बीएसपी प्रबंधन पर मनमानी का आरोप, इस्पात मंत्री से हस्तक्षेप का आग्रह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जून। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्राक्कलन समिति की बैठक में रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई। साथ ही लीज नवीनीकरण में बीएसपी की मनमानी पर विरोध जताया है, और इस्पात मंत्री से हस्तक्षेप का आग्रह किया है।
प्राक्कलन समिति की अध्ययन यात्रा के अंतर्गत मुंबई प्रवास के दौरान रायपुर सांसद एवं समिति सदस्य श्री बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) और भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) से संबंधित कई जनहितकारी और संरचनात्मक विषयों को मजबूती से समिति के समक्ष रखा। छत्तीसगढ़ और यहां की जनता के हित में तत्काल कारवाही मांग की।
लौह अयस्क आपूर्ति की दीर्घकालिक योजना पर सवाल
सांसद श्री अग्रवाल ने यह जानने की मांग की कि SAIL और BSP की वर्तमान खदानों से भिलाई इस्पात संयंत्र को लौह अयस्क की आपूर्ति कब तक सुनिश्चित की जा सकती है? साथ ही यह भी पूछा कि रावघाट परियोजना अपनी पूर्ण क्षमता से उत्पादन कब तक शुरू करेगी, जिससे संयंत्र को दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।
स्थानीय युवाओं को रोजगार की प्राथमिकता
श्री अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि रावघाट परियोजना में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाए, ताकि क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ सामाजिक समरसता भी सुदृढ़ हो।
दल्ली खदान में 140 करोड़ की परिशोधन परियोजना की स्थिति पर जानकारी मांगी
उन्होंने सिलिका न्यूनीकरण/परिशोधन संयंत्र की वर्तमान स्थिति और प्रगति पर सवाल किया, जिसे परियोजना की दक्षता और गुणवत्ता सुधार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है।
रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना की धीमी प्रगति पर गहरी चिंता
IRCON द्वारा निर्मित 140 किमी लंबी रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोजना की अत्यंत धीमी गति पर सांसद ने गहरी नाराजगी जताई और स्पष्ट पूछा कि इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना को पूरा करने की निर्धारित समय-सीमा क्या है?