महाकुम्भनगर, (उप्र) 14 जनवरी। महाकुम्भ मेले में पहुंचे “इंजीनियर बाबा" भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) बंबई में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र रहे हैं और वह वैज्ञानिक सिद्धांतों का उदाहरण देते हुए महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को अध्यात्म की गहराइयों से परिचित करा रहे हैं।
‘इंजीनियर बाबा’ जैसे कई लोग हैं जो सांसारिक जीवन त्यागकर आध्यात्म की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। सोमवार से शुरू हुए महाकुम्भ में वे प्रमुख आकर्षण बन गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि देश-विदेश में स्थापित एंकर, मॉडल और इंजीनियर जैसे पेशेवर अब भारतीय परंपराओं और अध्यात्म से गहराई से जुड़ रहे हैं।
महाकुम्भ के दौरान कई प्रेरक कहानियां सामने आईं। इनमें से एक कहानी हरियाणा के अभय सिंह की भी है, जिन्हें ‘इंजीनियर बाबा’ के नाम से जाना जाता है। वह आईआईटी बंबई में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्र रह चुके हैं। उन्होंने वैज्ञानिक ज्ञान को आध्यात्मिक ज्ञान के साथ मिश्रित करने के अपने अनूठे दृष्टिकोण से महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने कहा, “विज्ञान केवल भौतिक जगत को समझाने का माध्यम है, लेकिन इसका गहन अध्ययन हमें अध्यात्म की ओर ले जाता है। जो व्यक्ति जीवन को पूर्ण रूप से समझ लेता है, वह अंततः आध्यात्म की गोद में चला जाता है।”
उत्तराखंड की हर्षा नामक युवती ने ग्लैमर की दुनिया छोड़कर आध्यात्म को अपनाया। बयान में कहा गया है कि उन्हें स्वामी कैलाशानंद गिरि ने आध्यात्म की दीक्षा दी थी।
बयान में कहा गया कि हर्षा देश और विदेश में ग्लैमर जगत का हिस्सा रही हैं।
हर्षा ने कहा, “पेशेवर जीवन में दिखावे और आडंबर से भरी जिंदगी ने मुझे उबा दिया। मैंने महसूस किया कि वास्तविक सुख और शांति केवल सनातन धर्म की शरण में ही है। स्वामी कैलाशानंद गिरि से दीक्षा लेने के बाद मैंने जीवन का नया अर्थ समझा है।”
इसमें कहा गया है कि ‘इंजीनियर बाबा’ जैसे लोग और ग्लैमर की दुनिया से आई हर्षा का सनातन धर्म के प्रति झुकाव इस बात का प्रमाण है कि आधुनिक जीवन शैली से ऊबकर लोग शांति और स्थायित्व की तलाश में भारतीय परंपराओं की ओर रुख कर रहे हैं।
बयान के मुताबिक, महाकुम्भ के इस आयोजन ने न केवल सनातन धर्म की महानता को प्रदर्शित किया, बल्कि पेशेवर और युवाओं के जीवन में आध्यात्मिकता की आवश्यकता को भी उजागर किया। यह आयोजन आधुनिक और पारंपरिक मूल्यों के संगम का प्रतीक बनता जा रहा है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 14 जनवरी। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने प्रधानमंत्री-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को लेकर नया दिशानिर्देश जारी किया है। इसमें योजना के तहत छत पर सौर संयंत्र की स्थापना के लिए दो और भुगतान उपायों को मंजूरी दी गई है।
इस कदम से भुगतान सुरक्षा के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा सेवा कंपनी (आरईएससीओ) और वितरण कंपनी आधारित एकत्रीकरण मॉडल के माध्यम से भुगतान के मामले में परिवारों को सब्सिडी सुनिश्चित होगी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने पीएम-सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना के तहत आरईएससीओ मॉडल/ वितरण कंपनी आधारित एकत्रीकरण मॉडल के लिए ‘भुगतान सुरक्षा तंत्र’ घटक और ‘केंद्रीय वित्तीय सहायता’ घटक को लागू करने के लिए योजना दिशानिर्देशों को अधिसूचित किया है।
इस योजना के तहत, आवासीय क्षेत्रों में आरईएससीओ-आधारित ग्रिड से जुड़ी छतों पर लगने वाले सौर मॉडल में निवेश को जोखिम से मुक्त करने के लिए भुगतान सुरक्षा तंत्र (पीएसएम) के लिए 100 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। इसे मंत्रालय की मंजूरी के बाद अन्य अनुदानों, कोषों और स्रोतों के माध्यम से पूरक किया जा सकता है।
योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं के लिए छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए दो वैकल्पिक मॉडल दिए गए हैं। नवीकरणीय ऊर्जा सेवा कंपनी मॉडल के तहत तीसरे पक्ष की संस्थाएं छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना में निवेश करती हैं, जिससे उपभोक्ताओं को बिना किसी अग्रिम लागत दिए केवल उपभोग की गई बिजली के लिए भुगतान करना पड़ता है।
वहीं यूटिलिटी यानी वितरण कंपनी की अगुवाई वाले एकत्रीकरण मॉडल में वितरण कंपनियां या राज्य द्वारा नामित संस्थाएं व्यक्तिगत मकानों की छतों पर सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करेंगी।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ये दिशानिर्देश राष्ट्रीय पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ताओं द्वारा किए गए कार्यान्वयन के मौजूदा तरीके के अलावा है। ये वैकल्पिक मॉडल योजना के राष्ट्रीय पोर्टल-आधारित कार्यान्वयन के पूरक होंगे। (भाषा)
हैदराबाद, 14 जनवरी। नरसिंगी थाना क्षेत्र के पुप्पलागुडा इलाके में मंगलवार को एक पुरुष और एक महिला की निर्मम हत्या कर दी गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
इलाके की एक पहाड़ी पर मंगलवार की सुबह गए कुछ स्थानीय युवकों ने शवों को देखा और ‘डायल-100’ पर पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पुलिस के एक अधिकारी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर मीडिया को बताया कि मृतकों की आयु 30 से 35 वर्ष के आसपास है। पुलिस ने आशंका जताई है कि दोनों की हत्या सोमवार रात को की गई।
पुलिस ने बताया कि व्यक्ति के शरीर पर चाकू से किए गए घाव के निशान थे और उसके चेहरे और सिर को पत्थर से कुचला गया था। पुलिस के अनुसार, महिला का शव व्यक्ति के शव से लगभग 60 मीटर की दूरी पर बरामद किया गया। महिला के सिर पर चोट थी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘मृतक पुरुष और महिला की पहचान के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है...वे दोनों एक दूसरे के जानकार हैं या नहीं और उनकी हत्या किसने की, इस बारे में जांच की जा रही है।’’ (भाषा)
