राजनांदगांव

डीएनए टेस्ट से तीन साल पुराने हत्या की गुत्थी सुलझी
15-Jul-2025 4:19 PM
डीएनए टेस्ट से तीन साल पुराने हत्या की गुत्थी सुलझी

भाई-भाभी ने की थी बागनदी क्षेत्र में युवक की हत्या, साक्ष्य छुपाने रची साजिश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 15 जुलाई। बागनदी इलाके में तीन साल पहले एक युवक की हत्या के आरोप में पुलिस ने भाई और भाभी को गिरफ्तार किया है। डीएनए टेस्ट में तीन साल बीत चुके इस अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझी। पुलिस ने नार्को टेस्ट कराने के लिए जब दबाव बनाया, तब आरोपियों ने गुनाह कबूल किया। सगे भाई ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर छोटे भाई की हत्या की थी। हत्या के पीछे मृतक का रोज शराब पीकर घर में झगड़ा करना को वजह बताया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक बागनदी क्षेत्र के चारभाठा रोड में दिसंबर 2022 को एक अधजली लाश सूखे नाले में पुलिस ने बरामद किया था। जांच में पुलिस को हत्या करने के साक्ष्य मिले। पुलिस ने मौके पर पाया कि अज्ञात आरोपियों ने लाश को जलाने की कोशिश की, लेकिन लाश जल नहीं पाया। पीएम रिपोर्ट में भी हत्या की पुष्टि हुई। पुलिस ने शिनाख्ती के लिए आसपास के इलाकों में सरगर्मी से जांच शुरू की, तब लंबे समय बाद पता चला कि फत्तेगंज के रहने वाले महेन्द्र पारधी घर से लापता है। इसके बाद पुलिस ने मृतक के माता-पिता का डीएनए का सैम्पल लेकर जांच की। जांच में पाया गया कि मृतक और माता-पिता का ब्लड मैच हो गया।

 

इसके बाद पुलिस ने हत्या के आरोपियों की खोजबीन शुरू की। जांच में यह जानकारी सामने आई कि मृतक का अपने बड़े भाई अनिल पारधी और भाभी कांति पारधी के साथ अक्सर वाद-विवाद होता था। पुलिस ने जब पूछताछ के लिए दोनों को तलब किया तो विरोधाभासी बयान देने लगे। पुलिस ने दोनों पर नार्को टेस्ट कराने का दबाव बनाया। जिससे दोनों घबरा गए। बार-बार पूछताछ में दोनों के बयान भी अलग-अलग सामने आ रहे थे। इसके बाद अनिल पारधी ने अपने छोटे भाई की हत्या करना कबूल कर लिया। आरोपी ने हत्या में अपनी पत्नी का हाथ होने की भी जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी ने घर में शराब पीकर घर में लड़ाई-झगड़ा करने से तंग आकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।


अन्य पोस्ट