अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कनाडा और मेक्सिको से आयात की जाने वाली वस्तुओं पर 25 फ़ीसदी और चीन पर 10 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
शनिवार रात को राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ़ लागू कर दिया गया है. उन्होंने इसकी वजह बताते हुए ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट भी किया.
ट्रंप ने लिखा कि यह फ़ैसला अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम (आईईईपीए) के ज़रिए किया गया था.
उन्होंने लिखा, “क्योंकि, हमारे नागरिकों के लिए अवैध विदेशियों का ख़तरा बढ़ रहा है. फेंटेलिन समेत अन्य घातक दवाएं हमारे नागरिकों को मार रही हैं.”
“हमें अमेरिकियों की रक्षा करने की ज़रूरत है और राष्ट्रपति के तौर पर सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है.”
उन्होंने लिखा, “मैंने अपने अभियान में हमारी सीमाओं पर अवैध विदेशियों और नशीली दवाओं की बाढ़ को रोकने का वादा किया था, और अमेरिकियों ने इसके पक्ष में भारी मतदान किया था.” (bbc.com/hindi)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कनाडा से आयात की जाने वाली वस्तुओं पर 25 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाने की अनुमति दे दी. इस पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जवाब दिया है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ़ के जवाब में कनाडा भी खुद के टैरिफ़ लागू करेगा.
ट्रूडो ने कहा कि वो सीधे अमेरिकियों से बात करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इस फ़ैसले का सीधा असर कीमतों और अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.
ट्रूडो ने कहा है कि उनकी सरकार 155 अरब डॉलर मूल्य के अमेरिकी उत्पादों पर 25 फ़ीसदी टैरिफ़ लागू करेगी.
उन्होंने कहा है कि कनाडाई कंपनियों को समय देने के लिहाज़ से 30 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर यह टैरिफ़ मंगलवार से लागू हो जाएगा जबकि बाक़ी के 125 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर यह अगले 21 दिनों में लागू होगा.
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वो कनाडाई डॉलर की बात कर रहे हैं या अमेरिकी डॉलर की. (bbc.com/hindi)
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि ला नीना की कमजोर स्थिति बन गई है, लेकिन इससे तूफान की घटनाएं ज्यादा नहीं होंगी. आइए जानें कि ला नीना और अल नीनो क्या हैं. ये पूरी दुनिया के मौसम को किस तरह प्रभावित करते हैं.
डॉयचे वैले पर स्टुअर्ट ब्राउन का लिखा-
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दिसंबर 2024 में जब उत्तरी गोलार्ध में ठंड बढ़ी, तो देर से ही सही, लेकिन अंततः उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में ला नीना की स्थिति बन गई.
पूर्वी प्रशांत महासागर में समुद्र का पानी ठंडा होने की वजह से ला नीना की स्थिति पैदा होती है, जबकि अल नीनो की स्थिति बनने पर यह अपने साथ गर्म पानी लाती है. ला नीना की वजह से दुनिया के कई हिस्सों में मौसम ठंडा हो सकता है. साथ ही, तेज तूफान और बारिश भी आ सकती है.
हालांकि, ला नीना ने पिछले साल रिकॉर्ड तोड़ वैश्विक तापमान को बढ़ाने वाले अल नीनो को पीछे छोड़ दिया है, लेकिन अमेरिकी सरकारी एजेंसी ‘नेशनल ओशेन एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए)' के अनुसार, इस बार ला नीना की स्थिति बहुत कमजोर है.
ला नीना की सामान्य स्थिति के दौरान, पूर्व से पश्चिम की ओर बहने वाली हवाएं तेज हो जाती हैं. ये हवाएं अल नीनो के दौरान कमजोर हो जाती हैं. अब फिर से पूर्व से पश्चिम की ओर बहने वाली हवाएं तेज हो गई हैं. इन तेज हवाओं की वजह से इंडोनेशिया में ज्यादा बादल छाए हुए हैं और भारी बारिश भी हो रही है.
इस बार ला नीना की स्थिति कमजोर है और वह देर से बनी है, इसलिए यह ज्यादा समय तक नहीं रहेगी. एनओएए के जलवायु पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार, 59 फीसदी संभावना है कि फरवरी से अप्रैल तक ला नीना की स्थिति बनी रह सकती है. वहीं, इस बात के 60 फीसदी आसार हैं कि मार्च से मई तक स्थिति सामान्य हो जाएगी.
अगर उत्तरी गोलार्ध में गर्मियों तक ला नीना की स्थिति बनी रहती है, तो विशेषज्ञों का कहना है कि इससे अटलांटिक महासागर में अधिक विनाशकारी और तेज तूफान आने की संभावना बढ़ सकती है.
दरअसल, ला नीना और अल नीनो मौसम चरण एक ही प्रणाली का हिस्सा हैं, जिसे तथाकथित अल-नीनो सदर्न ऑसिलेशन (ईएनएसओ) कहते हैं. यह प्रशांत महासागर में शुरू होने वाला एक जलवायु पैटर्न है, जिसमें हवा और समुद्र के तापमान में बदलाव आते हैं. इसका असर दुनिया भर के चरम मौसम पर पड़ता है.
अल नीनो को स्पेनिश भाषा में ‘छोटा लड़का' कहते हैं. यह 2023 में रिकॉर्ड वैश्विक तापमान से जुड़ा था, जो अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा. जलवायु परिवर्तन के साथ, अल नीनो ने दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भयंकर गर्मी और सूखे की स्थिति पैदा की.
वहीं, अल नीनो की ‘छोटी बहन' ला नीना मौसम का पैटर्न बनाती है. इसके कारण मौसम में ऐसे बदलाव आते हैं जो भले ही अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग हों, लेकिन आम तौर पर ठंडे और अधिक बारिश वाले होते हैं. इससे तेज तूफान और आंधी भी आ सकते हैं.
अल नीनो और ला नीना का असर जगह के हिसाब से अलग-अलग होता है और दुनिया के हर हिस्से पर इनका प्रभाव नहीं पड़ता है. ये दूसरी जलवायु घटनाओं से भी प्रभावित हो सकते हैं. अल नीनो और ला नीना का दुनिया भर में खेती और अरबों लोगों की जिंदगी पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता है, जो पहले से ही जलवायु परिवर्तन की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
अल नीनो की वजह से किस तरह चरम मौसम बनता है
अल नीनो की स्थिति आमतौर पर हर दो से सात साल बाद बनती है. इस दौरान, प्रशांत महासागर में पूर्व से पश्चिम की ओर बहने वाली हवाएं कमजोर हो जाती हैं और कभी-कभी तो उल्टी दिशा में भी बहने लगती हैं.
ये हवाएं आमतौर पर भूमध्य रेखा के पार बहती हैं. साथ ही, दक्षिण अमेरिका से गर्म पानी को दक्षिण-पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया की ओर ले जाती हैं. हालांकि, जब हवाएं शांत होने लगती हैं, तो गर्म पानी दक्षिण अमेरिका में ही रहता है और पश्चिम की ओर नहीं जा पाता.
इससे पूर्वी प्रशांत महासागर में ठंडा पानी कम हो जाता है और वायुमंडल में ज्यादा गर्मी हो जाती है. इस वजह से उस इलाके में ज्यादा बारिश होती है और उत्तरी दक्षिण अमेरिका जैसे स्थानों में बाढ़ आ सकती है. इस बीच, पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में गर्म पानी की कमी के कारण सूखे की स्थिति बन सकती है और तापमान बढ़ सकता है.
