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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 सितंबर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए, कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह ने अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। बैठक में गौ-तस्करी और आवारा मवेशियों के प्रबंधन पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने इस दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि गौ-तस्करी के मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि सडक़ पर यदि कोई आवारा मवेशी मिलता है, तो उस मवेशी के मालिक पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11(4) के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ ही, यदि कोई वाहन चालक द्वारा मवेशी की दुर्घटना होती है, तो चालक और वाहन मालिक पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी और वाहन राजसात कर लिया जाएगा।
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि पहले ही एक ऐसी घटना में कार्रवाई की जा चुकी है, जहां वाहन चालक पर एफआईआर दर्ज की गई और उसका वाहन जब्त कर लिया गया। कलेक्टर ने अधिकारियों से जनचौपाल के माध्यम से पशुपालकों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए, ताकि वे अपने मवेशियों को सडक़ों पर न छोड़ें।
इस बैठक में नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ आर.पी. चौहान, पशुपालन विभाग और एनएच के अधिकारी भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने विशेष रूप से एनएच अधिकारियों को निर्देश दिए कि नेशनल हाईवे पर किसी भी स्थिति में मवेशी न दिखें और इसके लिए निरंतर निगरानी की जाए। उन्होंने एनएच से जुड़े हर गांव में वालंटियर नियुक्त करने के निर्देश भी दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 14 सितंबर। कोटा प्रेस क्लब में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित होने के बाद सुबह व शाम के समय मंगल-मूर्ति की आरती की जाती है,सुबह की आरती के समय कोटा प्रेस क्लब के समस्त पदाधिकारी सहित पत्रकार गण शामिल होते है, मंगल मूर्ति के शाम की आरती के समय कोटा प्रेस-क्लब द्वारा कोटा नगर के आमजनो सहित जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिकों सहित शासकीय विभागों के प्रशासनिक- अधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है।
रविवार को ब्लाक-कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कोटा व विधायक प्रतिनिधी आदित्य दीक्षित सहित कोटा-नगर पंचायत के वार्ड-पार्षद कोटा प्रेस क्लब पंहुचकर शाम की आरती में शामिल होकर मंगल मूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त किया। वार्ड पार्षदों में वॉर्ड नंबर 05 के प्रतिनिधी के रूप में शैलेश गुप्ता वॉर्ड क्रमांक 03 के बाबा गोस्वामी, वार्ड नंबर 09 के लखन साहू आरती में शामिल होकर कोटा नगर की खुशहाली की कामना की।
आरती के दौरान कोटा प्रेस क्लब अध्यक्ष सूरज गुप्ता, प्रेस क्लब सचिव मोहम्मद जावेद खान उपाध्यक्ष अंकित सोनी उपाध्यक्ष रामनारायण यादव, कोटा प्रेस क्लब के संरक्षक हरीश चौबे, प्रदीप गुप्ता, आरडी गुप्ता, संजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष विकास तिवारी, राजा गुप्ता, साकेत शुक्ला सहित अन्य सदस्य गण मौजूद रहे।
रिश्वत देने का सबूत मांगा जा रहा इसलिए बच जाएंगे आरोपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 सितंबर। छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग के पोस्टिंग प्रमोशन घोटाले की जांच में 300 से ज्यादा शिक्षकों ने बयान दर्ज कराए हैं, लेकिन कोई भी रिश्वत देने की बात कहने या लिखकर देने को तैयार नहीं है, क्योंकि रिश्वत का लेन-देन लिखित में नहीं किया गया था।
जांच टीम आरोपित जॉइंट डायरेक्टर और क्लर्क के सामने ही शिक्षकों से पूछताछ कर रही है कि क्या उन्होंने किसी प्रकार का लेन-देन किया। शिक्षकों को एक फॉर्म भरने के लिए कहा गया जिसमें लेन-देन की जानकारी देनी थी, लेकिन किसी ने भी इस कॉलम में जानकारी नहीं दी। यह स्थिति आरोपियों के पक्ष में है।
12 सितंबर को जब लिखित बयान लेने की प्रक्रिया शुरू हुई, तो कुछ शिक्षकों ने जांच अधिकारियों से सवाल किया कि टी संवर्ग को बयान के लिए क्यों नहीं बुलाया गया। टी संवर्ग पर भी गड़बड़ी के आरोप थे। हालांकि, इन शिक्षकों ने लिखित में तो नहीं, लेकिन मौखिक रूप से शिकायत की कि संभाग भर में लगभग 800 टी संवर्ग के शिक्षकों का तबादला किया गया था।
जांच की प्रक्रिया में पारदर्शिता का दावा किया जा रहा है, लेकिन सवाल यह रहा है कि ये प्रक्रिया तो आरोपियों को बचाने का तरीका बन रही हैं। प्रश्नावली में शिक्षकों से पूछा गया कि ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए पैसे दिए या कोई लेन-देन किया गया, और यदि किया गया है तो उसके सबूत भी मांगे गए। यही नहीं, यह सवाल आरोपियों की उपस्थिति में किया जा रहा है और केवल ई संवर्ग से पूछताछ की जा रही है, टी संवर्ग को जांच से बाहर रखा गया है।
गुरुवार को को तारबाहर स्थित जेडी कार्यालय में शिक्षकों की लंबी कतारें लगी रहीं। वहां अतिरिक्त संचालक एससीईआरटी जेपी रथ, सहायक संचालक भूपेंद्र कौशिक, जेडी एसके प्रसाद और क्लर्क विकास तिवारी मौजूद थे। 13 सितंबर को 399 शिक्षकों को जेडी कार्यालय में बुलाया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 13 सितंबर। कोटा प्रेस क्लब भवन में गणेश पूजन में पहुंचे भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव बुधवार को संध्या कालीन आरती में कोटा प्रेस क्लब भवन में गणेश जी मंगल आरती कर नगर और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
