लोगों से यह भी शिकायत मिल रही है कि फार्म आज या कल में अनिवार्य रूप से जमा करें, जबकि समय 4 दिसंबर तक है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 नवंबर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का कार्य अंतिम चरण में है।इस क्रम में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाताओं द्वारा भरे गए गणना फॉर्मों को एकत्र कर रहे हैं। बीएलओ आवश्यक दस्तावेजों के साथ गणना फॉर्म की एक प्रति अपने पास रखेंगे और आवेदक को दिए जाने के लिए गणना फॉर्म की दूसरी प्रति पर फॉर्म की प्राप्ति की पावती देंगे।
यदि कोई मतदाता भरे हुए फॉर्म को दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन अपलोड करता है, तो बीएलओ मतदाता के घर जाकर दस्तावेजों का सत्यापन करेगा। तत्पश्चात, बीएलओ इन फॉर्मों और संलग्न दस्तावेजों को बीएलओ/ईसीआईनेट मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अपलोड करेगा। इसके बाद, बीएलओ रिकॉर्ड के उद्देश्य से संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ)/सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआर?ओ) को एकत्र किए गए सभी गणना फॉर्मो को उनके दस्तावेजों के साथ जमा करेगा। दोनों अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पात्र नागरिक छूटा नहीं है और कोई भी अपात्र व्यक्ति शामिल नहीं है।
प्रारूप मतदाता सूची में उन सभी मौजूदा मतदाताओं के नाम शामिल होंगे जिन्होंने बीएलओ को विधिवत भरा हुआ गणना फॉर्म जमा कर दिया है या जो घर-घर गणना अवधि के दौरान ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं और बीएलओ द्वारा सत्यापित किए गए हैं। अन्य मतदाताओं के नाम, जिनके गणना फॉर्म प्राप्त नहीं हुए हैं, प्रारूप सूची में शामिल नहीं किए जाएंगे।
घर-घर गणना चरण का कार्य 4 नवंबर से 04 दिसंबर तक
ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशण 9 दिसंबर। दावा आपत्ति करने की अवधि: 9 दिसंबर से 08 जनवरी 26
नोटिस चरण सुनवाई और सत्यापन: 9 दिसंबर से 31 जनवरी 26 मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 07 फरवरी 26।
रामजी हलवाई गली के लगभग 80 लोगों का नाम 2003 सूची से गायब,1998 में वोट किया था
इधर पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि पश्चिम विधानसभा के रामसागरपारा वार्ड के राम जी हलवाई गली में लगभग 80 लोगों का नाम 2003 की सूची से गायब है । यहां के लोगों का कहना है कि उन्होंने 1998 में वोट किया है ।उपाध्याय ने कहा कि स्ढ्ढक्र को लेकर चुनाव आयोग की पूर्ण रूप से तैयारी नहीं थी और आनन फानन इसे लागू किया गया जनता भटक रही है बीएलओ को कुछ पता नहीं है जनता आखिर जाए तो जाए कहा जिन लोगों का नाम 2003 सूची से गायब है उनको कहा जा रहा है कि आप फार्म ऐसे ही भर दीजिए बगैर 2003 के सूची की जानकारी दिए बगैर चुनाव आयोग और सरकार को स्ढ्ढक्र के लिए पहले सभी तैयारी करनी थी,क्चरुह्र एवं सुपरवाइजर को प्रापर निपुण करना था उसके बाद स्ढ्ढक्र लागू करना था जिससे जनता कम से कम भटकते नहीं। एसआईआर अभियान की ऐसी ही दिक्कतों को लेकर पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने सीईओ यशवंत कुमार से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा इसमें अभियान की अवधि बढ़ाने की मांग की गई है।