अल नीनो की वजह से समुद्र का तापमान बदल जाता है. इससे जेट स्ट्रीम यानी जमीन से बहुत ऊपर बहने वाली तेज हवाएं अपने रास्ते से भटक जाती हैं. इन हवाओं का असर बारिश पर पड़ता है. इससे कई जगहों पर जलवायु में बदलाव आता है. जैसे, इंडोनेशिया और भारत में मानसून सीजन रुक सकता है, लेकिन अटलांटिक महासागर में तूफान कम आ सकते हैं.
हालांकि, शोधकर्ताओं ने पाया कि अल नीनो का पूर्वी अफ्रीका में होने वाली बारिश पर सीधा असर नहीं पड़ता है, लेकिन उन्होंने कहा कि अल नीनो की वजह से हिंद महासागर में एक और जलवायु पैटर्न बन सकता है, जिसे पॉजिटिव इंडियन ओशेन डिपोल कहते हैं. इस पैटर्न की वजह से इस क्षेत्र में भयंकर बाढ़ आ सकती है
ला नीना से बढ़ती हैं तूफान की घटनाएं
ला नीना की स्थिति, अल नीनो के उलट होती है, क्योंकि इसमें पूर्व से पश्चिम की ओर बहने वाली हवाएं सामान्य से ज्यादा तेज हो जाती हैं. आमतौर पर, ला नीना की स्थिति हर तीन से पांच साल में बनती है. पश्चिम में गर्म पानी की वृद्धि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में अधिक वर्षा ला सकती है.
ला नीना की वजह से पूर्वी प्रशांत क्षेत्रों में, जैसे कि दक्षिण-पश्चिमी अमेरिका और मेक्सिको से लेकर दक्षिण अमेरिका तक, सूखे की स्थिति और जंगल की आग बढ़ सकती है. हालांकि, अमेरिका के पूर्वोत्तर राज्यों और कनाडा में ला नीना की वजह से सर्दियों में ज्यादा बारिश और ठंड पड़ सकती है.
ला नीना से आमतौर पर अटलांटिक बेसिन में तूफान की गतिविधि भी बढ़ती है. अटलांटिक महासागर में समुद्र का तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जिससे तूफानों की स्थिति और भी खराब हो सकती है.
असर का पूर्वानुमान लगाना मुश्किल
ला नीना और अल नीनो प्राकृतिक पैटर्न हैं, लेकिन इनका असर समय और अवधि के हिसाब से बदल सकता है. जलवायु परिवर्तन भी इन पैटर्न को प्रभावित करता है और कुछ सबूत बताते हैं कि इनकी वजह से ला नीना और अल नीनो की स्थिति बार-बार और तेजी से बन रही है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे-जैसे धरती का तापमान बढ़ रहा है, अल नीनो और ला नीना का असर भी ज्यादा तेज हो सकता है. गर्म हवा में ज्यादा पानी होता है, जिससे बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है.
रिसर्चरों का कहना है कि अगर हम जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल कम करके ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन शून्य कर दें, तो वैश्विक तापमान बढ़ने और ईएनएसओ के असर से भी बचा जा सकता है. (dw.com/hi)
बीजिंग, 1 फरवरी । चीनी राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग और केंद्रीय साइबरस्पेस मामलों के आयोग समेत छह विभागों ने हाल ही में संयुक्त रूप से "डेटा परिसंचरण सुरक्षा प्रशासन में सुधार और डेटा तत्वों के विपणन और मूल्य को बेहतर ढंग से बढ़ावा देने पर कार्यान्वयन योजना" जारी की। इस योजना में उच्च गुणवत्ता वाले डेटा विकास और उच्च स्तरीय सुरक्षा के बीच सौम्य अंतःक्रिया को बढ़ावा देने, डेटा के मूल्य को पूरी तरह से मुक्त करने और डेटा विकास और उपयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। डेटा परिसंचरण सुरक्षा शासन नियम डेटा बुनियादी प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
योजना में सात भाग शामिल हैं: उद्यम डेटा संचलन सुरक्षा नियमों को स्पष्ट करना, सार्वजनिक डेटा संचलन सुरक्षा प्रबंधन को मजबूत करना, व्यक्तिगत डेटा संचलन सुरक्षा को मजबूत करना, डेटा संचलन सुरक्षा जिम्मेदारी परिभाषा तंत्र में सुधार करना, डेटा संचलन सुरक्षा प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग को मजबूत करना, डेटा संचलन सुरक्षा सेवा आपूर्ति को समृद्ध करना और डेटा दुरुपयोग के जोखिम की रोकथाम करना। बताया जाता है कि अगले चरण में, चीनी राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग और राष्ट्रीय डेटा ब्यूरो समग्र समन्वय को मजबूत करेंगे, नियमों को सुधारने और परिष्कृत करने के लिए संबंधित विभागों के साथ काम करेंगे, विभागीय समन्वय को मजबूत करेंगे और पायलट परीक्षण करेंगे। (आईएएनएस)
तेल अवीव, 1 फरवरी । गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत शनिवार को रिहा किए गए फिलिस्तीनी कैदियों को लेकर बसें कब्जे वाले पश्चिमी तट के रामल्लाह पहुच गई, जहां खुशी का माहौल है। आज कुल 183 कैदियों को रिहा किया जाना है। इससे पहले फिलिस्तीनी ग्रुप हमास ने तीन बंधकों - कीथ सीगल, ओफर काल्डेरोन और यार्डेन बिबास - को रिहा कर दिया। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक रिहा किए गए 32 फिलिस्तीनी कैदियों को लेकर रेड क्रॉस की एक बस ओफर जेल से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रामल्लाह के लिए रवाना हुई। जब सभी लोग बस से उतरे उनका स्वागत एक उत्साही भीड़ ने किया। कुछ रिहा किए गए कैदियों को अब उनकी स्वास्थ्य स्थितियों के कारण रामल्लाह के अस्पतालों में ले जाया जाएगा। इस बीच विदेश में चिकित्सा उपचार की जरुरत वाले दर्जनों फिलिस्तीनियों को मिस्र के साथ पुनः खोले गए राफा क्रॉसिंग के माध्यम से गाजा छोड़ने की अनुमति दी जाएगी।
इस बीच राफा बॉर्डर क्रॉसिंग के फिर से खुलने के बाद चिकित्सा उपचार की जरुरत वाले घायल फिलिस्तीनियों के पहले समूह को गाजा से मिस्र ले जाया गया। यह मिस्र और गाजा पट्टी के बीच एकमात्र क्रॉसिंग है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि चिकित्सा देखभाल के लिए 50 मरीज क्रॉसिंग के जरिए गाजा से मिस्र पहुंचे हैं। राफा क्रॉसिंग को गाजावासी 'दुनिया का प्रवेश द्वार' कहता है। इसे मई 2024 से नागरिकों के लिए बंद थी। 7 अक्टूबर, 2023 के बाद गाजा में इजरायली सेना द्वारा पकड़े गए अन्य 111 फिलिस्तीनियों कैदियों को आज अलग से रिहा किया जाएगा। इनमें से 94 को वापस उनके क्षेत्र में भेजे जाने की उम्मीद है।
जबकि सात को मिस्र के जरिए कहीं और निर्वासित किया जाएगा। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी अदला-बदली है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए जबकि 111,580 घायल हुए। --(आईएएनएस)
सोल, 1 फरवरी । दक्षिणी अफ्रीकी विकास समुदाय (एसएडीसी) ने लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो (डीआरसी) में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए सभी पक्षों के बीच बातचीत की अपील की। संगठन ने चिंता व्यक्त की कि हाल के हमलों से डीआरसी में सुरक्षा और मानवीय स्थिति और खराब हो रही है। शुक्रवार को जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे में आयोजित एसएडीसी राष्ट्राध्यक्ष एवं सरकार शिखर सम्मेलन के अंत में जारी एक विज्ञप्ति में यह बात कही गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संगठन ने पूर्वी डीआरसी में सक्रिय एक सशस्त्र समूह एम23 की ओर से डीआरसी सैनिकों में एसएडीसी मिशन पर हमलों की निंदा की। इसने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों ने 30 जुलाई, 2024 को लुआंडा प्रक्रिया के माध्यम से किए गए युद्धविराम का उल्लंघन किया और डीआरसी और एसएडीसी क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर किया।
