महासमुन्द

महासमुंद, 29 जुलाई। हर वर्ष की भांति इस वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस का आयोजन किया गया। शासन के निर्देशानुसार विश्व हेपेटाइटिस दिवस के उपलक्ष्य में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आई.नागेश्वर राव एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीलू घृतलहरे के मागदर्शन में नोडल अधिकारी डॉ. छत्रपाल चन्द्राकर एनवीएचसीपी की उपस्थिति में शासकीय जीएनएम प्रशिक्षण संस्था में नर्सिंग छात्राओं द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा हेपेटाइटिस से बचाव एवं नियंत्रण के संबंध में जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आई.नागेश्वर राव ने जानकारी देते हुए बताया कि हेपेटाइटिस का मुख्य कारण एल्कोहॉल के साथ-साथ नान-एल्कोहॉल फैटी लिवर भी होता है। हेपेटाइटिस से सावधानी बरतने हेतु एल्कोहॉल के साथ-साथ जंक फूड सेवन न करने की सलाह दी गई। हेपेटाइटिस के प्रमुख लक्षण बुखार व थकान, भूख कम लगना, उल्टी, त्वचा में खुजली, गहरे रंग का पेशाब, शरीर में दर्द इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
हेपेटाइटिस बी व सी के बारे में भी बताया गया कि असुरक्षित इंजेक्शन, गोदना, कान-नाक छिदवाने में संक्रमित सुई और स्याही के उपयोग, संक्रमित यौन संबंध और संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से फैलता है। इससे बचाव के लिए इंजेक्शन और रेजर ब्लेड का एक ही बार उपयोग करें।
रक्त पंजीकृत ब्लड बैंक से लें, नवाजातों को हेपेटाइटिस बी की खुराक दें, हेपेटाइटिस पॉजिटीव माताओं से जन्मे नवजात को 24 घंटे में हेपेटाइटिस इम्यूनो ग्लोबिन और एचबीआईजी इंजेक्शन लगाना जरूरी हैं। हेपेटाइटिस बी और सी नि:शुल्क जांच, परामर्श, इलाज और टीकाकरण की सुविधा जिले के सभी शासकीय अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध है। लोगों से अपील की गई कि वे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर इस सुविधा का लाभ उठाएं।