बिलासपुर

वकील, डॉक्टर और मृतक के परिजनों पर एफआईआर
08-May-2025 1:58 PM
वकील, डॉक्टर और मृतक के परिजनों पर एफआईआर

3 लाख के मुआवजे के लिए रचा गया सांप काटने का नाटक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 8 मई। बिल्हा थाना क्षेत्र में सांप के काटने से मौत का एक मामला पूरी तरह से फर्जी और षड़यंत्रपूर्वक रचा गया था, जिसका मकसद सरकार से 3 लाख रुपये मुआवजा प्राप्त करना था। जांच में खुलासा होने के बाद पुलिस ने वकील, डॉक्टर और मृतका के परिजनों सहित पांच लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज किया है।

यह मामला ग्राम लखरदा (बिल्हा) की फको बाई खलको की संदिग्ध मृत्यु से जुड़ा है, जिसकी मौत 12 नवंबर 2023 को उपचार के दौरान हुई थी। उसके परिजनों ने दावा किया था कि उसे सांप ने काट लिया था, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर इलाज के दौरान मौत हो गई।

परिजनों के सहयोग से वकील दिकरसलाल सागर ने झांसे में लिया कि यदि मौत सांप काटने से हुई है, तो सरकार की योजना के तहत 3 लाख रुपये मुआवजा मिल सकता है। इस मंशा से उन्होंने फर्जी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनवाने की कोशिश की, जिसमें मौत का कारण सांप के काटने को दर्शाया जा सके। पुलिस ने मामले की गहराई से जांच की, तो पता चला कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सांप के काटने का कोई निशान नहीं था, और न ही डॉक्टरों को ऐसे किसी लक्षण की जानकारी दी गई थी। महिला को शराब और नशीले पदार्थ के सेवन के कारण अस्पताल लाया गया था, न कि किसी जहरीले जीव के काटने से।

 

पुलिस जांच में यह सामने आया कि महिला के इलाज के दौरान मौजूद डॉ. प्रियंका सोनी ने बिना ठोस प्रमाण के मृतक को सर्पदंश का शिकार मानकर सिम्स रेफर किया था। बाद में परिजनों ने इस आधार पर मुआवजे का आवेदन भी दिया, जिसमें दावा किया गया कि मृत्यु सांप के काटने से हुई है।

 पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि यह साजिश एक सोची-समझी योजना के तहत रची गई थी। आरोपी वकील, डॉक्टर और मृतका के पिता, पति और देवर ने मिलकर षड़यंत्रपूर्वक एक झूठी कहानी गढ़ी और सरकारी धन हड़पने का प्रयास किया। जांच के बाद अधिवक्ता दिकरसलाल सागर, मेडिकल ऑफिसर डॉ. प्रियंका सोनी तथा मृतक के तीन रिश्तेदार ईश्वर लाल खलको, उर्मिला खलको तथा घनश्याम खलको के विरुद्ध धोखाधड़ी और षड़यंत्र की धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है।


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