क्षेत्रीय निकाय ने युद्धग्रस्त क्षेत्र में पानी, बिजली, संचार के साधन, भोजन और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति की तत्काल बहाली की अपील की। अपने समापन भाषण में, दक्षिणी अफ्रीकी विकास समुदाय के अध्यक्ष और जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनांगाग्वा ने डीआरसी में संघर्ष में शामिल सभी पक्षों से स्थायी शांति के लिए संवाद और शांतिपूर्ण विवाद समाधान तंत्र को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा, "यदि हमें इन आकांक्षाओं को हासिल करने में सफल होना है, तो सभी सदस्य देशों का व्यक्तिगत और सामूहिक कर्तव्य है कि वे बंदूकों को स्थायी रूप से शांत करने की दिशा में और अधिक प्रयास करें।" मनांगाग्वा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से प्रभावित आबादी को मानवीय सहायता के प्रावधान को बढ़ाने और पूर्वी डीआरसी में चल रहे शांति और सुरक्षा प्रयासों को बढ़ाने की अपील की।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के अनुसार, डीआरसी के प्रमुख पूर्वी शहर गोमा में शांति बहाल हो रही है, लेकिन बाहरी इलाकों में हैजा और एमपॉक्स सहित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। शांति अभियानों के अवर महासचिव जीन-पियरे लैक्रोइक्स ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "गोमा में, वर्तमान में, स्थिति तनावपूर्ण और अस्थिर बनी हुई है, शहर के भीतर कभी-कभी गोलीबारी जारी रहती है, लेकिन मैं कहूंगा कि कुल मिलाकर, शांति धीरे-धीरे बहाल हो रही है।" लैक्रोइक्स ने कहा, "शहर के अधिकांश हिस्सों में पानी और बिजली बहाल कर दी गई है, लेकिन हम अभी भी अप्रयुक्त गोला-बारूद की चुनौती से जूझ रहे हैं... जो आवागमन की स्वतंत्रता के लिए एक बहुत गंभीर बाधा है।" हाल ही में हुई लड़ाई में शहर के हवाई अड्डे के रनवे को काफी नुकसान पहुंचा है और वे उपयोग के लायक नहीं हैं। सहायता को हवाई मार्ग से नहीं पहुंचाया जा सकता है क्योंकि पड़ोसी रवांडा में केवल सड़कें खुली हैं और घरेलू धमनियाँ बंद हैं। (आईएएनएस)
तेल अवीव, 1 फरवरी । हमास ने शनिवार को तीसरे इजरायली बंधक को भी रिहा कर दिया। अमेरिकी-इजरायली नागरिक कीथ सीगल की रिहाई से कुछ समय पहले फिलिस्तीनी ग्रुप ने अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक दो बंधकों को मुक्त कर दिया। 'द टाइम्स ऑफ इजरायल' के मुताबिक हमास ने सीगल को गाजा बंदरगाह पर रेड क्रॉस को सौंप और फिर उन्हें गाजा में इजरायली सेना के पास ले जाया गया। सीगल को पट्टी से बाहर निकालकर शुरुआती जांच के लिए रीम के बॉर्डर कम्युनिटी के पास एक सैन्य सुविधा में लाया जाएगा। 65 वर्षीय अमेरिकी इजरायली कीथ सीगल को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान उनकी पत्नी अवीवा के साथ कफर अजा बस्ती से ले जाया गया था।
उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में रिहा किया गया था। इससे पहले रविवार को ही फ्रांसीसी-इजरायली दोहरी नागरिकता वाले ओफर काल्डेरोन और यार्डेन बिबास को दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस में रेड क्रॉस को सौंपा गया। रिपोर्ट के मुताबिक काल्डेरोन मध्य इजराइल के शीबा मेडिकल सेंटर पहुंच गए हैं जहां उनकी अपने परिवार के सदस्यों मुलाकात होगी और डॉक्टर उनकी जांच करेंगे। काल्डेरोन के साथ रिहा किए गए बिबास, रीम के पास सेना के केंद्र में अपने परिवार से मिले। उन्हें हेलीकॉप्टर से मध्य इजरायल के एक अस्पताल में ले जाया जाएगा। इन तीनों की रिहाई के बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों के एक और जत्थे को रिहा करेगा। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी ऐसी अदला-बदली होगी।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 54 वर्षीय फ्रांसीसी इजरायली ओफर काल्डेरोन को 7 अक्टूबर हमले के दौरान नीर ओज की इजरायली बस्ती से उनके दो बच्चों के साथ बंदी बना लिया गया था। बच्चों को नवंबर 2023 में रिहा कर दिया गया। 35 वर्षीय इजरायली अर्जेंटीनी यार्डेन बिबास को नीर ओज से गाजा में ले जाया गया। हमले के दौरान उनकी पत्नी और दो बच्चों को भी अलग-अलग बंदी बना लिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने दावा किया कि बिबास की पत्नी और बच्चे, जिन्हें गाजा के एक अलग इलाके में रखा गया था, युद्ध के दौरान इजरायली बमबारी में मारे गए। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए जबकि 111,580 घायल हुए। --(आईएएनएस)
तेल अवीव, 1 फरवरी । फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास ने शनिवार को दो इजरायली बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया। जबकि तीसरे को दिन में बाद में रिहा किए जाने की संभावना है। इनकी रिहाई के बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों के एक और जत्थे को रिहा करेगा। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी ऐसी अदला-बदली होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांसीसी-इजरायली दोहरी नागरिकता वाले ओफर काल्डेरोन और यार्डेन बिबास को दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस में रेड क्रॉस को सौंपा गया। अमेरिकी-इजरायली दोहरी नागरिकता वाले कीथ सीगल को शनिवार को ही किसी अन्य स्थान पर सौंपे जाने की उम्मीद है।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 54 वर्षीय फ्रांसीसी इजरायली ओफर काल्डेरोन को 7 अक्टूबर हमले के दौरान नीर ओज की इजरायली बस्ती से उनके दो बच्चों के साथ बंदी बना लिया गया था। बच्चों को नवंबर 2023 में रिहा कर दिया गया। 35 वर्षीय इजरायली अर्जेंटीनी यार्डेन बिबास को नीर ओज से गाजा में ले जाया गया। हमले के दौरान उनकी पत्नी और दो बच्चों को भी अलग-अलग बंदी बना लिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने दावा किया कि बिबास की पत्नी और बच्चे, जिन्हें गाजा के एक अलग इलाके में रखा गया था, युद्ध के दौरान इजरायली बमबारी में मारे गए। 65 वर्षीय अमेरिकी इजरायली कीथ सीगल को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान उनकी पत्नी अवीवा के साथ कफर अजा बस्ती से ले जाया गया था। उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में रिहा किया गया था। इन तीनों की रिहाई से अब तक युद्ध विराम समझौते के तहत रिहा किए गए बंधकों की संख्या 18 हो जाएगी।
