‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 नवंबर । भानुप्रतापपुर सीट के लिए कांग्रेस ने व्यूह रचना तैयार कर रही है। बताया गया कि पार्टी 21 तारीख को चुनाव चिन्ह आबंटन के बाद चुनाव संचालन समिति बनाएगी, जिसमें ब्लॉकवार प्रमुख नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। यही नहीं, चुनाव प्रचार के लिए मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी आ सकते हैं।
विधानसभा आम चुनाव से पहले उपचुनाव में कांग्रेस बड़ी जीत दर्ज करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। पिछले चुनाव में मनोज मंडावी करीब 27 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में जीत का अंतर बढ़ाने के लिए आक्रामक प्रचार की रणनीति बनाई जा रही है। छोटे-छोटे सेक्टर बनाकर 43 विधायकों को चुनाव प्रचार में लगाया जा चुका है।
यही नहीं, पार्टी चुनाव संचालन समिति बना रही है। जिसमें सरकार के मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों को रखा जाएगा। यहां आबकारी मंत्री कवासी लखमा, और अनिला भेडिय़ा मुख्य भूमिका निभाएंगे, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम प्रचार की मॉनिटरिंग करेंगे। मरकाम चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद भानुप्रतापपुर जाकर पदाधिकारियों की बैठक ले चुके हैं।
सीएम भूपेश बघेल भी प्रचार-प्रसार की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। सीएम के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी व्यक्तिगत तौर पर सीधे प्रचार की कमान संभाल रहे हैं। आदिवासी आरक्षण के मसले पर 34 प्रत्याशियों ने सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले चुनाव मैदान में उतरे थे, उनमें से 18 के नामांकन रद्द हो चुके हैं। कई प्रत्याशियों के नाम वापस लेने की भी उम्मीद जताई जा रही है। मोटेतौर पर मुकाबला यहां भाजपा के ब्रम्हानंद नेताम और कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी के बीच होगा।
नामांकन पत्रों के जांच के बाद 21 अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र विधिमान्य पाए गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के अभ्यर्थी ब्रम्हानंद नेताम, इण्डियन नेशनल कांग्रेस के अभ्यर्थी सावित्री मण्डावी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अभ्यर्थी घनश्याम जुर्री, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी के अभ्यर्थी डायमंड नेताम एवं आंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया के अभ्यर्थी शिवलाल पुड़ो का नाम निर्देशन पत्र विधिमान्य पाया गया है। इसी प्रकार निर्दलीय अभ्यर्थियों अकबर कोर्राम, अर्जुन सिंह, आयनुराम धु्रव, गौतम कुंजाम, जीवन राम ठाकुर, दिनेश कुमार कल्लो, दुर्योधन दर्रो, देवप्रसाद जुर्री, नागेश कुमार माहला, प्रमेश कुमार टेकाम, बलराम तेता, महत्तम कुमार दुग्गा, रेवतीरमन गोटा, रोहित कुमार नेताम, लक्ष्मीकांत गावड़े और सेवालाल चिराम का नाम निर्देशन पत्र भी विधिमान्य पाया गया है।