प्रेस क्लब भवन में उपस्थित पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हरसंभव मदद करेंगी। कोटा नगर पंचायत को नगरपालिका बनाने की संबंध में बताया कि नगर पंचायत की दायरा बढ़ाने से कोटा नगर में विकास कार्य में तेजी आएगी, कोटा नगर की स्वास्थ्य व्यवस्था के विस्तार से चर्चा करते कहा कि कोटा नगर में समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नगर सहित आस पास ग्रामीण अंचलों से आने वाले आम जनता को तत्काल बेहतर उपचार हो।
150 छात्राओं को मिली साइकिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 13 सितंबर। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोटा में सत्र 2024 25 हेतु बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कक्षा 9वीं में प्रवेश लेने वाली अनुसूचित जाति, जनजाति की सभी छात्राओं एवं ओबीसी व सामान्य वर्ग की गरीबी रेखा के अंतर्गत आने वाली छात्राओं को सरस्वती नि:शुल्क साइकिल योजना का लाभ दिया जाता है।
इसी योजना अंतर्गत विद्यालय में प्रबल प्रताप सिंह जी देव मंत्री प्रदेश भाजपा के मुख्य अतिथि एवं जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान की अध्यक्षता एवं अमृता प्रदीप कौशिक अध्यक्ष नगर पंचायत कोटा के विशिष्ट आतिथ्य में हुआ। संस्था की प्राचार्य आशा दत्ता के मार्गदर्शन में 150 सरस्वती नि:शुल्क साइकिल का वितरण अतिथियों के द्वारा छात्राओं को किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की छायाचित्र पर मुख्य अतिथि एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा छात्राओं में स्टाफ द्वारा सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
अतिथियों का स्वागत के पश्चात स्वागत नृत्य व छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की आकर्षक समूह नृत्य छात्राओं द्वारा इसमें छत्तीसगढ़ में वर्ष भर चलने वाली विभिन्न सांस्कृतिक लोक नृत्य कर्मा, सुआ, राउत नाचा, पंथी, गौरा गौरी इत्यादि का मिश्रित मिला-जुला मनमोहक आकर्षक मंत्र मुक्त करने वाला समूह नृत्य बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसे उपस्थित अतिथियों द्वारा करतल ध्वनि से सराहना की गई।
स्वागत उद्बोधन में संस्था की प्राचार्य आशा दत्ता ने सभी का स्वागत करते हुए सरस्वती नि:शुल्क साइकिल योजना के उद्देश्य व महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पहले छात्राएं 8 वीं उत्तीर्ण होने के बाद हाई स्कूल दूर होने व साधन के अभाव में पढ़ाई छोड़ देने को विवश होती थी, किंतु सरस्वती नि:शुल्क सायकल प्रदान करने से छात्राओं हाईस्कूल में दर्ज संख्या में वृद्धि महत्वपूर्ण उपलब्धि हुई है, उन्होंने विद्यालय की समस्याओं और आवश्यकताओं पर अतिथियों का ध्यान आकृष्ट किया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ. रामबाबू गुप्ता व्याख्याता द्वारा संस्था व छात्राओं की प्रमुख मांगों पर अथितियों का ध्यान आकर्षित करते हुए विद्यालय हेतु बाउंड्री वॉल की आवश्यकता पर, खेल मैदान समतलीकरण व मंच शेड निर्माण अतिथियों के समक्ष मांग रखी।
जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए राज्य शासन की इस महत्वपूर्ण योजना को महिला सशक्तिकरण व बालिका शिक्षा के लिए एक मील का पत्थर साबित होना बताया अपने मुख्य अतिथि उद्बोधन में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जी ने मातृशक्ति को राष्ट्र शक्ति बताते हुए कहा कि बालिकाएं हमारे देश की भावी राष्ट्र शक्ति हैं और उनके कुशल व अग्रणी भूमिका के साथ ही विकसित राष्ट्र की संकल्पना पूरी होगी।
कन्या स्कूल की 121 छात्राओं को, स्वामी आत्मानन्द डी के पी स्कूल की 20 छात्राओं व धौराभांठा हाई स्कूल की 9 छात्राओं सहित कुल 150 सायकलों का वितरण किया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि पार्षद गण, गणमान्य नागरिक सुलेश पाण्डेय मंडल महामंत्री कोटा व अध्यक्ष शाला प्रबंधन एवं विकास समिति, मनोहर सिंह राज अध्यक्ष जनपद पंचायत कोटा मोहित जायसवाल जिला महामंत्री, वेंकट अग्रवाल, रामलाल साहू सहित बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. रामबाबू गुप्ता व्याख्याता द्वारा करते हुए अंत में संस्था की ओर से सभी का आभार व्यक्त किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 सितंबर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में बलात्कार के आरोपी किशन पटेल ने पीडि़ता के घर में घुसकर उसे केस वापस लेने की धमकी दी और मारपीट की। आरोपी को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया है।
पीडि़ता की शिकायत के अनुसार, 7 सितंबर 2024 की रात करीब 8 बजे आरोपी किशन पटेल अचानक उसके घर में घुसा और केस वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी। इसी दौरान आरोपी ने पीडि़ता और उसके ढाई साल के बच्चे के साथ मारपीट की, जिससे बच्चे के गुप्तांग में चोट आई। आरोपी ने धमकी देते हुए कहा कि अगर उसने शोर मचाया, तो उसे जान से मार देगा। घटना के बाद पीडि़ता डरकर बच्चे को लेकर अपनी सहेली के घर चली गई और फिर सिम्स अस्पताल जाकर बच्चे का इलाज करवाया। आरोपी को रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसे कुछ दिन पहले ही जमानत मिली है।
पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और आरोपी को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया है।
बिलासपुर, 10 सितंबर। पुलिस ने मवेशी तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए तीन प्रमुख थाना क्षेत्रों में अवैध रूप से मवेशियों को बूचड़खाना ले जाने वाले वाहनों को पकड़ा है। थाना हिर्री, तखतपुर और बिल्हा में कुल 53 मवेशियों को अवैध रूप से ले जाते हुए जब्त किया गया। मवेशियों को क्रूरतापूर्ण तरीके से वाहनों में ठूंस-ठूंस कर बिना चारा-पानी की व्यवस्था के ले जाया जा रहा था।