दूसरी तरफ अब तक चार सौ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है - जिनमें बम विस्फोटों और अन्य हमलों के लिए लंबी सजा काट रहे लोगों से लेकर बिना किसी आरोप के पकड़े गए किशोर शामिल हैं। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए जबकि 111,580 घायल हुए। -(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 1 फरवरी । राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि फिलाडेल्फिया में शुक्रवार को एक प्लेन क्रैश पर दुख जताते हुए कहा कि, 'और निर्दोष लोगों की जान चली गई।' बता दें दो दिन पहले ही वाशिंगटन में भीषण विमान दुर्घटना हुई थी जो अमेरिका में 20 वर्षों में सबसे घातक विमान हादसा था। ट्रंप ने विमान दुर्घटना के बारे में कहा, "फिलाडेल्फिया, पेनसिल्वेनिया में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से बहुत दुख हुआ। और निर्दोष लोगों की जान चली गई।" अधिकारियों के अनुसार विमान में छह लोग सवार थे। हालांकि किसी भी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक शुक्रवार रात को एक ट्विन इंजन मेडीवैक जेट, जिसमें एक बीमार बच्चा और उसकी मां सवार थी, पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया के एक इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे भयंकर विस्फोट हुआ।
संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) के मुताबिक लीयरजेट 55 विमान, जिसमें छह लोग सवार थे, पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद क्रैश हो गया। फ्लाइट ऑपरेटर जेट रेस्क्यू एयर एम्बुलेंस के प्रवक्ता शाई गोल्ड ने बताया कि विमान में एक बाल रोगी और उसकी मां सवार थीं, जो फिलाडेल्फिया में बच्चे का इलाज कराने के बाद मैक्सिको लौट रहे थे। एफएए ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान मिसौरी में स्प्रिंगफील्ड-ब्रैनसन नेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था। गोल्ड ने बताया कि फ्लाइट ने अपने अंतिम गंतव्य तिजुआना, मेक्सिको के लिए आगे बढ़ने से पहले स्प्रिंगफील्ड एयरपोर्ट पर ईंधन भरने के लिए रुकने की योजना बनाई थी।
उन्होंने कहा कि कि विमान में चार चालक दल के सदस्य भी सवार थे - एक पायलट, सह-पायलट, पैरामेडिक और डॉक्टर। मेक्सिको के विदेश मंत्रालय के अनुसार विमान में सवार सभी छह लोग मैक्सिकन नागरिक थे। एयर एम्बुलेंस कंपनी ने शुक्रवार को कहा, 'इस समय, हम किसी के जीवित बचे होने की पुष्टि नहीं कर सकते हैं।' यह विमान दुर्घटना वाशिंगटन डीसी में एक कमर्शियल जेट और एक सैन्य हेलीकॉप्टर के बीच हुई एक बड़ी टक्कर के ठीक दो दिन बाद हुई। अधिकारियों को संदेह है कि दोनों विमानों में सवार सभी 67 लोग मारे गए थे। -(आईएएनएस)
ओटावा, 1 फरवरी । प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि यदि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडाई आयात पर शुल्क लगाते हैं तो कनाडा 'उद्देश्यपूर्ण, सशक्त, उचित, तत्काल' प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है। टोरंटो में कनाडा-अमेरिका संबंध परिषद की बैठक में भाषण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका देश किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीबीसी न्यूज के हवाले से यह जानकारी दी। ट्रूडो ने कहा, 'यह वह नहीं जो हम चाहते हैं, लेकिन यदि वह आगे बढ़ेंगे, तो हम भी कार्रवाई करेंगे।' रिपोर्ट में कहा गया कि विदेश मंत्री मेलानी जोली, सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डेविड मैकगिन्टी और आव्रजन मंत्री मार्क मिलर सभी अमेरिकी राजधानी में हैं।
यह सभी रिपब्लिकन सांसदों और ट्रंप की टीम के संपर्क में है ताकि राष्ट्रपति ट्रंप को मनाया जा सके। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसके तहत मैक्सिको और कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% और चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% का शुल्क लगाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने कनाडाई तेल के लिए कहा कि टैरिफ दर 10% होगी, जबकि कनाडा के दूसरे आयातों के लिए 25% टैरिफ दर होगी लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि तेल और प्राकृतिक गैस पर व्यापक टैरिफ फरवरी के मध्य में आएंगे। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, कच्चा तेल कनाडा से अमेरिका का शीर्ष आयात है, जो 2023 में लगभग 100 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। चीन, कनाडा और मेक्सिको अमेरिका के शीर्ष व्यापारिक साझेदार हैं, जिनका पिछले साल अमेरिका में आयातित वस्तुओं में 40% हिस्सा था। इस बात की आशंका बढ़ रही है कि नए भारी शुल्कों से एक बड़ा व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है और साथ ही अमेरिका में कीमतें भी बढ़ सकती हैं। -(आईएएनएस)
बेरूत, 1 फरवरी । अनुसार पूर्वी लेबनान में इजरायली हवाई हमलों में दो लोग मारे गए और 10 अन्य घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार लेबनान के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने एक बयान जारी किया। बयान में उन्होंने पुष्टि की है कि शुक्रवार को इजरायली हवाई हमलों में बेका क्षेत्र के एक गांव को निशाना बनाया गया, जिसमें कई लोग हताहत हुए। नाम न बताने की शर्त पर एक सूत्र ने सिन्हुआ को बताया कि "इजरायली युद्धक विमानों ने शुक्रवार को भोर में चार हवाई हमले किए। इन हमलों में जनता और पूर्वी लेबनान में लेबनान-सीरियाई सीमा पर अवैध क्रॉसिंग को निशाना बनाया गया।"
सूत्र ने आगे कहा कि "इजरायली जेट विमानों ने टारगेट पर हवा से जमीन पर मार करने वाली 8 मिसाइलें दागीं। इन हमलों में कई लोग हताहत हुए, एक ट्रक नष्ट हो गया और लेबनान और सीरिया को जोड़ने वाली अवैध क्रॉसिंग को काफी नुकसान पहुंचा।" लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) ने बताया कि "इजरायली युद्धक विमानों ने शुक्रवार को सुबह करीब 3:00 बजे बेका क्षेत्र में पूर्वी पर्वत श्रृंखला पर कई हवाई हमले किए।" इसमें कहा गया है कि "हमलों ने अल-वावियात क्षेत्र में बैटरी और स्क्रैप मेटल ले जा रहे एक ट्रक को निशाना बनाया। साथ ही हमलों में पूर्वी लेबनान के हनीदर शहर के बाहरी इलाके के पास जब्ब अल-वार्ड क्रॉसिंग भी शामिल है।" लेबनानी नागरिक सुरक्षा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सिन्हुआ को बताया कि बचाव दल ने "टारगेट वाले स्थान से दो शवों और कई घायल व्यक्तियों को बेका क्षेत्र के अस्पतालों में पहुंचाया है। घायलों में से एक की हालत गंभीर है, और बचाव कार्य अभी भी जारी है।" 27 नवंबर, 2024 से इजरायल और लेबनान के बीच युद्ध विराम समझौता लागू है। (आईएएनएस)
