‘छत्तीसगढ़’ संवाददात
दंतेवाड़ा, 16 जुलाई। सांसद बस्तर, महेश कश्यप की अध्यक्षता में जिला खनिज न्यास शासी परिषद की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को आयोजित हुई।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बताया कि जिला खनिज न्यास निधि के तहत जिले में शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देने के दृष्टि से राशि 2255.00 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई।इसके साथ ही नवीन आश्रम 100 -50 सीटर भवन की स्वीकृति राशि 962.24 लाख की स्वीकृति दी गई। रोजगार प्रशिक्षण दंतेवाड़ा जिले में युवाओं को रोजगार प्रशिक्षण हेतु राशि 446.96 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। जिला दंतेवाड़ा में अंदरूनी क्षेत्रों के विकास एवं आवागमन की सुविधा हेतु सडक़ एवं पुल निर्माण हेतु राशि 1601.07 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। जिले में महिलाओं एवं बाल कल्याण हेतु पोषक तत्व से भरपूर आहार हेतु राशि 146.32 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। जिले में पेयजल हेतु राशि 72.17 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई।
कलेक्टर द्वारा बताया गया कि उच्च प्राथमिकता में पेयजल, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण उपाय, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, कृषि एवं अन्य संबद्ध गतिविधियां, कौशल विकास एवं रोजगार, स्वच्छता, सतत जीविकोपार्जन, स्वास्थ्य (मेडिकल कॉलेज) सहित भौतिक अधोसंरचना सिंचाई ऊर्जा और जल विभाजन विकास अन्य सार्वजनिक परिवहन युवा गतिविधियों को बढ़ावा देना सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा उन्होंने ने जिला खनिज न्यास निधि के तहत किए जा रहे नवाचारों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर ने जिला खनिज न्यास संस्थान द्वारा जन शिकायत निवारण प्रणाली के तहत आपकी समस्याएं, हमारे समाधान की जिम्मेदारी के लिए टोल फी नबर 78563-56558 भी जारी की गई है।
सांसद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप खनिज न्यास निधि का उद्देश्य केवल अधोसंरचना निर्माण नहीं, बल्कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर को उठाना है।
उन्होंने कहा कि खनन प्रभावित इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की पहुंच को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही युवाओं के लिए कौशल विकास, महिला स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहन, और कृषि व अन्य आजीविका आधारित परियोजनाओं को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाएगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि युवाओं की सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों को समर्थन देने के लिए आवश्यक संसाधनों और अधोसंरचना का विकास को प्राथमिकता दी जावेगी।
सांसद ने बताया कि खनिज निधि से ग्रामीण सडक़ों, स्कूल भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों, पेयजल संरचनाओं और सामुदायिक भवनों जैसे अधोसंरचना कार्यों को भी तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और स्थानीय परंपराओं के सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए विशेष योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खनिज निधि सिर्फ आर्थिक संसाधन नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का एक सशक्त माध्यम है। पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा विकास के वास्तविक लाभ आमजन तक पहुंचे।
बैठक के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अरविन्द कुंजाम, नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत के अध्यक्षगण सहित जिला खनिज न्यास शासी परिषद के सदस्य और जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, सीईओ जयंत नाहटा, राजेश पात्रे मौजूद थे।