जिले के 85 फीसदी कुष्ठ रोग मुक्त होने पर की प्रशंसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 फरवरी। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली के विशेष मॉनिटर डॉ. प्रदीप्त कुमार नायक ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अंतर विभागीय समन्वय बैठक अंतर्गत जिले में कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
विशेष मॉनिटर डॉ. नायक ने कहा कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग अंतर्गत हम सभी को गरिमा तथा समानता के साथ रहने अधिकार प्राप्त है। हमारे देश में विभिन्नताएं है, लेकिन वह विविधताओं के स्वरूप में है। विभिन्न धर्मों की अपनी विशेष संस्कृति है, सभी एक-दूसरे की संस्कृति को स्वीकार करते है और अपनाते हैं, हमारे देश की संस्कृति अद्वितीय संस्कृति है। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा पिछड़े वर्ग को विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हंै तथा उनके देखरेख व उनके सशक्तिकरण के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को स्थायी एवं समावेशी विकास की दिशा में कार्य करते समाज के अंतिम वर्ग तक शासन की योजनाओं से लाभ पहुंचाते कार्य करने की जरूरत है।
विशेष मॉनिटर डॉ. नायक ने इस दौरान कुष्ठ रोग पीडि़तों के मानसिक स्वास्थ्य, उनसे जुड़ी भ्रांतिया, उनके तनाव, पुनर्वास, सशक्तिकरण के संबंध में गहन चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज में फैली भ्रांतियां को दूर कर हम सब के समन्वित प्रयास से इस बीमारी का समूल उन्मूलन संभव है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य सभी विभाग इसके लिए समन्वित तरीके से योजनाबद्ध कार्य करें। उन्होंने सभी विभागों से अह्वान किया कि कुष्ठ रोग को दूर करने सभी को दिल से कार्य करने की जरूरत है। सभी कुष्ठ रोग को दूर करने में प्राथमिकता देते अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग छिपाने वाली बीमारी नहीं है, बल्कि इसे बताकर इसका उपचार किया जाना है, जिसके लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है। उन्होंने जिले में कुष्ठ उपचार ग्राम एवं मुक्त ग्राम तथा 85 प्रतिशत कुष्ठ मुक्त होने पर प्रशंसा की। कुष्ठ रोगियों के लिए बसाए गए कालोनी आशा नगर में किए जा रहे कार्यों तथा जिले में पोट्ठ लईका पहल, मिशन जल रक्षा, स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्मार्ट टीवी अभियान, स्वस्थ नोनी कार्यक्रम की सराहना की।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि जिले में कुष्ठ रोगियों के लिए बसाए गए कालोनी आशा नगर में उनके आजीविका, शिक्षा, प्रशिक्षण, प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास तथा शासन की योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। कुष्ठ रोगियों के लिए विभिन्न आयामों में कार्य किया जा रहा है। यहां 62 परिवारों को बसाया गया है, जिनकी जनसंख्या 301 है।
जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने कहा कि पोषण के महत्व को ध्यान में रखते पोट्ठ लईका पहल प्रारंभ की गई है। ज्ञान के अभाव से भी कुपोषण की स्थिति बनती है। पोट्ठ लईका अभियान के तहत सभी विभाग समन्वित तरीके से कार्य कर रहे है। जिससे जिले में बच्चों की सेहत एवं स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। मिशन जल रक्षा अंतर्गत लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाते हुए जल संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यों के संबंध में प्रजेंटेशन दिया गया। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, संयुक्त कलेक्टर शीतल बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवतरत्न, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास गुरप्रीत कौर, उप संचालक समाज कल्याण बीएल ठाकुर, डॉ. उदय चंद्रवंशी, डॉ. अल्पना लुनिया, संदीप ताम्रकार, पूजा मेश्राम सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कुष्ठ रोग पीडि़तों से की भेंट
विशेष मॉनिटर डॉ. नायक ने राजनांदगांव जिले के प्रवास के दौरान आशा नगर, बसंतपुर राजनांदगांव स्थित लेप्रोसी केयर सेंटर और उप स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर का निरीक्षण किया। डॉ. नायक ने कुष्ठ रोग पीडि़तों से भेंट कर बातचीत की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए जा रहे सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कुष्ठ रोग पीडि़तों को नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वच्छता रखने कहा।