थाना हिर्री में ट्रक क्रमांक सीजी 28 एन 1840 में 20 मवेशी पकड़े गए। वहीं थाना तखतपुर में पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 10 बीजे 9265 में 20 पशुओं को पकड़ा गया। थाना बिल्हा में आयशर वाहन क्रमांक टीएस-07 यूएन 4166 में 13 मवेशियों को पकड़ा गया। सभी वाहनों को जब्त कर आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम और पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। सभी मवेशी गौशालाओं में भेजे गए हैं।
जब्त वाहनों को राजसात करने का प्रस्ताव पुलिस अधीक्षक द्वारा तैयार कर कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी को भेजा गया था। 9 सितंबर को जिला दंडाधिकारी ने तीनों वाहन राजसात कर लिए। इन वाहन स्वामियों में कुकुसदा पथरिया के कपिल कुमार, भैंसाझार के सुरेश कुमार साहू और वारंगल तेलंगाना के मंजूला बोईनी शामिल हैं।
स्ट्रीट लाइट की जांच करने शहर भ्रमण पर निकले
मेंटेनेंस कंपनी को टीम बढ़ाने कहा, बिजली विभाग की भी ड्यूटी लगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 सितंबर। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद, नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार ने रात में पूरे शहर का दौरा किया और स्ट्रीट लाइट्स की स्थिति का जायजा लिया। इस निरीक्षण के दौरान गौरव पथ, रायपुर रोड, लिंक रोड, दयालबंद, तोरवा छठ घाट, राजकिशोर नगर और सीपत मार्ग जैसी प्रमुख सडक़ों पर कई स्थानों पर लाइट बंद मिलीं। इस पर कमिश्नर ने मेंटेनेंस का ठेका लेने वाली कंपनी ईईएसएल (एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड) के अधिकारियों को फटकार लगाई और तुरंत सुधार के निर्देश दिए।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बिलासपुर शहर में स्ट्रीट लाइट्स की खराब स्थिति पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका दर्ज की है। कोर्ट ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए 48 घंटे के भीतर स्ट्रीट लाइट्स दुरुस्त करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने यह भी कहा है कि जब तक सुधार नहीं होगा, केस बंद नहीं होगा। अक्टूबर के पहले सप्ताह में मामले की फिर सुनवाई रखी गई है।
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने ईईएसएल को टीमों की संख्या बढ़ाने और सुबह 6 बजे से ही लाइट्स का निरीक्षण एवं सुधार कार्य शुरू करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, नगर निगम की बिजली शाखा की एक अलग टीम को भी मॉर्निंग शिफ्ट में मेंटेनेंस के लिए लगाया गया है, ताकि शाम तक सभी खराब लाइट्स को ठीक किया जा सके। कमिश्नर ने इस दौरान सभी प्रमुख मार्गों का निरीक्षण किया और जहां लाइट्स बंद मिलीं, वहां तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
इस निरीक्षण के दौरान, गौरव पथ, कलेक्टोरेट मार्ग, सीपत रोड, पुराना हाईकोर्ट मार्ग और कोनी रायपुर मार्ग जैसी सडक़ों पर लाइट्स की स्थिति ठीक पाई गई, लेकिन अन्य कई स्थानों पर लाइट्स बंद मिलीं। इसके बाद कमिश्नर ने मेंटेनेंस टीम को हर समय जरूरी उपकरण और पार्ट्स उपलब्ध रखने का निर्देश दिया, ताकि समय पर मरम्मत हो सके। साथ ही, जहां आवश्यक हो, वहां नए केबल लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
संघर्ष समिति की मांग नाइट लैंडिंग शुरू होने से पहले ही रन वे में लगी लाइट्स चालू करें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 सितंबर। बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट पर इस मानसून के दौरान फ्लाइट डायवर्सन की समस्या लगभग समाप्त हो गई है। अब एयरपोर्ट पर स्पेशल ङ्कस्नक्र (विजुअल फ्लाइट रूल्स) सिस्टम लागू होने से 1500 मीटर की दृश्यता में भी एलाइंस एयर के विमान आसानी से लैंड कर सकते हैं, जबकि पहले यह सीमा 5000 मीटर थी।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने जानकारी साझा की है कि बिलासपुर एयरपोर्ट को मई में एलाइंस एयर की उड़ानों के लिए स्पेशल वीएफआर लाइसेंस मिला। इस बदलाव के कारण फ्लाइट कैंसिलेशन और डायवर्सन की घटनाएं लगभग समाप्त हो चुकी हैं। अब केवल तकनीकी खराबी के कारण ही फ्लाइट कैंसिल होगी।
समिति ने यह भी बताया कि बिलासपुर क्षेत्र में सर्दियों और बारिश के मौसम में दृश्यता अक्सर 3000 मीटर के आसपास रहती है, जिससे पहले कई बार फ्लाइट्स रायपुर की ओर डायवर्ट हो जाती थीं। पिछले दो वर्षों में इस समस्या के चलते कई उड़ानें या तो कैंसिल हुईं या डायवर्ट होकर रायपुर में लैंड की गईं।
समिति ने एयरपोर्ट प्रबंधन से यह भी मांग की है कि नाइट लैंडिंग सुविधा की स्थापना से पहले ही रनवे पर लगी लाइट्स को सक्रिय कर दिया जाए। इससे विमान को रनवे आसानी से दिखाई देगा, खासकर खराब मौसम या धुंध के दौरान।
वर्तमान में एयरपोर्ट पर रनवे लाइट्स और उनकी वायरिंग पूरी हो चुकी है, और उनका उपयोग शुरू किया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 8 सितंबर। छत्तीसगढ़ के सीमांत जिलों गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और मनेंद्रगढ़-सोनहत-चिरमिरी के निवासियों के लिए बिलासपुर और राजधानी रायपुर से जुडऩे का प्रमुख मार्ग लोक निर्माण विभाग की आरएमकेके रोड है। इन सडक़ों का उपयोग न केवल आम यात्री करते हैं, बल्कि गंभीर बीमारियों और दुर्घटनाओं से पीडि़त मरीजों को भी जिला अस्पताल से बिलासपुर और रायपुर रेफर किया जाता है। एंबुलेंस जैसे आपातकालीन वाहनों को भी गड्ढों से भरी सडक़ पर यात्रा करना पड़ता है, जिससे मरीजों की परेशानी और बढ़ जाती है।
