‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 13 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर सारंगढ़ में पथ संचलन का आयोजन किया गया।
संचलन का प्रारंभ दोपहर 2 बजे शिशु मंदिर से हुआ और यह नगर के विभिन्न मार्गों—दुर्गा मंदिर, मछली पसरा गली, कलेक्टर चौक, भारत माता चौक, आज़ाद चौक, अग्रसेन चौक, सदर बाजार, नंदा चौक, कचहरी चौक, देवघाट चौक, सम्राट चौक, छोटे मठ, बड़े मठ और राजा पारा—से होते हुए अटल परिषद में संपन्न हुआ।
संचलन में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। नगर के कई स्थानों पर नागरिकों ने स्वागत किया। संचलन के समापन पर अटल परिषद में बौद्धिक सत्र आयोजित हुआ।
इस अवसर पर संघ के प्रचारक डॉ. राजकुमार भारद्वाज ने कहा कि संघ का शताब्दी वर्ष केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममंथन और संकल्प का समय है। संघ की सौ वर्ष की यात्रा सेवा, संस्कार और संगठन की मिसाल है। यह संचलन राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा है।
इस अवसर पर नगर संचालक जुगल किशोर केशरवानी, कौशल किशोर बेहार, संजय भूषण पांडे, हेमचंद साहू, वीरेंद्र देही, मोहित भोई, जितेश जायसवाल , सतीश यादव,अमित तिवारी, जितेंद्र गुप्ता, दुर्गा सिंह ठाकुर, राजीव सिंह ठाकुर , संगीत सिंह ठाकुर, देव आदित्य, गोपेश द्विवेदी, तुषार तिवारी, चिराग साहू, डॉ. आनंद प्रधान, अमित कुमार सारथी, आशीष केशवानी, अमित तिवारी, मयूरेश बानी सूरज गुप्ता, दिलीप साहू, अविनाश चौहान आदि उपस्थित रहे । सभी ने स्वयं सेवकों को राष्ट्रसेवा की भावना से कार्य करने का आह्वान किया। संचलन का समापन संघ प्रार्थना और वंदे मातरम् के साथ हुआ।