इंदौर, 14 जनवरी। मध्यप्रदेश पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के मामले में तीन लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया और कहा कि आरोपियों ने लाओस से चल रहे एक गिरोह को करीब 400 सिम कार्ड भेजे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गौरव तिवारी (22), योगेश पटले (24) और सुजल सूर्यवंशी (21) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि तीनों लोग सूबे के सिवनी जिले के रहने वाले हैं।
दंडोतिया ने बताया कि आरोपियों ने ग्रामीणों के पहचान दस्तावेजों का दुरुपयोग करते हुए उनके नाम पर करीब 450 डुप्लीकेट सिम कार्ड जारी कराए।
उन्होंने बताया,"हमें पता चला है कि इनमें से करीब 400 सिम कार्ड लाओस में मौजूद कैलिस नामक व्यक्ति को भेजे गए। यह व्यक्ति मूलत: पंजाब के फिरोजपुर जिले का रहने वाला है। वह इन दिनों लाओस में रहकर ऑनलाइन ठगी गिरोह चला रहा है।’’
दंडोतिया ने बताया कि इस गिरोह ने इंदौर की 59 वर्षीय महिला को पिछले साल दिसंबर में फर्जी तौर पर ‘‘डिजिटल अरेस्ट’’ करके उससे 1.60 करोड़ रुपये ठग लिए थे। उन्होंने बताया,‘‘हमें सुराग मिले हैं कि इस महिला को ठगी के जाल में फंसाने के लिए लाओस से ही वीडियो कॉल किया गया था।’’
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि ‘‘डिजिटल अरेस्ट’’ का झांसा देकर इस महिला से ठगी के मामले में भारत के अलग-अलग राज्यों से 13 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
"डिजिटल अरेस्ट" साइबर ठगी का नया तरीका है। हालांकि, "डिजिटल अरेस्ट" जैसी किसी प्रक्रिया का हकीकत में कोई कानूनी वजूद नहीं होता। ऐसे मामलों में ठग खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल करके फर्जी आपराधिक मामलों के नाम पर डराते हैं। फिर उन्हें गिरफ्तारी का झांसा देते हुए डिजिटल तौर पर बंधक बनाकर चूना लगा देते हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 14 जनवरी। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक पर काम अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही इसके ‘‘सकारात्मक परिणाम’’ सामने आएंगे।
वर्तमान में एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी पत्रिका ‘‘पाञ्चजन्य’’ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेघवाल ने ‘‘विचाराधीन’’ उपासना स्थल अधिनियम पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यदि उच्चतम न्यायालय केंद्र से हलफनामा दाखिल करने को कहता है तो वह ऐसा हलफनामा दाखिल करेगा जो ‘‘राष्ट्रीय हित’’ में होगा।
वक्फ विधेयक पर एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने एक ‘‘बड़ा फैसला’’ लिया और विधेयक लाई, जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पारित कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘जब विधेयक पेश किया गया था तो मांग की गई थी कि इसे समिति के पास भेजा जाना चाहिए, इसलिए जेपीसी का गठन किया गया। बैठकें हो रही हैं और काम अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है। आप यह नहीं कह सकते कि प्रक्रिया धीमी है।’’
मेघवाल ने कहा कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रीजीजू ने विधेयक पेश किए जाने के समय इस पर सरकार की भावनाओं के बारे में बताया था। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें किसी संदेह की जरूरत नहीं है। बहुत जल्द आप संसद में सकारात्मक परिणाम देखेंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उपासना स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम में बदलाव की कोई योजना है, मेघवाल ने कहा, ‘‘मैं कानून मंत्री हूं, यह मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है, मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जो भी निर्णय लिया जाएगा, यदि सरकार से हलफनामा या कुछ और मांगा जाएगा तो राष्ट्रीय हित में कदम उठाया जायेगा।’’
उपासना स्थल कानून किसी भी पूजा स्थल के धार्मिक स्वरूप को उसी रूप में बनाए रखने का प्रावधान करता है जैसा वह 15 अगस्त 1947 को था। हालांकि, अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद से संबंधित विवाद को इसके दायरे से बाहर रखा गया था।
उच्चतम न्यायालय उपासना स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 के विभिन्न प्रावधानों को चुनौती देने वाली लगभग छह याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।
मेघवाल ने पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों द्वारा फैलाए गए इस ‘‘दुष्प्रचार’’ की भी आलोचना की कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यदि दोबारा सत्ता में आई तो वह संविधान में बदलाव करेगी।
न्यायिक सुधारों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नए आपराधिक कानून लंबित मामलों से निपटने में भी मददगार साबित होंगे। (भाषा)
छिंदवाड़ा (मप्र), 14 जनवरी। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा जिले के एक गांव में मंगलवार को एक निर्माणाधीन कुआं धंसने से एक महिला समेत तीन लोग मलबे में फंस गए।
पुलिस अधिकारियों बताया कि घटना खुनाझिर खुर्द गांव में देर शाम हुई और बचाव अभियान जारी है।
पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने कहा कि तीनों लोग जीवित हैं और उन्हें मलबे से बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों में दो पुरुष और एक महिला शामिल है।
उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन कुएं के ढहने की जानकारी मिलने के बाद राज्य आपदा आपातकालीन मोचन बल (एसडीईआरएफ) और पुलिस की टीम मौके पर पहुंचीं तथा मशीनों का उपयोग करके बचाव अभियान शुरू किया। (भाषा)
नयी दिल्ली, 14 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली में पांच फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर मंगलवार को चिंता जतायी।