वाशिंगटन, 01 फरवरी । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसके तहत मैक्सिको और कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% और चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% का शुल्क लगाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने कनाडाई तेल के लिए कहा कि टैरिफ दर 10% होगी, जबकि कनाडा के दूसरे आयातों के लिए 25% टैरिफ दर होगी लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि तेल और प्राकृतिक गैस पर व्यापक टैरिफ फरवरी के मध्य में आएंगे। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, कच्चा तेल कनाडा से अमेरिका का शीर्ष आयात है, जो 2023 में लगभग 100 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भविष्य में वे यूरोपीय संघ पर भी टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि इसका व्यवहार अमेरिका के साथ अच्छा नहीं रहा है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि कनाडा और मैक्सिको पर शुल्क 'अवैध फेंटेनाइल के कारण लगाए गए हैं, जिसे उन्होंने हमारे देश में लाने की अनुमति दी, जिसकी वजह से लाखों अमेरिकी मारे गए।' लेविट ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में एक समाचार ब्रीफिंग में कहा: "ये वादे राष्ट्रपति द्वारा किए गए और पूरे किए गए हैं।" चुनाव अभियान के दौरान, ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर 60% तक टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। हालांकि राष्ट्रपति पद संभालने के बाद उन्होंने तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की, इसके बजाय अपने प्रशासन को इस मुद्दे का अध्ययन करने का आदेश दिया। चीन, कनाडा और मेक्सिको अमेरिका के शीर्ष व्यापारिक साझेदार हैं, जिनका पिछले साल अमेरिका में आयातित वस्तुओं में 40% हिस्सा था। इस बात की आशंका बढ़ रही है कि नए भारी शुल्कों से एक बड़ा व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है और साथ ही अमेरिका में कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार को कहा: "यह वह नहीं है जो हम चाहते हैं, लेकिन अगर वह आगे बढ़ते हैं, तो हम भी कार्रवाई करेंगे।" कनाडा और मेक्सिको ने कह चुके हैं कि वे अपने उपायों के साथ अमेरिकी टैरिफ का जवाब देंगे। इस महीने की शुरुआत में, एक शीर्ष चीनी अधिकारी ने संरक्षणवाद के खिलाफ चेतावनी दी थी क्योंकि ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर वापस आने से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध का खतरा फिर से बढ़ गया है। हालांकि उन्होंने अमेरिका का नाम नहीं लिया। -(आईएएनएस)
अमेरिका के उत्तर-पूर्व फ़िलाडेल्फ़िया में शुक्रवार को एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुख जताया है.
उन्होंने ट्रूथ सोशल पर लिखा, “फ़िलाडेल्फ़िया, पेंसिल्वेनिया में विमान को दुर्घटनाग्रस्त होते हुए देखना बेहद दुखद है. कई निर्दोष लोग हमारा साथ छोड़ गए. हमारे लोग बचाव कार्य में पूरी तरह से जुटे हुए हैं. इसका श्रेय उनको पहले ही दिया जा चुका है. भगवान आप सबका भला करे.”
इससे पहले, बीबीसी के अमेरिकी सहयोगी सीबीएस न्यूज़ ने बताया था कि यह विमान दुर्घटना रुज़वेल्ट मॉल से कुछ दूरी पर हुई. यह एक तीन मंज़िला शॉपिंग सेंटर है, जो पेंसिल्वेनिया शहर के घनी आबादी वाले इलाक़े में है.
अमेरिकी फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया है कि जब विमान लियरजेट 55 दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उस पर छह लोग सवार थे. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक़, यह विमान एक मेडिकल असाइनमेंट पर था. विमान में एक बीमार बच्चा था.
फ़िलाडेल्फ़िया की मेयर शैरेल पार्कर ने कहा कि मरने वालों की संख्या के बारे में कोई ख़बर नहीं है. उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना के कारण कई घर और वाहन भी प्रभावित हुए हैं. वहीं, आपातकालीन सेवाओं ने कहा है कि वे एक बड़ी घटना से निपट रहे हैं.
फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक़, विमान लियरजेट 55 ने नॉर्थ-ईस्ट फ़िलाडेल्फ़िया एयरपोर्ट से शाम को लगभग साढ़े छह बजे (स्थानीय समयानुसार) उड़ान भरी थी और क़रीब चार मील से भी कम दूरी पर यह क्रैश हो गया. (bbc.com/hindi)
फिलाडेल्फिया, 1 फरवरी। अमेरिका के फिलाडेल्फिया में शुक्रवार को एक विमान उड़ान भरने के 30 सेकंड बाद ही एक घनी आबादी वाले इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे कई घरों में आग लग गई।
यह एक ‘एयर एंबुलेंस’ थी जिसमें एक शिशु रोगी और पांच अन्य लोग सवार थे।
विमान हादसा पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया हवाई अड्डे से 4.8 किलोमीटर से भी कम दूरी पर रूजवेल्ट मॉल के पास एक व्यस्त चौराहे पर हुआ।
‘लियरजेट 55’ विमान ने शाम छह बजकर छह मिनट पर हवाई अड्डे से उड़ान भरी और 1,600 फुट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद इसका राडार से संपर्क टूट गया। विमान की जानकारी देने वाली वेबसाइट ‘फ्लाइट अवेयर’ के अनुसार, यह मिसौरी के शहर स्प्रिंगफील्ड के लिए रवाना हुआ था।
मेयर चेरेल पार्कर ने कहा कि हताहतों के बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन कई घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी अभी जांच की जा रही है।’’
वहीं गवर्नर जोश शापिरो ने बताया कि ‘‘पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया में हुई विमान दुर्घटना के बाद बचाव कार्य के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।’’
संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने बताया कि ‘नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड’ (एनटीएसबी) इसकी जांच करेगा । एनटीएसबी ने बताया कि वह दुर्घटना के बारे में जानकारी जुटा रहा है। (एपी)
पेशावर, 31 जनवरी। पाकिस्तान की सेना ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पांच अलग-अलग अभियानों में कम से कम 10 आतंकवादियों को मार गिराया। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सेना की मीडिया शाखा ने बताया कि जवानों ने खुफिया जानकारी के आधार पर एक अभियान में डेरा इस्माइल खान जिले के कुलाची में मुठभेड़ के बाद चार आतंकवादियों को मार गिराया।
इसने बताया कि सुरक्षाबलों ने उत्तरी वजीरिस्तान जिले के दत्ता खेल, हसन खेल, गुलाम खान और मीर अली में चार अलग-अलग मुठभेड़ों में छह आतंकवादियों को मार गिराया।
सेना की मीडिया शाखा ने कहा, ‘‘मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। ये आतंकवादी इन क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के खिलाफ कई आतंकी गतिविधियों के साथ-साथ निर्दोष नागरिकों की हत्या में सक्रिय रूप से शामिल थे।’’
इसने बताया कि क्षेत्र में अन्य आतंकवादियों को मार गिराने के लिए तलाशी अभियान जारी है। (भाषा)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन पर शनिवार से टैरिफ़ लगाने का फ़ैसला किया है. यह जानकारी व्हाइट हाउस की ओर से दी गई है.
इसके मुताबिक़, मेक्सिको पर 25 फ़ीसदी, कनाडा पर 25 फ़ीसदी और चीन पर 10 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाया जाएगा. राष्ट्रपति ट्रंप पिछले कुछ समय से लगातार टैरिफ़ के मुद्दे पर अपना पक्ष रखते रहे हैं.
