‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा/रायपुर, 19 दिसंबर। शहीद एएसपी आकाश राव गिरिपूंजे की आईडी विस्फोट कर हत्या करने वाले 4 नक्सली आरोपियों के विरूद्ध राज्य अन्वेषण अभिकरण (एसआईए) ने आज अभियोग पत्र पेश किया।
यह घटना छह माह पहले हुई थी। पुलिस मुख्यालय द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेचना राज्य अन्वेषण अभिकरण (एसआईए)को सौंपी गई थी।
एसआईए की टीम ने लगातार सुकमा कोंटा क्षेत्र में कैम्प करते हुए मामले की जानकारी एकत्र की एवं सूचना तंत्र को सक्रिय किया। इसके आधार पर उक्त घटना में ग्राम नीलामडगू के नक्सली सदस्यों की संलिप्तता पाए जाने पर इस दिशा में सघन जांच शुरू की।
इसी दौरान मुखबिरों से प्राप्त सूचना के आधार परनीलामडगू जन मिलिशिया अध्यक्ष सोढ़ी गंगा को गिरफ्तार किया गया, जिसने नक्सली हितेश और माड़वी देवा एवं अन्य नक्सलियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया, जिसकी निशानदेही पर एक जीवित विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
अग्रिम विवेचना दौरान परत दर परत कडिय़ो को जोड़ते हुए ग्राम नीलामडगू के अन्य नक्सली सदस्य आरोपी सोढ़ी देवा,कुंजाम देवा एवं मुचाकी लखमा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिनसे प्राप्त तथ्यों के आधार पर कोंटा एरिया कमेटी के नक्सलियों द्वारा घटना को अंजाम देना पाया गया ।
संपूर्ण विवेचना दौरान पाया गया कि जिला नारायणपुर में पुलिस द्वारा शीर्ष नक्सली नेता बसवा राजू के मुठभेड़ में मारे जाने के पश्चात जून 2025 में कोंटा एरिया कमेटी के नक्सली कमांडर वेट्टी मांगडू द्वारा क्षेत्र के अन्य नक्सली संगठन के सदस्यों की मीटिंग रखी जिसमे नक्सली हितेश,माड़वी देवा,मडकम नन्दे,सोढ़ी जोगी,मडकम सुनिता,मडकम अंजू और पोडिय़म गंगे उपस्थित थे, जिसमें नक्सली कमांडर मांगडू द्वारा कोंटा क्षेत्र में पुलिस बल को क्षति पहुंचाने हत्या करने एवं हथियार लूटने के लिए हमला करने की योजना तैयार की गई और षडयंत्र को अंजाम दिया गया।
अब तक मामले में आरोपियों ग्राम नीलामडग़ु थाना भेज्जी जि़ला सुकमा के सोढ़ी गंगा, सोढ़ी देवा, मुचाकी लखमा, कुंजाम देवा की गिरफ्तारी की जा चुकी है। जिन्हें एसआईए द्वारा न्यायिक हिरासत पर भेजा गया था। गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध विवेचना पूर्ण होने पर आज विशेष न्यायालय एनआई ए कोर्ट दंतेवाड़ा के समक्ष अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया। मामले में षड्यंत्र में शामिल उपरोक्त अन्य अभियुक्तगणों के विरुद्ध विवेचना की जा रही है।
9 जून को सुकमा जिले के कोंटा थाना क्षेत्र के ढोंढऱीबेड़ा पत्थर खदान में नक्सलियों ने षड्यंत्रपूर्वक पोकलेन मशीन को आग लगा दिया था।
सूचना मिलने पर एएसपी आकाश राव गिरिपूंजे, डीएसपी भानुप्रताप चन्द्राकर और टी आई कोंटा सोनल ग्वाला स्टाफ के साथ घटनास्थल पहुंचे। नक्सलियों द्वारा पोकलेन मशीन के पास आई डी लगाया गया था पुलिस दल के वहाँ पहुँचने पर आईईडी विस्फोट होने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे उसकी चपेट में आकर शहीद हुए थे तथा डीएसपी भानुप्रताप चन्द्राकर और टी आई सोनल ग्वाला बुरी तरह घायल हुए थे। घटना के संबंध में थाना कोंटा में अपराध क्रमांक 21/2025 धारा 103, 109, 190, 191(2), 324, 326(च)61(2) बीएनएस 25, 27 आर्म्स एक्ट धारा 3,5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम तथा धारा 13,16, 18,20,23, 38, 39 विधिविरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम पंजीबद्ध किया गया था।