सचदेवा ने भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज और पार्टी के वरिष्ठ नेता ओम पाठक के साथ निर्वाचन आयोग (ईसी) के अधिकारियों से मुलाकात की और अपनी शिकायतें बतायीं। उन्होंने दावा किया कि हाल के दिनों में पांच लाख से अधिक नये मतदाता आवेदन दाखिल किए गए हैं, जिनमें ऐसे कई ऐसे हैं जिनको लेकर संदेह उत्पन्न होता है।
सचदेवा ने सवाल किया, ‘‘हमने पाया कि इन आवेदकों में से काफी संख्या 80 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले लोगों की है। ऐसे कैसे हो सकता है कि 80 वर्षीय व्यक्ति के पास अब तक मतदाता पहचान पत्र नहीं हो? ये कौन लोग हैं?’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दलित मंदिर क्षेत्र के 40 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन किया है और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री पर ‘‘दलित विरोधी’’ होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल ने वाल्मीकि मंदिर के 44 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन किया है। ये लोग 22 साल से वहां रह रहे हैं। वे (केजरीवाल) दलित विरोधी हैं।’’
भाजपा की ओर से यह आरोप, आप द्वारा इसी तरह के आरोप लगाए जाने के बाद सामने आए हैं।
आप भाजपा पर आगामी चुनाव परिणामों में हेरफेर करने के लिए "मतदाता घोटाला" करने का आरोप लगा रही है। केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने भाजपा पर 25 साल से अधिक समय के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हासिल करने के लिए अनुचित तरीकों का सहारा लेने का आरोप लगाया है।
दिल्ली में राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है क्योंकि दोनों पार्टियों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। दिल्ली में पांच फरवरी को मतदान होगा और आठ फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। (भाषा)
नयी दिल्ली, 14 जनवरी (भाषा)। भारतीय महिला टीम ने मंगलवार को यहां खो-खो विश्व कप के अपने शुरुआती मैच में दक्षिण कोरिया के खिलाफ पूरा दबदबा बनाने हुए 175-18 से शानदार जीत हासिल की।
भारतीय टीम के ‘ड्रीम रन’ और रक्षात्मक रणनीति का कोरिया के पास कोई जवाब नहीं था।
चैत्रा बी, मीरू और कप्तान प्रियंका इंगले ने लगातार ‘ड्रीम रन’ के साथ भारत के लिए माहौल तैयार किया, जिससे टीम के शुरुआती दोनों बैच ने एक-एक अंक हासिल किये।
इस रणनीतिक शुरुआत ने टीम को कोरिया के 10 टच-प्वाइंट के असर को कम करने में मदद की।
नसरीन शेख, प्रियंका और रेशमा राठौड़ की भारतीय तिकड़ी ने इसके बाद शानदार आक्रामक खेल से कोरिया को 90 सेकंड में ऑल आउट कर दिया। टीम ने इसके 18 सेकंड के बाद कोरिया को दूसरी बार ऑल आउट कर मैच में 22 अंक की बढ़त कायम कर ली।
रेशमा ने छह टच-प्वाइंट जुटाये जबकि मीनू ने ‘डाइव्स’ से 12 अंक बनाये।
शुरुआती दो टर्न (14 मिनट) के बाद भारतीय टीम ने 94-10 की बढ़त के साथ मैच को कोरिया की पकड़ से लगभग दूर कर दिया।
टीम ने तीसरे और चौथे टर्न में भी इस गति को बनाये रखा।
कोरिया की टीम तीसरे टर्न में सिर्फ आठ अंक जुटा सकी। भारतीय टीम ने चौथे टर्न में लगातार अंक जुटाते हुए कोरिया को वापसी करने का मौका नहीं दिया।
रायपुर, 14 जनवरी। लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर भगत सिंह चौक पर एक्सीडेंट करने वाले कार एवं ई रिक्शा चालक के विरूद्ध पुलिस ने अपराध दर्ज किया है।। मंगलवार दोपहर 3.10 बजे एसआरपी चौक में हुई मोटर दुर्घटना के संदर्भ में दमयंती सोनी ने यह रिपोर्ट दर्ज करायी है। उसकी बहन रत्ना दास सिलाई का काम करने के लिये शंकर नगर जाने भगत सिंह चौक से पैदल रोड क्रास कर रही थी।
उसी समय शंकरनगर की ओर से आ रही कार सीजी 04 एमई 2063 की चालक ने अपनी कार को तेजी व लापरवाहीपूर्वक चलाकर अंबेडकर चौक की तरफ से आ रहे अज्ञात ई रिक्शा का चालक, जो लापरवाहीपूर्वक सिग्नल तोड़कर चौक क्रास कर रहा था। उसे ठोकर मार दिया।
इससे ई रिक्शा पलटकर रत्ना दास के उपर गिर जाने से गंभीर चोटे आई और रत्ना दास की मेकाहारा अस्पताल में ईलाज के दौरान मृत्यू हो गई। इस पर सिविल लाईन में धारा 281,125(ए), 106(1), 3(5) बी.एन.एस. पंजीबद्ध किया। कार तेलीबांधा निवासी प्रेमनाथ हीरवानी की है जिसे कोई महिला चला रही थी। और वह ठोकर मारकर नगर घड़ी चौक की ओर भाग निकली।
पुलिस की भूमिका पर सिंधी समाज के नागरिकों ने थाना घेरा
रायपुर, 14 जनवरी। महीनों तक कोमा में जिंदगी से संघर्ष कर रहे सिंधी समाज के पुरोहित हर्ष शर्मा ने आखिर आज दम तोड़ दिया । उसे किडन्प कर शगुन फार्म हाउस में बंद कर बेदम पीटने वाले तीन करोड़पति युवक अंततः गिरफ्तार नहीं किये जा सके हैं। इनमें केवल एक ही पकड़ा जा सका है।
इस पूरे मामले की एफआईआर दर्ज होने के बाद से पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है । यहां तक आरोप है कि जांच से जुड़े पुलिस कर्मी, इन करोड़पति युवकों को फरार बताकर बचाते रहे हैं । आज हर्ष की मृत्यु के बाद सिंधी समाज के नागरिकों ने सिविल लाइंस थाने का घेराव किया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। हर्ष करीब दे महीने से अधिक कोमा में रहा ।
44 करोड़ रुपए से अधिक की लागत की पेयजल योजना का काम प्रगति पर
रायपुर. 14 जनवरी । मिशन अमृत 2.0 के अंतर्गत माना नगर पंचायत में निर्माणाधीन जल प्रदाय योजना के काम में अब तेजी आएगी। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फील्ड पर पहुंचकर कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने पेयजल योजना के काम में तेजी लाने तथा गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने रायपुर नगर निगम और माना नगर पंचायत के बीच पेयजल आपूर्ति में समन्वय के लिए निगम आयुक्त को माना नगर पंचायत में पेयजल की उपलब्धता के लिए आवश्यक निर्देश दिए। विधायक मोतीलाल साहू, नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस., रायपुर के कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह और नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा भी कार्यों के निरीक्षण के दौरान मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज माना नगर पंचायत में पुष्प वाटिका गार्डन में निर्माणाधीन पानी टंकी के कार्यों के निरीक्षण के दौरान पेयजल वितरण लाइन के लिए लोक निर्माण विभाग की लगभग नौ किमी की लंबाई की सड़कों को लेकर विभाग और नगर पंचायत के बीच समन्वय की कमी को भी दूर किया। उन्होंने कार्यस्थल पर ही नगरीय निकाय और लोक निर्माण विभाग के बीच जल प्रदाय परियोजनाओं में समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने और पाइपलाइन विस्तार का कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