क्षेत्र में मौजूद कोयला खदानों का कोयला भी इसी मार्ग से राज्य के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाता है। बसंतपुर से रतनपुर तक लगभग 75 किमी की दूरी वाली यह सडक़ बुरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इस मार्ग पर सैकड़ों गांव स्थित हैं, जिनके निवासियों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गड्ढों से भरी सडक़ पर चलने वाले वाहनों से उठने वाली धूल से पूरा क्षेत्र धुंधला हो जाता है, जिससे न केवल सफर कठिन होता है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित होता है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी यह कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं कि सडक़ों की मरम्मत का काम 15 अक्टूबर से शुरू होगा, जब बरसात का मौसम समाप्त हो जाएगा। हालांकि, इसके पहले डीबीएम विधि से सडक़ की मरम्मत संभव है, लेकिन अधिकारी किसी प्रकार की कार्रवाई करते नजर नहीं आ रहे हैं।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और मनेद्रगढ़-सोनहत-बैकुंठपुर को संभागीय कार्यालय बिलासपुर से जोडऩे वाली यह एकमात्र सडक़ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश को जोडऩे वाली जीवनरेखा मानी जाती है। परंतु, वर्तमान स्थिति में इस सडक़ पर डेढ़ फीट से डेढ़ मीटर तक के गड्ढे हैं, जिससे 100 किमी की यात्रा में 3 से 4 घंटे लग जाते हैं। यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत स्थानांतरित कर दिया गया है, लेकिन अब तक उस पर काम शुरू नहीं हो सका है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से शामिल खिलाडिय़ों का शानदार प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 सितम्बर। 63वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स (महिला एवं पुरुष) चैंपियनशिप 2024 का आयोजन कर्नाटक के बैंगलोर में 30 अगस्त से 2 सितम्बर तक हुआ। इस प्रतियोगिता में भारतीय रेलवे की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला वर्ग में पहला और पुरुष वर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त किया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) के 12 खिलाडिय़ों ने भारतीय रेलवे की ओर से इस प्रतियोगिता में भाग लिया, जिनमें से विजेता टीम में 3 महिला और 3 पुरुष खिलाड़ी शामिल थे।
एसईसीआर के पुरुष खिलाडिय़ों में फ्लोरेंस बरला ने 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीता, रितेश ओहरे किरन ने 1500 मीटर में स्वर्ण पदक हासिल किया, और रवि ने हैमर थ्रो में स्वर्ण पदक जीता।
महिला खिलाडिय़ों में दीक्षा ने 1500 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता, योगिता ने गोला फेंक में कांस्य पदक प्राप्त किया, और अभिलाष सक्सेना ने गोला फेंक में रजत पदक जीता।
महाप्रबंधक नीनु इटियेरा ने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने हमेशा से खेल और खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन दिया है, जिसके परिणामस्वरूप खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। भारतीय रेलवे की टीम के शानदार प्रदर्शन और उपलब्धियों पर उन्होंने और अन्य अधिकारियों ने खिलाडिय़ों को बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 7 सितम्बर। नेशनल सोशल डेवलपमेंट के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का अनावरण बिलासपुर संभाग कोटा तहसील से किया गया। कार्यक्रम का अनावरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम करगीरोड कोटा के अग्रसेन भवन में 4 सितंबर को संपन्न हुआ।
नेशनल सोशल डेवलपमेंट का लक्ष्य है कि हर ग्राम पंचायत की महिला यौन उत्पीडऩ रोकथाम, डिजिटल जागरूकता, महिला सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भर बनाने प्रशिक्षण कार्यक्रम सरपंच व सचिव के माध्यम से संचालित किया जाना है।
यह कार्य पूरे जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में पूर्णत: नि:शुल्क रूप किया जाना है, जिसमें सभी ग्राम पंचायतों के प्रत्येक परिवार का डाटा इक_ा कर प्रशिक्षण कार्य सुनिश्चित किया जाना है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल आमंत्रित थे।
पदाधिकारी गण राज्य समन्वयक दीपक डागी, योजना अधिकारी दीपाली दुबे, राज्य अधिकारी अजय कुमार गांगुली, परीक्षण अधिकारी विवेक नाथ, राज्य प्रमुख दुर्गेश्वर दुबे, जिला अधिकारी राजेश कुमार यादव, के नेतृत्व योजना में राज्य के सभी जिले के सभी पंचायत में सभी ग्राम पंचायतों में ट्रेनर नियुक्त कर प्रशिक्षण कार्य है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 सितंबर। पांच साल से फरार चल रहे शराब से भरी ट्रक लूटने के मामले में बिलासपुर पुलिस ने उत्तरप्रदेश से 48 वर्षीय जाकिर खान को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है। इसके साथ ही अब तक इस मामले में 8 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
घटना 13 नवंबर 2019 की है, जब वेलकम डिस्टलरी छेरकाबांधा, बिलासपुर से देशी शराब की 871 पेटियां, जिसकी कुल कीमत 25 लाख रुपये आंकी गई थी, एक ट्रक सहित लूट ली गई थी। आरोपियों ने ट्रक ड्राइवर की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर मारपीट की और शराब से भरी ट्रक को लेकर फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने 173(8) के प्रकरणों को जल्द निपटाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा और अनुविभागीय पुलिस अधिकारी कोटा नूपुर उपाध्याय के मार्गदर्शन में थाना कोटा द्वारा फरार आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इसी दौरान जाकिर खान को यूपी के हमीरपुर जिले के परछा गांव से गिरफ्तार किया गया।
