महासमुन्द

नाबालिग बच्चों को बाईक न दें
18-Aug-2021 5:14 PM
 नाबालिग बच्चों को बाईक न दें

सड़क दुर्घटना वाले ब्लैक स्पॉट की पहचान तथा सुधार संबंधित कार्य पर बल
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
महासमुंद,18 अगस्त
। संसदीय क्षेत्र के लिए सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा और विचार विमर्श हुआ। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, सहायक सड़कों पर रंबल स्ट्रिप बनाने, घुमन्तु मवेशियों को सड़क से हटाने, ड्राइव चलाने तथा स्ट्रीट लाइट की समस्या वाली सड़कों पर विशेष रूप से कार्य करने पर जोर दिया गया। बैठक में कहा गया कि सड़क दुर्घटनाओं की वजह से अनमोल जिंदगियां चली जाती हैं। लेकिन इंजीनियरिंग साईड से थोड़े से तकनीकी परिवर्तन कर बहुत सी दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। इस संबंध में कार्य किया जाए। 

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में विधायक प्रतिनिधि, जिला परिवहन अधिकारी डी तिग्गा सहित सिविल सर्जन डॉ. एन.के मंडपे, सहायक संचालक जिला शिक्षा अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, नेशनल हाईवे के प्रभारी अधिकारी, नगर पालिका अधिकारी, जिला संगठक राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ मालती तिवारी के अलावा जिले के अन्य शासकीय, अशासकीय सदस्य एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कलेक्टर डोमन सिंह ने अभिभावकों एवं आमजनों से आग्रह किया है कि वे अपने नाबालिक बच्चों को बाईक चलाने न दें। कलेक्टर ने बताया कि जिले में सरकारी अधिकारी अपने.अपने सुविधानुसार तरीके से हेलमेट पहन कर दुपहिया वाहन चालने वालों को सम्मानित कर रहे हैं। सम्मान के तौर पर फूल, बुके,श्रीफ ल, टॉफ ी, पेन आदि भी दे रहे हैं और उन्हें और लोगों को हेलमेट पहन कर वाहन चालने के लिए प्रेरित करने भी बोल रहे हैं। 

कलेक्टर ने कहा कि अब जिले में स्कूल-कॉलेजों, शासकीय व निजी व आईटीआई भी खुल गए हंै। दुपहिया वाहनों से आने वाले छात्र हेलमेट पहनकर आएं यह सुनिश्चित भी कराया जा रहा है। इसका पालन कराने के लिए संबंधित संस्था के प्राचार्य उत्तरदायी होंगे। यह निर्णय सड़क दुर्घटनाओं में दो पहिया वाहन चालकों की मौत की घटनाओं को देखते हुए लिया गया है। उन्होंने जिले के सभी अनुविभागीय दंडाधिकारियों को कहा कि कार्यालय के सामने ही सूचना चस्पा किया जाए कि कार्यालय के अधिकारी.कर्मचारी व आमजनए जो दो पहिया वाहन में आते हंै, सभी हेलमेट पहन कर कार्यालय आएं। हेलमेट पहन कर नहीं आने वालों पर मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाए। 

पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने मोटर व्हीकल एक्ट का पालन कराने अपने कार्यालय से पहल की शुरूआत करने की बात कही है। यदि इस प्रकार यातायात नियमों का पालन होता है तो सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा। मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत आकाश छिकारा ने जिले में सड़क सुरक्षा संबंधी कारवाई का कम्प्यूटर के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया। 

सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दें
सांसद श्री साहू ने कहा कि जिले में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दें। इसके साथ सड़क सुरक्षा क्रियाकलापों की निगरानी भी करें। सड़क दुर्घटना के कारणों को पहचान कर उन पर अंकुश लगाने का भरपूर सफल प्रयास होना चाहिए। श्री साहू ने कहा कि सड़क दुर्घटना वाले ब्लैक स्पॉटों की पहचान तथा सुधार से संबंधित कार्य करने पर ज्यादा बल दिया जाए। प्रदेश के अन्य जिलों की तरह महासमुंद जिले में भी हेलमेट पहनना अनिवार्य किया जाए। सभी विभाग के अधिकारी पहल करें तो बहुत हद तक यातायात नियम का पालन होगा।



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