श्री साव ने सीएसपीटीसीएल से संबंधित प्रकरणों के निराकरण के लिए ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर तत्काल परियोजना में आ रही भूमि संबंधी दिक्कतों के समाधान के निर्देश दिए। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मिशन अमृत 2.0 के अंतर्गत माना नगर पंचायत में पेयजल योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत माना नगर पंचायत के करीब चार हजार घरों में नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी।
44 करोड़ 38 लाख रुपए लागत की इस योजना का अब तक 30 प्रतिशत से अधिक काम पूरा कर लिया गया है। सितम्बर-2025 तक इसका काम पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। माना नगर पंचायत कार्यालय में निर्माणाधीन 840 किलोलीटर और पुष्प वाटिका गार्डन में निर्माणाधीन 650 किलोलीटर क्षमता की दो ओवरहेड पानी टंकियों के माध्यम से माना शहर में जलापूर्ति की जाएगी। दोनों टंकियों का काम क्रमशः 85 प्रतिशत और 75 प्रतिशत पूरा हो गया है। जलापूर्ति के लिए नगर पंचायत में करीब 66 किमी का डिस्ट्रीब्यूशन पाइपलाइन बिछाया जाएगा। इसमें से अब तक 34 किमी से अधिक पाइपलाइन बिछाया जा चुका है।
रायपुर, 14 जनवरी। उप-मुख्यमंत्री अरुण साव दिल्ली गोल्फ क्लब में आयोजित प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) के इवेंट कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम में श्री साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में भी ओपन गोल्फ चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नया रायपुर के फेयरवे गोल्फ एंड लेक रिसॉर्ट में 25 से 28 फरवरी तक गोल्फ प्रतियोगिता होगी। जिसकी पुरस्कार राशि 1 करोड़ रुपए है। गौरतलब है कि, प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) 2025 के सीजन की शुरुआत 11 फरवरी को कोलकाता के टॉलीगंज क्लब में प्लेयर्स चैंपियनशिप के साथ होगी। अगले सप्ताह यह आयोजन अहमदाबाद में होगा, जबकि तीसरा आयोजन 25 फरवरी से नया रायपुर में होगा।
श्री साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित होने वाले प्रोफेशनल गोल्फ इवेंट के आयोजन में PGTI के साथ जुड़कर खुशी महसूस कर रहा हूं। इस उद्घाटन चैंपियनशिप से छत्तीसगढ़ को एक आकर्षक गोल्फ खेल के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी और इससे राज्य में गोल्फ के प्रति युवाओं का रुझान बढ़ेगा। संवाददाता सम्मेलन में PGTI के अध्यक्ष कपिल देव, इंडोरोमा के कार्यकारी निदेशक विशाल लोहीया,विक्टोरियस च्वाइस के मालिक राहुल मेहता एवं कैलेंस के CEO अमित गोविल उपस्थित रहे।
रमेश ठाकुर ने किया जिलाध्यक्ष का पदभार ग्रहण
रायपुर, 14 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी के नव निर्वाचित रायपुर (शहर) जिला अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को अपना पदभार ग्रहण किया। निवृतमान जिला अध्यक्ष जयंती पटेल ने ठाकुर को पद भार सौंपा। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ठाकुर को बधाई देते हुए कहा कि अब आपको लोगों की समस्याओं के समाधान करने की दिशा में कार्य करना है। सीने में आग रखकर सभी कार्यकर्ताओं के समस्याओं को दूर करना है।
रमेश ठाकुर ने कहा कि वह सभी नेताओं के मार्गदर्शन में संगठन को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह रायपुर शहर में भाजपा की मजबूती के लिए कार्य करेंगे और संगठन को मजबूत करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करेंगे।
कार्यक्रम में रायपुर सभांग प्रभारी सौरभ सिंह, जिला प्रभारी खूबचंद पारख, विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत, विधायक सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव प्रदेश मंत्री किशोर महानंद, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन जैन, प्रदेश कार्यालय प्रभारी नरेश गुप्ता, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल,प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता, दीपक म्हस्के, अमित साहू, नलिनीश ठोकने, पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी, नंदे साहू, पूर्व जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने, छगनलाल मूंदड़ा, राजीव कुमार अग्रवाल अकबर अली सहित सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भारी संख्या में शरीक हुए। पदभार ग्रहण करने एकात्म परिसर पहुँचने पर कार्यकर्ताओं ने श्री ठाकुर का बेहद उत्साह,नारों आतिशबाजी के साथ स्वागत किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 जनवरी। कांग्रेस ने नगर पंचायतों के पर्यवेक्षकों की सूची जारी कर दी है। पर्यवेक्षक संबंधित नगर पंचायत में जाकर बैठक लेंगे, और अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस को देंगे।
सूची इस प्रकार है-
रायपुर, 14 जनवरी। निकाय पंचायत चुनाव के लिए वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन कल नहीं होगा। आयोग ने तीन दिन बाद की डेट तय की है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग प्रदेश की विकास खंडवार समस्त पंचायतों का त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2024-25 कराये जाने हेतु फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार करने के लिए पूर्व में जारी कार्यक्रम में संसोधन करते हुये निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन की तिथि 15.01 से बढाकर 18.01.2025 (शनिवार) किया गया है।
राज्यपाल को नेता प्रतिपक्ष ने लिखा पत्र
