मलेरिया मुक्त अभियान पर विशेष जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा 6 अगस्त। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल द्वारा संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक जिला कार्यालय, दंतेवाड़ा में ली गई। बैठक की शुरुआत में उन्होंने मलेरिया मुक्त अभियान पर विशेष जोर देते हुए कहा कि बस्तर संभाग में मलेरिया नियंत्रण के प्रयासों को और अधिक सघन एवं क्षेत्रीय डाटा आधारित बनाना जरूरी है।
मंत्री ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों और सिविल सर्जनों से कहा कि वे अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि मलेरिया उन्मूलन के लिए छोटी-छोटी बातों पर भी गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है, यही सतर्कताएं मिलकर बड़े परिणाम देती हैं।
श्री जायसवाल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि डीडीटी का छिडक़ाव स्कूलों, आंगनवाडिय़ों, आश्रम शालाओं एवं पोटाकेबिनों में मिशन मोड में किया जाए, ताकि मलेरिया की रोकथाम प्रभावी ढंग से हो सके। साथ ही, सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे मच्छरदानी के उपयोग को लेकर अधिक से अधिक जन जागरूकता फैलाएं।
बैठक के दौरान मंत्री ने पारंपरिक उपायों की चर्चा करते हुए कहा कि गांवों में नीम की पत्तियों और गोबर के कंडे जलाकर मच्छरों को भगाने की परंपरा रही है, जिसे भी अपनाया जा सकता है।
उन्होंने इन उपायों को भी समुदाय में पुनर्जीवित करने की बात कही। स्वास्थ्य मंत्री ने चिरायु कार्यक्रम के संदर्भ में कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मैदानी चिकित्सा कर्मचारियों कार्यकर्ताओं की कार्यक्षमता का सही उपयोग सुनिश्चित करें।
सभी स्वास्थ्य अभियानों में अन्य विभाग के समन्वय के साथ-साथ अधिकारियों जनप्रतिनिधियों आमजनों की भागीदारी भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि बस्तर जैसे अंचल में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदाय किया जाना एक सही मायने में स्वयं के लिए उपलब्धि है। चूंकि चिकित्सकीय पेशा को ईश्वरीय दर्जा दिया जाता है।
अत: इसी सिद्धांत को सर्वोपरि रख कर हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम उत्तम से उत्तम जनसेवा कर इसे सार्थक बनाये। फिर चाहे वह राज्य एवं केन्द्र सरकार की मलेरिया, एनीमिया, क्षय रोग, उन्मूलन योजना, मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, आरोग्य मेला जैसे अभियान हो हर अभियान को मिशन मोड में पूरा करें। ताकि स्वास्थ्य संबंधित गुणवत्ता सेवा में हमारा प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी हो।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया एवं आयुक्त सह संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा बस्तर संभाग के कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा जिलों में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों जैसे राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम, शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, राष्ट्रीय गैर संचारी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यक्रम, अस्पताल प्रशासन एवं क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम, क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रमों में उक्त जिलों के प्रगति, क्रियान्वयन, प्रदर्शन पर समीक्षा करते हुए मंत्री को अवगत कराया कि राज्य शासन द्वारा स्वास्थ्य संबंधी सभी कार्यक्रमों की क्रियान्वयन की लगातार मॉनिटरिंग की जाती है। इसके क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
इस दौरान सीईओ जयंत नाहटा, अध्यक्ष ,सीजी एमएससी दीपक म्हसके और एसके पामभोई प्रमुख रूप से मौजूद थे।