महासमुन्द

अधिकांश लोग रॉकेट, अनार और फु लझडिय़ां पसंद कर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 अक्टूबर। इस बार दीपावली पर्व पर शहर में पटाखा का बाजार खूब सजा है और मार्केट में इको फ्रेंडली पटाखों की धूम दिख रही है। मालूम हो कि सरकार की ओर से कम प्रदूषण वाले पटाखों की बिक्री को लेकर भी गाइड लाइन जारी की गई है। ऐसे में इस बार ज्यादातर ग्रीन पटाखों की भरमार है।
व्यापारियों ने बताया कि इको फ्रेंडली पटाखों में रॉकेट, अनार और फुलझडिय़ां लोगों खूब पंसद हैं। इसके अलावा इस बार मार्केट में सायरन टार्च, मेहताब, ट्राई कलरए विजलिंग रॉकेट, विजलिंग चक्र, जुगनू प्लस, स्पाइडर व्हील उपलब्ध है। वहीं बच्चों के लिए मैजिक पॉप, बटरफ्लाई, किटकैट अनार जैसे कई पटाखे मार्केट में नए आए हैं।
पटाखा व्यापारियों के मुताबिक ये सब पटाखे कम प्रदूषण करने वाले ईको फ्रेंडली पटाखे हंै। चाइनीज पटाखे इस बार मार्केट में कम दिख रहे। पटाखा विक्रेताओं ने बताया कि इस बार कारोबार अच्छा होने की संभावना है। शहर के गंजपारा स्थित हरीश पटाखा के संचालक राहुल कृष्णानी ने बताया कि इस बार उन्होंने इको फ्रेंडली पटाखे के सर्वाधिक कलेक्शन कर रखें हैं। कुछ वर्षों से कम आवाज,बिना आग तथा बिना प्रदूषण वाले पटाखों की डिमांड अधिक है। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पटाखों का स्टॉक मंगाया गया है।
श्री कृष्णानी के अनुसार इस बार तितली जैसे उडऩे वाले बटर फ्लाई, पॉप पॉप, माचिस से फुटने वाली गन, ड्रोन की तरह चलने वाली चकरी, स्काई शॉट, मोर बनने वाले अनार, कलर अनार की खास डिमांड है। नक्षत्र धनतेरस से पटाखों का बाजार गुलजार होगा। उनका कहना है कि प्रदूषण कम वाले पटाखे ही ले रहे हैं जिससे बच्चे भी सुरक्षित रहे और हमारा वायुमंडल भी। इस दौरान बच्चे भी पटाखे खरीदने को लेकर काफी उत्सुक नजर आ रहे हैं।
पटाखों की अगर कीमत की बात की जाए तो इस बार बाजारों में फुलझड़ी 50 रुपए से लेकर 500 रुपए,अनार की कीमत 100 रुपए से लेकर 1000 रुपएए रॉकेट की कीमत साथ ही छोटे-छोटे पैकेट में चटाई रुपए से लेकर 400 रुपए तक है। बच्चों ने कम आवाज वाले पटाखों को छोडऩे का मन बनाया है तो युवाओं ने ऊंची आवाज वाले पटाखों नहीं चलाने की योजना बनाई है। बाजार में बच्चों से लेकर युवाओं तक के लिए तरह.तरह ने के पटाखे बिक रहे हैं।
पटाखों की खरीदारी लोग देर रात कर रहे हंै।