रायपुर, 14 जनवरी। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल रामेन डेका को गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों द्वारा प्रदेश की हजारो गरीब महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारो से करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी की राशि वापस करने एवं निवेश के नाम पर बैंको से दिलवाए गए ऋण को माफ करने के संबंध में पत्र लिखा है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, भाजपा राज में यह चिटफंड पार्ट 2 है, भाजपा की पिछली सरकार में भी प्रदेश के आम गरीब जनों के करोड़ों रुपए चित फंड के नाम पर लूट गए थे जिसे कांग्रेस की सरकार ने कुछ हद तक गरीबो के रूपये लौटने का कार्य किया था। वर्ष 2023 में भाजपा की सरकार बनते ही फिर से चिटफंड कंपनियां सक्रिय हो गई है, गरीब, पढ़े लिखें युवा महिलाओ से मात्र 1 वर्ष में ही हजारों करोड़ों की धोखाधड़ी हो गयी है। लूटी गयी जनता परेशान है, भाजपा सरकार मौन है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरणदास महंत ने कहा कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश में गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों द्वारा स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारों को निजी क्षेत्र के बैंको से लोन दिलाने और दिए गए ऋण की राशि को अपनी कम्पनियों में निवेश करवाने के नाम पर प्रदेश के कोरबा, जांजगीर, बालोद समेत छत्तीसगढ़ के 10-12 जिलो की लगभग 40 हजार महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगार युवकों से हजारों करोड़ रूपये से अधिक की ठगी कोरबा की फ्लोरामेक्स कम्पनी और बालोद की सप्तऋषि संस्थान सहित सैकड़ो गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों द्वारा महिलाओं को भरोसा भी दिलाया गया था कि लोन की किश्त की राशि कम्पनी द्वारा भुगतान की जाएगी। ठगो द्वारा शुरूआती किश्त की राशि जमा की गई तथा ऋण धारक महिलाओं का सिविल स्कोर बेहतर दिखाकर सभी महिलाओं के नाम 11 निजी क्षेत्र के बैंकों से ज्यादा राशि का लोन लेकर कम्पनी मे इन्वेस्ट करवाया गया तथा कम्पनियों के कार्यालय बन्द कर कम्पनी संचालक फरार हो गए है। तथा बैंको से लिए गए ऋण जमा करने हेतु लोन धारक महिलाओं को लगातार नोटिस दिया जा रहा है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 46 के अनुसार राज्य सरकार का यह संवैधानिक उत्तरदायित्व है कि वह जनता के दुर्बल वर्गो के विशिष्टतया अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जन जातियों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितो की विशेष सावधानी से अभिवृद्धि करे और सामाजिक अन्याय और सभी प्रकार के शोषण से उनकी रक्षा करे, परन्तु सरकार द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर गरीब महिलाओं के आर्थिक हितों की रक्षा करने में विफल रहने के कारण, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्यों द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा के चतुर्थ सत्र में 17 दिसंबर 2024 को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से सरकार से समाधानकारक कार्यवाही प्रतिवेदन नहीं किया गया तथा स्थगन प्रस्ताव बिना चर्चा किए ही अग्राहय कर दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, पीड़ित महिलाएं अपने अधिकार एवं पैसे वापसी हेतु संवैधानिक तरीके से सड़क की लड़ाई लड़ रही है। उसी के तहत् दिनांक 12.01.2024 को कोरबा जिले में धरने पर बैठी पीड़ित महिलाओं द्वारा राज्य सरकार के दो मंत्री राम विचार नेताम एवं लखनलाल देवांगन को दो घंटे से अधिक समय तक धरना स्थल पर घेरकर रखा गया था।
नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल को पत्र में लिखा है कि, इस गंभीर मामले पर त्वरित रूप से प्रभावित महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारों की जमा राशि वापस करने एवं बैंको से ली गई ऋण की वसूली रोकने हेतु तथा इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्तियों को सख्ती से रोकने हेतु प्रभावी प्रयास करने के लिए प्रदेश सरकार को निर्देशित करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 जनवरी। विगत 33 वर्षों से हर वर्ष दीपावली एवं होली त्यौहारों के समय निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन अपने नयापारा, फूल चौक, रायपुर स्थित अस्पताल में लगातार करने को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने अपने आप में अद्वितीय जनसेवा का कार्य मानते हुए इस कार्य के लिए प्रसिद्ध वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस रिकॉर्ड के लिए डॉ. दिनेश मिश्र को संस्था द्वारा जारी पदक व प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था की छत्तीसगढ़ हेड श्रीमती सोनल राजेश शर्मा तथा विधानसभा अध्यक्ष के सचिव विक्रम सिसोदिया सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि डॉ. दिनेश मिश्र द्वारा काफी लंबे समय से समाजसेवा का कार्य किया जा रहा है। निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों के अलावा अंधविश्वास उन्मूलन और टोनही प्रताड़ित महिलाओं के पुनर्वास के लिए उनके द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किए गए हैं। संस्था की छत्तीसगढ़ प्रमुख श्रीमती शर्मा ने कहा कि डॉ. दिनेश मिश्र ने पिछले 33 वर्षों में हर वर्ष दीपावली व होली में निःशुल्क नेत्र शिविर आयोजित किए। यह 66 शिविर एक तरह से बहुत ही आवश्यकता और आपातकालीन परिस्थितियों में किए गए जब बड़े-बड़े त्यौहारों के कारण चिकित्सकों की उपलब्धता नहीं होती है। ऐसी स्थिति में मरीज और उनके रिश्तेदार दुर्घटनाग्रस्त हालत में भटकते हैं। डॉ. मिश्र ने अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं से विश्वसनीय मदद प्रदान करते हुए मानवता की बड़ी सेवा की है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने डॉ. दिनेश मिश्र को पदक, प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया एवं उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.
डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1991 में यह सेवा शुरू की थी। उन्होंने देखा था कि त्यौहारों की खुशियों को गम में बदलने से बहुत ही निराशा का माहौल बनता है। ऐसे में शहर के बीच ऐसे निःशुल्क शिविर लगाने की जरूरत थी जहां आपात स्थिति के नाम पर बेहद जरूरतमंद और आपात स्थिति में पहुंचे मरीजों के साथ किसी भी तरह की उपेक्षा या धोखाधड़ी न हो। निःशुल्क शिविर करने से मरीजों को इस बात का भी विश्वास हुआ कि दुर्घटना के नाम से उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। इन शिविरों की चर्चा प्रदेश के दूर-दूर के जिलों और गांवों में पहुंची और लोग लंबी-लंबी दूरी तय कर राहत के लिए पहुंचने लगे। दिवाली में पटाखें हो या होली में रंग के कारण दुर्घटनाएं, दोनों परिस्थितियों में मरीजों के नेत्रहीन होने का खतरा रहता है इसलिए उन्हें तुरंत उपचार देना जरूरी होता है।
डॉ. मिश्र द्वारा इन शिविरों के लिए कभी भी, किसी व्यक्ति या संस्था से कोई भी आर्थिक मदद नहीं ली गई। जिसमें निशुल्क, परीक्षण, उपचार, दवाईयां, यहां तक ऑपरेशन भी किया गया है। 4 हजार से अधिक घायल मरीजों का इलाज हुआ है। अपने सेवा कार्यों के लिए डॉ. मिश्र को प्रदेश शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण रविशंकर शुक्ल सम्मान 2006, एवं राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवॉर्ड 2008, महिला आयोग 2007 द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें रेड एंड व्हाइट ब्रेवरी गोल्ड अवॉर्ड भी प्राप्त हो चुका है। समय-समय पर विभिन्न मीडिया हाउस व अन्य समाजसेवी संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया गया है।
रायपुर, 14 जनवरी। राजधानी के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र के समाजसेवा के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व कार्य को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मान्यता दी गई है। पिछले 33 वर्षों से दीपावली और होली जैसे बड़े त्योहारों के दौरान उनके द्वारा आयोजित निःशुल्क नेत्र शिविरों को जनसेवा का अद्वितीय उदाहरण मानते हुए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने डॉ. दिनेश मिश्र को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा जारी पदक और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था की छत्तीसगढ़ प्रमुख सोनल राजेश शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष के सचिव विक्रम सिसोदिया और अन्य नागरिक उपस्थित थे।
समाजसेवा का लंबा सफर
डॉ. दिनेश मिश्र ने 1991 में निःशुल्क नेत्र शिविरों की शुरुआत की थी। इन शिविरों का आयोजन त्योहारों के दौरान इसलिए किया गया ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंद मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि दीपावली के पटाखों और होली के रंगों से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण नेत्र संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में इन शिविरों ने हजारों लोगों को राहत प्रदान की है।
4,000 से अधिक मरीजों का इलाज
डॉ. मिश्र ने अब तक 4,000 से अधिक घायल मरीजों का निशुल्क परीक्षण, उपचार और ऑपरेशन किया है। उन्होंने कभी भी किसी व्यक्ति या संस्था से आर्थिक सहायता नहीं ली और मरीजों को मुफ्त दवाइयां और उपचार उपलब्ध कराया।
डॉ. मिश्र की उपलब्धियां
डॉ. दिनेश मिश्र को उनके सेवा कार्यों के लिए पहले भी कई प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं, जिनमें शामिल हैं:
छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण रविशंकर शुक्ल सम्मान (2006)
राष्ट्रीय अवॉर्ड (2008) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा।
रेड एंड व्हाइट ब्रेवरी गोल्ड अवॉर्ड।
महिला आयोग (2007) द्वारा सम्मान।
छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और इतिहास को जानने के लिए उमड़ रही है लोगों की भीड़
रायपुर, 14 जनवरी। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और यहां का गौरवशाली इतिहास हर किसी को प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व और पीएम मोदी की गारंटी के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे छत्तीसगढ़ को जानने के लिए देश में हर कोई बेताब रहता है। इसकी बड़ी झलक प्रयागराज महाकुम्भ के दौरान छत्तीसगढ़ पैवेलियन में देखने को मिल रही है।
प्रयागराज के सेक्टर 6 महाकुम्भ में लक्ष्मीद्वार के पास भारत सरकार के कलाग्राम के सामने छत्तीसगढ़ पैवेलियन स्थित है। इसके प्रवेश द्वार को छत्तीसगढ़ की पहचान गौर मुकुट का रूप दिया गया है जो दूर से ही श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। प्रवेश द्वार पर ही भारत के नियाग्रा कहे जाने वाले बस्तर के चित्रकोट जलप्रपात की तस्वीर लगी है। पैवेलियन के भीतर प्रवेश करते ही छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित की गयी है और प्रवेश द्वार के दाहिनी तरफ राज्य की चार ईष्ट देवियां मां महामाया, मां चंद्रहासिनी, मां दंतेश्वरी और मां बम्लेश्वरी की फोटो और उनकी जानकारी दी गयी है।
पैवेलियन के भीतर प्रवेश करते ही बांयी तरफ छत्तीसगढ़ के जीवंत ग्रामीण परिवेश को दिखाया गया है। यहां पर परंपरागत ग्रामीण जीवन के साथ ही आदिवासी कला, संस्कृति, आभूषण, वस्त्र समेत एक संपूर्ण गांव का चित्रण किया गया है।
छत्तीसगढ़ के प्रदर्शनी में प्रवेश करने के पहले बस्तर के ढोकरा शिल्प और राजकीय पशु तथा पक्षी को दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ शासन की फ्लैगशिप योजनाओं विशेषतर मोर आवास मोर अधिकार, 3100 रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदी योजना की जानकारी दर्शायी गयी है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक विरासत के रूप में सिरपुर और जैतखाम की प्रतिकृति को निर्मित किया गया है।
स्थानीय लोग और देश भर से आए श्रद्धालु छत्तीसगढ़ को ज्यादा से ज्यादा करीब से जान पाएं, इसके लिए वर्चुअल रियेलिटी हेडसेट और डोम के भीतर 180 डिग्री वीडियो के माध्यम से शासन की योजनाओं और छत्तीसगढ़ राज्य की जानकारी साझा की जा रही है। इन तकनीकों के जरिए छत्तीसगढ़ को जानने के लिए स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह है और लोग लंबी लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आ रहे हैं।
बिलासपुर, 14 जनवरी। बिलासपुर नगर में आयोजित व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल सोनी को छत्तीसगढ़ रत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन में 70% मतों से जीत हासिल की। एसोसिएशन में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों से 92 सदस्य शामिल हैं।
2024 में आयोजित छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के आम चुनाव में उन्होंने “हम सब एक हैं” के नारे के साथ बस्तर से अंबिकापुर और रायगढ़ से राजनांदगांव तक विशेष बदलाव को लक्ष्य करते हुए भाग लिया। उनके 7-8 महीने के कार्यकाल में उल्लेखनीय बदलाव नजर आने लगे।
उनका दो वर्षों का कार्यकाल बहुत प्रेरणादायक और सफल रहा है।