इससे पहले, इस लूटकांड में पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें सनी उर्फ भूपेंद्र मानिकपुरी, महेश कुमार घृतलहरे, प्रीत कुमार, भागीरथी उर्फ संजू घृतलहरे, अजय तिवारी, उमेश अग्रवाल और सूरज कोल शामिल हैं। जाकिर खान के साथ ही इस मामले में कुल आठ आरोपी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 सितंबर। रतनपुर थाना क्षेत्र में दो साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले आरोपी को कोर्ट ने 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है, साथ ही 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इस मामले की पैरवी शासकीय अधिवक्ता दिनेश सिंह ने की।
मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है, जहां पीडि़ता के परिजनों की दुकान में आरोपी शिवमंगल सूर्यवंशी उर्फ शंकर (22 वर्ष) काम करता था। कुछ समय पूर्व वह काम छोडक़र ओडिशा चला गया था। 14 जनवरी 2023 को वह अचानक वापस लौट आया और दुकान में पुन: काम करने की बात की। दुकान संचालिका ने उसे घर से बच्चों को लाने के लिए कहा। आरोपी घर पहुंचा और अन्य बच्चों को दुकान से सामान लाने के लिए भेज दिया। उस वक्त घर में केवल दो साल की मासूम बच्ची थी, जिसके साथ आरोपी ने घिनौना अपराध किया।
बच्ची ने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिसके बाद मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश एफटीएससी पूजा जायसवाल की अदालत में हुई, जहां आरोपी को दोषी ठहराते हुए कठोर सजा सुनाई गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 सितंबर। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा काली पट्टी बांधकर एक दिवसीय मौन धरना दिया गया। धरने में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, प्रदेश महामंत्री मलकीत सिंह गेन्दू, और जिला प्रभारी सुबोध हरितवाल विशेष रूप से उपस्थित थे। धरने का आयोजन प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ किया गया। कांग्रेस ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ आज महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्यों में से एक बन गया है। भाजपा के शासनकाल में केवल 9 महीनों में 3094 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 600 से अधिक मामले बलात्कार के हैं। सबसे चिंताजनक स्थिति बिलासपुर जिले की है, जहां अकेले 129 रेप के मामले दर्ज किए गए हैं। प्रदेश का ऐसा कोई जिला नहीं है जहां मासूम बच्चियों, किशोरियों, वयस्क और प्रौढ़ महिलाएं यौन अपराधों का शिकार न हुई हों।
धरने के दौरान प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार राज्य की कानून व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं रख पा रही है और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए आत्म-प्रशंसा में लगी है। प्रदेश की जनता को न्याय दिलाने और सोई हुई सरकार को जगाने के लिए यह मौन धरना आयोजित किया गया है। उन्होंने इस विकट स्थिति को देखते हुए प्रदेशभर में कानून व्यवस्था को बहाल करने की मांग की। धरने में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कांग्रेसजन शामिल हुए। इसमें कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, महापौर रामशरण यादव, सभापति शेख नजीरुद्दीन, पूर्व सांसद इंग्रिड मैक्लाउड, पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, जिला शहरी अध्यक्ष विजय पांडेय सहित अन्य नेताओं ने भाग लिया। धरने में बिलासपुर के सिरगिट्टी, तिफरा, बेलतरा, सीपत, रत्नपुर, कोटा, बेलगहना, मस्तूरी और बिल्हा क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे। मौन धरने के दौरान कांग्रेस के युवा, महिला, और सेवादल के पदाधिकारियों सहित विभिन्न अनुषांगिक संगठनों ने अपनी एकजुटता दिखाई।
राज्यपाल जिलों में ले रहे बैठक, क्या यहां राष्ट्रपति शासन लागू है?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 सितंबर। मंगलवार को बिलासपुर में आयोजित कांग्रेस के धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करने आए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अपराध की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है और राज्य सरकार इन पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। बैज ने भाजपा सरकार को ‘अंधेर नगरी, चौपट राजा’ की संज्ञा देते हुए कहा कि प्रदेश में अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है और उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
बैज ने कहा कि प्रदेश में माताएं और बहनें असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि यह सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है और केवल अपनी वाहवाही में लगी हुई है। ‘सरकार अपनी छवि बचाने के लिए किसी पर भी एफआईआर दर्ज कर रही है, जिससे अब जनता का सरकार पर से विश्वास उठ चुका है,’ बैज ने कहा। उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘गृहमंत्री को मेकअप करने से फुर्सत नहीं है। पुलिस केवल वसूली का काम कर रही है और थाने वसूली के अड्डे बन गए हैं। ’ बैज ने कहा कि पुलिस सीधे चुनौती दी जा रही है कि हिम्मत है तो हमे गिरफ्तार करके दिखाओ। गृह मंत्री ने अगर यह वीडियो नहीं देखा हो तो हम दिखाएंगे। कानून व्वयस्था का राज है या नहीं। इस तरह की चुनौती देने वाले कौन हैं और उन पर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। बैज ने बलौदाबाजार की घटना को ‘सरकार की सोची-समझी साजिश’ करार देते हुए कहा कि इस घटना की सच्चाई सामने लाने के लिए नार्को टेस्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता इसके लिए तैयार हैं, लेकिन भाजपा के मंत्री और नेता भी अपना नार्को टेस्ट करवाएं। स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भी बैज ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बिलासपुर में हाल ही में हुए हुए कहा कि यह पहली घटना नहीं है। पहले भी प्रदेश में नसबंदी कांड, आंखफोड़वा कांड और गर्भाशय कांड जैसी घटनाएं हो चुकी हैं।
राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और नकली दवाइयों की सप्लाई हो रही है। दीपक बैज ने पश्चिम बंगाल की घटना पर भी भाजपा की आलोचना की और कहा कि भाजपा शासित राज्यों में पार्टी के नेता न तो धरना प्रदर्शन करते हैं और न ही कार्रवाई की मांग करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा, ‘साय पश्चिम बंगाल की घटना पर रोष जताते हैं, लेकिन अपने राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर चुप्पी साधे रहते हैं। ’ बैज ने जिलों में राज्यपाल की अधिकारियों के साथ ली गई बैठक पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति संचालित हो रही है-दिल्ली से या नागपुर से? उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन मुद्दों को आगामी चुनावों में प्रमुखता से उठाएगी और जनता के सामने सरकार की असफलताओं को उजागर करेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 सितंबर। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के तिफरा बछेड़ा पारा में आज सुबह एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान आकाश सूर्या के रूप में हुई है, जो काम पर जा रहा था।
बछेरापारा चौक के पास सुबह करीब 9 बजे उसकी मुलाकात शुभम साहू से हुई, जो उसी इलाके का रहने वाला है। दोनों के बीच पहले मामूली झगड़ा हो चुका है। शुभम ने चाकू से आकाश पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे आकाश गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोग उसे तुरंत सिम्स अस्पताल ले जाने की कोशिश में जुट गए, लेकिन आकाश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मरचूरी में रखा गया है।
घटना के बाद सिरगिट्टी पुलिस ने आरोपी शुभम साहू की तलाश शुरू कर दी है, जो वारदात के बाद से फरार है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 सितंबर। ससुराल वालों की प्रताडऩा से तंग आकर विवाहिता ने अरपा नदी में छलांग लगा दी, जिसके दो दिन बाद मंगलवार को उसका शव दोमुहानी एनीकट के पास बरामद हुआ। रविवार की रात हुए पति से विवाद के बाद साहिला ने शनिचरी रपटा से नदी में छलांग लगाई थी।
घटना के बाद पुलिस ने तत्काल खोजबीन शुरू की, लेकिन महिला का कोई पता नहीं चल पाया। मंगलवार की सुबह लोगों ने एनीकट में एक शव देखा और पुलिस को सूचना दी। शव को बाहर निकाला गया, जिसकी पहचान साहिला के रूप में की गई।
परिजनों का आरोप है कि ससुराल वालों की प्रताडऩा से तंग आकर साहिला ने यह कदम उठाया। घटना के पहले भी उसका फोन पर पति से विवाद हुआ था। पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साहिला के मायके वालों ने बताया कि ससुराल वालों ने उस पर गहने और रुपये चोरी का झूठा आरोप लगाया था, जिससे आहत होकर वह अपने मायके आ गई थी। यहां भी उसका पति सुनील बाधवानी से विवाद होता रहा, जिसके बाद उसने खुदकुशी कर ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 सितंबर। रायपुर में हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने नाबालिग आरोपी के साइकोलॉजिकल टेस्ट दोबारा कराने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि आरोपी का परीक्षण एक से अधिक विशेषज्ञों से कराया जाए और इस प्रक्रिया के बाद ही मामले की सुनवाई की जाए। साथ ही, केस को ट्रायल कोर्ट में वापस भेज दिया है।
इस मामले में पहले जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड द्वारा आरोपी का पांच पैमानों पर मनोवैज्ञानिक परीक्षण कराया गया था, जिसमें उसे सामान्य पाया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने आरोपी के खिलाफ बाल न्यायालय में केस चलाने के निर्देश दिए। हाई कोर्ट में इस निर्णय के खिलाफ अपील की गई थी, जिसमें जस्टिस प्रार्थ प्रतीम साहू की बेंच ने बोर्ड को निर्देश दिया कि वह एक से अधिक मनोवैज्ञानिकों की रिपोर्ट के आधार पर ही अंतिम निर्णय ले।
राज्य सरकार ने नाबालिग आरोपी की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने जेजे एक्ट 2015 की धारा 15 और जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन) मॉडल रूल्स 2016 के नियम 10ए के तहत परीक्षण किया था। अपराध के समय आरोपी की उम्र 17 वर्ष से अधिक और 18 वर्ष से कम थी, और उसे सामान्य पाया गया था। सरकार ने तर्क दिया कि बोर्ड का मूल्यांकन सही था और इसी आधार पर ट्रायल की अनुमति दी गई थी। हाई कोर्ट ने इस आदेश की समीक्षा की और पुन: परीक्षण के निर्देश दिए।
हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड को नियमों के अनुसार नाबालिग आरोपी की मानसिक और शारीरिक क्षमता और अपराध के समय की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर प्रारंभिक मूल्यांकन करना होगा। इसके बाद ही आरोपी के खिलाफ अदालती कार्यवाही आगे बढ़ाई जा सकती है।
कोटा विधानसभा क्षेत्र स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से मलेरिया, डेंगू, टीका लगाने से हो रही मौतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 3 सितंबर। टीकाकरण के बाद 2 बच्चों की मौत की जांच के लिए कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत पटैता स्थित कौरीपारा में कांग्रेस की छह सदस्यीय टीम पहुंची।
