राजनांदगांव
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छह सौ जवान चप्पे-चप्पे पर रहेंगे तैनात, लाखों श्रद्धालु करेंगे रतजगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 सितंबर। प्रदेश में ख्याति प्राप्त राजनांदगांव की गणेश विसर्जन पर परंपरागत झांकियों की एक झलक पाने के लिए गुरुवार-शुक्रवार की रात लाखों लोग रतजगा करेंगे। झांकियों को लेकर अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके राजनांदगांव में परंपरानुसार करीब तीन दर्जन झांकियां पूरी रात मुख्य सडक़ों में होकर गुजरेगी। शहर के प्रमुख गणेश समितियों द्वारा सालों से भव्य झांकियां निकाली जाती है। इस साल भी करीब तीन दर्जन झांकियां पौराणिक गाथाओं के आधार पर भक्तों का ध्यान आकर्षित करेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक तिरंगा मंडल अशोक स्तम्भ चौक कमल टॉकीज की झांकी में 60 फीट की विशाल व आकर्षक ढंग से लोक संस्कृति व धार्मिक प्रसंगों का समावेश बनाई गई है। आज रात निकलने वाली झांकियों में मां पाताल भैरवी, भगवान राम सहित शिवशंकर श्री हनुमान-अहिरावण युद्ध व महाकाल की झलक नजर आएगी। झांकी प्रभारी व संयोजक जीतेश सिमनकर व झानेश्वर मेश्राम ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से लगातार छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी, राजधानी, न्यायधानी, धर्मनगरी में उत्कृष्ट व सर्वश्रेष्ट झांकी का पुरस्कार प्राप्त कर चुकी तिरंगा मंडल द्वारा निर्मित झांकी जनसामान्य के लिए आकर्षण का केन्द्र रहती है।
इस वर्ष भी संस्था द्वारा भव्य आकर्षक व नयनाभिराम चलित झांकी का निर्माण लोक संस्कृति व धार्मिक प्रसंगों का समावेश करते तैयार की गई है, जिसमें काली स्वरूपनी मां पाताल भैरवी की हूबहू व आकर्षण व विशाल प्रतिमा आर्च के सामने होगी। इसके सामने भगवान भोलेनाथ नृत्य मुद्रा में हनुमानजी राम, लक्ष्मण को कंधे में बैठाकर पाताल लोक से वापस लाते दिखेंगे। माता के सामने छत्तीसगढ़ के भांचा राम व लक्ष्मण जोत-ज्वारा बोए दिखाई देंगे। वही झांंकी के सामने हिस्से में विशालकाय में अहिरावण और हनुमानजी के मध्य युद्ध का चलायमान दृश्य होगा। अहिरावण द्वारा राम-लक्ष्मण को पाताल लोक लाने व हनुुमान द्वारा अहिरावण का वध करने मां पाताल भैरवी द्वारा बताये श्री शंकरजी की पंचभूत आरती करते हनुमानजी दिखाई देंगे।
झांकी के सामने गरुडज़ी, विष्णुजी, लक्ष्मणजी, के साथ ही वनराज जामवंत व अंगद की चलित प्रतिमाएं लोगों को आकर्षित करेंगी। झांकी का आर्च भव्य रंग-बिरंगे रोशनी से सरोबर व आकर्षक है। वहीं प्लेटफार्म में छत्तीसगढ़ की प्रमुख देवियों के दर्शन लोगों को होंगे। पूरी झांकी भव्य आकर्षण व संगीत प्रधान होने के साथ ही चलायमान होगी, जो कि सभी को पसंद आएगी व आकर्षण का केन्द्र होगी। इधर शाम होते ही शहर की सडक़ें और मुख्य चौराहों पर लोगों का मजमा लगना शुरू हो जाएगा।
मौसम साफ होने की वजह से लाखों लोगों के आने की संभावना है। जनसैलाब उमडऩे के चलते आज रात पुलिस को भी तगड़ी मोर्चाबंदी करनी पड़ेगी। शहर के प्रमुख प्रवेश द्वारों में शाम होते ही मोटर साइकिल व बड़े वाहनों के दाखिल होने पर रोक लगा दी जाएगी।
बताया जाता है कि सभी समितियां निर्धारित समय के बाद झांकी लेकर शहर में प्रवेश करेंगी। सुबह झांकियों को विसर्जित करने के लिए मोहारा तट ले जाया जाएगा। इधर राजनांदगांव पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोस्त किए हैं। इधर करीब 600 से अधिक पुलिसकर्मियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस की सहायता के लिए एनसीसी कैडेटों को भी तैनात किया जाएगा। ग्रामीण इलाकों से हर साल लाखों लोग रातभर हर झांकी का लुत्फ उठाते हैं। रात 12 बजे से सुबह तक भीड़ उमडऩे लगती है। लिहाजा आज पूरी रात शहर अलग-अलग झांकियों के साथ झूमता नजर आएगा।
पुलिस विभाग ने दी समझाईश
गणेश विसर्जन/झांकी के एक दिन पहले पुलिस कंट्रोल रूम स्थित जनसंवाद कक्ष में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक अमित पटेल द्वारा डीजे संचालकों का बैठक लिया गया। बैठक में डीजे संचालकों से ध्वनि का निर्धारण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। नगर पुलिस अधीक्षक अमित पटेल ने कहा कि संयमित गाना चयन कर डीजे बजाए और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग निरधारीत सीमा से अधिक नहीं रखा जाएगा।
उल्लंघन और शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। डीजे वाहन को चलाने वाला व्यक्ति के पास ड्राईविंग लाईसेंस हो, उसके द्वारा किसी प्रकार का नशे की स्थिति में न हो, डीजे वाहन छोडक़र इधर-उधर न जाए। बैठक में डीजे संचालकों के तरफ से बात कही गई की सभी डीजे झांकी के साथ-साथ चलेंगे और एक डीजे में छह डबल बेस बाक्स या 12 सिंगल बेस बाक्स रहना चाहिए जिसकी चौड़ाई करीबन 12 फीट, ऊंचाई 14-15 फीट होगी।
नेता करेंगे भक्तों का स्वागत
संस्कारधानी की गणेश विसर्जन झांकियों में पहुंचने वाले लोगों का राजनीतिक दल के पदाधिकारी जोरदार स्वागत करेंगे। पिछले कुछ अरसों से भक्तों का फूलों से जहां स्वागत किया जाता है। वहीं आला नेता रातभर लोगों का अभिनंदन करते हैं। राजनीतिक पार्टी के नेताओं द्वारा रात को गुजरने वाले श्रद्धालुओं का फूलों से स्वागत किया जाएगा।