सोनीजी सीएडी (CAD) कोर्स में भी हिस्सा ले चुके हैं। वे पहले पुलिस सेवा में जाने की तैयारी कर रहे थे और पीईटी (PET) टेस्ट भी पास कर चुके थे। लेकिन उन्होंने अपना विचार बदलकर धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक और राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा।
वार्ता में उन्होंने कहा, “ऐसे सम्माननीय पुरस्कार मेरे लिए प्रेरणा हैं, जो मुझे अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को याद दिलाते रहते हैं। यह मुझे धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक और राजनीतिक कार्यों में जोश और ऊर्जा प्रदान करता है।”
उनकी अनेक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप-मुख्यमंत्री अरुण साव, विधायक धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल और सुशांत शुक्ला ने सम्मानित किया ।
राज्यपाल को नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने लिखा पत्र
प्रभावित महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारों की जमा राशि वापस करने एवं बैंको से ली गई ऋण की वसूली रोका जाये - डॉ. महंत
प्रदेश के 10 -12 जिलो में लगभग 40 हजार महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगार युवकों से हजारों करोड़ रूपये से अधिक की ठगी हुई है - डॉ. महंत
रायपुर, 14 जनवरी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल रामेन डेका को गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों द्वारा प्रदेश की हजारो गरीब महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारो से करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी की राशि वापस करने एवं निवेश के नाम पर बैंको से दिलवाए गए ऋण को माफ करने के संबंध में पत्र लिखा है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, भाजपा राज में यह चिटफंड पार्ट 2 है, भाजपा की पिछली सरकार में भी प्रदेश के आम गरीब जनों के करोड़ों रुपए चित फंड के नाम पर लूट गए थे जिसे कांग्रेस की सरकार ने कुछ हद तक गरीबो के रूपये लौटने का कार्य किया था। वर्ष 2023 में भाजपा की सरकार बनते ही फिर से चिटफंड कंपनियां सक्रिय हो गई है, गरीब, पढ़े लिखें युवा महिलाओ से मात्र 1 वर्ष में ही हजारों करोड़ों की धोखाधड़ी हो गयी है। लूटी गयी जनता परेशान है, भाजपा सरकार मौन है।
डॉ. महंत ने कहा कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश में गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों द्वारा स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारों को निजी क्षेत्र के बैंको से लोन दिलाने और दिए गए ऋण की राशि को अपनी कम्पनियों में निवेश करवाने के नाम पर प्रदेश के कोरबा, जांजगीर, बालोद समेत छत्तीसगढ़ के 10-12 जिलो की लगभग 40 हजार महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगार युवकों से हजारों करोड़ रूपये से अधिक की ठगी कोरबा की फ्लोरामेक्स कम्पनी और बालोद की सप्तऋषि संस्थान सहित सैकड़ो गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों द्वारा महिलाओं को भरोसा भी दिलाया गया था कि लोन की किश्त की राशि कम्पनी द्वारा भुगतान की जाएगी। ठगो द्वारा शुरूआती किश्त की राशि जमा की गई तथा ऋण धारक महिलाओं का सिविल स्कोर बेहतर दिखाकर सभी महिलाओं के नाम 11 निजी क्षेत्र के बैंकों से ज्यादा राशि का लोन लेकर कम्पनी मे इन्वेस्ट करवाया गया तथा कम्पनियों के कार्यालय बन्द कर कम्पनी संचालक फरार हो गए है। तथा बैंको से लिए गए ऋण जमा करने हेतु लोन धारक महिलाओं को लगातार नोटिस दिया जा रहा है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 46 के अनुसार राज्य सरकार का यह संवैधानिक उत्तरदायित्व है कि वह जनता के दुर्बल वर्गो के विशिष्टतया अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जन जातियों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितो की विशेष सावधानी से अभिवृद्धि करे और सामाजिक अन्याय और सभी प्रकार के शोषण से उनकी रक्षा करे, परन्तु सरकार द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर गरीब महिलाओं के आर्थिक हितों की रक्षा करने मे विफल रहने के कारण, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्यों द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा के चतुर्थ सत्र में दिनांक 17.12.2024 को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से सरकार से समाधानकारक कार्यवाही प्रतिवेदन नहीं किया गया तथा स्थगन प्रस्ताव बिना चर्चा किए ही अग्राहय कर दिया गया ।
डॉ. महंत ने कहा कि, पीड़ित महिलाएं अपने अधिकार एवं पैसे वापसी हेतु संवैधानिक तरीके से सड़क की लड़ाई लड़ रही है। उसी के तहत् दिनांक 12.01.2024 को कोरबा जिले में धरने पर बैठी पीड़ित महिलाओं द्वारा राज्य सरकार के दो मंत्री राम विचार नेताम एवं लखनलाल देवांगन को दो घंटे से अधिक समय तक धरना स्थल पर घेरकर रखा गया था।
महंत ने राज्यपाल को पत्र में लिखा है कि, इस गंभीर मामले पर त्वरित रूप से प्रभावित महिलाओं एवं शिक्षित बेरोजगारों की जमा राशि वापस करने एवं बैंको से ली गई ऋण की वसूली रोकने हेतु तथा इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्तियों को सख्ती से रोकने हेतु प्रभावी प्रयास करने के लिए प्रदेश सरकार को निर्देशित करें।
भिलाई/रायपुर, 14 जनवरी। खूबचंद बघेल महाविद्यालय भिलाई तीन केप्रोफेसर विनोद शर्मा पर जानलेवा हमला मामले में गिरफ्तार प्रोबीर शर्मा और धीरज वस्त्रकार को आज न्यायालय से 8 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया है।
दोनों को 22 जनवरी को फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा। वहीं रेलवे कर्मी टी पवन कुमार को बीएनएस की धारा 249 में 50 हजार के मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया गया,शहर के तीन से चार थाना प्रभारी पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में आज प्रोबीर शर्मा, धीरज वस्त्रकार व टी पवन कुमार को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सुश्री अमिता जायसवाल के भिलाई-3 स्थित न्यायालय में दोपहर 12 जेल से लेकर पुuलिस भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच न्यायालय में संध्या के समय पेश किया गया। तीनों आरोपियों को आज केन्द्रीय जेल से भारी सुरक्षा के बीच न्यायालय लाया गया। पूछताछ में आरोपियों के द्वारा वारदात के समय इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को फरारी के दौरान छत्तीसगढ़ से दीगर प्रदेश में कहीं फेंक दिए जाने का पता चला है। इस मोबाइल की बरामदगी के लिए पुलिस की टीम उन्हें लेकर उस प्रदेश में जाएगी। वहीं रिमांड के दौरान पुलिस पूछताछ की वीडियोग्राफी कराया जाएगा।
रायपुर, 14 जनवरी। मंगलवार को मकर संक्राति पर सूर्य के उत्तरायण प्रदेश में अगले दो दिनों में (15 16 जनवरी) दो से तीन डिग्री न्यूनतम तापमान में वृद्धि संभावित है।एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से प्रदेश में हवा की दिशा में परिवर्तन होने की संभावना है जिसके कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि का दौर प्रारंभ होने की संभावना है । प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