ज्ञात हो कि कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत पटैता स्थित कौरीपारा में बीते दिनों आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण के बाद दो बच्चों की मौत हो गई थी, वहीं 6 बच्चों को कोटा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। बच्चों की हालात गंभीर देखते हुए कोटा स्वास्थ्य केंद्र से बिलासपुर सिम्स रिफर कर दिया गया।
कोटा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पटैता कोरी पारा में टीकाकरण के बाद दो बच्चों की मौत की जांच के लिए छह सदस्यीय टीम बनाई गई। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को सहसंयोजक, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय, जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, कोटा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आदित्य दीक्षित, महिला कांग्रेस कमेटी से बीना मसीह ग्राम पटैता के कोरीपारा में दोनों बच्चों के घर पहुंचकर शोकाकुल परिजनों से मिलकर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की।
टीकाकरण के बाद दो बच्चों मौत के संबंध में कोटा रेस्ट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने बताया कि हम लोग घटना स्थल पर पहुंचे। यहां परिवार जनों और ग्रामीणों से पूरी जानकारी ली।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि टीकाकरण के लाट को रखने सावधानी नहीं बरती और न नहीं उचित तापमान में रखा गया, इसके बाद तुरंत बीएमओ ने टीकाकरण इंजेक्शन को सील कर दिया गया है। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
अटल श्रीवास्तव ने कहा कि लगातार देखा जाए तो कोटा, रतनपुर, खोंसरा में चाहे मलेरिया हो, डेंगू हो या टीकाकरण ें हो, लगातार ऐसे मौतें हो रही हैं। इन सब गंभीर मुद्दे को मैंने विधानसभा सत्र में बताया था, लेकिन प्रदेश सरकार ने ध्यान नहीं दिया गया, वहीं कोटा के बेलगहना स्वास्थ्य केंद्र में लागातार एक साल से डॉक्टर अनुपस्थित है और यहां जिन डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है, वे भी वहां पर अनुपस्थित है। इन सब बातों को लेकर पूरी की पूरी स्वास्थ्य विभाग लचर हो गई है।
यह आम आदमी का खासकर कोटा आदिवासी बहुल इलाकों है। यहां के टीकाकरण के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है, वहीं प्रदेश सरकार आदिवासी इलाकों में जनमन योजना चला रही है वहीं उनके स्वास्थ्य की प्रति कोई ध्यान नहीं दे रहा है, यह बहुत ही घोर लापरवाही है।
उन्होंने कहा कि परिजनों, ग्रामीणों, डॉक्टर से बात कर उच्चस्तरीय जांच होना चाहिए। यहां पर बच्चों की मौत का कारण अलग-अलग बताया जा रहा है।
कोरीपारा के ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर दो बच्चों की मौत के बाद पांच बच्चों को अपनी गाड़ी से स्वास्थ्य केंद्र लाया गया और इनको सरकारी सुविधाएं नहीं मिली, इससे साफ स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था लचर है।
प्रेसवार्ता मेंकोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय, जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, कोटा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आदित्य दीक्षित, महिला कांग्रेस कमेटी से बीना मसीह उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 2 सितंबर। पेंड्रारोड़ में सारबहरा के पास एक नाबालिग की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक की पहचान मडऩा के अमराइयाँ टोला निवासी नोबिल सिंह के रूप में हुई है। नोबिल अपने पिता की खराब हुई मोटरसाइकिल को ठीक करने के लिए घर से निकला था।
घटना के मुताबिक, नोबिल के पिता, दया राम मराबी की बाइक पतरकोनी गांव के पंचायत भवन के पास खराब हो गई थी। पिता ने फोन पर नोबिल को बाइक की स्थिति की जानकारी दी, जिसके बाद नोबिल ने आवश्यक उपकरण लेकर बाइक ठीक कराने के लिए घर से रवाना हुआ। पतरकोनी अंडर ब्रिज के पास पहुंचने पर नोबिल ने देखा कि ब्रिज के अंदर पानी भरा हुआ था, जिसके कारण उसने अंडर ब्रिज के ऊपर से रेलवे ट्रैक के किनारे-किनारे जाने का निर्णय लिया।
दुर्भाग्यवश, इस दौरान वह बिलासपुर-शहडोल मेमू लोकल ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 सितंबर। एक तेज रफ्तार वाहन ने विशाल मगरमच्छ को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। रविवार सुबह जब ग्रामीणों ने सडक़ पर मगरमच्छ का शव देखा, तो हडक़ंप मच गया। घंटों तक मगरमच्छ का शव वहीं पड़ा रहा, लेकिन वन विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
यह घटना बेलतरा क्षेत्र के जाली गांव के पास हुई, जहां खूंटाघाट बांध से अक्सर मगरमच्छ भोजन की तलाश में बाहर निकलते हैं। रविवार को भी एक मगरमच्छ बांध से निकलकर सडक़ पार कर रहा था, तभी उसे एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने कुचल दिया। इस हादसे की जानकारी होते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि यह मगरमच्छ अक्सर पुरेनहा तालाब में आता था, और उसी दौरान हादसे का शिकार हो गया। वहीं, रतनपुर वन विभाग के अधिकारी देव ठाकुर ने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। मगरमच्छ का शव घंटों सडक़ पर पड़ा रहा, लेकिन वन विभाग का कोई स्टाफ वहां नहीं पहुंचा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही रतनपुर क्षेत्र में एक विशाल मगरमच्छ एक किसान के खेत में मिला था। उस समय भी वन विभाग की अनुपस्थिति में ग्रामीणों ने खुद रेस्क्यू कर मगरमच्छ को सुरक्षित बांध में छोड़ा था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 सितंबर। एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में शनिवार को एक गरिमामय कार्यक्रम के दौरान 6 सेवानिवृत्त कर्मियों को सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त कर्मियों को शाल, पुष्पहार, और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया और साथ ही समस्त भुगतान का चेक प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन मुख्यालय के प्रशासनिक भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में किया गया, जहां अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा की अध्यक्षता में निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.