मेक्सिको, कनाडा और चीन पर टैरिफ़ लगाने के बाद ट्रंप ने यह भी कहा है कि भविष्य में उनकी योजना यूरोपियन यूनियन पर भी टैरिफ़ लगाने की है. उनका मानना है कि इस गुट ने अमेरिका के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कनाडा और मेक्सिको पर ड्यूटी बढ़ाए जाने की वजह बताई है.
लेविट ने कहा, “कनाडा और मेक्सिको ने हमारे देश में अवैध फेंटेनाइल का वितरण किया, जिसने 10 लाख़ अमेरिकियों की जान ली है.” (bbc.com/hindi)
अमेरिका के उत्तर-पूर्व फ़िलाडेल्फ़िया में एक छोटा विमान कई इमारतों से टकरा गया. इस कारण घरों और वाहनों में आग लग गई. कथित तौर पर ज़मीन पर भी लोग घायल हुए हैं.
अधिकारियों ने कहा है कि यह दुर्घटना शुक्रवार शाम हुई. इस दौरान विमान पर कई लोग सवार थे. शाम के व्यस्त समय के दौरान आपातकालीन सेवाओं के दल दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए. उन्होंने जनता से अपील की है कि वो दुर्घटना स्थल से दूर रहें.
हालांकि, विमान के क्रैश होने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है. विमान पर कौन सवार था या कोई ज़िंदा बचा है, इन बातों का पता भी अभी नहीं लग पाया है.
बीबीसी के अमेरिकी सहयोगी सीबीएस न्यूज़ के मुताबिक़, यह विमान दुर्घटना रुज़वेल्ट मॉल से कुछ दूरी पर हुई. यह एक तीन मंज़िला शॉपिंग सेंटर है, जो पेंसिल्वेनिया शहर के घनी आबादी वाले इलाक़े में है.
फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक़, विमान लियरजेट 55 ने नॉर्थ-ईस्ट फ़िलाडेल्फ़िया एयरपोर्ट से शाम को लगभग साढ़े छह बजे (स्थानीय समयानुसार) उड़ान भरी थी और क़रीब चार मील से भी कम दूरी पर यह क्रैश हो गया. (bbc.com/hindi)
वाशिंगटन, 31 जनवरी। अमेरिका में लगभग 25 वर्ष में हुई सबसे घातक विमान दुर्घटना के बाद बचाव और जांच के लिए गोताखोरों के पोटोमैक नदी में फिर से वापस लौटने की उम्मीद है और अब तक 40 से अधिक शव बरामद किये जा चुके हैं।
अमेरिका में 2001 के बाद से यह सबसे घातक विमान दुर्घटना है। घटना बुधवार रात को उस समय हुई जब अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ान 5342, हवाई अड्डे के पास पहुंचते ही सेना के हेलीकॉप्टर से टकरा गई।
अमेरिका के रोनाल्ड रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सेना के एक हेलीकॉप्टर और यात्री विमान के बीच हुई टक्कर में 67 लोगों की मौत हो गई थी। चालीस से अधिक शव बरामद किये गये हैं।
विमान दुर्घटना की जांच में कई महीने लग सकते हैं और संघीय जांचकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि वे इसके कारणों के बारे में अटकलें नहीं लगाएंगे।
एक अधिकारी ने ‘एपी’ को बताया कि 40 से अधिक शव बरामद किए गए हैं।
एक कानून प्रवर्तन अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि पोटोमैक नदी से 40 से अधिक शव निकाले गए हैं, तथा इस दुर्घटना के बाद व्यापक स्तर पर बचाव कार्य जारी है।
शुक्रवार को भी बचाव कार्य जारी रहा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सेना का विमान दुर्घटना के समय बहुत ऊंचाई पर उड़ रहा था।
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल मंच पर शुक्रवार सुबह एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह 200 फुट की सीमा से कहीं अधिक था। इसे समझना बहुत जटिल नहीं है।’’
राष्ट्रपति की यह टिप्पणी उस दिन आई है जब उन्होंने एक वाणिज्यिक विमान के साथ हवा में हुई टक्कर में शामिल अमेरिकी सेना के हेलीकॉप्टर पायलट की कार्रवाई पर सवाल उठाया था।
रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ऊंचाई दुर्घटना का एक कारण थी।
पेंटागन प्रमुख पीट हेगसेथ ने अमेरिकी सेना के प्रशिक्षण की निरंतरता के महत्व पर जोर दिया।
हेगसेथ ने कहा कि हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स अभी तक बरामद नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने बुधवार को रोनाल्ड रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई घातक टक्कर में शामिल सेना के हेलीकॉप्टर से अभी तक महत्वपूर्ण रिकॉर्डिंग डिवाइस बरामद नहीं किया है।
शुक्रवार को ‘फॉक्स न्यूज’ चैनल पर हेगसेथ ने कहा कि अधिकारी अभी भी हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की तलाश कर रहे हैं।
विमान से ‘कॉकपिट वॉयस’ और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ बरामद कर लिए गए हैं।
पीड़ितों में दो चीनी नागरिक भी शामिल हैं।
अमेरिका में चीनी दूतावास ने कहा कि दुर्घटना के पीड़ितों में दो चीनी नागरिक भी शामिल हैं और वह उन्हें वाणिज्य दूतावास सुरक्षा और सहायता प्रदान करेगा। (एपी)
वाशिंगटन, 31 जनवरी। अमेरिका के रोनाल्ड रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सेना के एक हेलीकॉप्टर और यात्री विमान के बीच हुई टक्कर में मारे गए 67 लोगों में भारतीय मूल के भी दो व्यक्ति शामिल हैं। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली।
जीई एयरोस्पेस में इंजीनियर विकेश पटेल और वाशिंगटन निवासी कंसल्टेंट असरा हुसैन रजा भी विमान में सवार थे।
अमेरिका में 2001 के बाद से यह सबसे घातक विमान दुर्घटना है। घटना बुधवार रात को उस समय हुई जब अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ान 5342, हवाई अड्डे के पास पहुंचते ही सेना के हेलीकॉप्टर से टकरा गई।
ग्रेटर सिनसिनाटी के निवासी पटेल कपंनी में ‘एमआरओ ट्रांसफॉर्मेशनल लीडर’ थे, जो देशभर में यात्रा करते थे।
‘फॉक्स19’ को दिए गए एक बयान में बृहस्पतिवार रात को जीई एयरोस्पेस के अध्यक्ष लैरी कल्प ने विमान हादसे में जान गंवाने वाले कर्मचारी की पहचान पटेल के रूप में की। कल्प ने कहा, ‘‘यह न केवल हमारे उद्योग के लिए बल्कि जीई एयरोस्पेस टीम के लिए भी एक झटका है क्योंकि हमारे एक प्रिय सहयोगी विकेश पटेल भी विमान में सवार थे।’’
रजा (26) के ससुर डॉ. हाशिम रजा ने ‘सीएनएन’ को बताया कि घटना में मारे गए लोगों में उनकी बहू भी शामिल है।
हाशिम ने बताया कि रजा ने 2020 में इंडियाना विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि ली थी। उनका बेटा और रजा एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और अगस्त 2023 में दोनों ने शादी की थी।
हासिम ने बताया कि रजा वाशिंगटन में एक सलाहकार थीं, जो एक अस्पताल से जुड़ी परियोजना पर काम कर रही थीं और इस सिलसिले में वह महीने में दो बार विचिटा जाती थीं।
उन्होंने ‘सीएनएन’ को बताया कि वह अक्सर देर रात आपातकालीन कक्ष में शिफ्ट खत्म होने के बाद उन्हें फोन करती थीं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि घर लौटते समय वह जगे रहें।
उनके ससुर ने कहा, ‘‘वह हर काम में अपना सर्वश्रेष्ठ देती थीं।’’
असरा रजा के पति हमाद रजा ने कहा कि उनकी पत्नी ने उन्हें संदेश भेजा था कि उनका विमान उतरने वाला है, लेकिन जब वह असरा को लेने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे, तब तक उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल चुकी थी।