मालदा, 14 जनवरी। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने अंधाधुंध गोलीबारी करके तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी। इस घटना में पार्टी की स्थानीय समिति के अध्यक्ष समेत दो अन्य लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक पखवाड़े से भी कम समय पहले इसी क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के पार्षद दुलाल सरकार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
पुलिस ने बताया कि कालियाचक थानाक्षेत्र के तहत कालियागंज में तृणमूल कांग्रेस की स्थानीय समिति के अध्यक्ष बकुल शेख और अन्य पार्टी कार्यकर्ता एक सड़क के उद्घाटन के कार्यक्रम में भाग ले रहे थे, उसी समय यह घटना घटी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार से पांच हमलावर घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने बकुल शेख एवं उनके साथियों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं।
तृणमूल कार्यकर्ता अताउल हक उर्फ हसु शेख की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि बकुल शेख और पूर्व पंचायत प्रमुख इसरुद्दीन शेख गंभीर रूप से घायल हो गए।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम प्रत्यक्षदर्शियों एवं अन्य लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। अबतक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।’’
उन्होंने कहा कि मालदा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में पार्टी के एक कार्यकर्ता को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दो अन्य का इलाज जारी है तथा उनकी हालत गंभीर है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह हमला पार्टी के अंदर गुटबाजी का परिणाम हो सकता है।
हालांकि, इंग्लिश बाजार नगर पालिका के अध्यक्ष कृष्णेंदु नारायण चौधरी समेत वरिष्ठ तृणमूल नेताओं ने दावा किया कि हमले के पीछे बांग्लादेशी घुसपैठियों समेत बाहरी ताकतें हो सकती हैं।
तृणमूल कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष दुलाल सरकार की दो जनवरी को हत्या कर दिये जाने के बाद से मालदा में तनाव चरम पर है। कथित तौर पर जबरन वसूली के धन के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के कारण सरकार की उनके घर के पास ही दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
सरकार की हत्या के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन मामला अब भी अनसुलझा है।
पार्टी ने अपनी मालदा टाउन इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र नाथ तिवारी को निष्कासित कर दिया, जिन्हें पिछले सप्ताह हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था।
मंगलवार के हमले से सत्तारूढ़ दल के अंदर गुटबाजी को लेकर अटकलों को और बल मिला है।
स्थानीय सूत्रों ने दावा किया है कि हमलावर तृणमूल कार्यकर्ता जाकिर शेख के निर्देश पर काम कर रहे थे, जिसकी क्षेत्रीय प्रभुत्व को लेकर कथित तौर पर बकुल शेख के साथ लंबे समय से रंजिश थी।
हालांकि, पार्टी की मालदा जिला इकाई के अध्यक्ष अब्दुल रहीम बोकशी ने कहा, ‘‘जाकिर शेख तृणमूल कांग्रेस का सदस्य नहीं है।’’
पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान शुरू किया है और इलाके की घेराबंदी की है।
एक के बाद एक हुई हत्याओं ने मालदा में तृणमूल कांग्रेस के अंदरूनी समीकरण को लेकर संदेह पैदा कर दिया है, जिससे आगामी पंचायत चुनाव से पहले गुटबाजी को नियंत्रित करने में पार्टी पदाधिकारियों की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। (भाषा)
अखनूर (जम्मू कश्मीर), 14 जनवरी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पाकिस्तान पर आतंकवाद को प्रायोजित कर भारत को अस्थिर करने के लगातार प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि उसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में अपने आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करना होगा या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर, पाक अधिकृत कश्मीर के बिना अधूरा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद के केंद्र के रूप में किया जा रहा है, तथा इसकी भूमि प्रशिक्षण शिविरों और घुसपैठ गतिविधियों के लिए ‘लांच पैड’ के रूप में काम कर रही है।
सिंह ने अखनूर इलाके में पूर्व सैनिकों की रैली को संबोधित करते हुए कहा, “पीओके की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का कारोबार चलाने के लिए किया जा रहा है। आज भी वहां आतंकी प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं। सीमा के पास के इलाकों में लॉन्च पैड बनाए गए हैं और भारत सरकार को इस बारे में पुख्ता जानकारी है और वह हालात से पूरी तरह वाकिफ है। पाकिस्तान को इसे खत्म करना होगा, नहीं तो...।”
पीओके पर भारत की स्थिति दोहराते हुए उन्होंने कहा, “पीओके के बिना जम्मू-कश्मीर अधूरा है। पाकिस्तान के लिए पीओके विदेशी क्षेत्र से ज्यादा कुछ नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा कि पीओके के लोग सम्मानजनक जीवन से वंचित हैं और पाकिस्तान के शासकों ने अपने भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए धर्म के नाम पर उनका शोषण किया है।
सिंह ने पीओके के प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक की हाल की टिप्पणियों की भी निंदा की तथा कहा कि यह जनरल जिया-उल-हक के समय से पोषित पाकिस्तान के भारत विरोधी एजेंडे का ही एक हिस्सा है।
आतंकवाद को समर्थन देने की अपनी नीति को छोड़ने में पाकिस्तान की विफलता पर प्रहार करते हुए सिंह ने कहा, “पाकिस्तान ने हमेशा भारत को अस्थिर करने का हर संभव प्रयास किया है। वह अपने प्रयास जारी रखता है। इसके बावजूद पाकिस्तान ने कभी आतंकवाद को नहीं छोड़ा है। जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से आते हैं।”
उन्होंने 1965 से आतंकवाद और घुसपैठ को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की तथा इस बात पर बल दिया कि इस तरह के प्रयास जम्मू-कश्मीर के लोगों का समर्थन हासिल करने में बार-बार नाकाम रहे हैं।
सिंह ने कहा, “न तो 1965 के युद्ध के दौरान और न ही आतंकवाद के चरम के दौरान जम्मू कश्मीर के लोगों ने पाकिस्तान का साथ दिया। इसके बजाय, यहां हमारे कई मुस्लिम भाइयों ने आतंकवाद से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।”
उन्होंने मोहम्मद उस्मान जैसे व्यक्तियों के बलिदान पर भी प्रकाश डाला, जिन्होंने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
सिंह ने कहा, “आज भी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद उसने आतंकवाद को समर्थन देने की अपनी नीति नहीं छोड़ी है। भारत सरकार पीओके में हो रही गतिविधियों से पूरी तरह वाकिफ है और अपनी संप्रभुता व सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का खतरा बर्दाश्त नहीं करेगी।”
उन्होंने पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध में भारतीय सेना के वीरतापूर्ण प्रयासों को भी याद किया तथा उन बलिदानों और रणनीतिक प्रतिभा पर प्रकाश डाला जिसके कारण भारत को जीत मिली।
सिंह ने अखनूर की लड़ाई के महत्व को रेखांकित किया, जहां भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम को सफलतापूर्वक विफल कर दिया और लाहौर तक आगे बढ़ गई। (भाषा)