एन. कापरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास, निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार, विभिन्न विभागाध्यक्ष, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
सेवानिवृत्ति पर विदा किए गए कर्मियों में अनवर अहमद (महाप्रबंधक, ई/एम), मंजीत सिंह (असिस्टेंट सुपरवाइजर, वित्त विभाग), प्रवीण कुमार शर्मा (सीनियर डीईओ, सिस्टम विभाग), के.के. गुप्ता (कार्यालय अधीक्षक ए-1, सिविल विभाग), सुरेन्द्र कुमार दुबे (सहायक सुरक्षा उप निरीक्षक, सुरक्षा विभाग) और विक्टर सिन्हा (ड्राइवर कम मैकेनिक, क्वालिटी कंट्रोल विभाग) शामिल थे।
इस अवसर पर शीर्ष प्रबंधन ने अपने संबोधन में सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन कर्मियों की कार्यकुशलता और समर्पण ने कंपनी को सफलता के शिखर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सेवानिवृत्त कर्मियों के योगदान को सदैव याद रखा जाएगा, और उनके सपरिवार उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।
सेवानिवृत्त कर्मियों ने भी कंपनी के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि एसईसीएल के कर्मचारी कार्य के प्रति अत्यंत निष्ठावान हैं। यहां अधिकारी और कर्मचारी एकजुट होकर काम करते हैं और किसी भी कार्य को बोझ नहीं समझते।
कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत्त कर्मियों का परिचय उप प्रबंधक (राजभाषा) सविता निर्मलकर ने पढक़र सुनाया और उद्घोषणा दायित्व निभाया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 सितंबर। महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। आज से बिलासपुर-कोरबा-बिलासपुर एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग का संपूर्ण कार्य महिला टीम के हवाले कर दिया गया है। इस नई पहल का नेतृत्व मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय के मार्गदर्शन और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह के निर्देशन में किया गया है।
1 सितंबर से शुरू हुई इस योजना के तहत ट्रेन संख्या 08210/18237 बिलासपुर कोरबा एक्सप्रेस में महिला कर्मियों ने अपने कौशल और समर्पण का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सभी टिकट चेकिंग कार्यों को सफलता से अंजाम दे रही हैं।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और यह साबित करना है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के बराबर प्रदर्शन कर सकती हैं। यह कदम न केवल इन महिला कर्मचारियों के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा बल्कि यह अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 29 अगस्त। कोटा जनपद पंचायत के तुलुफ पंचायत में तीन माह राशन नहीं मिलने पर ग्रामीण शिकायत लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक द्वारा बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा लगवाकर राशन नहीं देता। खाद्य अधिकारी ने बताया कि राशन नहीं मिलने शिकायत मौका पर सही पाया गया। संचालक को नोटिस जारी किया गया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत तुलुफ में शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक द्वारा उक्त ग्राम पंचायत के राशन कार्ड धारी हितग्राहियों को राशन देने के नाम से बायोमेट्रिक मशीन में लगभग दो - तीन माह से अंगुठे लगवाकर राशन समान चावल,चना, शक्कर नहीं दिया जा रहा है, वहीं संचालक के द्वारा हितग्राहियों को धमकाते हुए कहा कि मेरी जहां भी शिकायत करना है कर दो मेरा कुछ नहीं होगा,ऐसा कहकर भगा देता है।
लगातार दो तीन महीने से राशन नहीं मिलने से परेशान ग्रामीण व पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने बुधवार को कोटा एसडीएम कार्यालय में बड़ी संख्या में पहुंचकर शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक के खिलाफ लिखित में शिकायत की।
कोटा एसडीएम कार्यालय में बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीण में सुमन पटेल, राजकुमार राठौर, राजकुंवर,भरत लाल, फूल सिंह, शारदा पटेल, राजेश्वरी मंदाकिनी, सहित पंचायत जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
तुलुफ ग्राम पंचायत में राशन नहीं मिलने की शिकायत मिलते कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा ने तत्काल खाद्य अधिकारी आशीष दीवान को मौके में जांच करने भेजा गया। ग्रामीणों ने बताया कि राशन दुकान संचालक द्वारा राशन नहीं देता है और मनमानी करता है। कोटा आदिवासी बहुल इलाकों में दो-तीन महीने का राशन नहीं मिलने से ग्रामीणों को बड़ी परेशानियां का सामना करना पड़ा रहा है।
इस संबंध में उपसरपंच राजकुमार राठौर ने कहा कि तुलुफ ग्राम पंचायत में दो तीन महीने से राशन नहीं मिल रहा है, वहीं राशन दुकान संचालक द्वारा धमकाया जाता है मेरी जहां शिकायत करना है कर दो मेरा कुछ नहीं होगा।
कोटा के खाद्य अधिकारी आशीष दीवान ने बताया कि राशन नहीं मिलने शिकायत मौका पर सही पाया गया। संचालक को नोटिस जारी किया गया।