हमाद ने बताया, ‘‘उसने (असरा रजा ने) कहा, ‘‘हम 20 मिनट में उतरने वाले हैं’’।’’ उन्होंने कहा कि ये आखिरी शब्द थे जो उन्होंने अपनी पत्नी से सुने थे।
‘एनबीसी वाशिंगटन’ ने हमाद के हवाले से बताया, ‘‘मैं इंतजार कर रहा था और मैंने देखा कि ईएमएस (आपातकालीन चिकित्सा सेवा) के कई वाहन मेरे पास से तेजी से गुजर रहे हैं, जो असामान्य सा लगा। और मेरे संदेश भी नहीं जा रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैं घबराया हुआ था और बदहवास सा यही सोच रहा था कि हमारे साथ कुछ तो बुरा हुआ है। आखिर में मेरा डर सच निकला क्योंकि यह वही विमान था जिसमें मेरी पत्नी थी।’’(भाषा)
तेल अवीव, 31 जनवरी । हमास ने तीन पुरुष बंधकों के नाम सार्वजनिक किए हैं जिन्हें वो गाजा युद्धविराम समझौते के तहत रविवार को रिहा करेगा। इनकी रिहाई के बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों के एक और ग्रुप को रिहा करेगा। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी ऐसी अदला-बदली होगी। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 54 वर्षीय फ्रांसीसी इजरायली ओफर काल्डेरोन को 7 अक्टूबर हमले के दौरान नीर ओज की इजरायली बस्ती से उनके दो बच्चों के साथ बंदी बना लिया गया था। बच्चों को नवंबर 2023 में रिहा कर दिया गया। 65 वर्षीय अमेरिकी इजरायली कीथ सीगल को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान उनकी पत्नी अवीवा के साथ कफर अजा बस्ती से ले जाया गया था। उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में रिहा किया गया था। 35 वर्षीय इजरायली अर्जेंटीनी यार्डेन बिबास को नीर ओज से गाजा में ले जाया गया।
हमले के दौरान उनकी पत्नी और दो बच्चों को भी अलग-अलग बंदी बना लिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने दावा किया कि बिबास की पत्नी और बच्चे, जिन्हें गाजा के एक अलग इलाके में रखा गया था, युद्ध के दौरान इजरायली बमबारी में मारे गए। इन तीनों की रिहाई से अब तक युद्ध विराम समझौते के तहत रिहा किए गए बंधकों की संख्या 18 हो जाएगी। दूसरी तरफ अब तक चार सौ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है - जिनमें बम विस्फोटों और अन्य हमलों के लिए लंबी सजा काट रहे लोगों से लेकर बिना किसी आरोप के पकड़े गए किशोर शामिल हैं। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए। -(आईएएनएस)
गाजा, 31 जनवरी । हमास की सशस्त्र शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड ने कहा कि उसके सैन्य प्रमुख मोहम्मद दीफ की गाजा पट्टी में इजरायली सेना ने हत्या कर दी। इजरायल ने पिछले साल दीफ को मार गिराने का दावा किया था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने गुरुवार को एक बयान में यह भी पुष्टि की कि अल-कस्साम के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मारवान इस्सा की भी हत्या कर दी गई। ओबैदा ने कहा, "दुश्मन ने हमारे दो बड़े नेताओं की हत्या कर दी है, लेकिन उनकी विरासत और प्रतिरोध जारी रहेगी।" उन्होंने कहा कि हमास के सैन्य नेताओं की हत्या से इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी प्रतिरोध नहीं रुकेगा।
फिलिस्तीनी ग्रुप की तरफ से इसके अलावा कोई और विवरण नहीं दिया गया। 1 अगस्त, 2024 को, इजरायल की सेना ने यह दावा किया कि उसने दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में जुलाई एक हवाई हमले में दीफ को मार गिराया। यहूदी राष्ट्र ने दीफ पर 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली शहरों पर हमास के हमले के मास्टरमाइंड में से एक होने का आरोप लगाया। इजरायल ने कहा है कि दीफ 7 अक्टूबर हमले की योजना बनाने के लिए जिम्मेदार लोगों में से एक था।
इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बनाया गया था। दीफ को गाजा में हमास के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी के रूप में देखा जाता था। वह इस क्षेत्र में समूह के नेता याह्या सिनवार के बाद दूसरे स्थान पर था। सिनवार को पिछले साल इजरायली बलों ने मार गिराया था। दीफ को सुरंग निर्माण में मदद करने के लिए जाना जाता था जिनके जरिए हमास के लड़ाकों को गाजा से इजरायल में एंट्री हो पाती थी। उसे हमास के हथियार, कस्साम रॉकेट को डिजाइन करने का श्रेय भी दिया जाता है। -(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 31 जनवरी । वाशिंगटन डीसी में बुधवार को हुए भीषण विमान हादसे के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से दुर्घटना स्थल पर जाने को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने हैरान करने वाला जवाब दिया। उनका यह बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक पत्रकार ने जब ट्रंप से पूछा कि क्या उनकी क्रैश साइट पर जाने की कोई योजना है तो उन्होंने कहा, "मेरे पास घूमने की योजना है लेकिन साइट की नहीं, क्योंकि आप मुझे बताइए, साइट क्या है? पानी? आप चाहते हैं कि मैं तैराकी करूं?।" यह दुर्घटना बुधवार रात को हुई जब रीगन वाशिंगटन नेशनल एयरपोर्ट के पास एक अमेरिकन एयरलाइंस जेट ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से टकरा गया। विमान में 64 लोग और हेलिकॉप्टर में तीन सैन्यकर्मी सवार थे, जिनमें से सभी के मृत होने की आशंका है। विजुअल्स में दिखाया गया कि हेलीकॉप्टर से टकराने के बाद विमान आग के गोले में बदल गया और दोनों पोटोमैक नदी में गिर गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि किसी के बचने की उम्मीद नहीं है और गुरुवार शाम (स्थानीय समय) तक नदी के ठंडे पानी से 40 शव बरामद किए गए थे। इससे पहले पहले एक प्रेस ब्रीफिंग में,ट्रंप ने दुर्घटना को ओबामा और बाइडेन प्रशासन के तहत संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) में 'डाइवर्सिटी भर्ती' से जोड़ा, हालांकि दुर्घटना का कोई जांच निष्कर्ष जारी नहीं किया गया था और उन्होंने खुद भी अपने दावे का समर्थन करने के लिए कोई विवरण या सबूत नहीं दिया। गुरुवार को, ट्रंप ने दो कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें से एक नए एफएए उप प्रशासक की नियुक्ति से जुड़ा था जबकि दूसरे में उन्होंने विमानन सुरक्षा का तत्काल मूल्यांकन करने का आदेश दिया। इस बीच, जांचकर्ताओं ने अमेरिकन एयरलाइंस के विमान से दो ब्लैक बॉक्स बरामद किए, साथ ही कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर भी बरामद किया। घटना के बारे में एक प्रारंभिक रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर आने की उम्मीद है।(आईएएनएस)
