नहीं है। इस ओर इस लोकसभा से चुनाव जीतने वाले बड़े-बड़े नेताओं ने कुछ नहीं किया। राइस मिलों की परेशानियां दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षों से राइस मिलरों को कस्टम मिलिंग का पैसा नहीं मिलने से आर्थिक स्थिति चरमरा गई है।
ताम्रध्वज साहू के प्रचार के लिए नपाध्यक्ष अब पहुंच रही गांव-गांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल। महासमुंद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू को जिताने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग ने प्रचार-प्रसार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वे शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रचार करने के लिए पहुंच रही है। शुक्रवार को नगर पालिका अध्यक्ष महिलांग प्रचार करने के लिए महासमुंद विधानसभा के पटेवा क्षेत्र के ग्राम भावा, रामसागरपारा सिनोधा समेत आसपास के अन्य गांवों में प्रचार करने के लिए पहुंची।
इस दौरान रामसागर पारा में महुआ फल बिन रही महिलाओं के साथ नगर पालिका अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग महुआ बिनते हुए अनोखे तरह से प्रचार करते हुई नजर आई। उन्होंने महिलाओं को कांग्रेस के घोषणा पत्र के संदर्भ में भी जानकारी दी। कांग्रेस के घोषणा पत्र में महालक्ष्मी योजना के बारे में बताया जिसमें हर गरीब महिलाओं को केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर एक लाख रुपए सालाना दिए जाने की घोषणा शामिल है। उन्होंने महिला मतदाताओं से कहा कि यह सब तभी संभव होगा जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी इसके लिए महासमुंद लोकसभा से ताम्रध्वज साहू को जीतने में आप सभी को अहम भूमिका निभानी होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए संसदीय क्षेत्र 9 महासमुंद के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक अनिल अग्रवाल ने कल महासमुंद स्थित मतदान केन्द्र शासकीय प्राथमिक शाला गुड़रूपारा का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मतदान केन्द्र पर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए बुनियादी सुविधाएं जैसे रैंप, बिजली, पानीए छाया, शौचालय, पर्याप्त एवं उपयुक्त फर्नीचर, भवन की स्थिति आदि का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सामान्य प्रेक्षक अनिल कुमार अग्रवाल ने महासमुंद के वार्ड क्रमांक 13 में शंकर भोई के यहां जाकर होम वोटिंग का जायजा भी लिया। इस दौरान उन्होंने मतदान दल अधिकारियों से चर्चा करते हुए पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
इस अवसर पर एसडीएम उमेश साहू एवं लाइजनिंग अधिकारी खनिज अधिकारी सनत कुमार साहू उपस्थित थेे।
महासमुंद,20 अप्रैल। लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए जिले में उपलब्ध कंट्रोल यूनिट में कैंडिडेट सेट करने, बैलेट यूनिट में मतपत्र लगाने व कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट, व्हीव्हीपैट का सीलिंग कार्य कमीशनिंग,विधानसभावार आज 20, 21 एवं 22 अप्रैल 2024 को प्रात: 08 बजे से कृषि उपज मण्डी पिटियाझर महासमुंद में किया जाना है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभात मलिक ने कमीशनिंग कार्य के लिए निर्धारित दिवसों में नियत समय एवं स्थान पर लोकसभा संसदीय क्षेत्र 9 महासमुंद के सभी अभ्यर्थियों या अधिकृत प्रतिनिधि, अभिकर्ता को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने कहा है।
20 दिन पहले आरोपियों के खिलाफ बसना पुलिस ने एफआईआर किया था, मामले में 7 आरोपी हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल। किसानों से खरीदे धान, बारदाना के रखरखाव व भंडारण में 4 करोड़ 44 लाख 65 हजार 510 रुपए का घोटाला करने वाले 7 आरोपियों को पुलिस अब तक ढूंढ नहीं पाई है। 20 दिन पहले न्यायालय के आदेश पर इन आरोपियों के खिलाफ बसना पुलिस ने एफआईआर किया था। फरार आरोपियों को छत्तीसगढ़ से बाहर भाग जाने की बात कही जा रही है।
पुलिस अब तक आरोपियों को ट्रेस नहीं कर पाई है। इस मामले में सहकारिता विभाग के अधिकारी समेत समिति के प्रबंधक व अन्य शामिल है। बसना पुलिस ने पिरदा सहकारी समिति में साल 2021 को हुई गड़बड़ी की शिकायत पर धारा 153, 3 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
जानकारी के अनुसार यह मामला 2020-21 का है। तत्कालीन समिति के पदाधिकारियों ने धान खरीदी, भंडारण ब बारदाना में अनियमितता बरती थी। इस मामले की शिकायत पर विभागीय जांच की गई, जिसमें आरोपियों पर लगे सभी आरोप सही साबित हुए थे। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया गया। तब जाकर न्यायालय के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ अपराध कायम किया गया था।
इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह ने कहा कि आरोपियों की खोजबीन की जा रही है। सभी के संभावित ठिकानों पर पड़ताल की गई। लेकिन वहां से फरार है। जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। मालूम हो कि यह खुलासा तब हुआ जब शिकायत पर सहकारिता विभाग ने जांच शुरू की। अंकेक्षण अधिकारी एवं प्रभारी जांच अधिकारी डीडी जोगांश की दो सदस्यीय समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश की। विभागीय जांच में इतने बड़े आरोप के सिद्ध होने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ सिद्ध होने के बाद एफआईआर कराने में देरी की गई। आखिरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए परिवाद दायर किया गया। तब कही जाकर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
जानकारी के मुताबिक पिरदा सहकारी समिति में 2021 में कुल 68539.20 क्विंटल धान खरीदी गई थी, जिसमें 17 हजार 210 क्विंटल धान की कमी पाई गई। तब राज्य सरकार 2500 रुपए के समर्थन मूल्य पर प्रति क्विंटल धान खरीद रही थी। लिहाजा धान खरीदी, रखरखाव और परिवहन मे ही 4 करोड़ 30 लाख 26 हजार 800 रुपए की अनियमितता बरती गई। वहीं समिति में जांच के दौरान 65 हजार 467 बारदाने की कमी पाई गई, जिसकी कीमत 14 लाख 38 हजार 710 रुपए है। यानी धा खरीदी और बारदान में 4 करोड़ 44 लाख 65 हजार 510 रुपए क घपला किया गया है।