अखंड जाप व सम्मान समारोह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 7 जून। नगर के गायत्री सत्संग भवन बचेली में 5 जून, शुक्रवार को गायत्री जयंती एवं गंगा दशहरा के पावन अवसर पर एक भव्य और दिव्य आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन श्रद्धा, भक्ति और जनकल्याण की भावना से ओतप्रोत रहा।
सुबह 9 बजे से 12 बजे तक वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन, यज्ञ एवं आरती का आयोजन किया गया। यज्ञ के उपरांत शांति पाठ और भोज प्रसाद वितरण हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और दिव्य अनुभूति प्राप्त की। संध्या 6 बजे तक सत्संग भवन साधना और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बना रहा, जहां श्रद्धालुओं द्वारा अखंड जाप, ध्यान साधना, गायत्री चालीसा पाठ तथा सायं आरती का आयोजन किया गया।
गायत्री माता की महिमा पर प्रकाश
गायत्री सत्संग एवं जनकल्याण समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि गायत्री जयंती, ज्ञान, विज्ञान, संस्कृति और आत्मबल की अधिष्ठात्री देवी माता गायत्री के प्राकट्य का दिवस है। इसी दिन भगवती गंगा का भी स्वर्ग से धरती पर अवतरण हुआ था, जिसे गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
गायत्री माता को वेदमाता, संस्कृति की जननी, विश्वमाता कहा जाता है। जिस प्रकार गंगा जल शरीर को शुद्ध करता है, उसी प्रकार गायत्री मंत्र चित्त और आत्मा को पवित्र कर दिव्य गुणों का संचार करता है।
इस अवसर पर एनएमडीसी बचेली कॉम्प्लेक्स की ओर से सामग्री विभाग के सहायक महाप्रबंधक श्री बी. लछु विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके सानिध्य में होम्योपैथी धर्मार्थ दवाखाना में नि:शुल्क सेवा देने वाले सहयोगी परिजनों को सम्मानित किया गया। मुख्य परिव्राजक एवं ट्रस्टी राधेलाल साहू द्वारा सुधा बेलचंदन (महिला संगठन सदस्य), एम. एस. नायक, सुरेश दिवाकर जैसे सक्रिय कार्यकर्ताओं को स्मृति भेंट प्रदान की गई।
कार्यक्रम की संगीतमय और विधिवत संचालन में महिला संगठन की भूमिका सराहनीय रही। सुधा बेलचंदन, चंद्रकला ठाकुर (शिक्षिका), माया अधिकारी, पुष्पा वर्मा (शिक्षिका) ने यज्ञ एवं पूजन विधि में निष्ठा से भाग लिया। संगठन के अन्य सहयोगियों में उमाकांत साहू, अनीता साहू, प्रवीण साहू, देवेंद्र साव आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मुख्य यजमान के रूप में संयुक्त सचिव सुशील वर्मा अपने परिवार सहित उपस्थित रहे। कोषाध्यक्ष कान्तिलाल नेताम द्वारा यज्ञ एवं भोजन प्रसाद की समुचित व्यवस्था आत्मीयता से की गई।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में सचिव सुनील कुमार बेलचंदन (कर्मकांड समन्वयक) द्वारा उपस्थित श्रद्धालुओं को गुरुदेव, माताजी व माँ गायत्री की दिव्यता एवं उद्देश्य से अवगत कराया गया।इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियाँ अर्पित कर गायत्री माता का आशीर्वाद प्राप्त किया और राष्ट्र एवं मानव कल्याण की कामना की।