ट्यूनिस, 31 जनवरी । ट्यूनीशिया के विदेश मंत्रालय ने पूर्वी पूर्वी लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो (डीआरसी) में बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जताई। बयान में कहा गया कि वहां की हालात पर ट्यूनिस ने नजर बनाई हुई है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए ट्यूनीशिया ने चेतावनी दी कि तनावपूर्ण घटनाक्रम डीआरसी में शांति प्रयासों को खतरे में डाल सकता है। इससे पूरे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता को खतरा हो सकता है। बयान के मुताबिक ट्यूनीशिया ने डीआरसी की संप्रभुता की सुरक्षा और लुआंडा प्रक्रिया के तहत जुलाई 2024 के अंत में स्थापित युद्धविराम समझौते का पालन करने का समर्थन किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्यूनीशिया ने अफ्रीकी और संयुक्त राष्ट्र द्वारा चलाए जा रहे प्रयासों का समर्थन किया। इन कोशिशों का मकसद निर्दोष लोगों की जान बचाना और मानवीय स्थिति को खराब होने से रोकना है। इसके लिए सैन्य अभियानों को समाप्त करना जरूरी है।
30 जनवरी को कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के राष्ट्रपति फेलिक्स त्सेसीकेदी ने कहा था कि क्षेत्रीय समूहों द्वारा चल रहे शांति प्रयासों के बावजूद, पूर्वी डीआरसी में '23 मार्च मूवमेंट (एम23)' के विद्रोहियों की बढ़ती गतिविधियों पर वह 'कड़ी प्रतिक्रिया' देंगे। राष्ट्रीय टेलीविजन पर अपने संबोधन में त्सेसीकेदी ने कहा, 'डीआरसी के हर हिस्से को वापस हासिल करने के लिए' एक कार्रवाई चल रही है। एम 23 ने उत्तरी किवु प्रांत की राजधानी गोमा और एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय केंद्र पर अपना नियंत्रण होने का दावा किया है। त्सेसीकेदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन और दक्षिणी अफ्रीकी विकास समुदाय (एसएडीसी) बलों के समर्थन से चल रहे सैन्य प्रयासों के अलावा डीआरसी कूटनीतिक रूप से भी जुड़ा हुआ है।
खासकर लुआंडा प्रक्रिया के जरिए जो अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लौरेंको के नेतृत्व में एक शांति पहल है। रविवार शाम से, लगभग 10 लाख निवासियों वाले शहर गोमा में हिंसक झड़पों की खबरें आ रही हैं, जिनमें 700,000 से अधिक आंतरिक रूप से विस्थापित लोग शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, एम23 विद्रोहियों ने सोमवार को एयरपोर्ट, बंदरगाह और स्थानीय डीआरसी सेना के अड्डे समेत कई महत्वपूर्ण जगहों पर कब्जा कर लिया। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 जनवरी । डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को डी-डॉलराइजेशन के खिलाफ अपना रुख स्पष्ट करते हुए ब्रिक्स देशों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर ब्रिक्स ने वैश्विक व्यापार में मुख्य मुद्रा के रूप में अमेरिकी डॉलर को हटाने की कोशिश की तो उनके निर्यात पर 100 फीसदी शुल्क लगा दिया जाएगा। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने बार-बार कहा कि ब्रिक्स देशों को वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर की भूमिका को स्वीकार करना होगा या फिर आर्थिक नतीजे भुगतने पड़ेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक यह पहली बार नहीं है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने इस तरह की चेतावनी दी। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के कुछ सप्ताह बाद 30 नवंबर उन्होंने यही धमकी दी थी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा, "यह विचार कि ब्रिक्स देश डॉलर से दूर जाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि हम खड़े होकर देख रहे हैं, खत्म हो चुका है।" एनडीटीवी ने अमेरिकी राष्ट्रपति की एक पोस्ट का हवाला देते हुए कहा, "हमें इन शत्रुतापूर्ण देशों से यह प्रतिबद्धता चाहिए कि वे न तो नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर की जगह पर किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करेंगे, अन्यथा उन्हें 100 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, उन्हें अद्भुत अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अपना सामान बेचने से मना करना पड़ेगा।" ट्रंप ने शुक्रवार को अपने पोस्ट में लिखा, "वे किसी दूसरे बेवकूफ देश को खोज सकते हैं।
इस बात की कोई संभावना नहीं है कि ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय व्यापार में या कहीं और अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा, और जो भी देश ऐसा करने की कोशिश करेगा, उसे टैरिफ को नमस्ते और अमेरिका को अलविदा कहना चाहिए।" कई सालों से ब्रिक्स समूह के देश अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि भले ही समूह के पास अभी तक एक आम मुद्रा नहीं है, लेकिन इसके सदस्य देश जिनमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, हाल ही में अपनी स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को बढ़ावा दे रहे हैं। -- (आईएएनएस)
रामल्लाह/यरूशलेम, 31 जनवरी । इजरायल की ओर से रिहा किए गए फिलिस्तीनी कैदियों को लेकर दो बसें पश्चिमी तट के रामल्लाह पहुंचीं। कैदियों के इसे 'खुशी और दर्द दोनों का लम्हा' बताया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरुवार को फिलिस्तीनी बंदियों का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। वे लोग जश्न में नारे लगा रहे थे और झंडे लहरा रहे थे। रिहा किए गए कैंदियों के परिवार उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और उनमें से कई अपनों से मिलकर फूट-फूट कर रोने लगे। एक कैदी के रिश्तेदार समाह अबेद ने कहा, "यह खुशी और दर्द दोनों का लम्हा है।" उन्होंने रिहाई पर राहत व्यक्त की, लेकिन इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष पर निराशा भी जाहिर की। नाम न बताने की शर्त पर सिन्हुआ से बात करते हुए एक इजरायली सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि यहूदी राष्ट्र ने गाजा युद्धविराम समझौते के तहत गुरुवार को 110 फिलिस्तीनियों बंदियों को रिहाई कर दिया है।
समझौता 19 जनवरी को प्रभावी हुआ था। बसें लगभग 66 फ़िलिस्तीनी बंदियों को ओफर जेल से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रामल्लाह लेकर पहुंची। वहीं, 15 अन्य को पूर्वी यरुशलम में एक हिरासत केंद्र में पहुंचाया, जहां से उन्हें रिहा कर दिया गया। अधिकारी ने कहा कि इजरायलियों के खिलाफ हमलों में शामिल होने के दोषी कुल 29 कैदियों को मिस्र और अन्य देशों में भेजा जाना है। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जारी की गई। इसमें पश्चिमी तट के जेनिन में फतह के अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड के पूर्व कमांडर और हाई-प्रोफाइल कैदी जकारिया जुबैदी को बस में विक्ट्री-साइन बनाते हुए दिखाया गया है। इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी न्यूज ने बताया कि उनकी रिहाई से पहले, देश की शिन बेट घरेलू सुरक्षा एजेंसी ने बंदियों को चेतावनी दी। एजेंसी ने कहा कि अगर उन्होंने आतंकवादी गतिविधियां फिर से शुरू कीं तो उन्हें 'खत्म' कर दिया जाएगा। -(आईएएनएस)